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what is technical SEO for e-commerce

What Is Technical SEO For E-Commerce

introduction 

कैसा चल रहा है आपका ऑनलाइन स्टोर क्या कभी ऐसा हुआ है कि आपने अपनी वेबसाइट पर बढ़िया-बढ़िया प्रोडक्ट्स अपलोड किए, तस्वीरें भी कमाल की लगाईं, पर फिर भी लोग आप तक पहुँच ही नहीं पा रहे। मुझे याद है, जब मैंने अपना पहला ऑनलाइन स्टोर शुरू किया था, तब मैं भी यही सोचता था कि बस अच्छे प्रोडक्ट्स और सुंदर डिज़ाइन से काम बन जाएगा। पर यार, लाखों वेबसाइट्स के इस जंगल में गूगल आपको ढूंढेगा कैसे। मुझे उस दिन एक बात समझ आई, कि सिर्फ़ दिखने से काम नहीं चलेगा, बल्कि वेबसाइट को अंदर से भी मज़बूत बनाना पड़ेगा। यहीं से मेरा सामना हुआ उस चीज़ से, जिसे कहते हैं ई-कॉमर्स के लिए टेक्निकल SEO क्या है (what is technical SEO for e-commerce)। 

कई बार ऐसा लगता है कि आपकी वेबसाइट किसी घर जैसी होती है—बाहर से खूबसूरत और आकर्षक, लेकिन अगर उसकी नींव कमजोर हो, रास्ते उलझे हों या छत टपक रही हो, तो उसमें रहना मुश्किल हो जाता है। ई-कॉमर्स वेबसाइट्स के साथ भी यही होता है। शुरुआत में मुझे भी लगता था कि टेक्निकल SEO कोई बेहद जटिल और कोडिंग से भरी चीज़ होगी, लेकिन जब खुद इसे अपनाया, तो समझ आया कि ये तो बस आपकी वेबसाइट की अंदरूनी सफाई और कुछ जरूरी सेटिंग्स का काम है, जिससे सर्च इंजन आपकी साइट को बेहतर समझ और इंडेक्स कर पाते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर आपकी साइट स्लो है, या प्रोडक्ट पेज गूगल को सही से नहीं दिख रहे, तो आपका कंटेंट और ऑफर कितने भी अच्छे क्यों न हों, वो यूज़र तक पहुंच ही नहीं पाएंगे। टेक्निकल SEO असल में उस मजबूत नींव की तरह है जो आपकी पूरी वेबसाइट को टिकाए रखता है।

तो इस ब्लॉग पोस्ट में हम सिर्फ़ किताबी ज्ञान तक ही नहीं रुकेंगे। मैं अपने कई सालों के अनुभव से आपको ऐसे प्रैक्टिकल टिप्स और ट्रिक्स दूँगा, जिनसे आपको यह समझने में आसानी होगी कि what is technical SEO for e-commerce और ये आपके ऑनलाइन स्टोर के लिए इतना ज़रूरी क्यों है। हम जानेंगे कि कैसे ये आपकी वेबसाइट को गूगल में अच्छी जगह दिलाता है, ज़्यादा ग्राहकों तक पहुँचने में मदद करता है, और आपकी बिक्री भी बढ़ाता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका ऑनलाइन स्टोर सिर्फ़ बना हुआ न रहे, बल्कि सच में आपको कमाई करके दे, तो यह लेख आपके लिए ही है। उन बातों को जानने के लिए तैयार हो जाइए, जो आपकी इनकम को सच में बड़ा सकती हैं। 

why technical SEO matters for online stores

तो चलिए अब सीधे मुद्दे पर आते हैं कि why technical SEO matters for online stores सोचिए, आपने एक बढ़िया सी दुकान खोली है—सामान भी बेहतरीन है, लेकिन अगर उस दुकान का दरवाज़ा बंद हो या उसका पता इतना उलझा हुआ हो कि ग्राहक वहां तक पहुंच ही न सकें, तो बेचने का फायदा ही क्या? ऐसा ही हाल तब होता है जब आपकी ई-कॉमर्स वेबसाइट का टेक्निकल SEO मजबूत नहीं होता। मुझे याद है जब मैंने अपना पहला ऑनलाइन स्टोर लॉन्च किया था, तो सारा ध्यान वेबसाइट की डिजाइन और प्रोडक्ट्स की खूबसूरती पर था, लेकिन बिक्री उम्मीद से बहुत कम थी। तभी समझ आया कि वेबसाइट अगर सर्च इंजन के लिए ठीक से ऑप्टिमाइज़ नहीं है—जैसे लोडिंग स्पीड स्लो है, मोबाइल फ्रेंडली नहीं है या URL स्ट्रक्चर खराब है—तो गूगल आपकी साइट को सही से दिखा ही नहीं पाएगा। तभी यह बात साफ़ हुई कि टेक्निकल SEO ही वो रास्ता है जो ग्राहकों को सीधे आपकी वेबसाइट तक लाता है।

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इसका सबसे पहला और सबसे बड़ा कारण है गूगल का आपको ढूंढ पाना। सोचो, आपकी दुकान बहुत अच्छी है, पर अगर गूगल के पास उसका सही पता नहीं है, तो वो लोगों को आपकी दुकान तक कैसे पहुंचाएगा। टेक्निकल SEO यही काम करता है। यह गूगल को आपकी वेबसाइट के अंदर के रास्तों को समझने में मदद करता है। जैसे, अगर आपकी वेबसाइट बहुत धीरे खुलती है (जो कि एक टेक्निकल SEO की समस्या है), तो गूगल उसे ऊपर नहीं दिखाएगा। मेरा अनुभव कहता है कि ग्राहक इंतज़ार नहीं करते, अगर आपकी साइट तेज़ी से नहीं खुली, तो वो कहीं और चले जाएंगे।

दूसरा, यह आपके प्रोडक्ट्स को सही से दिखाने में मदद करता है। आपकी वेबसाइट पर हज़ारों प्रोडक्ट्स हो सकते हैं, पर क्या गूगल उन्हें ठीक से पढ़ पा रहा है। क्या उसे पता है कि ये कपड़े हैं या जूते। टेक्निकल SEO गूगल को ये सारी जानकारी सही तरीके से समझने में मदद करता है। जब गूगल आपके प्रोडक्ट्स को ठीक से समझता है, तभी वो उन्हें उन लोगों को दिखा पाता है जो उन्हें खोज रहे हैं। मैंने देखा है कि जब मैंने अपने प्रोडक्ट पेज का टेक्निकल SEO ठीक किया, तो मेरी बिक्री में सीधा उछाल आया।

