Introduction
क्या आपने कभी गौर किया है कि जब आप इंटरनेट पर कुछ सर्च करते हैं और किसी लिंक पर क्लिक करते हैं, तो कभी-कभी आप सीधा उसी चीज़ पर पहुँच जाते हैं जिसे आप ढूंढ रहे थे। मान लीजिए आपने सर्च किया “नई स्मार्टवॉच कहां से खरीदें” — और पेज खुलते ही आपको सिर्फ स्मार्टवॉच से जुड़ी जानकारी और “खरीदें” का बटन दिखाई देता है। इसी खास तरह के पेज को लैंडिंग पेज कहा जाता है। यह कोई सामान्य वेबपेज नहीं होता, बल्कि इसे किसी एक खास मकसद से बनाया जाता है — जैसे कि किसी प्रोडक्ट को बेचना, ईमेल सब्सक्रिप्शन लेना या फिर किसी ऑफर को प्रमोट करना।
जब मैंने पहली बार इस ऑनलाइन दुनिया में कदम रखा था, तो मुझे भी ये ‘लैंडिंग पेज’ का कॉन्सेप्ट थोड़ा नया लगा था। मैंने सोचा, what is a landing pages और यह इतना अलग क्यों है। मुझे उस दिन एक बात अच्छे से समझ आई कि जैसे हम किसी दोस्त को कोई खास बात बताने के लिए उसे सीधे अपने घर बुलाते हैं, न कि उसे पूरे मोहल्ले में भटकाते हैं, वैसे ही लैंडिंग पेज भी लोगों को सीधे उस जानकारी या उस चीज़ तक पहुँचाता है जिसके लिए वे आए हैं। मेरा अपना अनुभव ये कहता है कि जब मैंने अपनी शुरुआती वेबसाइट्स में सही लैंडिंग पेज का इस्तेमाल करना शुरू किया, तो मेरे लिए नतीजे वाकई चौंकाने वाले थे।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम यही गहराई से समझेंगे कि ये what is a landing pages ये क्यों इतने महत्वपूर्ण हैं, और सबसे अहम बात – ये आपकी वेबसाइट या आपके ऑनलाइन बिज़नेस के लिए क्या कमाल कर सकते हैं। आप सीखेंगे कि कैसे एक सही लैंडिंग पेज आपके संभावित ग्राहकों को सीधे वही चीज़ दिखाता है जो वे ढूंढ रहे हैं, और कैसे इससे आपके लक्ष्यों को हासिल करने में बड़ी मदद मिल सकती है। तो अगर आप भी अपनी ऑनलाइन यात्रा को ज़्यादा प्रभावी और फ़ायदेमंद बनाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। चलो, इस दिलचस्प सफ़र पर आगे बढ़ते हैं।
landing page meaning in hindi
नमस्ते दोस्तों! पिछले लेख में हमने जाना था कि लैंडिंग पेज क्या होता है। लेकिन कई बार लोग मुझसे पूछते हैं, “यार, ये landing page meaning in hindi और आसान तरीके से समझाओ।” तो चलो, आज इसी बात को और भी सरल तरीके से समझते हैं, जैसे हम अपने किसी दोस्त को कोई पहेली सुलझा रहे हों – बिना किसी मुश्किल शब्द या उलझन के।
मैंने अपने डिजिटल सफ़र में हज़ारों वेबसाइट्स देखी हैं। शुरू-शुरू में मुझे भी लगता था कि सारे पेज तो एक जैसे ही होते हैं, फिर ये लैंडिंग पेज अलग क्यों है। मुझे याद है, एक बार एक ग्राहक की वेबसाइट पर बहुत सारे लोग आ तो रहे थे, लेकिन कुछ खरीद नहीं रहे थे। तब मैंने उनकी वेबसाइट पर एक खास लैंडिंग पेज बनाया। जैसे ही वो पेज तैयार हुआ, जादू हो गया। लोगों ने उस पेज से सामान खरीदना शुरू कर दिया। यहीं से मुझे landing page meaning in hindi में एकदम साफ हो गया था – ये वो पेज है जहाँ कोई आकर रुकता है, और फिर वही करता है जो हम उससे करवाना चाहते हैं।
देखो, आप इसे ऐसे समझो। जब आप अपने घर से किसी खास जगह जाने के लिए निकलते हो – मान लो, किसी दोस्त के घर, या बाज़ार – तो आपकी मंज़िल वही खास जगह होती है, है ना। आप इधर-उधर भटकते नहीं हो। ठीक ऐसे ही, इंटरनेट पर जब कोई इंसान किसी विज्ञापन पर क्लिक करता है, या कहीं कोई लिंक देखता है, तो वह किसी खास वजह से क्लिक करता है। वह कुछ खरीदना चाहता है, या कोई जानकारी चाहता है, या किसी चीज़ के बारे में जानना चाहता है।
तो, लैंडिंग पेज वो खास ‘घर’ है जहाँ वह इंसान क्लिक करने के बाद सीधा पहुँचता है। इस पेज पर उसे सिर्फ वही चीज़ दिखती है जिसके लिए उसने क्लिक किया था। कोई और फालतू जानकारी नहीं होती, कोई इधर-उधर भटकने वाला लिंक नहीं होता। सिर्फ एक ही मकसद होता है। जो इंसान इस पेज पर आया है, वह वही काम करे जिसके लिए यह पेज बनाया गया है। जैसे अगर स्मार्टवॉच खरीदने के लिए क्लिक किया है, तो उसे सिर्फ स्मार्टवॉच दिखें और खरीदने का बटन।
मेरा अनुभव है कि लोग अक्सर गलती करते हैं। वे अपने ग्राहक को अपनी पूरी वेबसाइट पर घुमाने लगते हैं, जैसे एक बड़े बाज़ार में कोई खो जाए। लेकिन लैंडिंग पेज ऐसा नहीं करता। यह सीधा-सीधा वही दिखाता है जो ग्राहक चाहता है। इससे ग्राहक को अपनी चीज़ ढूंढने में आसानी होती है और वह खुश होकर वही काम करता है जो हम चाहते हैं। यह एक तरह से सीधा रास्ता है, जहाँ कोई रुकावट नहीं होती।
क्या आप भी जानना चाहते हैं कि अपने ग्राहकों के लिए ऐसे सीधे रास्ते कैसे बनाएँ, ताकि वे खुश होकर वही काम करें जो आप चाहते हैं। तो चलिए, अगले लेख में हम इसी बात पर और गहराई से चर्चा करेंगे।
what is the purpose of landing page
नमस्ते दोस्तों हमने पिछले लेखों में जाना कि लैंडिंग पेज क्या है और लैंडिंग पेज का मतलब हिंदी में क्या होता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये पेज बनाए ही क्यों जाते हैं, इनका काम क्या होता है। तो चलो, आज हम इसी बात को समझते हैं कि what is the purpose of landing page वो कौन सा खास काम है जिसके लिए इसे बनाया जाता है।
