Introduction
सोचिए आप दुबई की सड़कों पर एक नई चमचमाती Bugatti चला रहे हैं। आपके बैंक खाते में हर दिन पैसे आ रहे हैं, वो भी बिना कोई नया काम किए। कई यूट्यूबर कहते हैं कि ये सब Print On Demand नाम की साइड हसल से मुमकिन है। लेकिन मैं यहां कोई झूठे वादे नहीं करूंगा।
मैं इस फील्ड में काफी समय से हूं, और एक बात अच्छी तरह समझ चुका हूं अगर आप सिर्फ बड़े-बड़े वादों के झांसे में आकर इस फील्ड में आते हैं, तो आप बहुत जल्दी थक जाएंगे और छोड़ देंगे। इसलिए मैं आपको एकदम साफ और सीधी गाइड दूंगा, जिससे आप इस बिजनेस को सही तरीके से शुरू कर पाएं।
मैं आपको बिल्कुल आसान स्टेप्स में समझाऊंगा कि कहां क्लिक करना है, क्या करना है और कैसे करना है, ताकि आप एक भी पैसा खर्च किए बिना अपना खुद का प्रिंट ऑन डिमांड बिजनेस शुरू कर सकें। इस गाइड के ज़रिए आप सीखेंगे कि अपने खुद के डिज़ाइन्स कैसे तैयार करें, उन्हें प्रोडक्ट्स पर अप्लाई करें और फिर उन्हें इंटरनेशनल मार्केट में ऑनलाइन बेचकर कमाई कैसे करें वो भी एकदम शुरुआती स्तर से।
यह बातें मैं आपको इसलिए बता रहा हूं क्योंकि मैंने खुद यह रास्ता पार किया है। मैं कोई ऐसा इंसान नहीं हूं जिसने बस कुछ टी-शर्ट्स बेच ली हों और खुद को एक्सपर्ट कहने लगा हो। मैं एक ऐसा बिजनेसमैन हूं जिसने कई सालों से कई कंपनियां चलाई हैं और असली अनुभव से सीखा है।
मुझे पता है कि कोई नया साइड हसल शुरू करना थोड़ा डरावना लग सकता है। बहुत कुछ सीखना होता है और शुरुआत में कुछ समझ नहीं आता। इसलिए मैंने यह लेख खास उन लोगों के लिए तैयार किया है जो अभी शुरुआत करना चाहते हैं, ताकि वे सही दिशा में कदम बढ़ा सकें।
इस पूरी गाइड को मैंने 10 अलग-अलग हिस्सों में बांटा है। हर हिस्सा एक जरूरी टॉपिक को कवर करेगा ताकि आपको हर चीज धीरे-धीरे और अच्छे से समझ में आए। तो चलिए सबसे पहले बात करते हैं कि आखिर Print On Demand होता क्या है।
What is Print On Demand | Print On Demand क्या है।
सीधी बात करें तो प्रिंट ऑन डिमांड बिजनेस शुरू करना सबसे आसान और लो-रिस्क तरीका है। मान लीजिए आप अपनी खुद की कपड़ों की ब्रांड शुरू करना चाहते हैं, लेकिन न तो आपके पास कोई फैक्ट्री है और न ही आप अपने घर में ढेरों बिना बिके प्रोडक्ट्स स्टोर करना चाहते हैं। ऐसे में प्रिंट ऑन डिमांड एकदम सही ऑप्शन बन जाता है, जो बिना भारी इन्वेस्टमेंट के आपको शुरुआत करने का मौका देता है।
इस बिजनेस मॉडल में आप तब तक प्रोडक्ट के पैसे नहीं देते जब तक कोई कस्टमर ऑर्डर नहीं करता। जैसे ही ऑर्डर आता है वह प्रोडक्ट आपके बनाए हुए यूनिक डिजाइन के साथ प्रिंट होता है और सीधे कस्टमर के घर पहुंच जाता है। न स्टॉक रखने का झंझट, न पैकेजिंग, न शिपिंग। सब कुछ ऑटोमैटिक हो जाता है।
यह मॉडल सिर्फ कपड़ों तक सीमित नहीं है। आप मग्स, पोस्टर्स, बैग्स और कई तरह के आइटम्स बेच सकते हैं। यह साइड हसल उन लोगों के लिए बिल्कुल सही है जो फुल-टाइम बिजनेस नहीं करना चाहते लेकिन फिर भी एक्स्ट्रा इनकम कमाना चाहते हैं। और अच्छी बात यह है कि आप बस अपने लैपटॉप से यह सब चला सकते हैं। कमाई बढ़ने के साथ साथ आपको ज्यादा समय नहीं देना पड़ेगा लेकिन इनकम बढ़ती जाएगी।
आज के डिजिटल जमाने में बिना किसी फिजिकल प्रोडक्ट को हाथ लगाए लाखों रुपए कमाना सच में कमाल की बात है। अगर ये मौका मेरे शुरूआती दिनों में होता तो शायद मेरी सोच ही बदल जाती। और यह बात सिर्फ मेरी नहीं है डेटा भी यही कहता है। अभी का ग्लोबल Print On Demand मार्केट करीब 6 बिलियन डॉलर का है और अनुमान है कि 2031 तक ये 40 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
मेरे अनुभव में किसी भी बिजनेस में सफलता पाने के लिए सही मार्केट में काम करना सबसे जरूरी होता है। मैंने बहुत सारे होशियार लोगों को सिर्फ इसलिए फेल होते देखा है क्योंकि वे गलत टाइम पर गलत इंडस्ट्री में घुस गए। लेकिन Print On Demand में ऐसा नहीं है। अगर आप अभी इस तेजी से बढ़ते मार्केट में एंट्री करते हैं, तो अच्छी कमाई करना पूरी तरह मुमकिन है चाहे आप एकदम शुरुआत कर रहे हों इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको सिर्फ पांच चीजों की जरूरत है।
1. Winning Product
2. Great Design
3. Place to sell
4. Great Supplier
5. Paying Customers
आज हम इस आर्टिकल में इन्हीं सभी पहलुओं को विस्तार से समझेंगे। और हां अगर आप यहां पहली बार आए हैं तो मैं हूं Intezar Saifi। मैं अपने सालों के अनुभव और सीखी हुई चीजें आपके साथ शेयर करता हूं ताकि आप भी फाइनेंशली ग्रो कर सकें। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगे तो और आर्टिकल्स पढ़ने के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल को ज़रूर जॉइन करें।
How to Find a Winning Product | विजेता उत्पाद कैसे खोजें?