तीसरा कारण है अपने ग्राहकों के लिए अच्छा अनुभव। अगर आपकी वेबसाइट पर चीज़ें ठीक से काम नहीं कर रही हैं – जैसे लिंक टूट गए हैं, पेज जल्दी लोड नहीं होते, या मोबाइल पर ठीक से नहीं दिखते – तो ग्राहक परेशान होकर चले जाएंगे। ऑनलाइन स्टोर्स के लिए टेक्निकल SEO इन सारी छोटी-छोटी समस्याओं को ठीक करता है ताकि आपके ग्राहक को वेबसाइट इस्तेमाल करने में मज़ा आए। जब ग्राहक खुश होते हैं, तो वे बार-बार आपकी दुकान पर आते हैं और दूसरों को भी बताते हैं। यह सीधे-सीधे आपके बिज़नेस की कमाई को बढ़ाता है।

तो देखा आपने, why technical SEO matters for online stores यह सिर्फ़ कुछ कोड की बातें नहीं हैं, बल्कि यह आपके ऑनलाइन स्टोर की नींव है। अगर नींव मज़बूत होगी, तो आपका स्टोर लंबा चलेगा और खूब तरक्की करेगा। ये आपके स्टोर को गूगल और ग्राहकों, दोनों के लिए बेहतर बनाता है। अब जब आपने समझ लिया है कि टेक्निकल SEO आपके ऑनलाइन स्टोर के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है।

core elements of e commerce technical SEO

तो दोस्तों, अब हम सीधे ई-कॉमर्स टेक्निकल SEO के मुख्य पहलुओं (core elements of e-commerce technical SEO) पर बात करेंगे। इसे ऐसे समझिए जैसे आप एक नई गाड़ी खरीदने जा रहे हों। आप केवल उसका रंग और डिज़ाइन ही नहीं देखते, बल्कि यह भी जाँचते हैं कि उसका इंजन कैसा है, ब्रेक सही से काम कर रहे हैं या नहीं, और उसमें सुरक्षा के क्या-क्या इंतज़ाम हैं। ये सभी वो ‘बुनियादी चीज़ें’ होती हैं जो गाड़ी को असल में चलाती हैं। मुझे याद है, जब मैंने अपना पहला ऑनलाइन स्टोर खड़ा किया था, तब मेरा सारा ध्यान बस ‘बाहरी सुंदरता’ पर था। पर जब बिक्री में बढ़ोतरी नहीं हुई, तब मुझे समझ आया कि वेबसाइट की अंदरूनी मज़बूती कितनी ज़्यादा मायने रखती है।

सबसे पहला और बेहद ज़रूरी पहलू है वेबसाइट की स्पीड। ज़रा सोचिए, अगर आप किसी वेबसाइट पर खरीदारी करने गए हों और वह खुलने में ही बहुत ज़्यादा समय ले रही हो, तो आप क्या करेंगे? शायद उसे बंद करके किसी और वेबसाइट पर चले जाएँगे, है ना? गूगल भी ठीक इसी तरह काम करता है। अगर आपकी वेबसाइट तेज़ी से नहीं खुलती, तो गूगल उसे अपनी सर्च लिस्ट में ऊपर नहीं दिखाएगा। ई-कॉमर्स टेक्निकल SEO के तहत वेबसाइट की स्पीड को बेहतर बनाना सबसे अहम प्राथमिकताओं में से एक है। मैंने अपनी वेबसाइटों की गति सुधारने पर काफ़ी मेहनत की है, और मैंने पाया है कि इससे उपयोगकर्ता (users) मेरी साइट पर ज़्यादा देर रुकते हैं और खरीदारी भी अधिक करते हैं।

दूसरा अहम हिस्सा है मोबाइल फ्रेंडली होना। आज के ज़माने में ज़्यादातर लोग फ़ोन पर ही ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं। अगर आपकी वेबसाइट फ़ोन पर ठीक से नहीं दिखती, या इस्तेमाल करने में मुश्किल है, तो आप बहुत सारे ग्राहक खो देंगे। टेक्निकल SEO यह सुनिश्चित करता है कि आपकी वेबसाइट फ़ोन पर भी उतनी ही अच्छी दिखे और काम करे जितनी कंप्यूटर पर। मेरे अनुभव में, मोबाइल पर अच्छी वेबसाइट उन लोगों को जोड़े रखती है जो चलते-फिरते शॉपिंग करना चाहते हैं।

तीसरा मुख्य हिस्सा है गूगल को आपकी वेबसाइट को समझने में मदद करना। आपकी ई-कॉमर्स साइट पर बहुत सारे प्रोडक्ट्स होते हैं, पर क्या गूगल को पता है कि ये सब क्या हैं? टेक्निकल SEO में ‘स्कीमा मार्कअप’ जैसी चीज़ें आती हैं, जो गूगल को आपके प्रोडक्ट, उनकी कीमत, उनकी रेटिंग और स्टॉक की जानकारी सीधे-सीधे बताती हैं। इससे गूगल आपके प्रोडक्ट्स को सर्च रिज़ल्ट्स में ज़्यादा अच्छे से दिखा पाता है, जैसे सीधा प्रोडक्ट की तस्वीर और कीमत। मैंने खुद अपने प्रोडक्ट्स के लिए स्कीमा मार्कअप का इस्तेमाल किया है, और इससे मेरी प्रोडक्ट लिस्टिंग ज़्यादा आकर्षक लगती है।

चौथा, और एक बेहद अहम टेक्निकल SEO का पहलू है टूटे हुए लिंक और डुप्लिकेट कंटेंट को ठीक करना। ज़रा कल्पना कीजिए, अगर आपकी दुकान में कुछ रास्ते बंद हों या एक ही सामान दो-दो जगह रखा हो, तो ग्राहक न सिर्फ़ उलझन में पड़ेंगे, बल्कि शायद नाराज़ होकर लौट भी जाएँगे। आपकी वेबसाइट पर भी ठीक ऐसा ही होता है — अगर कोई लिंक क्लिक करने पर काम नहीं करता (जिसे ‘ब्रोकन लिंक’ कहते हैं), या आपकी साइट पर एक जैसी जानकारी वाले कई पेज मौजूद हों (यानी ‘डुप्लिकेट कंटेंट’), तो गूगल आपकी वेबसाइट की गुणवत्ता को कम आंकता है। इसका सीधा असर आपकी रैंकिंग पर पड़ सकता है। एक ई-कॉमर्स वेबसाइट के लिए इन गड़बड़ियों को ढूँढना और उन्हें समय पर ठीक करना बहुत ज़रूरी है, ताकि गूगल को आपकी साइट व्यवस्थित, विश्वसनीय और उपयोगकर्ता के अनुकूल लगे।