मैं पिछले कई सालों से इस डिजिटल दुनिया में काम कर रहा हूँ। मेरे अनुभव में, मैंने देखा है कि बहुत से लोग अपनी वेबसाइट तो बना लेते हैं, पर उन्हें ये साफ नहीं होता कि उनके हर पेज का क्या मकसद है। मुझे याद है, एक बार एक ऑनलाइन दुकान थी जो कई तरह के सामान बेच रही थी। ग्राहक जब कोई खास जूता खरीदने आता था, तो उसे पूरी वेबसाइट पर घूमना पड़ता था। तब मैंने उन्हें समझाया कि उन्हें एक ऐसा खास पेज बनाना चाहिए जिसका what is the purpose of landing page यकीन मानिए, जैसे ही वह पेज बना, बिक्री में एकदम से उछाल आ गया। वहीं से मुझे यह बात और पक्की हो गई कि हर लैंडिंग पेज का एक तय उद्देश्य होता है।
आप इसे ऐसे समझ सकते हो, जैसे आप किसी दोस्त के घर दावत पर जाते हो। दावत का मकसद क्या होता है। खाना खाना, मज़े करना, और अच्छी बातें करना, है ना। आप वहाँ जाकर कुछ और नहीं करते। ठीक ऐसे ही, एक लैंडिंग पेज का भी एक बहुत ही साफ और सीधा मकसद होता है।
लैंडिंग पेज का मुख्य उद्देश्य किसी भी आने वाले इंसान से एक खास काम करवाना होता है। इसे हम ‘कॉल टू एक्शन’ (Call to Action) भी कहते हैं। जैसे:
कोई चीज़ बेचना: यह सबसे आम मकसद होता है। अगर कोई स्मार्टवॉच खरीदने आया है, तो लैंडिंग पेज का मकसद उसे स्मार्टवॉच खरीदने के लिए राजी करना होगा।
किसी जानकारी के लिए ईमेल लेना: कभी-कभी हम चाहते हैं कि लोग हमें अपना ईमेल दें ताकि हम उन्हें नई-नई जानकारी भेज सकें। लैंडिंग पेज का मकसद सिर्फ ईमेल पता लेना होता है।
किसी चीज़ के लिए साइन अप करवाना: जैसे अगर आप किसी ऑनलाइन क्लास के लिए लोगों को जोड़ना चाहते हैं, तो लैंडिंग पेज का मकसद उन्हें क्लास के लिए साइन अप करवाना होगा।
कोई फॉर्म भरवाना: अगर आप लोगों से कोई सर्वे करवाना चाहते हैं या कोई जानकारी लेना चाहते हैं, तो लैंडिंग पेज का काम सिर्फ वो फॉर्म भरवाना होता है।
मेरा अनुभव है कि जब लैंडिंग पेज का मकसद साफ होता है, तो वह बहुत अच्छे से काम करता है। अगर लैंडिंग पेज पर बहुत सारी अलग-अलग चीज़ें होंगी, तो लोग भ्रमित हो जाएंगे और कुछ भी नहीं करेंगे। यह बिल्कुल ऐसा है जैसे आप दावत पर गए हों और वहाँ खाना, कपड़े, किताबें – सब कुछ एक साथ बेचने लगें। लोग समझ ही नहीं पाएंगे कि उन्हें क्या करना है। इसीलिए, एक लैंडिंग पेज का उद्देश्य हमेशा एक ही होना चाहिए, और वह बहुत साफ-साफ दिखना चाहिए।
types of landing pages
हमने पिछले लेखों में जाना कि लैंडिंग पेज क्या होता है और इसका खास काम क्या है। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या सारे लैंडिंग पेज एक जैसे होते हैं। नहीं, ऐसा नहीं है। जैसे हम अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग दोस्त बनाते हैं, वैसे ही लैंडिंग पेज भी कई तरह के होते हैं। आज हम यही समझेंगे कि types of landing pages और कौन सा पेज किस काम आता है।
मैं पिछले कई सालों से इस डिजिटल दुनिया में काम कर रहा हूँ। मेरे अनुभव में, मैंने देखा है कि बहुत से लोग एक ही तरह के लैंडिंग पेज का इस्तेमाल हर काम के लिए करते हैं, और फिर सोचते हैं कि नतीजे अच्छे क्यों नहीं आ रहे। मुझे याद है, एक बार एक कंपनी थी जो लोगों को एक मुफ्त किताब भी दे रही थी और अपना महंगा कोर्स भी बेचना चाहती थी। उन्होंने दोनों के लिए एक ही लैंडिंग पेज बनाया। मैंने उन्हें समझाया कि उन्हें लैंडिंग पेज के अलग-अलग प्रकार का इस्तेमाल करना चाहिए। यकीन मानिए, जैसे ही उन्होंने सही तरह के पेज बनाए, उनकी मुफ्त किताब भी ज़्यादा लोगों ने ली और उनके कोर्स भी ज़्यादा बिकने लगे। यहीं से मुझे यह बात और पक्की हो गई कि सही काम के लिए सही लैंडिंग पेज चुनना कितना ज़रूरी है।
आप इसे ऐसे समझ सकते हैं कि जैसे अलग-अलग पकवान बनाने के लिए अलग-अलग बर्तन होते हैं। ठीक वैसे ही, अलग-अलग मकसद के लिए लैंडिंग पेज के अलग-अलग प्रकार होते हैं। चलो, कुछ खास प्रकारों को समझते हैं।
लीड जनरेशन लैंडिंग पेज (Lead Generation Landing Page): यह लैंडिंग पेज ऐसा होता है जैसे कोई दोस्त आपसे सिर्फ आपका नाम और फ़ोन नंबर पूछे ताकि बाद में बात कर सके। इसका मकसद होता है लोगों की जानकारी इकट्ठा करना, जैसे उनका ईमेल या फ़ोन नंबर, ताकि हम बाद में उनसे संपर्क कर सकें। इस पर कोई चीज़ बेचने की कोशिश नहीं की जाती, बस जानकारी मांगी जाती है, बदले में अक्सर कोई मुफ्त ई-बुक या जानकारी दी जाती है।
क्लिक-थ्रू लैंडिंग पेज (Click-Through Landing Page): यह लैंडिंग पेज ऐसा है जैसे आप किसी दुकान में गए और दुकानदार ने आपको एक छोटा सा डेमो दिखाया और फिर कहा, “अगर आपको यह पसंद आया, तो यह रहा मुख्य दुकान का दरवाज़ा!” इसका मकसद लोगों को किसी और पेज पर भेजना होता है, जैसे किसी प्रोडक्ट की पूरी जानकारी वाले पेज पर या ऑनलाइन शॉपिंग कार्ट में। यह सीधे बेचने की कोशिश नहीं करता, बल्कि लोगों को अगले कदम के लिए तैयार करता है।