जब लोग Print On Demand शुरू करते हैं तो उनका सबसे पहला सवाल होता है एक विनिंग प्रोडक्ट कैसे ढूंढें और यह सवाल बिल्कुल सही है। क्योंकि अगर आपने गलत प्रोडक्ट चुन लिया तो हो सकता है कि आपका स्टोर जो सैकड़ों सेल्स ला सकता था वह अब एक भी सेल ना ला पाए।
मेरे अनुभव के अनुसार एक विनिंग प्रोडक्ट दो चीजों पर टिका होता है। एक सही प्रोडक्ट कैटेगरी और एक शानदार डिज़ाइन। अब आप सोच सकते हैं कि सभी प्रोडक्ट कैटेगरी तो एक जैसी होती हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आपको बहुत ही सोच समझकर ये तय करना होता है कि आप किस प्रोडक्ट को अपनी Blank Canvas की तरह इस्तेमाल करेंगे।
शुरुआत में ऐसा लग सकता है कि क्यों ना हर प्रोडक्ट पर एक ही डिज़ाइन लगा दिया जाए। आइडिया सुनने में अच्छा लगता है लेकिन हकीकत में यह तरीका काफी नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि शुरुआत में आपके डिज़ाइन्स शायद उतने प्रोफेशनल ना हों और तब आप कई प्रोडक्ट्स पर डिजाइन लगाने में वक्त और पैसा दोनों बर्बाद कर सकते हैं।
इसलिए मेरी सलाह है कि आप शुरुआत में सिर्फ एक ही प्रोडक्ट कैटेगरी चुनें और पूरी तरह उस पर फोकस करें। जब आप सिर्फ उसी एक प्रोडक्ट से $10,000 प्रति माह कमाने लगें तब उन डिज़ाइनों को दूसरे प्रोडक्ट्स या स्टोर्स में इस्तेमाल कर सकते हैं। एक ही चीज़ में मास्टर बनना हर चीज़ में थोड़ी थोड़ी जानकारी रखने से कहीं ज़्यादा फायदेमंद होता है।
यह बात कलर ऑप्शंस पर भी लागू होती है। बहुत से नए लोग अपने प्रोडक्ट्स के लिए 10-15 कलर ऑप्शंस दे देते हैं लेकिन इससे ग्राहक कंफ्यूज़ हो जाते हैं। मेरा अनुभव कहता है कि सात से ज्यादा कलर ऑप्शन देना ठीक नहीं है कम कलर ऑप्शन ज्यादा कन्वर्ज़न का सकते है।
अब बात आती है कि कौन सी प्रोडक्ट कैटेगरी चुनी जाए। मैं आपको कुछ ऐसी कैटेगरीज़ को छोड़ने की सलाह दूंगा जो ज्यादा सीजनल होती हैं। जैसे कार्ड्स और कैलेंडर इनकी बिक्री खास मौकों तक ही सीमित होती है। इसके बजाय आपको ऐसे प्रोडक्ट्स पर फोकस करना चाहिए जो पूरे साल बिकें जैसे T-Shirts, Hoodies, Sweatshirts, Wall Art आदि।
Mugs, iPhone Case और Stationery जैसी चीजें भी मैं आमतौर पर अवॉइड करता हूं क्योंकि इनमें बहुत ज्यादा प्रॉफिट मार्जिन नहीं होता। मेरा एक सिंपल रूल है। प्रोडक्ट पर कम से कम 20-30% का प्रॉफिट मार्जिन होना चाहिए। हां अगर आप किसी प्रोडक्ट को बहुत बड़े स्केल पर बेच सकते हैं तो कम मार्जिन पर भी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
अब एक उदाहरण देखिए जब मैं Etsy पर मग्स सर्च करता हूं तो एक टॉप लिस्टिंग दिखती है। उस स्टोर का डेटा देखूं तो वह हर महीने करीब $30,000 की बिक्री कर रहा है। अगर हम मान लें कि उनका प्रॉफिट मार्जिन 15% है तो भी वे करीब $4,500 पाउंड का प्रॉफिट कमा रहे हैं। और अगर 30% मार्जिन है तो और भी ज्यादा कमाई होगी।
इस तरह अगर हम सिर्फ प्रॉफिट मार्जिन के आधार पर सोचें तो कपड़े और वॉल आर्ट स्पष्ट विजेता बनते हैं। इन प्रोडक्ट्स का वैल्यू बढ़ाना आसान होता है। और यही तरीका सालों से डिज़ाइनर ब्रांड्स और आर्टिस्ट इस्तेमाल करते आ रहे हैं।
मैंने खुद Gelato के ज़रिए वॉलेट्स बेचे हैं। सच कहूं तो मुझे Gelato और Zazzle जैसे प्लेटफॉर्म्स काफी पसंद हैं क्योंकि ये दुनिया के 32 से ज्यादा देशों में अपनी प्रोडक्शन फैसिलिटीज़ रखते हैं। इसका फायदा ये होता है कि करीब 90% ऑर्डर उसी देश में तैयार होते हैं जहां कस्टमर रहता है, जिससे डिलीवरी बहुत तेज़ हो जाती है और कस्टमर का एक्सपीरियंस भी शानदार रहता है।
उदाहरण के तौर पर मेरा प्राइस पॉइंट था $49.99। मुझे प्रोडक्ट और प्रिंटिंग के लिए $25.39 लगे और शिपिंग में $6.98। कुल मिलाकर कॉस्ट हुई $32.37। जब मैंने यह डिटेल्स Etsy के प्रॉफिट कैलकुलेटर में डाली तो पता चला कि हर सेल पर मुझे $12.42 का मुनाफा मिल रहा है। यानी करीब 25% का प्रॉफिट मार्जिन।

आप देख सकते हैं कि अच्छा प्रॉफिट बनाना मुश्किल नहीं है अगर आप सही प्रोडक्ट चुनें। यही वजह है कि शुरुआत में ही हाई मार्जिन वाले प्रोडक्ट्स चुनना जरूरी है।
Best Print On Demand Niches
1. Animals and pets जानवरों और पालतू जानवरों से जुड़ी चीजें लोगों के दिलों के बहुत करीब होती हैं। चाहे कोई डॉग लवर हो, कैट पेरेंट या बर्ड केयर करने वाला हो। हर किसी को अपने पेट से जुड़ी चीजें जैसे प्रिंटेड टी-शर्ट्स, मग्स, स्टिकर्स और पोस्टर्स बहुत पसंद आते हैं। यह niche इमोशनल कनेक्शन पर काम करता है जिससे सेलिंग करना आसान हो जाता है।
2. Activism and social causes आज की युवा पीढ़ी सामाजिक मुद्दों को लेकर बहुत जागरूक है। चाहे वो पर्यावरण हो, लैंगिक समानता हो या मानसिक स्वास्थ्य। ऐसे में प्रिंट ऑन डिमांड के जरिए लोग अपने विचारों को डिज़ाइन्स में बदलकर टी-शर्ट्स, बैग्स और पोस्टर्स के रूप में सामने लाते हैं। यह niche न सिर्फ बिक्री के लिए अच्छा है बल्कि एक मैसेज फैलाने का भी जरिया है।