तो देखा आपने, core elements of e commerce technical SEO की बातें नहीं हैं, बल्कि ये वो ज़रूरी चीज़ें हैं जो आपके ऑनलाइन स्टोर की नींव को मज़बूत बनाती हैं। ये आपके ग्राहकों के लिए भी वेबसाइट को बेहतर बनाते हैं, और गूगल को भी आपकी वेबसाइट पसंद आती है। 

how to improve site speed for e commerce SEO

ई-कॉमर्स SEO में साइट स्पीड सुधारना एक ऐसा कदम है जो सीधे आपकी बिक्री को प्रभावित करता है। इसे ऐसे समझिए जैसे आप किसी दुकान में जाएं और वहाँ चीजें देखने या बिलिंग में बहुत देर लगे—तो क्या आप दोबारा वहाँ जाना चाहेंगे? शायद नहीं। ऑनलाइन स्टोर के साथ भी यही होता है। मुझे याद है जब मैंने अपना पहला ई-कॉमर्स स्टोर बनाया था, तो लगा था कि अच्छे उत्पाद ही सब कुछ हैं। लेकिन जब बिक्री नहीं हुई, तब समझ आया कि मेरी वेबसाइट बहुत धीमी थी। ग्राहक पेज खुलने का इंतज़ार नहीं करते और तुरंत दूसरी साइट पर चले जाते हैं। तभी मैंने सीखा कि तेज़ वेबसाइट स्पीड का मतलब है बेहतर यूज़र अनुभव, कम बाउंस रेट और गूगल में बेहतर रैंकिंग। इसलिए how to improve site speed for e commerce SEO एक अहम हिस्सा होना चाहिए।

what is technical SEO for e-commerce

सबसे पहला और सबसे आसान तरीका है तस्वीरों को छोटा करना। आपकी वेबसाइट पर जितने भी प्रोडक्ट की तस्वीरें हैं, वे सबसे ज़्यादा जगह घेरती हैं और साइट को धीमा करती हैं। सोचो, अगर आपके पास बहुत सारी बड़ी-बड़ी किताबें हों, तो उन्हें उठाने में ज़्यादा ताक़त लगेगी। ठीक वैसे ही, बड़ी तस्वीरों को लोड होने में ज़्यादा समय लगता है। आप तस्वीरों को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने से पहले उन्हें छोटा (compress) कर सकते हैं। इसके लिए बहुत सारे मुफ़्त ऑनलाइन टूल मिलते हैं। मैंने अपनी वेबसाइट की तस्वीरों को छोटा करके देखा है, और इससे साइट की स्पीड में बहुत फ़र्क आया है।

दूसरा तरीका है कम प्लगइन्स का इस्तेमाल करना। आपकी वेबसाइट पर जितने ज़्यादा प्लगइन्स होंगे, वो उसे उतना ही धीमा करेंगे। इसे ऐसे समझो जैसे आपके फ़ोन में बहुत सारे ऐप्स हों, तो फ़ोन धीरे चलने लगता है। ज़रूरत से ज़्यादा प्लगइन्स आपकी वेबसाइट पर बोझ डालते हैं। मेरे अनुभव में, मैंने हमेशा कोशिश की है कि अपनी वेबसाइट पर सिर्फ़ वही प्लगइन्स रखूँ जिनकी मुझे सच में ज़रूरत है। इससे वेबसाइट हल्की रहती है और तेज़ी से खुलती है।

तीसरा अहम तरीका है अच्छी होस्टिंग चुनना। आपकी वेबसाइट की होस्टिंग वो जगह है जहाँ आपकी वेबसाइट रहती है। इसे ऐसे समझो जैसे आप किसी अच्छे घर में रहते हो, तो आपको सारी सुविधाएं मिलती हैं। अगर आपकी होस्टिंग अच्छी नहीं है, तो आपकी वेबसाइट धीमे खुलेगी। खासकर ई-कॉमर्स वेबसाइट के लिए, जहाँ बहुत सारे प्रोडक्ट्स और ग्राहक होते हैं, एक अच्छी और तेज़ होस्टिंग बहुत ज़रूरी है। मैंने कई अलग-अलग होस्टिंग कंपनियों के साथ काम किया है, और मैंने देखा है कि एक अच्छी होस्टिंग कंपनी आपकी साइट की स्पीड में ज़मीन-आसमान का फ़र्क ला सकती है।

चौथा तरीका है वेबसाइट के कोड को साफ़ रखना। कभी-कभी वेबसाइट बनाते समय, कोड में कुछ फालतू चीज़ें रह जाती हैं जो वेबसाइट को धीमा करती हैं। इसे ऐसे समझो जैसे आपके घर में बहुत सारा बेकार का सामान पड़ा हो, तो घर गंदा और भरा-भरा लगता है। आप किसी जानकार से अपनी वेबसाइट के कोड को साफ़ करवा सकते हैं। यह थोड़ा तकनीकी हो सकता है, पर इसका फ़ायदा बहुत ज़्यादा होता है। यह सब ई-कॉमर्स SEO के लिए वेबसाइट की स्पीड बढ़ाने में मदद करता है।

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तो देखा आपने, how to improve site speed for e commerce SEO ये कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे आप अपने ऑनलाइन स्टोर को तेज़ी से खुलने वाला बना सकते हैं। जब आपकी वेबसाइट तेज़ी से खुलेगी, तो गूगल उसे ज़्यादा पसंद करेगा, और आपके ग्राहक भी खुश होकर खरीदारी करेंगे। 

mobile optimization for e commerce sites

अब हम बात करेंगे एक ऐसी चीज़ की जो आपके ऑनलाइन स्टोर की सफलता के लिए बहुत ज़रूरी है – ई-कॉमर्स साइट्स के लिए मोबाइल ऑप्टिमाइजेशन। इसे ऐसे समझो जैसे आज के ज़माने में ज़्यादातर लोग अपनी पसंदीदा चीज़ें फ़ोन पर ही देखते और खरीदते हैं। अगर आपकी दुकान फ़ोन पर ठीक से नहीं खुलती या इस्तेमाल करने में मुश्किल है, तो आप सोचो कितने ग्राहक खो दोगे। मुझे याद है, मेरे शुरुआती दिनों में मैंने अपनी वेबसाइट को सिर्फ़ कंप्यूटर पर अच्छा दिखने के लिए बनाया था। पर जब मैंने देखा कि ज़्यादातर लोग मोबाइल से आ रहे हैं और तुरंत वापस जा रहे हैं, तब मुझे समझ आया कि mobile optimization for e commerce sites की अहमियत कितनी ज़्यादा है।

इसका सबसे पहला और सबसे सीधा फ़ायदा यह है कि ज़्यादा से ज़्यादा लोग आप तक पहुँच पाएंगे। आजकल, ज़्यादातर लोग अपने मोबाइल फ़ोन पर ही सब कुछ करते हैं – चाहे वह सोशल मीडिया पर कुछ देखना हो या ऑनलाइन शॉपिंग करना। अगर आपकी वेबसाइट फ़ोन पर ठीक से दिखती नहीं या इस्तेमाल में आसान नहीं है, तो गूगल उसे लोगों को सर्च रिज़ल्ट्स में नहीं दिखाएगा। मोबाइल डिवाइस पर आपकी साइट का बेहतर दिखना और तेज़ी से खुलना गूगल के लिए एक ज़रूरी शर्त है। मैंने खुद अनुभव किया है कि जब मैंने अपनी वेबसाइट को मोबाइल के हिसाब से ठीक किया, तो विज़िटर्स की संख्या में काफी उछाल आया।