सेल्स लैंडिंग पेज (Sales Landing Page): यह बिलकुल वैसी ही दुकान है जहाँ आप सीधे कोई सामान खरीदने पहुँचते हैं। इस पेज का मुख्य लक्ष्य होता है लोगों को किसी ख़ास प्रोडक्ट या सेवा को तुरंत खरीदने के लिए तैयार करना। यहाँ आपको उस प्रोडक्ट की पूरी जानकारी, उसकी क़ीमतें और ‘अभी ख़रीदें’ जैसे बड़े, साफ़ बटन दिखेंगे। इसका पूरा ध्यान ग्राहक को सीधे-सीधे ख़रीदारी करने के लिए बढ़ावा देने पर होता है।
स्क्वीज़ पेज (Squeeze Page): यह बहुत ही छोटा और आसान लैंडिंग पेज होता है, जिसका मकसद सिर्फ और सिर्फ लोगों का ईमेल पता (या कभी-कभी नाम भी) लेना होता है। इस पर ज़्यादा जानकारी नहीं होती, बस कुछ ही शब्द होते हैं जो लोगों को अपना ईमेल देने के लिए प्रेरित करते हैं। यह एक तरह से लोगों की ‘जानकारी निचोड़ने’ का पेज है।
मेरा अनुभव है कि types of landing pages का अपना एक खास काम होता है, और जब आप सही काम के लिए सही प्रकार का पेज चुनते हैं, तो नतीजे कमाल के आते हैं। यह बिलकुल ऐसा है जैसे आप सही चाबी से सही ताला खोलते हो।
landing page vs homepage
अब तक हमने लैंडिंग पेज के बारे में काफ़ी कुछ जान लिया है—जैसे ये क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते हैं। पर एक सवाल जो अक्सर सुनने को मिलता है वो ये है, “यार, ये landing page vs homepage क्या एक ही चीज़ नहीं हैं?” तो चलो, आज हम इसी फ़र्क़ को बिल्कुल सीधी-सादी भाषा में समझते हैं—ठीक वैसे ही जैसे दो अच्छे दोस्तों के बीच का अंतर समझाते हैं। वे भले ही थोड़े-बहुत मिलते-जुलते दिखें, पर उनका असल मक़सद और काम करने का ढंग एक-दूसरे से बिलकुल अलग होता है।
मैं कई सालों से वेबसाइटों और उनके अलग-अलग हिस्सों के साथ काम कर रहा हूँ। इस दौरान मैंने गौर किया है कि बहुत से लोग लैंडिंग पेज बनाम होमपेज को एक ही समझ लेते हैं—और यहीं से अक्सर दिक्कतें शुरू होती हैं। मुझे एक क्लाइंट का मामला याद है, जिन्होंने अपने पूरे बिज़नेस की ऑनलाइन उपस्थिति सिर्फ एक ही मुख्य पेज पर बनाई हुई थी। जब कोई ग्राहक किसी ख़ास प्रोडक्ट को देखने आता, तो उसी पेज पर उसे कंपनी की पूरी जानकारी, बाकी सभी प्रोडक्ट और ब्लॉग पोस्ट—सब कुछ एक साथ दिख जाता। इसका नतीजा यह हुआ कि लोग भ्रमित हो जाते और वेबसाइट से जल्दी बाहर निकल जाते।
तब मैंने उन्हें सलाह दी कि उन्हें एक खास मकसद वाले लैंडिंग पेज की ज़रूरत है – एक ऐसा पेज जो सिर्फ एक ही उद्देश्य के लिए बनाया गया हो। उन्होंने जैसे ही यह बदलाव किया, नतीजे बहुत तेज़ी से सामने आने लगे – ज्यादा क्लिक, बेहतर ग्राहक जुड़ाव और वेबसाइट से कम लोग वापस जाने लगे। तब से मुझे यह बात और भी पक्के तौर पर समझ में आ गई है कि लैंडिंग पेज और होमपेज का फर्क जानना और उसे सही तरीके से लागू करना, किसी भी वेबसाइट की सफलता के लिए बेहद ज़रूरी है।
आप इसे ऐसे समझ सकते हैं कि आपका घर है। घर का मुख्य दरवाज़ा होता है, जो आपका होमपेज है। जब कोई आपके घर आता है, तो वह सबसे पहले मेन दरवाज़े से अंदर आता है। वहाँ उसे आपके घर के बारे में सब कुछ दिखता है – मेहमानों का कमरा, किचन, बेडरूम के दरवाज़े – सब कुछ। वह यहाँ से कहीं भी जा सकता है, जो उसकी मर्ज़ी। होमपेज भी ऐसे ही काम करता है; यह आपकी पूरी वेबसाइट का चेहरा होता है, जहाँ से लोग आपकी वेबसाइट के किसी भी हिस्से में जा सकते हैं, जैसे ‘हमारे बारे में’, ‘ब्लॉग’, ‘प्रोडक्ट्स’ वगैरह। इसका मकसद लोगों को आपकी पूरी कंपनी और जो आप करते हैं, उसके बारे में बताना होता है।
अब सोचिए, अगर आप अपने किसी दोस्त को खास तौर पर कोई फिल्म दिखाने के लिए घर बुलाते हैं, तो आप उसे सीधे टीवी वाले कमरे में ले जाते हैं, न कि पहले पूरा घर घुमाते हैं। ये टीवी वाला कमरा आपका लैंडिंग पेज है। लैंडिंग पेज का मकसद बहुत ही खास होता है – जैसे किसी को कोई प्रोडक्ट बेचना, या उसका ईमेल पता लेना, या उसे किसी फॉर्म को भरवाना। इस पेज पर आपको इधर-उधर भटकने के लिए ज़्यादा लिंक नहीं मिलेंगे। इसका पूरा ध्यान सिर्फ एक ही काम पर होता है, ताकि जो भी उस पेज पर आए, वो वही खास काम करे जिसके लिए उसे वहाँ भेजा गया है।
मेरा अनुभव है कि होमपेज एक बड़ा नक्शा होता है जो आपको आपकी पूरी दुनिया दिखाता है, जबकि लैंडिंग पेज एक तीर के निशान जैसा होता है जो आपको सीधे आपकी मंज़िल तक पहुँचाता है। होमपेज लोगों को आपकी कंपनी के बारे में जानने का मौका देता है, जबकि लैंडिंग पेज उन्हें तुरंत कोई खास काम करने के लिए प्रेरित करता है। दोनों ही ज़रूरी हैं, लेकिन अलग-अलग समय पर और अलग-अलग मकसद के लिए।
क्या आप भी सोचते हैं कि आपकी वेबसाइट के लिए कब होमपेज ज़्यादा असरदार होगा और कब एक लैंडिंग पेज की ख़ास ज़रूरत पड़ेगी। तो चिंता न करें — अगले लेख में हम इसी सवाल का जवाब ढूँढ़ेंगे। हम विस्तार से समझेंगे कि एक प्रभावी लैंडिंग पेज कैसे बनाया जाता है, जो न केवल लोगों को आपकी वेबसाइट पर लाए, बल्कि उन्हें ग्राहक में भी बदल दे।
best landing page tools
अब तक हमने लैंडिंग पेज के बारे में काफी कुछ सीख लिया है—जैसे वो क्या होते हैं, उनका मकसद क्या है, और वे होमपेज से कैसे अलग हैं। लेकिन ये सब जानने के बाद एक सवाल आता है। “भाई, ये कमाल के लैंडिंग पेज आखिर बनाए कैसे जाते हैं” तो दोस्तों, आज मैं आपको कुछ ऐसे ‘जादुई’ औजारों के बारे में बताऊंगा, जिनकी मदद से आप खुद अपने लिए बेहतरीन लैंडिंग पेज बना सकते हैं। इन्हीं को हम best landing page tools कहते हैं।