3. Families and couples परिवार और कपल्स से जुड़ी चीजें हमेशा चलती हैं। जैसे Best Dad Ever, Mommy and Me, King & Queen जैसे कस्टम प्रिंट्स। खास मौकों जैसे बर्थडे, एनिवर्सरी, मदर्स डे और फादर्स डे पर इस niche में बहुत ऑर्डर आते हैं। यह एक भावनात्मक और गिफ्ट-फ्रेंडली कैटेगरी है।
4. Humor and internet memes मजेदार मीम्स और चुटकुलों वाले प्रोडक्ट्स लोगों को तुरंत आकर्षित करते हैं। यह niche युवाओं में बहुत पॉपुलर है क्योंकि ये ट्रेंडिंग, रिलेटेबल और शेयरेबल होते हैं। अगर आप सोशल मीडिया की नब्ज पकड़ सकते हैं तो यह सबसे तेजी से बिकने वाला niche बन सकता है।
5. Job-related niches हर कोई अपने प्रोफेशन पर गर्व करता है। चाहे वो डॉक्टर हो, टीचर हो, इंजीनियर हो या नर्स। World’s Best Nurse या Coding is my cardio जैसे स्लोगन वाली टी-शर्ट्स, मग्स या नोटबुक्स बहुत पॉपुलर होती हैं। यह niche गिफ्टिंग के लिहाज़ से भी काफी मजबूत है।
6. Hobby-related niches लोग अपने शौक से जुड़े सामान बड़े प्यार से खरीदते हैं। चाहे वो पेंटिंग हो, गार्डनिंग, फोटोग्राफी, बाइकिंग या कुकिंग। ऐसे प्रोडक्ट्स में क्लाइंट का पर्सनल कनेक्शन होता है जो सेल्स को बढ़ाता है। आपको बस उनके इंटरेस्ट को ध्यान में रखकर बढ़िया डिज़ाइन तैयार करना होता है।
7. Holidays and special occasions क्रिसमस, न्यू ईयर, वेलेंटाइन डे, दिवाली जैसी छुट्टियां और त्योहार हमेशा सेल्स के लिए गोल्डन मौके होते हैं। इस समय लोग बहुत ज्यादा शॉपिंग करते हैं खासकर यूनिक और फेस्टिव डिज़ाइन्स वाले प्रोडक्ट्स। इस niche में सीजनल लेकिन हाई वॉल्यूम ऑर्डर मिलते हैं।
8. Video games गेमिंग इंडस्ट्री बहुत तेजी से बढ़ रही है और गेमर्स अपने फेवरेट गेम्स से जुड़ी चीजें पहनना और इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। चाहे वो गेमिंग कोट्स हों या पॉपुलर कैरेक्टर्स गेमिंग niche में क्रिएटिविटी की कोई सीमा नहीं है और इसकी ऑडियंस भी बहुत वफादार होती है।
9. Health and fitness जिम, योगा, रनिंग और हेल्दी लाइफस्टाइल को लेकर लोग काफी जागरूक हो चुके हैं। इस niche में No Pain No Gain, Eat Sleep Gym Repeat जैसे मोटिवेशनल कोट्स वाले प्रोडक्ट्स काफी पॉपुलर हैं। यहां एक पॉजिटिव और एनर्जेटिक टोन होती है जो लोगों को इंस्पायर करती है।
10. Astrology राशि, ग्रह-नक्षत्र, और ज्योतिष से जुड़ी चीजों में लोगों की काफी रुचि होती है। Leo Queen, Scorpio Vibes जैसे डिज़ाइन्स लोगों को अपनी पर्सनैलिटी से जोड़ने का मौका देते हैं। यह niche बहुत पर्सनल होता है इसलिए सेलिंग पॉइंट काफी मजबूत रहता है।
11. Travel and outdoors घूमना-फिरना किसे पसंद नहीं इस niche में Wanderlust, Adventure Awaits, या देश-दुनिया के नज़ारों वाले डिज़ाइन्स खूब बिकते हैं। बैकपैक्स, ट्रैवल जर्नल्स, टी-शर्ट्स और पासपोर्ट होल्डर जैसे प्रोडक्ट्स काफी मांग में रहते हैं।
12. Reading and books बुक लवर्स अपने पढ़ने के शौक को हर जगह दिखाना पसंद करते हैं। Just One More Chapter जैसी लाइनें, बुकमार्क्स, मग्स और टी-शर्ट्स पर बहुत बिकती हैं। यह niche शांति, ज्ञान और इंटेलेक्चुअल फील देता है जिससे इसकी अलग पहचान बनती है।
13. Mental health awareness मानसिक स्वास्थ्य पर अब लोग खुलकर बात करने लगे हैं। It’s Okay to Not Be Okay, Breathe जैसे मैसेज बहुत स्ट्रॉन्ग इम्पैक्ट डालते हैं। इस niche का मकसद सिर्फ कमाई नहीं है बल्कि लोगों में जागरूकता लाना भी होता है जिससे यह एक पावरफुल कैटेगरी बन जाती है।
14. Music म्यूजिक लवर्स अपने पसंदीदा गानों, इंस्ट्रूमेंट्स और आर्टिस्ट्स से जुड़ी चीजें खरीदना पसंद करते हैं। गिटार या माइक इमेज वाले प्रोडक्ट्स बहुत ट्रेंडी रहते हैं। यह niche हर उम्र के लोगों में पॉपुलर है और इसमें वेरायटी भी खूब है।
15. Food फूडीज़ हर जगह हैं और फनी या क्यूट फूड रिलेटेड चीजें खूब बिकती हैं। खाना एक ऐसा niche है जो लोगों के दिल और पेट दोनों से जुड़ा होता है और इसकी ऑडियंस भी बहुत वाइड होती है।
How to Create Designs for Print On Demand | प्रिंट ऑन डिमांड के लिए डिज़ाइन कैसे बनाएं
अगर आप प्रिंट ऑन डिमांड बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो ये बात समझना बहुत ज़रूरी है कि आपका डिज़ाइन ही आपकी सबसे बड़ी पहचान होता है। एक बढ़िया डिज़ाइन सिर्फ प्रोडक्ट को सुंदर नहीं बनाता, बल्कि कस्टमर को उसे खरीदने के लिए भी मजबूर कर सकता है। नीचे मैंने कुछ अहम बातें शेयर की हैं जिन्हें आपको डिज़ाइन बनाते समय ज़रूर ध्यान में रखना चाहिए।
Simple is Powerful बहुत ज्यादा रंग या डिटेल्स देने से बचें। सिंपल, क्लीन और मेसेज देने वाले डिज़ाइन्स ज्यादा बिकते हैं।