दूसरा, खरीदारी करना आसान हो जाता है। सोचो, अगर आप फ़ोन पर किसी वेबसाइट पर गए हो और वहाँ चीज़ें बहुत छोटी दिख रही हैं, बटन दब नहीं रहे, या फॉर्म भरने में मुश्किल हो रही है, तो आप क्या करोगे? शायद छोड़ दोगे, है ना? मोबाइल ऑप्टिमाइजेशन ये सुनिश्चित करता है कि आपकी वेबसाइट फ़ोन पर भी बड़ी और साफ़ दिखे, बटन आसानी से दबें और खरीदारी का पूरा प्रोसेस स्मूथ हो। मेरे अनुभव में, ग्राहकों को जितना आसान अनुभव मिलता है, वे उतनी ही ज़्यादा खरीदारी करते हैं और बार-बार लौटकर आते हैं।

तीसरा अहम फ़ायदा है गूगल में अच्छी रैंकिंग। गूगल खुद ऐसी वेबसाइट्स को पसंद करता है जो मोबाइल पर अच्छी तरह काम करती हैं। अगर आपकी ई-कॉमर्स साइट मोबाइल फ्रेंडली नहीं है, तो गूगल उसे सर्च रिज़ल्ट्स में नीचे दिखाएगा। यह एक सीधी सी बात है – अगर आप चाहते हैं कि लोग आपके स्टोर को ढूंढें, तो आपको गूगल की बात माननी पड़ेगी। ई-कॉमर्स साइट्स के लिए मोबाइल ऑप्टिमाइजेशन करना अब कोई विकल्प नहीं, बल्कि ज़रूरत है।

तो देखा आपने mobile optimization for e commerce sites क्यों इतना ज़रूरी है। यह सिर्फ़ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि आपके ऑनलाइन बिज़नेस की सफलता की चाबी है। जब आपकी वेबसाइट मोबाइल पर शानदार दिखेगी और काम करेगी, तो आपके ग्राहक भी खुश होंगे और गूगल भी आपको ज़्यादा पसंद करेगा।

e commerce site architecture best practices

तो दोस्तों, अब हम एक और बेहद अहम पहलू पर बात करेंगे जो आपके ऑनलाइन स्टोर की नींव के समान है – वह है ई-कॉमर्स साइट आर्किटेक्चर के सबसे बेहतर तरीक़े (e-commerce site architecture best practices)। इसे ऐसे समझिए जैसे आप एक बहुत बड़ी दुकान बना रहे हों। अगर उस दुकान में सामान सही ढंग से व्यवस्थित न हो, रास्ते उलझे हुए हों, और ग्राहक को कुछ ढूँढने में परेशानी हो, तो क्या वह दोबारा उस दुकान पर आएगा? बिलकुल नहीं, है ना! मुझे याद है, जब मैंने अपना पहला ऑनलाइन स्टोर तैयार किया था, तब मैं बस प्रोडक्ट्स अपलोड करता जा रहा था। पर जब ग्राहक और गूगल, दोनों को ही मेरी साइट को समझने में दिक्कत आने लगी, तब मुझे एहसास हुआ कि ई-कॉमर्स साइट आर्किटेक्चर कितना मायने रखता है।

इसका सबसे पहला और सबसे अहम तरीका है अपनी वेबसाइट को साफ़-सुथरा और आसान बनाना। इसे ऐसे समझो जैसे आप किसी किताब को पढ़ रहे हो। अगर उसमें सब कुछ मिला-जुला हो, तो आपको समझ नहीं आएगा। लेकिन अगर उसमें अध्याय हों, फिर उप-अध्याय हों, तो पढ़ना आसान हो जाता है। ठीक वैसे ही, आपकी वेबसाइट भी होनी चाहिए। आपकी होमपेज (मुख्य पेज) से ग्राहक सीधा कैटेगरी (जैसे कपड़े, जूते) पर जा पाएं, फिर कैटेगरी से सीधा प्रोडक्ट (जैसे लाल टी-शर्ट, नीले जूते) पर जा पाएं। इससे गूगल को भी आपकी साइट समझने में आसानी होती है, और ग्राहकों को भी उनका मनचाहा सामान तुरंत मिल जाता है। मैंने हमेशा इस बात का ध्यान रखा है कि मेरी वेबसाइट का रास्ता सीधा और साफ़ हो।

दूसरा ज़रूरी तरीका है सही नेविगेशन बनाना। नेविगेशन मतलब आपकी वेबसाइट पर वो मेन्यू या बटन जिनसे लोग एक पेज से दूसरे पेज पर जाते हैं। ये नेविगेशन इतना आसान होना चाहिए कि कोई छोटा बच्चा भी आपकी वेबसाइट पर सामान ढूंढ सके। हमेशा ये कोशिश करें कि कोई भी ग्राहक आपकी होमपेज से सिर्फ़ 3-4 क्लिक में किसी भी प्रोडक्ट तक पहुँच जाए। इसे ‘थ्री-क्लिक रूल’ भी कहते हैं। मेरे अनुभव में, जब मैंने नेविगेशन को आसान बनाया, तो लोगों ने ज़्यादा प्रोडक्ट्स देखे और ज़्यादा खरीदारी भी की।

तीसरा अहम तरीका है URL को साफ़ और समझने लायक बनाना। URL मतलब आपकी वेबसाइट के पेज का पता, जैसे ‘myshop.com/shoes/red-shoes’। ये पता ऐसा होना चाहिए कि उसे पढ़कर ही समझ आ जाए कि उस पेज पर क्या है। इसमें बेमतलब के नंबर या अजीबोगरीब शब्द नहीं होने चाहिए। जब आपके URL साफ़ होते हैं, तो गूगल को भी आपके पेज को समझने में आसानी होती है, और ये आपके ई-कॉमर्स साइट आर्किटेक्चर को मज़बूत बनाता है।

चौथा तरीका है इंटरनल लिंकिंग का सही इस्तेमाल करना। इसका मतलब है कि अपनी वेबसाइट के एक पेज से दूसरे संबंधित पेज को लिंक करना। जैसे, अगर आप किसी लाल टी-शर्ट के बारे में लिख रहे हैं, तो वहीं से अपने नीले टी-शर्ट या मैचिंग पैंट के पेज को भी लिंक कर दें। इससे गूगल को आपकी वेबसाइट के सारे पेज समझने में मदद मिलती है, और ग्राहक भी आपकी साइट पर ज़्यादा देर रुकते हैं क्योंकि उन्हें नई-नई चीज़ें मिलती रहती हैं। मैंने हमेशा अपने आर्टिकल्स और प्रोडक्ट पेज में इंटरनल लिंकिंग का भरपूर इस्तेमाल किया है, और इससे मुझे बहुत फ़ायदा मिला है।