मैं कई सालों से इन औजारों के साथ काम कर रहा हूँ। जब मैंने पहली बार लैंडिंग पेज बनाना शुरू किया था, तो मुझे लगा था कि इसके लिए शायद बहुत ज़्यादा कोडिंग या कंप्यूटर की खास जानकारी चाहिए होगी। पर यकीन मानिए, जैसे-जैसे मैंने इन औजारों का इस्तेमाल करना सीखा, मुझे पता चला कि ये कितने आसान और मज़ेदार हैं। मैंने खुद देखा है कि कैसे ये सबसे अच्छे लैंडिंग पेज टूल छोटे बिज़नेस वालों को भी अपनी ऑनलाइन दुकान को चमकाने में मदद करते हैं। मेरा अनुभव कहता है कि सही औजार चुनना आपके आधे से ज़्यादा काम को आसान कर देता है।
आप इसे ऐसे समझो जैसे कोई बढ़िया बढ़ई अपना काम करने के लिए अलग-अलग तरह के औजार इस्तेमाल करता है—हथौड़ा, आरी, स्केल। ठीक वैसे ही, लैंडिंग पेज बनाने के लिए भी कुछ खास औजार होते हैं। ये आपको बिना किसी मुश्किल के, बस खींचकर और छोड़कर (Drag & Drop) अपना पेज बनाने में मदद करते हैं।
लीडपेजेस (Leadpages): यह एक ऐसा औजार है जो नए लोगों के लिए बहुत अच्छा है। इसमें बहुत सारे डिज़ाइन पहले से बने होते हैं, जिन्हें आप बस अपनी ज़रूरत के हिसाब से बदल सकते हैं। मैंने कई बार देखा है कि जो लोग पहली बार लैंडिंग पेज बना रहे होते हैं, वे इससे बहुत जल्दी और आसानी से अपना काम कर लेते हैं। ये आपको अपने ग्राहकों की जानकारी इकट्ठा करने में खूब मदद करता है।
अनबाउंस (Unbounce): ये उन लोगों के लिए है जो अपने लैंडिंग पेज को थोड़ा और खास बनाना चाहते हैं। इसमें आपको ज़्यादा आज़ादी मिलती है कि आप अपने पेज को कैसा भी डिज़ाइन दे सको। मैं अक्सर उन क्लाइंट्स के लिए इसका इस्तेमाल करता हूँ जिन्हें अपने पेज पर कुछ अलग करना होता है, क्योंकि इसमें टेस्टिंग के भी बहुत अच्छे तरीके हैं जिससे पता चलता है कि आपका पेज कितना अच्छा काम कर रहा है।
इंस्टापेज (Instapage): यह औजार भी बहुत ताकतवर है और उन लोगों के लिए अच्छा है जिन्हें तेज़ी से और आसानी से अच्छे दिखने वाले लैंडिंग पेज बनाने हैं। इसमें भी आपको डिज़ाइन के लिए बहुत सारे विकल्प मिलते हैं और ये भी आपको पेज की परफॉरमेंस को देखने में मदद करता है।
वर्डप्रेस के पेज बिल्डर (Page Builders for WordPress): अगर आपकी वेबसाइट वर्डप्रेस पर बनी है (और यह आजकल काफी आम है), तो एलिमेंटर (Elementor) या डिवि (Divi) जैसे कुछ खास प्लगइन्स (ये छोटे सॉफ्टवेयर जैसे होते हैं) बहुत काम आते हैं। ये आपको अपनी वेबसाइट के अंदर ही सीधे लैंडिंग पेज बनाने में मदद करते हैं। मैंने खुद इन बिल्डरों का उपयोग करके ढेरों लैंडिंग पेज तैयार किए हैं और ये वाकई में बेहद सुविधाजनक होते हैं।
मेरा अनुभव है कि ये सभी best landing page tools आपको बिना किसी कोडिंग के अपना काम करने की आज़ादी देते हैं। ये आपको ड्रैग एंड ड्रॉप की सुविधा देते हैं, मतलब बस खींचकर और छोड़कर अपना पेज बनाओ। इससे आपका समय भी बचता है और आप एक शानदार लैंडिंग पेज बना पाते हो जो लोगों को आकर्षित करता है।
landing page design tips
दोस्तों हमने अब तक लैंडिंग पेज के बारे में बहुत कुछ सीखा—जैसे वो क्या होते हैं, उनके प्रकार क्या हैं, और उन्हें बनाने के लिए कौन से औजार काम आते हैं। अब सवाल आता है कि इन्हें सुंदर और असरदार कैसे बनाया जाए। यानी, landing page design tips क्या हैं, ताकि जब कोई इस पेज पर आए तो उसे यहीं रुकने का मन करे और वो वही करे जो हम चाहते हैं।
मैं पिछले कई सालों से लैंडिंग पेज डिज़ाइन कर रहा हूँ। मेरे अनुभव में, मैंने देखा है कि कई बार लोग जानकारी तो बहुत अच्छी देते हैं, पर उनका पेज देखने में अच्छा नहीं होता। मुझे याद है, एक बार मैंने एक क्लाइंट के लिए एक लैंडिंग पेज बनाया था। जानकारी बहुत अच्छी थी, लेकिन डिज़ाइन बिखरा हुआ था। ग्राहक आते और जल्दी चले जाते। तब मैंने कुछ लैंडिंग पेज डिज़ाइन के टिप्स आजमाए, और जैसे ही पेज को सुंदर और व्यवस्थित बनाया, नतीजे चौंकाने वाले थे। लोग न सिर्फ पेज पर ज़्यादा देर रुकने लगे, बल्कि वे ज़्यादा काम भी करने लगे। यहीं से मुझे यह बात पक्की हो गई कि डिज़ाइन सिर्फ दिखने में अच्छा होना नहीं, बल्कि लोगों को काम करने के लिए प्रेरित करना भी है।
आप इसे ऐसे समझ सकते हैं, जैसे आप अपनी मम्मी के लिए कोई उपहार पैक कर रहे हों। आप चाहते हैं कि वो तोहफ़ा अंदर से जितना बढ़िया है, बाहर से भी उतना ही ख़ूबसूरत दिखे, है ना? ताकि उन्हें खोलने का मन करे। ठीक वैसे ही, एक लैंडिंग पेज का डिज़ाइन भी ऐसा होना चाहिए कि लोगों को उसे देखते ही अच्छा लगे और वे उसे समझने में रुचि लें।
साफ और सीधा-सादा हो: सबसे पहली बात, आपका लैंडिंग पेज बिल्कुल साफ-सुथरा होना चाहिए। उसमें बहुत ज़्यादा चीज़ें एक साथ नहीं होनी चाहिए। जैसे, अगर आप एक किताब बेच रहे हो, तो सिर्फ उस किताब के बारे में बताओ और उसे खरीदने का बटन दिखाओ। फालतू की तस्वीरें या जानकारी नहीं होनी चाहिए जो ध्यान भटकाए। मेरा अनुभव कहता है कि जितना कम और सीधा दिखाओगे, उतना ही अच्छा!