अपने टारगेट ऑडियंस को समझना सबसे पहला और जरूरी कदम है। आप किसे अपना प्रोडक्ट बेचना चाहते हैं, उसी के हिसाब से टेक्स्ट, इमेज और फॉन्ट का चुनाव करें। अगर आपकी ऑडियंस यंग है तो थोड़ा फंकी और ट्रेंडी डिजाइन चलेगा, और अगर ऑडियंस प्रोफेशनल है तो कुछ क्लीन और सिंपल ज्यादा बेहतर रहेगा।
Right Font & Colors फॉन्ट पढ़ने में आसान होना चाहिए और कलर कॉन्ट्रास्ट ऐसा हो कि डिजाइन निखर कर दिखे।
डिज़ाइन टूल्स का सही इस्तेमाल करना आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी को एक लेवल ऊपर ले जा सकता है। आप Canva जैसे यूज़र-फ्रेंडली टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, या अगर थोड़ा प्रोफेशनल टच चाहिए तो Adobe Illustrator भी बढ़िया ऑप्शन है। इसके अलावा, Creative Fabrica जैसी वेबसाइट से आप प्रीमियम एलिमेंट्स और फॉन्ट्स लेकर अपने डिज़ाइन को और भी यूनिक और प्रोफेशनल बना सकते हैं।
Print Size और Placement डिजाइन बनाते वक्त उसकी प्रिंट साइज और लोकेशन जरूर चेक करें। हर प्रोडक्ट की डाइमेंशन अलग होती है।
डिज़ाइन बनाते समय Commercial Use Rights का ध्यान रखें। जो भी एलिमेंट आप इस्तेमाल कर रहे हैं वे कॉपीराइट फ्री होने चाहिए।
और पढ़ने से आप डिजाइन बनाना तो नहीं सीख सकते इसलिए अगर आप पूरी तरह सीखना चाहते हैं तो नीचे दी गई वीडियो को ज़रूर देखें। इस वीडियो में डिज़ाइन बनाने की पूरी Step-by-Step प्रोसेस स्क्रीन पर दिखाकर समझाई है। एक बार में ही सब क्लियर हो जाएगा
Best Print On Demand Sites 2025
प्रिंट ऑन डिमांड शुरू करने के लिए सबसे पहला और सबसे अहम कदम होता है एक भरोसेमंद प्लेटफॉर्म चुनना, जो न सिर्फ आपके डिज़ाइन को बढ़िया क्वालिटी में प्रिंट करे, बल्कि उसे समय पर कस्टमर तक डिलीवर भी करे। कई लोग सस्ती साइट्स के चक्कर में पड़ जाते हैं, लेकिन बाद में उन्हें प्रोडक्ट की खराब क्वालिटी, डिलेवरी की दिक्कतें और खराब कस्टमर सपोर्ट जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में न सिर्फ आपका मुनाफा घटता है, बल्कि आपकी ब्रांड वैल्यू पर भी सीधा असर पड़ता है जो किसी भी बिजनेस के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अक्सर यूट्यूब पर बहुत सारे क्रिएटर आपको सबसे सस्ती प्रिंट ऑन डिमांड साइट्स की सिफारिश करते हैं। लेकिन मैं इससे थोड़ा असहमत हूं क्योंकि कम कीमत के साथ-साथ अक्सर क्वालिटी में समझौता देखने को मिलता है। और जब कोई ग्राहक खराब प्रोडक्ट की शिकायत करता है या रिफंड मांगता है तो वह नुकसान आपको ही उठाना पड़ता है। इसलिए मेरी सलाह यही है कि सस्ता खरीदने की बजाय अच्छा चुनें। मैं हमेशा मानता हूं कि अच्छा खरीदो वरना दो बार खरीदना पड़ेगा।
अब आपके दिमाग में ये सवाल ज़रूर घूम रहा होगा कि क्या प्रिंट ऑन डिमांड वेबसाइट पर शुरू में ही पैसे देने पड़ते हैं? तो साफ-साफ कहूं ऐसा बिल्कुल ज़रूरी नहीं है। असल में ज़्यादातर अच्छी POD वेबसाइट्स तब तक आपसे कोई पेमेंट नहीं मांगतीं जब तक आपकी कोई सेल नहीं हो जाती। इसका मतलब ये हुआ कि आप बिना किसी upfront इन्वेस्टमेंट के अपना स्टोर शुरू कर सकते हैं और तब ही पैसे खर्च होते हैं जब आपको कस्टमर से पहले ही पेमेंट मिल चुका होता है।
मैंने हाल ही में जिलातो वेबसाइट का खुद से परीक्षण किया और सच कहूं तो मैं इससे बहुत प्रभावित हुआ। प्रोडक्ट की क्वालिटी शानदार थी प्रिंटिंग भी बेहतरीन थी और पूरी प्रक्रिया बहुत ही स्मूद रही। इसलिए मैंने सोचा कि चलिए इसी पर एक प्रोडक्ट बनाकर दिखाते हैं ताकि आपको भी पूरा प्रोसेस समझ में आ जाए।
सबसे पहले मैं वेबसाइट के मेनू में Buy वाले सेक्शन पर जाऊंगा। वहां से Product Catalog पर क्लिक करूंगा और फिर Men’s Clothing सेक्शन में जाऊंगा। इस कैटेगरी में कई सारे प्रोडक्ट्स मिलते हैं लेकिन मैं T-shirt से शुरुआत करूंगा क्योंकि यह सबसे ज्यादा बिकने वाला प्रोडक्ट है।
मैं अब Heavyweight Crew Neck टी-शर्ट चुनने वाला हूं क्योंकि ये सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली कैटेगरी में आती है और इसकी क्वालिटी भी सच में शानदार है। सबसे अच्छी बात ये है कि बाकी महंगे ऑप्शन्स के मुकाबले इसकी कीमत लगभग दो डॉलर कम है। इसका मतलब साफ है बढ़िया क्वालिटी भी मिल रही है और खर्चा भी कम हो रहा है, जिससे प्रॉफिट बचाने में आसानी होगी। यही तो चाहिए, सही चीज़ सही दाम में।
अब बात आती है डिज़ाइन लगाने की। मैं इस डिज़ाइन को फ्रंट साइड पर ही रखने वाला हूं वो भी सिंपल तरीके से। हां कढ़ाई यानी एंब्रॉयडरी भी एक बेहतरीन विकल्प है जो प्रोडक्ट को प्रीमियम लुक देता है लेकिन इसकी लागत ज्यादा होती है। इसलिए मैं इसे सिर्फ उन्हीं डिज़ाइनों के लिए इस्तेमाल करूंगा जो खुद बोलते हैं कि उन्हें एंब्रॉयडरी चाहिए। अगर आप एंब्रॉयडरी पर एक्स्ट्रा पैसे खर्च कर रहे हैं, तो यह ज़रूरी है कि आपकी प्रोडक्ट फोटो में वो डिज़ाइन साफ-साफ और अच्छे से नजर आए। क्योंकि जब तक ग्राहक उसे ठीक से देख नहीं पाएगा, तब तक उसे उस प्रोडक्ट की वैल्यू भी महसूस नहीं होगी। दिखेगा नहीं तो बिकेगा कैसे?