तो आपने देखा e commerce site architecture best practices केवल वेबसाइट की दिखावट तक सीमित नहीं हैं। ये वो ज़रूरी कदम हैं जो आपके ऑनलाइन स्टोर को गूगल और आपके ग्राहकों, दोनों के लिए ज़्यादा बेहतर बनाते हैं। जब आपकी वेबसाइट का ढाँचा मज़बूत और सुव्यवस्थित होगा, तो आप ऑनलाइन दुनिया में यकीनन सफल होंगे।

how to fix crawl errors in e commerce sites

दोस्तों, अब हम बात करेंगे एक ऐसी समस्या की जो आपके ऑनलाइन स्टोर की कमाई को सीधे-सीधे रोक सकती है – और वह है ई-कॉमर्स साइट्स में क्रॉल एरर कैसे ठीक करें। इसे ऐसे समझो जैसे आपने एक दुकान खोली है, पर गूगल का ‘डिलीवरी बॉय’ (जिसे गूगल बॉट कहते हैं) आपकी दुकान के अंदर आ ही नहीं पा रहा, या उसे कुछ रास्ते बंद मिल रहे हैं। तो वो आपके प्रोडक्ट्स की जानकारी ग्राहकों तक कैसे पहुंचाएगा। मुझे याद है, जब मैंने पहली बार क्रॉल एरर्स के बारे में सुना था, तो मुझे लगा ये कोई बहुत बड़ी टेक्निकल चीज़ होगी। पर जब मैंने इन्हें समझना शुरू किया, तो मुझे पता चला कि इन्हें ठीक करना उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है। यहीं से मैंने सीखा कि how to fix crawl errors in e commerce sites. 

सबसे पहले, आपको ये जानना होगा कि क्रॉल एरर क्या होते हैं। आसान भाषा में कहें तो, क्रॉल एरर वो दिक्कतें होती हैं जब गूगल का रोबोट (जिसे गूगल क्रॉलर कहते हैं) आपकी वेबसाइट के पेजों को ठीक से पढ़ या देख नहीं पाता। ये ऐसा ही है जैसे आप किसी घर में घुसो और कुछ कमरे बंद हों, या कुछ दरवाज़े खुले ही न हों। गूगल को जब ऐसा लगता है, तो वो उन पेजों को अपनी लिस्ट में नहीं जोड़ता, जिसका मतलब है कि लोग उन पेजों को ढूंढ नहीं पाएंगे। मैंने अपने कई सालों के अनुभव में देखा है कि छोटे-छोटे क्रॉल एरर भी बड़ी परेशानी बन सकते हैं।

अब बात करते हैं कि ई-कॉमर्स साइट्स में क्रॉल एरर कैसे ठीक करें। इसके लिए सबसे पहला और ज़रूरी कदम है Google Search Console का इस्तेमाल करना। ये गूगल का ही एक मुफ़्त टूल है जो आपको बताता है कि आपकी वेबसाइट पर कहाँ-कहाँ क्रॉल एरर आ रहे हैं। ये ऐसा ही है जैसे गूगल खुद आपको बता रहा हो कि आपकी दुकान में कहाँ-कहाँ रास्ता बंद है। आपको बस अपने स्टोर को Google Search Console से जोड़ना है, और ये टूल आपको ‘Coverage’ सेक्शन में सारे एरर दिखा देगा। मैं रोज़ाना इस टूल को चेक करता हूँ ताकि कोई भी नया एरर मुझसे छूटे नहीं।

दूसरा महत्वपूर्ण बिंदु है 404 एरर्स को ठीक करना। ‘404 एरर’ का सीधा सा मतलब है ‘पेज नहीं मिला’ – यानी वह वेबपेज अब उपलब्ध नहीं है। ऐसा तब होता है जब आपने कोई प्रोडक्ट हटा दिया हो, या किसी पेज का वेब पता (URL) बदल दिया हो। अगर आपकी वेबसाइट पर ऐसे बहुत सारे 404 एरर दिखते हैं, तो गूगल को यह संकेत मिलता है कि आपकी साइट का रखरखाव ठीक से नहीं हो रहा है। इन त्रुटियों को सुधारने के लिए, आपको उन पुराने पेजों को नए और सही पेजों पर रीडायरेक्ट (redirect) करना चाहिए। इसे ऐसे समझिए जैसे आपने अपनी पुरानी दुकान का पता बदल दिया हो और अब नए पते पर एक बोर्ड लगा दिया हो। इससे ग्राहक और गूगल, दोनों बिना किसी परेशानी के सही जगह तक पहुँच जाते हैं।

तीसरा, सर्वर एरर को देखना। कभी-कभी आपकी वेबसाइट का सर्वर (जहाँ वेबसाइट रहती है) ठीक से काम नहीं करता, जिससे गूगल आपकी साइट को क्रॉल नहीं कर पाता। इसे ‘5xx’ एरर कहते हैं। अगर Google Search Console में आपको ये एरर दिखते हैं, तो आपको अपनी होस्टिंग कंपनी से बात करनी चाहिए। ये ऐसा ही है जैसे आपकी दुकान का मालिक कहे कि बिजली नहीं आ रही, तो आपको बिजली कंपनी को बुलाना होगा। मैंने एक बार अपने क्लाइंट की वेबसाइट पर ऐसे ही एक सर्वर एरर को ठीक करवाया था, और उसकी रैंकिंग में तुरंत सुधार आया।

चौथा ज़रूरी कदम है साइटमैप (Sitemap) को हमेशा दुरुस्त रखना। साइटमैप आपकी वेबसाइट के सभी पेजों की एक सूची होती है, जो गूगल को यह बताती है कि आपकी साइट पर कौन-कौन से वेबपेज मौजूद हैं। इसे आप अपनी दुकान के एक पूरे नक़्शे जैसा समझ सकते हैं। अगर आपका साइटमैप पुराना है या उसमें ग़लत पेज शामिल हैं, तो गूगल को आपकी वेबसाइट को ठीक से समझने में परेशानी होगी। आपको अपने साइटमैप को हमेशा अपडेटेड रखना चाहिए और उसे Google Search Console में सबमिट करना चाहिए।

तो देखा आपने how to fix crawl errors in e commerce sites ये कुछ आसान तरीके हैं जिनसे आप अपने ऑनलाइन स्टोर को गूगल के लिए ज़्यादा आसान और ‘पसंद’ करने वाला बना सकते हैं। जब गूगल आपकी साइट को बिना किसी रुकावट के क्रॉल कर पाएगा, तो वह आपके प्रोडक्ट्स को ज़्यादा लोगों तक पहुंचाएगा, और आपकी बिक्री भी बढ़ेगी।

what is schema markup in SEO

अब हम एक ऐसी चीज़ पर चर्चा करेंगे जो गूगल को आपकी वेबसाइट के बारे में हर ज़रूरी जानकारी साफ़-साफ़ समझा देती है – और वह है what is schema markup in SEO इसे आप ऐसे समझिए जैसे आप कोई किताब पढ़ रहे हों। किताब में केवल शब्द ही होते हैं, पर अगर उसी किताब में हर कहानी के नीचे यह भी लिखा हो कि यह किसकी कहानी है, कितने पृष्ठों की है, और इसे किसने लिखा है, तो आपको पढ़ने में ज़्यादा मज़ा आएगा और पूरी जानकारी भी मिलेगी, है ना? मुझे याद है, शुरुआती दिनों में मैं भी केवल अच्छे लेख लिखने पर ही ध्यान देता था। पर जब मैंने देखा कि कुछ वेबसाइटें गूगल के सर्च परिणामों में बिलकुल अलग तरीके से नज़र आ रही थीं, जैसे उनकी स्टार रेटिंग या उत्पादों की कीमत सीधे दिख रही थी, तब मुझे एहसास हुआ कि SEO में स्कीमा मार्कअप की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है।