बड़ा और साफ हेडलाइन (Headline): पेज पर सबसे ऊपर एक बड़ी सी बात लिखी होनी चाहिए जो साफ-साफ बताए कि यह पेज किस बारे में है। जैसे, “अपनी नई स्मार्टवॉच अभी खरीदें!” यह हेडलाइन लोगों को तुरंत समझ आनी चाहिए कि वे सही जगह पर आए हैं। मैंने देखा है कि एक अच्छी हेडलाइन लोगों को पेज पर रोके रखती है।
आकर्षक तस्वीरें या वीडियो: अगर आप कोई प्रोडक्ट बेच रहे हो, तो उसकी अच्छी सी तस्वीर या एक छोटा सा वीडियो ज़रूर डालो। तस्वीरें शब्दों से ज़्यादा बोलती हैं। अगर आप किसी कोर्स के बारे में बता रहे हो, तो एक छोटा वीडियो बना सकते हो जो बताए कि कोर्स में क्या-क्या मिलेगा। मेरा मानना है कि एक अच्छी तस्वीर या वीडियो लोगों को चीज़ समझने में बहुत मदद करता है।
एक ही खास काम का बटन (Call to Action Button): आपके पेज पर एक ही बहुत बड़ा और साफ बटन होना चाहिए जो लोगों से वो काम करवाए जो आप चाहते हो। जैसे, “अभी खरीदें”, “साइन अप करें”, या “मुफ्त ई-बुक डाउनलोड करें”। यह बटन ऐसे रंग का हो जो अलग से दिखे, और उस पर साफ-साफ लिखा हो कि क्या करना है। मैंने अनगिनत बार देखा है कि एक साफ कॉल टू एक्शन बटन से लोगों के काम करने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
मोबाइल पर भी अच्छा दिखे: आजकल ज़्यादातर लोग फोन पर इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं। तो आपका लैंडिंग पेज फोन पर भी उतना ही अच्छा दिखना चाहिए जितना कंप्यूटर पर। यह बात बहुत ज़रूरी है, नहीं तो आधे से ज़्यादा लोग तो पेज खोलते ही चले जाएंगे। मैंने हमेशा इस बात का ध्यान रखा है, और इसने मेरे क्लाइंट्स को बहुत फायदा पहुंचाया है।
एक अच्छे landing page design tips का मकसद लोगों को सीधे उनके लक्ष्य तक पहुँचाना होता है, बिना उन्हें भटकाए। यह ठीक वैसा ही है जैसे एक अच्छी कहानी आपको उसके हर शब्द के साथ आगे खींचती चली जाती है। क्या आप भी अपनी वेबसाइट के लिए ऐसे कमाल के लैंडिंग पेज बनाना चाहते हैं जो लोगों को देखते ही पसंद आएं और उन्हें तुरंत कोई काम करने के लिए प्रेरित करें? तो चलिए, इस सफर में हम आगे और सीखेंगे।
SEO for landing pages
नमस्ते दोस्तों हमने अब तक लैंडिंग पेज के बारे में काफ़ी कुछ सीख लिया है—जैसे वो क्या होते हैं, उनका मक़सद क्या है, और उन्हें सुंदर कैसे बनाते हैं। अब एक और ज़रूरी बात सामने आती है। जब हम एक बेहतरीन लैंडिंग पेज तैयार कर लेते हैं, तो उसे ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचाएँ कैसे? यहीं पर SEO for landing pages काम आता है। ये वो ख़ास तरीक़ा है जिससे गूगल को यह समझने में मदद मिलती है कि आपका पेज कितना अच्छा है और उसे किन लोगों को दिखाना चाहिए।
मैं पिछले कई सालों से इस ‘ऑनलाइन दिखने’ के खेल में लगा हूँ। मेरे अनुभव में, मैंने देखा है कि लोग अक्सर बहुत अच्छे लैंडिंग पेज तो बना लेते हैं, पर उन्हें ये नहीं पता होता कि उन्हें गूगल पर सबसे ऊपर कैसे लाया जाए। मुझे याद है, एक बार एक क्लाइंट ने एक शानदार लैंडिंग पेज बनाया था, पर उस पर लोग आ ही नहीं रहे थे। तब मैंने उन्हें समझाया कि उन्हें SEO for landing pages करना होगा। यकीन मानिए, जैसे ही हमने कुछ छोटे-छोटे बदलाव किए, उनके पेज पर लोग आने लगे और उनके काम बनने लगे। यहीं से मुझे यह बात और पक्की हो गई कि अच्छा पेज बनाना ही काफी नहीं, उसे दिखाना भी आना चाहिए।
आप इसे ऐसे समझो जैसे आपने अपने घर में एक बहुत सुंदर खिलौना बनाया है। अब आप चाहते हो कि आपके दोस्त उसे देखें और खेलें। तो आप क्या करोगे। आप शायद अपने दोस्त को अपने घर बुलाओगे, या उसे बताओगे कि “मैंने ये बनाया है, आकर देख लो” गूगल पर भी ऐसा ही होता है। हमें गूगल को बताना होता है कि हमारा पेज किस बारे में है और कौन लोग इसे देखना चाहेंगे।
सही शब्द चुनें (Keywords): सबसे पहले, हमें ये सोचना होगा कि लोग क्या शब्द टाइप करके आपकी चीज़ ढूंढेंगे। जैसे, अगर आप ‘बच्चों के लिए स्मार्टवॉच’ बेच रहे हो, तो यही शब्द आपके पेज पर कई जगह होने चाहिए। लेकिन ज़्यादा बार नहीं, बिलकुल आराम से, ताकि पढ़ने वाले को अजीब न लगे। मैंने देखा है कि सही शब्द ढूंढना ही आधे से ज़्यादा लड़ाई जीत लेना है।
पेज का नाम और हेडलाइन (Title and Heading): आपके लैंडिंग पेज का जो सबसे ऊपर नाम होता है (जो गूगल में दिखता है) और पेज के अंदर की बड़ी हेडलाइन, उनमें आपके चुने हुए शब्द ज़रूर होने चाहिए। ये गूगल को बताते हैं कि आपका पेज किस बारे में है। ये बिलकुल ऐसा है जैसे किताब का नाम पढ़कर ही पता चल जाता है कि किताब किसके बारे में है।
काम की बातें लिखें (Valuable Content): जब भी आप अपने लैंडिंग पेज पर कंटेंट लिखें, तो ध्यान रखें कि वो सीधा, स्पष्ट और उपयोगी हो। ऐसी जानकारी दें जो आपके विज़िटर की ज़रूरतों को समझे और उन्हें हल करने में मदद करे। जब लोगों को लगेगा कि उन्हें इस पेज से सच में फ़ायदा हो रहा है, तो वे ज़्यादा देर तक रुकेंगे और भरोसा भी बनाएँगे। मेरा अनुभव कहता है — जब आप लोगों की मदद करने वाले कंटेंट पर फोकस करते हैं, तो न सिर्फ़ यूज़र खुश होते हैं बल्कि Google भी ऐसे पेज को सर्च में ऊपर दिखाता है।
तेज़ खुलना (Fast Loading Speed): आपका लैंडिंग पेज बहुत तेज़ी से खुलना चाहिए। अगर इसे खुलने में ज़्यादा समय लगेगा, तो लोग इंतज़ार नहीं करेंगे और चले जाएंगे। गूगल भी धीमे पेजों को पसंद नहीं करता। यह बिलकुल ऐसा है जैसे आप किसी दुकान में गए और दुकान का दरवाज़ा ही धीरे खुल रहा हो!