डिज़ाइन लगाने के लिए मैं सबसे पहले सफेद रंग का ऑप्शन चुनूंगा और सबसे बड़े साइज से शुरुआत करूंगा। उसके बाद मैं यही डिज़ाइन बाकी के रंगों और सभी साइज में भी अपलोड करूंगा ताकि ग्राहक को सारे विकल्प मिलें। यह प्रक्रिया बहुत आसान है बस अपने डिज़ाइन को ड्रैग और ड्रॉप करना है और उसे सेंटर में सेट कर देना है।
डिज़ाइन लगाते वक्त नीचे एक ऑप्शन और भी आता है जिसमें आप बैक, नेक या स्लीव्स पर भी अलग-अलग डिज़ाइन्स जोड़ सकते हैं। लेकिन इस बार मैं इसे सिंपल रखने वाला हूं और सिर्फ फ्रंट साइड पर ही प्रिंट करूंगा। एक बार जब सभी रंगों और साइज में डिज़ाइन सेट हो जाए तो बस उसे सेव कर लेना है।
अब जब आपका प्रोडक्ट पूरी तरह तैयार है तो अगला सवाल आता है। आखिरकार इसे बेचना कहां है इस सवाल का जवाब भी मैं आपको बहुत ही आसान तरीके से बताने वाला हूं जिससे आप बिना किसी दिक्कत के अपने प्रोडक्ट को दुनियाभर में बेच सकें।
Where Do I Sell My Stuff | मैं अपना सामान कहां बेचूं?
मुझे एक बात हमेशा परेशान करती है जब भी कोई प्रिंट ऑन डिमांड बिजनेस शुरू करने की बात करता है तो अधिकतर यूट्यूब चैनल सिर्फ दो ही नाम लेते हैं Etsy या Shopify। लेकिन क्या सच में ये सवाल इतना सीधा है कि उसे एक ही लाइन में सुलझा लिया जाए? मैं तो मानता हूं कि ऐसी गंभीर चीज़ों पर सिर्फ ध्यान खींचने के लिए कोई जल्दीबाज़ी वाला जवाब देना सही नहीं होता और इस आर्टिकल में मेरी कोशिश भी यही है कि आपको दिखावे नहीं, बल्कि सही और काम की जानकारी मिले। अगर आप इस आर्टिकल को यहां तक पढ़ चुके हैं तो इसका मतलब साफ है कि आप सीरियस हैं और कोई भी फैसला लेने से पहले पूरी जानकारी पाना चाहते हैं।
तो चलिए पहले Etsy को गहराई से समझते हैं। अगर हम 2025 का लेटेस्ट डेटा देखें, तो Etsy अब हर महीने लगभग 400 मिलियन विज़िटर्स को आकर्षित कर रहा है जो इसे प्रिंट-ऑन-डिमांड मार्केटप्लेस में सबसे बड़ा बनाता है। यह आंकड़ा Shopify से भी कहीं ऊपर है। प्लेटफ़ॉर्म पर अब लगभग 95.5 मिलियन एक्टिव बायर्स हैं जिनमें से 36.9 मिलियन नियमित रूप से खरीदारी करते हैं विक्रेताओं की संख्या भी मजबूत बनी हुई है। लगभग 8.13 मिलियन एक्टिव सेलर्स Etsy पर काम कर रहे हैं।
ये भी पढ़े: shopify क्या है
और सबसे खास बात यह है कि 33% से अधिक लेन-देन निजी और कस्टमाइज्ड प्रोडक्ट्स। जैसे कि प्रिंट-ऑन-डिमांड से होती हैं जो स्पष्ट रूप से दिखाता है कि ग्राहक पर्सनलाइज़्ड चीज़ों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
2024 में Etsy ने 2.81 बिलियन डॉलर का राजस्व (Revenue) और लगभग 12.6 बिलियन डॉलर का कुल बिक्री मूल्य (GMS) दर्ज किया जिससे यह साफ है कि प्लेटफ़ॉर्म न सिर्फ ट्रैफिक में बल्कि कमाई में भी मजबूत बना हुआ है।
यह आंकड़े बताते हैं कि 2025 में Etsy एक ग्लोबल ऑर्गेनिक और प्रिंट-ऑन-डिमांड के लिए बेहतरीन प्लेटफ़ॉर्म के रूप में कायम है।
कई लोगों ने मेरी पिछली पोस्ट पर कमेंट करके कहा था कि मैं मार्केटिंग कॉस्ट को नजरअंदाज करता हूं लेकिन सच यह है कि Etsy जैसी मार्केटप्लेस का यही सबसे बड़ा फायदा है। यहां कस्टमर पहले से मौजूद होते हैं जो ऐक्टिव रूप से प्रोडक्ट्स खोज रहे होते हैं। आपको बस अपनी लिस्टिंग को अच्छे से बनाकर Etsy के सर्च रिज़ल्ट्स में ऊपर लाना होता है। लेकिन यह उतना आसान भी नहीं है जितना लगता है। बहुत से लोग Etsy पर फेल हो जाते हैं और यह एक कड़वा सच है जिसे स्वीकार करना जरूरी है।
Etsy कभी यह साफ नहीं करता कि कितने स्टोर्स वास्तव में सफल हैं। हां उन्होंने यह जरूर बताया है कि 2022 में प्लेटफॉर्म पर 5.4 मिलियन एक्टिव सेलर्स थे और इनकी औसत मासिक बिक्री करीब $2169 थी। लेकिन ध्यान रहे कि यह औसत कुछ टॉप और लंबे समय से सफल दुकानों की वजह से ऊपर गया है। हकीकत यह है कि बहुत से लोग इसलिए फेल होते हैं क्योंकि वो मार्केट रिसर्च किए बिना बस अपनी पसंद से कोई भी डिज़ाइन अपलोड करने लगते हैं।
अगर आप इस आर्टिकल में बताए गए तरीके को अपनाते हैं तो आप इस भीड़ से अलग खड़े हो सकते हैं। क्योंकि हमने हर चीज़ एक प्रोसेस के रूप में देखी है। प्रोडक्ट सिलेक्शन, डिज़ाइन स्ट्रैटेजी, क्वालिटी कंट्रोल और कस्टमर बिहेवियर तक। अगर आप इन बातों को समझ कर आगे बढ़ते हैं तो Etsy पर सफल होने के आपके चांस कहीं अधिक हैं।