असल में, स्कीमा मार्कअप आपकी वेबसाइट के कंटेंट को गूगल के लिए ज़्यादा समझने लायक बनाता है। ये एक तरह की खास भाषा है जो हम अपनी वेबसाइट के कोड में जोड़ते हैं। ये ऐसा ही है जैसे आप किसी बच्चे को कोई खिलौना दिखाओ और उसके साथ-साथ ये भी बता दो कि ये खिलौना क्या है, किस चीज़ से बना है, और कितने रुपये का है। गूगल भी जब आपकी वेबसाइट को देखता है, तो वो सिर्फ़ लिखे हुए शब्दों को पढ़ता है। पर स्कीमा मार्कअप से हम उसे बताते हैं कि ‘ये नाम है’, ‘ये पता है’, ‘ये प्रोडक्ट की कीमत है’, ‘ये इस प्रोडक्ट की रेटिंग है’।

मेरे सालों के अनुभव ने मुझे सिखाया है कि what is schema markup in SEO कितना पावरफुल होता है। जब आप इसका इस्तेमाल करते हैं, तो गूगल आपकी वेबसाइट के बारे में ज़्यादा जानकारी हासिल कर पाता है। इससे गूगल के सर्च रिज़ल्ट्स में आपकी वेबसाइट सिर्फ़ नीले लिंक की तरह नहीं दिखती, बल्कि उसके साथ और भी बहुत सारी जानकारी दिखती है, जैसे स्टार रेटिंग, कीमत, या इवेंट की तारीख। इसे ‘रिच स्निपेट्स’ (Rich Snippets) कहते हैं। मैंने खुद अपने कई क्लाइंट्स की वेबसाइट पर स्कीमा मार्कअप लगाया है, और मैंने देखा है कि इससे उनकी वेबसाइट पर ज़्यादा लोग क्लिक करते हैं, क्योंकि उनकी लिस्टिंग ज़्यादा आकर्षक दिखती है।

ये ऐसा ही है जैसे मार्केट में बहुत सारी दुकानें हों, पर एक दुकान के बोर्ड पर लिखा हो कि ‘यहाँ ताज़ी सब्ज़ियाँ मिलती हैं, आज 20% की छूट है!’ तो लोग उसी दुकान पर ज़्यादा जाएंगे, है ना? स्कीमा मार्कअप भी यही काम करता है – ये आपके सर्च रिज़ल्ट को भीड़ में अलग दिखाता है। यह गूगल को बताता है कि आप अपने विषय के जानकार हो, और आपका कंटेंट भरोसेमंद है।

तो देखा आपने what is schema markup in SEO और ये आपके लिए कितना फ़ायदेमंद हो सकता है। यह सिर्फ़ एक टेक्निकल चीज़ नहीं, बल्कि आपके ऑनलाइन बिज़नेस को चमकाने का एक शानदार तरीका है।

best xml sitemap practices for online stores

जब बात गूगल को आपके ऑनलाइन स्टोर के हर कोने तक पहुँचाने की आती है, तो XML साइटमैप एक बहुत ज़रूरी टूल बन जाता है। इसे ऐसे समझिए जैसे आपने एक बहुत बड़ी दुकान खोली हो जिसमें हज़ारों प्रोडक्ट्स हैं, लेकिन अगर उस दुकान का एक साफ़-सुथरा नक्शा न हो, तो ग्राहक और डिलीवरी वाले दोनों ही भटक सकते हैं। ठीक यही काम आपकी वेबसाइट के लिए XML साइटमैप करता है – यह सर्च इंजन को बताता है कि आपकी साइट पर कौन-कौन से पेज हैं और कौन से ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं। मुझे खुद याद है कि जब मैंने अपना पहला ई-कॉमर्स स्टोर शुरू किया था, तब मैं साइटमैप को लेकर उतना ध्यान नहीं देता था। लेकिन जब गूगल मेरे नए प्रोडक्ट्स को ठीक से नहीं खोज पा रहा था, तब मुझे समझ आया कि बिना एक अच्छे साइटमैप के आपकी वेबसाइट सर्च इंजन की नज़र से दूर रह सकती है। इसलिए, यह ऑनलाइन स्टोर्स के लिए बेहतरीन XML साइटमैप प्रैक्टिसेस (best XML sitemap practices for online stores) का एक बुनियादी लेकिन बहुत असरदार कदम है।

असल में, XML साइटमैप आपकी वेबसाइट के सभी पेजों की एक लिस्ट होती है, जो गूगल जैसे सर्च इंजनों को बताती है कि आपकी साइट पर कौन-कौन से पेज हैं और वे कहाँ-कहाँ हैं। ये ऐसा ही है जैसे आप गूगल को अपनी दुकान का पूरा नक्शा दे रहे हो। इससे गूगल को आपकी वेबसाइट के हर कोने तक पहुँचने और उसे समझने में आसानी होती है। मेरे सालों के अनुभव में, मैंने देखा है कि एक सही साइटमैप गूगल को आपकी वेबसाइट के सभी प्रोडक्ट्स और कैटेगरी को तेज़ी से खोजने में मदद करता है।

अब बात करते हैं कि ऑनलाइन स्टोर्स के लिए XML साइटमैप बनाने के सबसे अच्छे तरीके क्या हैं।

पहला तरीक़ा है अपने साइटमैप को हमेशा अपडेट रखना। ज़रा सोचिए, अगर आपकी दुकान का नक्शा पुराना हो जाए और आपने उसमें कुछ नया सामान रख दिया हो, पर वह सामान नक्शे में न हो, तो गूगल उसे कैसे खोजेगा? ठीक वैसे ही, जब आप अपनी वेबसाइट पर कोई नया प्रोडक्ट जोड़ते हैं, कोई पेज हटाते हैं, या कोई जानकारी बदलते हैं, तो आपका साइटमैप भी तुरंत अपडेट हो जाना चाहिए। कई सारे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (जैसे Shopify, WooCommerce) यह काम अपने आप कर देते हैं, पर आपको हमेशा यह सुनिश्चित करते रहना चाहिए कि यह सही से हो रहा है।