मोबाइल पर भी ठीक दिखे (Mobile-Friendly): आजकल ज़्यादातर लोग फोन पर ही इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं। तो आपका लैंडिंग पेज फोन पर भी उतना ही अच्छा दिखना चाहिए जितना कंप्यूटर पर। अगर फोन पर देखने में मुश्किल होगी, तो गूगल उसे लोगों को कम दिखाएगा। मैंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है, और इसके नतीजे कमाल के रहे हैं।
SEO for landing pages करना ऐसा है जैसे अपने खिलौने को सही जगह पर रखना ताकि हर कोई उसे देख सके। जब आप ये सब बातें ध्यान में रखते हो, तो गूगल आपके पेज को उन लोगों तक पहुँचाता है जो सच में उसे ढूंढ रहे होते हैं। क्या आप भी अपनी वेबसाइट को गूगल पर चमकाना चाहते हैं और चाहते हैं कि लोग आपके लैंडिंग पेज तक आसानी से पहुँचें। तो चलिए, अगले लेख में हम कुछ और खास बातें सीखेंगे जो आपके लैंडिंग पेज को और भी ताकतवर बनाएंगी।
how to create landing page free
दोस्तों अब तक हमने लैंडिंग पेज के बारे में लगभग सब कुछ जान लिया है—वो क्या होते हैं, उनके अलग-अलग प्रकार, उन्हें सुंदर कैसे बनाते हैं, और उन्हें गूगल पर कैसे दिखाते हैं। लेकिन एक सवाल जो हमेशा आता है, वो ये है। “क्या हम ये कमाल के लैंडिंग पेज फ्री में बना सकते हैं” तो दोस्तों, खुशखबरी है। हाँ, बिल्कुल बना सकते हैं। आज हम यही सीखेंगे कि how to create landing page free.
मैं पिछले कई सालों से इस ऑनलाइन दुनिया में काम कर रहा हूँ। मेरे शुरुआती दिनों में, जब मेरे पास ज़्यादा पैसे नहीं होते थे, मैंने खुद कई फ्री में लैंडिंग पेज बनाए हैं। मुझे याद है, एक बार मुझे एक छोटी सी वर्कशॉप के लिए लोगों को इकट्ठा करना था, पर मैं कोई महंगा औजार नहीं खरीद सकता था। तब मैंने कुछ मुफ्त के तरीकों का इस्तेमाल किया और यकीन मानिए, मेरे पेज पर लोग आने भी लगे और उन्होंने साइन अप भी किया। यहीं से मुझे यह बात और पक्की हो गई कि अगर आप में लगन है, तो बिना पैसे खर्च किए भी बहुत कुछ किया जा सकता है। मेरा अनुभव कहता है कि शुरुआत में पैसा लगाने की बजाय, पहले मुफ्त के तरीकों से सीखो और फिर आगे बढ़ो।
आप इसे ऐसे समझ सकते हो, जैसे आप घर पर बिना ज़्यादा पैसे खर्च किए एक छोटा सा प्रोजेक्ट बनाते हो। आपको बस सही सामान और सही तरीका पता होना चाहिए। लैंडिंग पेज बनाने के लिए भी कुछ ऐसे तरीके हैं जो आपकी जेब पर भारी नहीं पड़ेंगे।
Google Sites का इस्तेमाल करें: गूगल ने हमारे लिए एक बहुत ही बढ़िया और मुफ़्त का टूल दिया है, जिसका नाम है Google Sites। इसे आप एक सादे कैनवास जैसा समझ सकते हैं, जिस पर आप अपनी मर्ज़ी से कुछ भी लिख सकते हैं, तस्वीरें लगा सकते हैं और बटन भी जोड़ सकते हैं। मैंने खुद इसका इस्तेमाल करके कुछ छोटे लैंडिंग पेज बनाए हैं, और यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो पहली बार कोई पेज बना रहे हैं। इसमें आपको किसी भी तरह की कोडिंग जानने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
WordPress.com (फ्री वर्जन) का उपयोग करें: अगर आपको वर्डप्रेस के बारे में थोड़ी-बहुत जानकारी है, तो WordPress.com का मुफ़्त वर्ज़न भी आपको शुरुआती लैंडिंग पेज बनाने की सुविधा देता है। आप इसमें पहले से बने कुछ डिज़ाइन (जिन्हें हम टेम्पलेट्स कहते हैं) का इस्तेमाल करके अपना पेज तैयार कर सकते हैं। हाँ, इसमें आपको शायद थोड़ी कम आज़ादी मिले, लेकिन शुरुआत करने के लिए यह भी एक बेहतरीन विकल्प है। मैंने कई नए ब्लॉगर्स को इसी से अपनी ऑनलाइन यात्रा शुरू करते देखा है।
Mailchimp के लैंडिंग पेज फीचर का उपयोग करें: शायद आप Mailchimp का नाम जानते हों। ये ईमेल भेजने वाला एक औजार है, पर इसमें एक कमाल का फीचर है जिससे आप फ्री में लैंडिंग पेज भी बना सकते हैं! ये उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो अपने ग्राहकों की ईमेल लिस्ट बनाना चाहते हैं। मैंने खुद इसका इस्तेमाल किया है और ये ईमेल मार्केटिंग के साथ लैंडिंग पेज को जोड़ना आसान बनाता है।
Carrd.co जैसे औजार: Carrd.co एक ऐसा टूल है जिसे ख़ासकर एक पेज वाली वेबसाइट या लैंडिंग पेज बनाने के लिए ही डिज़ाइन किया गया है। इसका मुफ़्त वर्ज़न काफ़ी सीधा-सादा है, पर अगर आपको किसी एक ही मक़सद के लिए एक छोटा और साफ़-सुथरा पेज बनाना है, तो यह कमाल का है। इसे इस्तेमाल करना इतना आसान है कि कोई बच्चा भी इसे आसानी से सीख सकता है।
मेरा अनुभव है कि इन how to create landing page free के तरीकों से आप एक अच्छा-खासा लैंडिंग पेज बना सकते हैं। हाँ, शायद इसमें महंगे औजारों जितनी ज़्यादा खूबियाँ न हों, पर शुरुआत करने और चीज़ों को समझने के लिए ये लाजवाब हैं। ये बिलकुल ऐसा है जैसे साइकिल चलाना सीखने के लिए आप पहले तीन पहियों वाली साइकिल का इस्तेमाल करते हो।
high-converting landing pages