अब बात करते हैं Shopify की। Shopify एक मार्केटप्लेस नहीं है बल्कि यह आपकी खुद की एक वेबसाइट होती है। और इस वेबसाइट पर सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आप अपने ग्राहक का डेटा पूरी तरह से एक्सेस कर सकते हैं खासकर उनका ईमेल एड्रेस। एक पुराना लेकिन सच नियम है हर कस्टमर का ईमेल प्रति महीने लगभग $1 के बराबर होता है क्योंकि आप बाद में उसे फिर से प्रोडक्ट्स दिखा सकते हैं प्रमोशन भेज सकते हैं।
Etsy के मामले में आप ग्राहक की ईमेल आईडी डाउनलोड तो कर सकते हैं लेकिन उसे बिना उसकी अनुमति के अपनी मार्केटिंग लिस्ट में नहीं जोड़ सकते। न सिर्फ यह Etsy की पॉलिसी के खिलाफ है बल्कि कई देशों में यह अवैध भी है। Shopify में आपको फुल कंट्रोल मिलता है। वेबसाइट आपकी, ब्रांडिंग आपकी और कस्टमर पूरी तरह से आपके। इसका मतलब यह हुआ कि आप धीरे-धीरे एक लॉयल कस्टमर बेस बना सकते हैं जो बार बार आपके स्टोर पर लौटेगा।
Etsy की एक और दिक्कत यह है कि यहां आपका प्रोडक्ट हमेशा किसी और के प्रोडक्ट के बगल में ही नजर आता है। यानी ग्राहक के पास ऑप्शन होते हैं और आपको प्राइसिंग में कंपीट करना ही पड़ता है। लेकिन Shopify पर ऐसा नहीं होता। वहां सिर्फ आपका स्टोर होता है और ग्राहक कहीं और नहीं जाता। उसे सिर्फ वही दिखता है जो आप दिखाना चाहते हैं। यह कुछ ऐसा है जैसे कोई यूट्यूब चैनल जिसमें सिर्फ आपके ही वीडियो दिखाई दें।
अब सवाल उठता है क्या Shopify ही सबसे बेस्ट ऑप्शन है जवाब है नहीं कम से कम शुरुआत में तो नहीं। अगर आप एक Beginner हैं तो मैं पूरी तरह से Etsy से शुरुआत करने की सलाह दूंगा। इसका कारण है वहां कस्टमर पहले से ही मौजूद होते हैं और आपको केवल यह तय करना होता है कि आप ऐसे डिज़ाइन्स बनाएं जो लोग खरीदना चाहें। मार्केटिंग की कोई चिंता नहीं विज्ञापन में पैसे जलाने की जरूरत नहीं।
Etsy पर कंपीटिशन भी अच्छा होता है क्योंकि वह आपको मजबूर करता है कि आप अपने स्किल्स सुधारें मार्केट को समझें और सही दिशा में आगे बढ़ें। बाजार कभी झूठ नहीं बोलता अगर आपके डिजाइंस वाकई अच्छे हैं तो सेल्स जरूर होंगी और नहीं हैं तो आपको सुधार करने का मौका मिलेगा। यही सीख आपको एक एंटरप्रेन्योर बनाती है।
Etsy को आप एक टेस्टिंग ग्राउंड की तरह समझें। आप यहां जितने चाहे उतने प्रोडक्ट्स डाल सकते हैं जितनी चाहे उतनी डिजाइन्स टेस्ट कर सकते हैं। हर लिस्टिंग की फीस बस 20 सेंट है यानी अगर आप 1000 प्रोडक्ट्स की लिस्टिंग डालते हैं तो सिर्फ $200 खर्च होंगे। लेकिन इसके बदले में जो डेटा इनसाइट्स और कस्टमर बिहेवियर की समझ आपको मिलेगी वह अमूल्य है।
जब आपको साफ-साफ समझ आ जाए कि आपके कौन से प्रोडक्ट सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं और बार-बार बिक रहे हैं, तो वही सही वक्त होता है जब आप अपना Shopify स्टोर लॉन्च करें। इसके बाद आप TikTok और Instagram जैसे प्लेटफॉर्म पर एड चलाकर और ईमेल मार्केटिंग के ज़रिए अपने ब्रांड को बड़ी ऑडियंस तक ले जा सकते हैं। अगर इस स्टेज पर आकर भी Shopify पर सेल नहीं आ रही, तो इसका मतलब ये नहीं कि आपका प्रोडक्ट कमजोर है असली दिक्कत आपकी मार्केटिंग स्ट्रैटेजी में है, क्योंकि प्रोडक्ट तो पहले ही लोगों की पसंद बन चुका है।
लेकिन अगर आप Etsy वाला स्टेप स्किप कर देते हैं और सीधे Shopify पर जाते हैं तो फिर अगर सेल्स नहीं होती तो यह समझना मुश्किल हो जाएगा कि क्या प्रोडक्ट खराब था क्या डिज़ाइन कमजोर था या मार्केटिंग सही नहीं थी। इसलिए समझदारी इसी में है कि पहले Etsy पर एक्सपेरिमेंट करें, ट्रेंड पकड़ें और फिर Shopify पर ब्रांड बनाएं।
अब सवाल है नए सेलर्स Etsy पर प्रिंट ऑन डिमांड प्रोडक्ट्स कैसे बेच सकते हैं इसका जवाब भी बहुत सिंपल है आप इसे Gelato जैसे प्लेटफॉर्म से कनेक्ट कर सकते हैं। Gelato Etsy से पूरी तरह इंटीग्रेटेड है बस वेबसाइट के मेनू में “Stores” वाले ऑप्शन पर जाएं और वहां से अपने Etsy स्टोर को कनेक्ट कर लें। इसके बाद हर ऑर्डर अपने आप प्रोसेस होता है। आपको बस डिज़ाइन्स अपलोड करने होते हैं और बाकी का काम ऑटोमैटिक हो जाता है।
तो यही वो प्रोसेस है जो मैं एक नए सेलर को बताना चाहूंगा। पहले मार्केट समझिए, उसे टेस्ट करिए, और जब सही समय आए तो स्केल करिए। जल्दबाजी नहीं रणनीति बनाइए। यही फर्क है एक बेचने वाले और एक ब्रांड बनाने वाले में।
How do Beginners Sell On Etsy | Etsy पर शुरुआती लोग कैसे बेचते हैं?