दूसरा, सिर्फ़ ज़रूरी पेजों को साइटमैप में शामिल करें। आपकी वेबसाइट पर कुछ ऐसे पेज भी हो सकते हैं जो ग्राहकों के लिए तो ज़रूरी हों, पर गूगल के लिए उतने अहम न हों (जैसे ‘कार्ट’ पेज या ‘लॉगिन’ पेज)। आपको अपने साइटमैप में सिर्फ़ उन्हीं पेजों को शामिल करना चाहिए जिन्हें आप चाहते हैं कि गूगल सर्च रिज़ल्ट्स में दिखाए। इससे गूगल को फालतू के पेज खंगालने में समय बर्बाद नहीं करना पड़ता और वो आपके मुख्य पेजों पर ज़्यादा ध्यान देता है। मैंने खुद देखा है कि इससे क्रॉल बजट (गूगल जितना समय आपकी साइट को देता है) का बेहतर इस्तेमाल होता है।

तीसरा, साइटमैप को Google Search Console में सबमिट करें। ये ऐसा ही है जैसे आप गूगल को खुद अपनी दुकान का नक्शा दे रहे हो और कह रहे हो कि ‘देखो, ये रही मेरी दुकान, और ये है इसका पूरा सामान’। जब आप अपना साइटमैप Google Search Console में सबमिट करते हैं, तो गूगल को आपकी वेबसाइट के बारे में तेज़ी से पता चलता है और वो उसे और अच्छे से समझ पाता है। मैं हमेशा अपने नए और अपडेटेड साइटमैप को तुरंत सबमिट करता हूँ।

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तो देखा आपने, ऑनलाइन स्टोर्स के लिए बेहतरीन XML साइटमैप अभ्यास (best XML sitemap practices for online stores) सिर्फ़ एक तकनीकी काम नहीं है। यह आपके ऑनलाइन स्टोर को गूगल में सफल बनाने का एक बहुत ज़रूरी हिस्सा है। जब आपका साइटमैप सही और अपडेटेड होगा, तो गूगल आपके सभी प्रोडक्ट्स और पेजों को आसानी से खोज पाएगा, और आपकी वेबसाइट पर ज़्यादा ग्राहक भी आएंगे।

secure your e commerce site with https

अब हम बात करेंगे एक ऐसी चीज़ की जो आपके ऑनलाइन स्टोर की सुरक्षा के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है – और वो है अपनी secure your e commerce site with https इसे ऐसे समझो जैसे आप किसी दुकान में सामान खरीदने गए हो और वहाँ कैश काउंटर पर ताला लगा हो, या कोई सिक्योरिटी गार्ड खड़ा हो। आपको लगेगा कि ये दुकान सुरक्षित है, है ना। पर अगर सब कुछ खुला पड़ा हो, तो आपको शायद डर लगेगा। मुझे याद है, जब मैंने पहली बार ऑनलाइन पेमेंट लेना शुरू किया था, तो मुझे ग्राहकों की सुरक्षा की बहुत चिंता रहती थी। तब मुझे समझ आया कि HTTPS कितना मायने रखता है।

सबसे पहले, ये समझो कि HTTPS क्या है। जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हो, तो उसके पते (URL) के आगे या तो ‘http://’ लिखा होता है, या ‘https://’। ये ‘s’ का मतलब है ‘secure’ यानी सुरक्षित। ये ऐसा ही है जैसे आप किसी को एक सीक्रेट मैसेज भेज रहे हो और आप चाहते हो कि कोई और उसे पढ़ न पाए। HTTPS ये सुनिश्चित करता है कि जब कोई ग्राहक आपकी वेबसाइट पर अपनी जानकारी (जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर, पता) डालता है, तो वो जानकारी ‘लॉक’ होकर जाती है, ताकि कोई और उसे बीच में पकड़ न पाए या चुरा न पाए।  मेरे एक्सपीरियंस में, ग्राहकों को सुरक्षा का भरोसा देना सबसे ज़रूरी है, और HTTPS इसमें बहुत मदद करता है।

दूसरा, यह ग्राहकों का भरोसा बढ़ाता है। जब कोई ग्राहक आपकी वेबसाइट पर आता है और उसे HTTPS दिखता है (जो अक्सर ब्राउज़र में एक छोटे हरे ताले के निशान के रूप में दिखता है), तो उसे लगता है कि ये वेबसाइट भरोसेमंद है। खासकर ऑनलाइन शॉपिंग में, जहाँ पैसों का लेन-देन होता है, ग्राहकों को ये भरोसा होना बहुत ज़रूरी है कि उनकी जानकारी सुरक्षित है। अगर आपकी साइट सुरक्षित नहीं दिखती, तो ग्राहक शायद डरकर वापस चले जाएंगे, भले ही आपके प्रोडक्ट्स कितने भी अच्छे क्यों न हों। मैंने देखा है कि जिन साइट्स पर HTTPS नहीं होता, वहाँ ग्राहक खरीदारी करने से कतराते हैं।

तीसरा, गूगल भी सुरक्षित वेबसाइट्स को पसंद करता है। गूगल चाहता है कि उसके यूज़र्स सुरक्षित वेबसाइट्स पर जाएँ। इसलिए, अगर आपकी वेबसाइट HTTPS से सुरक्षित नहीं है, तो गूगल उसे अपनी सर्च लिस्ट में नीचे दिखा सकता है। HTTPS अब गूगल के लिए एक रैंकिंग फैक्टर बन गया है। इसका मतलब है कि अगर आपकी वेबसाइट HTTPS पर है, तो आपको गूगल में ऊपर आने में मदद मिलेगी। अपनी ई-कॉमर्स साइट को HTTPS से सुरक्षित करना अब कोई विकल्प नहीं, बल्कि एक ज़रूरत है।

तो आपने देखा secure your e commerce site with https क्यों इतना ज़रूरी है। यह केवल एक तकनीकी पहलू नहीं है, बल्कि आपके ग्राहकों की सुरक्षा, उनके विश्वास और आपके ऑनलाइन स्टोर की गूगल रैंकिंग के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है। जब आपकी वेबसाइट सुरक्षित होगी, तो ग्राहक बिना किसी झिझक के खरीदारी करेंगे, और आपका बिज़नेस भी निश्चित रूप से आगे बढ़ेगा।

how to optimize robots txt for e commerce SEO

दोस्तों, अब हम बात करेंगे एक ऐसे छोटे लेकिन बहुत ही ताकतवर फाइल की, जो आपके ऑनलाइन स्टोर को गूगल की नज़रों में लाने या छिपाने का काम करती है – और वो है how to optimize robots txt for e commerce SEO इसे ऐसे समझो जैसे आपके घर का मेन गेट होता है, जिस पर लिखा होता है कि किसे अंदर आना है और किसे नहीं। गूगल का ‘डिलीवरी बॉय’ (गूगल बॉट) जब आपकी वेबसाइट पर आता है, तो सबसे पहले इसी ‘गेट’ को पढ़ता है। मुझे याद है, शुरुआती दिनों में मैं इस फाइल को ज़्यादा समझता नहीं था, पर जब मेरी कुछ ज़रूरी चीज़ें गूगल में नहीं दिख रही थीं, तब मुझे पता चला कि robots.txt कितना मायने रखता है।