हमने अब तक लैंडिंग पेज के बारे में बहुत कुछ जान लिया है—जैसे वो क्या होते हैं, उन्हें कैसे बनाते हैं, और उन्हें सुंदर कैसे दिखाते हैं। अब सवाल आता है, “हमारा लैंडिंग पेज ऐसा कैसे बने कि उस पर आने वाले ज़्यादा से ज़्यादा लोग वही काम करें जो हम उनसे करवाना चाहते हैं” यानी, हम कैसे बनाएँ high-converting landing pages ये वो पेज होते हैं जो लोगों को सिर्फ दिखाते नहीं, बल्कि उनसे काम भी करवाते हैं।
मैं पिछले कई सालों से इस ऑनलाइन दुनिया में काम कर रहा हूँ। मेरे अनुभव में, मैंने देखा है कि बहुत से लोग सुंदर पेज तो बना लेते हैं, पर उन पर लोग आते हैं और बिना कुछ किए चले जाते हैं। मुझे याद है, एक बार एक ग्राहक ने मुझसे कहा कि “मेरे पेज पर लोग तो आ रहे हैं, पर कोई सामान खरीद नहीं रहा।” तब मैंने उन्हें समझाया कि उन्हें ज़्यादा काम के लैंडिंग पेज बनाने होंगे। हमने कुछ छोटे-छोटे बदलाव किए, और यकीन मानो, उनकी बिक्री एकदम से बढ़ गई। यहीं से मुझे ये बात और पक्की हो गई कि सिर्फ अच्छा दिखना काफी नहीं, पेज को ‘काम’ भी करना चाहिए। मेरा मानना है कि एक लैंडिंग पेज की असली ताकत तभी दिखती है जब वह अपने मकसद को पूरा करे।
आप इसे ऐसे समझो जैसे आप किसी दोस्त से कोई काम करवाना चाहते हो। आप उससे सीधी-सीधी बात करोगे, उसे समझाओगे कि ये काम क्यों ज़रूरी है, और फिर उसे एक ही बार में बता दोगे कि उसे क्या करना है। ठीक वैसे ही, ज़्यादा काम के लैंडिंग पेज भी यही सब करते हैं।
बात सीधी और स्पष्ट हो: आपके लैंडिंग पेज पर जो भी जानकारी आप दें, वो बिलकुल साफ़ और सीधी होनी चाहिए। बेवजह बातों को घुमा-फिराकर कहने से बचें। उदाहरण के लिए, अगर आप मोबाइल फ़ोन बेच रहे हैं, तो सीधे बताएं कि यह सबसे अच्छा क्यों है और इसकी ख़ासियत क्या है। लोगों को तुरंत समझ आ जाना चाहिए कि यह पेज किस बारे में है। मेरे अनुभव में, सीधी-सादी बातें लोग बहुत जल्दी समझते हैं।
बात सीधी और स्पष्ट हो: आपके लैंडिंग पेज पर जो भी जानकारी आप दें, वो बिलकुल साफ़ और सीधी होनी चाहिए। बेवजह बातों को घुमा-फिराकर कहने से बचें। उदाहरण के लिए, अगर आप मोबाइल फ़ोन बेच रहे हैं, तो सीधे बताएं कि यह सबसे अच्छा क्यों है और इसकी ख़ासियत क्या है। लोगों को तुरंत समझ आ जाना चाहिए कि यह पेज किस बारे में है। मेरे अनुभव में, सीधी-सादी बातें लोग बहुत जल्दी समझते हैं।
सिर्फ एक ही काम पर ध्यान: याद है हमने बात की थी कि लैंडिंग पेज का एक ही मकसद होता है? तो इस पर टिके रहो। पेज पर सिर्फ वही जानकारी और बटन हों जो उस एक मकसद को पूरा करें। अगर आप चाहते हो कि लोग फॉर्म भरें, तो सिर्फ फॉर्म भरने पर ही ध्यान दो, उन्हें बाकी चीज़ों से भटकाओ मत। मैंने देखा है कि जब पेज पर बहुत सारी चीज़ें होती हैं, तो लोग कुछ भी नहीं करते।
भरोसा दिलाओ: लोग तभी कोई काम करेंगे जब उन्हें आप पर भरोसा होगा। तो अपने पेज पर कुछ ऐसा दिखाओ जिससे लोगों को भरोसा हो। जैसे, अगर किसी बड़े अख़बार ने आपके बारे में लिखा है, तो उसकी तस्वीर लगाओ। या अगर किसी ग्राहक ने आपके प्रोडक्ट की तारीफ की है, तो उसकी बात दिखाओ। ये छोटी-छोटी बातें लोगों का भरोसा बढ़ाती हैं।
ज़रूरत बताओ और समाधान दो: लोगों को बताओ कि उनकी क्या परेशानी है, और आपका प्रोडक्ट या सर्विस उस परेशानी को कैसे ठीक करेगा। जैसे, “क्या आपका फोन धीरे चलता है? हमारा नया मोबाइल आपकी इस परेशानी को दूर कर देगा!” ये लोगों को लगता है कि आप उनकी मदद कर रहे हो।
बटन साफ और बड़े हों (Call to Action): वो बटन जिस पर क्लिक करके लोग काम करेंगे (जैसे ‘अभी खरीदें’ या ‘साइन अप करें’), वो बहुत साफ दिखना चाहिए। उसका रंग ऐसा हो जो तुरंत नज़र आए, और उस पर साफ-साफ लिखा हो कि क्या करना है। यह बिल्कुल ऐसा है जैसे आप किसी को रास्ता दिखा रहे हो और तीर का निशान बड़ा और चमकीला हो।
ज़्यादा काम के high-converting landing pages बनाना कोई जादू नहीं, बल्कि लोगों की ज़रूरतों को समझना और उन्हें सही तरीके से रास्ता दिखाना है। जब आप ये सभी बातें ध्यान में रखते हैं, तो आपका लैंडिंग पेज सिर्फ दिखता नहीं, बल्कि असल में आपके लिए काम करता है। क्या आप भी अपनी वेबसाइट के लिए ऐसे कमाल के लैंडिंग पेज बनाना चाहते हैं जो लोगों को सिर्फ पसंद ही न आएं, बल्कि उनसे वो काम भी करवाएं जो आप चाहते हैं।
what makes a good landing page
हमने लैंडिंग पेज के बारे में बहुत सारी बातें कीं—ये क्या होते हैं, इनका मकसद क्या है, इन्हें कैसे बनाते हैं, और इन्हें सुंदर कैसे दिखाते हैं। अब आखिरी और सबसे अहम सवाल आता है। आखिर वो कौन सी बातें हैं जो एक लैंडिंग पेज को ‘अच्छा’ बनाती हैं। यानी, what makes a good landing page वो कौन से जादू हैं जो किसी पेज को ऐसा बना देते हैं कि उस पर आने वाला हर इंसान वही करे जो हम चाहते हैं।