जब आप Etsy पर अपना अकाउंट बना लेते हैं तो उसके बाद कुछ छोटी छोटी लेकिन बेहद काम की बातें होती हैं जो आपकी सेल्स में बड़ा फर्क ला सकती हैं। सबसे पहली चीज़ होती है. प्रोडक्ट को अच्छे से प्रेजेंट करना। खरीदार ये जानना चाहते हैं कि जो चीज़ वो खरीदने वाले हैं असल में देखने में कैसी लगेगी। इसी वजह से Mockup बहुत ज़रूरी हो जाता है। ये एक वर्चुअल तरीका होता है जिससे दिखाया जा सकता है कि आपका प्रोडक्ट पहनने या इस्तेमाल करने पर कैसा दिखेगा। Mockup न सिर्फ आपके प्रोडक्ट को आकर्षक बनाता है बल्कि उसे थोड़ा यूनिक और ‘हैंडमेड टच’ भी देता है जिससे ग्राहक को लगता है कि वो कोई स्पेशल चीज़ खरीद रहा है। अच्छी बात ये है कि Gelato में एक इनबिल्ट Mockup स्टूडियो होता है जो ये सब बहुत आसान बना देता है। एक बार जब आपका Mockup अच्छा दिखने लगता है, तो वही आपके स्टोर की प्रोफेशनल इमेज बनाने में मदद करता है और इससे कस्टमर का भरोसा भी जल्दी बनता है।
इसके बाद दूसरी चीज जो उतनी ही जरूरी है वह है कीवर्ड्स का इस्तेमाल। Etsy एक सर्च-आधारित मार्केटप्लेस है यानी ग्राहक प्रोडक्ट्स को सर्च करके ढूंढते हैं। ऐसे में अगर आपने अपने टाइटल, टैग्स और डिस्क्रिप्शन में सही कीवर्ड्स नहीं डाले तो आपकी लिस्टिंग कभी सर्च में आएगी ही नहीं। लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं कि आप जो मन में आए वो कीवर्ड डाल दें। कीवर्ड वही होना चाहिए जो आपके प्रोडक्ट से सही मायनों में जुड़ा हो। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए हमें किसी Funny Wood Worker Shirt से इंस्पिरेशन मिला तो हम देख सकते हैं कि उसमें funny shirt, father’s day gift, men’s shirt जैसे कीवर्ड्स इस्तेमाल हुए हैं। आप इन्हीं से आइडिया लेकर उन्हें अपने टाइटल और टैग्स में शामिल कर सकते हैं। साथ ही दूसरी लिस्टिंग्स को एक्सप्लोर करना भी जरूरी होता है ताकि कुछ नए और यूनिक कीवर्ड्स मिल सकें।
तीसरी और बेहद अहम बात यह है कि आपको अपने स्टोर को एक प्रीमियम ब्रांड की तरह प्रेज़ेंट करना होगा। ट्रस्ट इस बिजनेस की सबसे अहम चीज है। लोग तभी खरीदते हैं जब उन्हें लगे कि वह किसी भरोसेमंद जगह से खरीद रहे हैं। अगर आपकी Etsy शॉप किसी लोकल मार्केट के स्टॉल जैसी लगेगी तो ग्राहक आप पर भरोसा नहीं कर पाएंगे। लेकिन अगर आप इसे एक ब्रांड जैसा फील देंगे तो ग्राहक का कॉन्फिडेंस अपने आप बढ़ जाएगा। आप Shopify का फ्री Name Generator इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे ऐसा नाम चुना जा सके जो ब्रांड फील दे और आपके प्रोडक्ट्स से जुड़ा हो। नाम तय करने के बाद Name Checker वेबसाइट पर जाकर चेक करें कि वही नाम Etsy, Instagram, TikTok और डोमेन के लिए अवेलेबल है या नहीं।
जब आप लोगो और बैनर डिज़ाइन करें तो इसे बहुत ज्यादा परफेक्ट बनाने में समय बर्बाद न करें। इसे साफ सुथरा सिंपल और प्रोफेशनल रखें। Canva जैसे टूल्स में पहले से कई Etsy बैनर टेम्पलेट्स मौजूद हैं जो इस काम को आसान बना देते हैं। कोशिश करें कि आपका बैनर होममेड गुड्स की फील दे जिससे आपका स्टोर एक अलग पहचान बना सके। कॉर्पोरेट जैसी ठंडी फीलिंग देने से बचें।
और सबसे ज़रूरी बात ये है कि आपके स्टोर की ऑडियंस बिल्कुल साफ होनी चाहिए मतलब आपको पूरी तरह पता होना चाहिए कि आप किसके लिए बेच रहे हैं। अगर आपकी दुकान एक खास तरह के प्रोडक्ट्स पर फोकस करती है तो आपका पूरा ब्रांड उसी टारगेट ऑडियंस के हिसाब से होना चाहिए। एक भी ऐसा आइटम जो आपकी स्टोर की थीम से बाहर हो, वो पूरे ब्रांड की छवि को बिगाड़ सकता है। सोचिए ना अगर आप Apple Store में घुसें और वहां एक वॉशिंग मशीन दिख जाए, तो थोड़ा अजीब नहीं लगेगा? भले ही वो मशीन बढ़िया हो, लेकिन उस माहौल में वो मिसफिट लगेगी। ठीक ऐसा ही आपके Etsy स्टोर के साथ हो सकता है अगर आपकी प्रोडक्ट लाइन और स्टोर की पहचान मेल नहीं खा रही हो। कस्टमर कन्फ्यूज़ हो जाएगा और कन्फ्यूज़ कस्टमर बहुत कम ही कुछ खरीदता है।
अब जहां तक सवाल है जल्दी सेल्स लाने का तो शायद आपके मन में आ रहा हो कि क्या अभी पैड ऐड्स चलाने चाहिए। इसका जवाब आप तभी समझ पाएंगे जब ऊपर बताई गई तीनों चीजें प्रोडक्ट प्रेजेंटेशन, कीवर्ड्स और ब्रांडिंग पूरी तरह मजबूत हों। क्योंकि बिना फाउंडेशन के ऐड चलाना ऐसे ही है जैसे बिना नींव के घर बनाना।
When Should I Run Paid Ads | मुझे सशुल्क विज्ञापन कब चलाना चाहिए?