असल में, robots.txt एक छोटी सी टेक्स्ट फाइल होती है जो आपकी वेबसाइट पर होती है। ये सर्च इंजनों को बताती है कि आपकी वेबसाइट के कौन से हिस्से को उन्हें देखना चाहिए (क्रॉल करना चाहिए) और कौन से नहीं। ये ऐसा ही है जैसे आप अपने घर के कुछ कमरों में मेहमानों को आने की इजाज़त देते हो, और कुछ कमरों में नहीं। ई-कॉमर्स वेबसाइट्स में बहुत सारे ऐसे पेज होते हैं जो ग्राहकों के लिए ज़रूरी होते हैं, पर गूगल के लिए उतने काम के नहीं होते, जैसे ‘कार्ट’ पेज, ‘लॉगिन’ पेज, या ‘थैंक यू’ पेज। मेरे सालों के अनुभव में, मैंने देखा है कि इस फाइल का सही इस्तेमाल करके आप गूगल को सिर्फ़ वही पेज दिखाते हो जो आपके लिए ज़रूरी हैं।

अब बात करते हैं कि ई-कॉमर्स SEO के लिए robots.txt को कैसे ऑप्टिमाइज़ करें।

सबसे पहला काम है उन पेजों को गूगल से छिपाना जिन्हें उसे देखने की ज़रूरत नहीं है। ज़रा सोचिए, अगर गूगल आपके हर छोटे-मोटे पेज को खंगालने लगेगा, तो वह आपके मुख्य प्रोडक्ट पेजों और कैटेगरी पेजों पर कम ध्यान दे पाएगा। Robots.txt का उपयोग करके आप गूगल को उन पेजों से दूर रख सकते हैं, जैसे:

कार्ट पेज और चेकआउट पेज: इन पेजों पर अक्सर ग्राहकों की निजी जानकारी होती है, और आप नहीं चाहते कि ये गूगल सर्च में दिखें।

एडमिन पेज: आपकी वेबसाइट के कंट्रोल पैनल वाले पेज।

सर्च फ़िल्टर पेज: कई बार ई-कॉमर्स साइट्स पर ‘रंग’, ‘आकार’ जैसे फ़िल्टर लगाने से बहुत सारे नए पेज बन जाते हैं जो डुप्लिकेट कंटेंट जैसे लगते हैं। इन सब को गूगल से छिपाना बेहतर है।

यूज़र प्रोफाइल पेज: ग्राहकों के निजी अकाउंट पेज।

मैंने खुद कई ई-कॉमर्स साइट्स के लिए robots.txt को ठीक किया है, और इससे गूगल के क्रॉल बजट (यानी गूगल आपकी साइट पर जितना समय देता है) का बेहतर इस्तेमाल हुआ है।

दूसरा अहम काम है अपने साइटमैप का पता robots.txt फ़ाइल में जोड़ना। हमने पहले भी साइटमैप की बात की थी, याद है? ये आपकी वेबसाइट के सभी ज़रूरी पेजों की एक लिस्ट होती है। जब आप robots.txt फ़ाइल में साइटमैप का लिंक डालते हैं, तो गूगल को आपकी वेबसाइट के पूरे नक्शे तक पहुँचने में आसानी होती है। इसे ऐसे समझो जैसे आपने अपने घर के मेन गेट पर ही पूरा नक्शा लगा दिया हो।

तीसरा, robots.txt को हमेशा ध्यान से इस्तेमाल करें। ये एक बहुत ही पावरफुल फाइल है। अगर आपने गलती से इसमें कोई गलत कमांड लिख दी, तो हो सकता है कि आप अपनी पूरी वेबसाइट को गूगल से छिपा दें! इसीलिए, इसे अपडेट करते समय हमेशा बहुत सावधान रहें और अगर आप अनिश्चित हैं तो किसी जानकार से मदद लें। मैं हमेशा किसी भी बदलाव से पहले robots.txt की एक कॉपी सेव कर लेता हूँ।

तो देखा how to optimize robots txt for e commerce SEO यह आपके ऑनलाइन स्टोर को गूगल के लिए ज़्यादा व्यवस्थित और समझने लायक बनाने का एक ज़रूरी कदम है। ये गूगल को बताता है कि उसे कहाँ ध्यान देना चाहिए और कहाँ नहीं, जिससे आपके ज़रूरी प्रोडक्ट्स और पेज सर्च रिज़ल्ट्स में ज़्यादा ऊपर आते हैं।

conclusion

तो दोस्तों, हमारी इस पूरी चर्चा के बाद अब आपको यह बात साफ़ हो गई होगी कि ई-कॉमर्स के लिए टेक्निकल SEO क्या है और यह आपके ऑनलाइन स्टोर के लिए कितनी अहमियत रखता है। हमने गहराई से समझा कि कैसे वेबसाइट की स्पीड बढ़ाना, मोबाइल के लिए उसे बेहतर बनाना, साइट का ढाँचा सही रखना, क्रॉल एरर ठीक करना, स्कीमा मार्कअप का उपयोग, HTTPS से सुरक्षा, और robots.txt का सही इस्तेमाल आपके ऑनलाइन बिज़नेस के लिए बेहद ज़रूरी है।

मुझे याद है, जब मैंने पहली बार ये सब छोटी-छोटी बातें अपनी वेबसाइट पर ठीक करनी शुरू की थीं, तब मुझे लगा कि पता नहीं इससे क्या फ़र्क पड़ेगा। पर धीरे-धीरे मैंने देखा कि मेरी वेबसाइट गूगल में ऊपर आने लगी, ज़्यादा ग्राहक मुझ तक पहुँचने लगे, और मेरी बिक्री भी बढ़ने लगी। ये किसी जादू से कम नहीं था, पर असल में ये बस सही तरीके से काम करने का नतीजा था।

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अगर आप चाहते हैं कि आपका ऑनलाइन स्टोर सिर्फ़ बना हुआ न रहे, बल्कि सच में कमाई करे और ऑनलाइन दुनिया में अपनी जगह बनाए, तो टेक्निकल SEO पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। यह आपके स्टोर की नींव है। अगर नींव मज़बूत होगी, तो आपका स्टोर बड़ी आसानी से चलेगा और हर मुश्किल का सामना कर पाएगा। यह सिर्फ़ गूगल को खुश करने की बात नहीं है, बल्कि आपके ग्राहकों को एक बेहतर अनुभव देने की भी बात है।

तो मेरी आपसे बस यही गुज़ारिश है कि आज से ही अपने ऑनलाइन स्टोर के टेक्निकल SEO पर काम करना शुरू करें। एक-एक करके इन चीज़ों को ठीक करें, और आप खुद देखेंगे कि कैसे आपका स्टोर सफलता की नई ऊँचाइयों को छूता है।

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