मैं पिछले कई सालों से लैंडिंग पेजों के साथ काम कर रहा हूँ। मेरे अनुभव में, मैंने देखा है कि बहुत से लोग सोचते हैं कि बस एक पेज बना दिया तो काम हो गया। पर ऐसा नहीं होता। मुझे याद है, एक बार एक क्लाइंट ने मुझसे कहा था, “मैंने तो सब कर लिया, फिर भी मेरे पेज से कोई फायदा नहीं हो रहा।” तब मैंने उनके पेज को ध्यान से देखा और कुछ खास चीज़ें बदलीं। यकीन मानो, जैसे ही हमने वो बदलाव किए, उनके पेज पर आने वाले लोगों ने तुरंत काम करना शुरू कर दिया। यहीं से मुझे ये बात पक्की हो गई कि एक अच्छा लैंडिंग पेज सिर्फ दिखने में सुंदर नहीं होता, बल्कि वो लोगों से ‘बात’ करता है और उन्हें सही दिशा दिखाता है। मेरा मानना है कि एक सही लैंडिंग पेज आपके लिए एक चुपचाप काम करने वाले सेल्समैन जैसा होता है।
आप इसे ऐसे समझ सकते हो, जैसे आप किसी को कोई खास काम करने के लिए मना रहे हो। आप क्या करोगे। आप सीधे उसकी बात करोगे, उसे समझाओगे कि ये उसके लिए क्यों अच्छा है, और फिर उसे एक ही बार में साफ-साफ बता दोगे कि उसे क्या करना है। ठीक वैसे ही, एक अच्छा लैंडिंग पेज भी यही सब करता है।
साफ मकसद: सबसे ज़रूरी बात, एक अच्छे लैंडिंग पेज का मकसद एकदम साफ होता है। वो किसी को भी भ्रमित नहीं करता। अगर उसका मकसद जूते बेचना है, तो वो सिर्फ जूते ही दिखाता है। कोई और फालतू की चीज़ नहीं होती। मेरे अनुभव में, अगर आप खुद साफ नहीं हो कि पेज से क्या करवाना है, तो आपका ग्राहक भी साफ नहीं होगा।
बात सीधी और सरल: पेज पर जो कुछ भी लिखा हो, वो पढ़ने में बहुत आसान होना चाहिए। ऐसे शब्द इस्तेमाल करो जो सबको समझ आएं। कोई मुश्किल टेक्निकल बातें नहीं। जैसे, अगर आप किसी मोबाइल की खूबियाँ बता रहे हो, तो उसे ऐसे समझाओ जैसे किसी दोस्त को समझा रहे हो। मैंने देखा है कि साफ भाषा लोगों को पसंद आती है।
एक बड़ा, चमकीला बटन: एक अच्छे लैंडिंग पेज पर सिर्फ एक ही ‘कॉल टू एक्शन’ बटन होता है, और वो बहुत साफ दिखता है। उस पर लिखा होता है ‘अभी खरीदें’, ‘साइन अप करें’, या ‘मुफ्त डाउनलोड करें’। इसका रंग ऐसा होता है कि वो अलग से दिखे और लोगों का ध्यान खींचे। ये बटन लोगों को बताते हैं कि उन्हें अगला कदम क्या उठाना है।
भरोसा जीतने वाली बातें: लोग तभी कोई काम करते हैं जब उन्हें भरोसा होता है। तो एक अच्छे लैंडिंग पेज पर कुछ ऐसी चीज़ें होती हैं जो लोगों का भरोसा जीतें। जैसे, अगर किसी बड़े अख़बार ने आपके बारे में कुछ अच्छा लिखा है, या किसी ग्राहक ने आपके प्रोडक्ट की तारीफ की है, तो उसे पेज पर दिखाओ। ये लोगों को देते हैं।
मोबाइल पर भी बढ़िया दिखे: आज की दुनिया में ज़्यादातर लोग अपने फोन पर ही इंटरनेट चलाते हैं। तो एक अच्छे लैंडिंग पेज को फोन पर भी उतना ही शानदार दिखना चाहिए जितना कंप्यूटर पर। अगर वो फोन पर ठीक नहीं दिखेगा, तो लोग तुरंत वापस चले जाएंगे। मैंने हमेशा इस बात को प्राथमिकता दी है और इसके फायदे खुद देखे हैं।
एक अच्छा लैंडिंग पेज बनाना एक कला है, जो लोगों की ज़रूरतों को समझने और उन्हें प्यार से सही रास्ते पर लाने के बारे में है। जब आप इन सब बातों का ध्यान रखते हो, तो आपका लैंडिंग पेज सिर्फ दिखता नहीं, बल्कि असली में आपके लिए काम करता है और आपको नतीजे दिलाता है।
conclusion
तो दोस्तों, देखा आपने, लैंडिंग पेज बनाना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है। ये तो बस एक सीधा-साधा खेल है जहाँ आपको अपने ग्राहक को समझना होता है, उसे प्यार से रास्ता दिखाना होता है, और फिर उसे वो काम करने के लिए प्रेरित करना होता है जो आप उससे करवाना चाहते हैं। हमने देखा कि लैंडिंग पेज क्या होते हैं, कितने तरह के होते हैं, होमपेज से कैसे अलग होते हैं, उन्हें बनाने के लिए कौन से औजार काम आते हैं, उन्हें गूगल पर कैसे दिखाते हैं, और आखिर में सबसे ज़रूरी बात – एक अच्छा लैंडिंग पेज कैसा दिखता है।
मेरे लिए तो सबसे ज़्यादा काम की चीज़ ये रही कि लैंडिंग पेज की असली ताकत उसकी सादगी में है। ज़्यादा चीज़ें ठूसने से वो अच्छा नहीं बनता, बल्कि साफ और सीधा रखने से बनता है। अगर मैं अपने छोटे भाई को ये समझाता, तो यही कहता कि “भाई, तू दुकान में भीड़ लगाने की बजाय, एक चीज़ के लिए एक ही काउंटर खोल और उसी पर पूरा ध्यान दे।”
ये सब सुनने में शायद थोड़ा ‘डिजिटल मार्केटिंग’ वाला काम लगे, लेकिन यकीन मानिए, जब आप इसे खुद करके देखेंगे ना, तो बड़ा मज़ा आएगा। और हाँ, डरने की कोई बात नहीं, क्योंकि इस सफ़र में हम सब साथ हैं।
अब बताओ, तुम्हारा इस पूरे सफर में कैसा अनुभव रहा। क्या कोई चीज़ तुम्हें सबसे ज़्यादा दिलचस्प लगी। या कोई बात जो तुम्हें पहले मुश्किल लगती थी, पर अब आसान लगने लगी। कमेंट्स में ज़रूर बताना, मुझे तुम्हारे अनुभव जानने का इंतज़ार रहेगा। चलो मिलते हैं अगले किसी सफर पर।