मैं जानता हूं कि Paid Ads कितने असरदार हो सकते हैं ये आपके प्रोडक्ट को कुछ ही घंटों में हजारों लोगों तक पहुंचा सकते हैं। शुरुआत में इससे थोड़ी बहुत सेल्स भी आ जाती हैं, जिससे लगता है कि सब सही जा रहा है। लेकिन असली दिक्कत वहीं से शुरू होती है, जब लोग बिना पूरी तैयारी के सिर्फ Ads पर भरोसा करने लगते हैं। अक्सर देखा है कि ब्रांड सेटअप, प्रोडक्ट क्वालिटी या मार्केटिंग स्ट्रैटेजी अभी अधूरी होती है और लोग Ads में पैसा झोंक देते हैं। नतीजा या तो कुछ भी बिकता नहीं या फिर Ads बंद होते ही सब ठप पड़ जाता है। मेरी राय में जब तक आपकी बुनियाद मजबूत नहीं है, Ads से उम्मीद रखना सिर्फ बजट बर्बाद करने जैसा है।
मैंने हमेशा अपने बिजनेस को एक Organic First अप्रोच के साथ ग्रो किया है। और आज भी मैं यही मानता हूं कि यह एक मजबूत नींव तैयार करने का सबसे भरोसेमंद तरीका है। आजकल के दौर में Organic Reach पहले के मुकाबले ज्यादा मिलने लगी है। चाहे वो Instagram हो, TikTok हो या YouTube Shorts। लेकिन सच यह भी है कि ये सोशल मीडिया कंपनियां धीरे धीरे इस Organic Reach को सीमित करने लगी हैं क्योंकि उन्हें अपने Advertising Revenue की चिंता है।
इसलिए मेरा मानना है कि अगर आपको किसी चीज़ पर शुरुआत में पैसा खर्च करना है तो वह शॉर्ट-फॉर्म वीडियो कंटेंट होना चाहिए। क्योंकि यह एक ऐसा कंटेंट टाइप है जो एक साथ कई प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल किया जा सकता है। आप एक ही वीडियो TikTok, Instagram Reels और YouTube Shorts पर डाल सकते हैं और हर जगह का ऑडियंस कवर कर सकते हैं। इससे ना सिर्फ आपका ब्रांड दिखता है बल्कि प्रोडक्ट्स भी एक असली फील के साथ सामने आते हैं।
इसके लिए सबसे पहले आपको कुछ सैंपल प्रोडक्ट्स ऑर्डर करने होंगे। मैं यह तो वैसे भी हमेशा रिकमेंड करता हूं। क्योंकि आपको यह पता होना चाहिए कि आप जो बेच रहे हैं वह असल में कैसा है। क्वालिटी, फिट, प्रिंट सब कुछ पहले खुद देखकर तसल्ली होनी चाहिए। उसके बाद आप उन प्रोडक्ट्स के साथ अपने वीडियो बना सकते हैं। लेकिन बस कोई फैंसी म्यूज़िक लगाकर प्रोडक्ट को घूमते हुए मत दिखाइए।
कहानी सुनाइए। एक ऐसी स्टोरी बनाइए जिसमें प्रोडक्ट शामिल हो लेकिन उसका केंद्र न बने। लोग सोशल मीडिया पर शॉपिंग के लिए नहीं आते वो एंटरटेनमेंट, इंस्पिरेशन या कनेक्शन के लिए आते हैं। अगर आपकी वीडियो इन तीन में से किसी भी भावना को नहीं छूती तो वह आगे नहीं जाएगी चाहे प्रोडक्ट कितना भी अच्छा हो।
एक बार जब आपके कुछ वीडियो अच्छे व्यूज़ लाने लगें और आपके टारगेट ऑडियंस तक पहुंचने लगें तब आप समझ जाएंगे कि कौन सी एंगल, कौन सा मेसेज और कौन सा प्रोडक्ट लोगों को पसंद आ रहा है। बस यहीं से शुरू होती है आपकी असली Paid Strategy अब आप पैसे सिर्फ उन्हीं आइडियाज पर खर्च कर रहे हैं जो पहले ही काम कर चुके हैं। यह एक स्मार्ट और टिकाऊ तरीका है किसी भी साइड हस्ल को ग्रो करने का।
मैंने बहुत से ऐसे लोगों को देखा है जिनका पूरा बिजनेस सिर्फ Paid Ads पर टिका था और एक दिन उनका Facebook Ad Account बैन हो गया। पूरा काम ठप। क्योंकि उन्होंने ब्रांड नहीं बनाया था उन्होंने प्लेटफॉर्म पर निर्भरता बना ली थी। और प्लेटफॉर्म्स इंसानों से नहीं चलते AI से चलते हैं। अगर आप अपनी पूरी इनकम को किसी एल्गोरिदम के भरोसे छोड़ देंगे तो एक दिन सब कुछ खो सकते हैं। लेकिन ये सबसे बड़ी गलती नहीं है जो लोग करते हैं। तो अब सवाल यही बचता है वह सबसे बड़ी और कॉमन गलती क्या है जो अधिकतर लोग करते हैं।
What’s the most common mistake | सबसे आम गलती क्या है?
बहुत सारे लोग प्रिंट ऑन डिमांड की चमक-दमक देखकर खिंचे चले आते हैं। सोशल मीडिया पर जब कोई सेलर अपने भारी-भरकम रेवेन्यू के स्क्रीनशॉट डालता है, तो पहली नजर में लगता है जैसे उसने कोई बड़ा तीर मार लिया हो। लेकिन ज़रा ठहरिए उस नंबर के पीछे की सच्चाई भी तो देखिए। असल में कोई भी थोड़ी देर के लिए ब्रेक-ईवन या नुकसान में बेच सकता है और कई सेलर्स और खुद को “गुरु” कहने वाले लोग यही कर रहे हैं। वे अपने प्रोडक्ट्स को घाटे में बेचते हैं, फिर उन झिलमिलाते हुए रेवेन्यू नंबर्स को दिखाकर खासकर नए और भावुक लोगों को लुभाते हैं। लेकिन रेवेन्यू और प्रॉफिट में जमीन-आसमान का फर्क होता है और असली खेल वहीं शुरू होता है।
रेवेन्यू देखकर एक्साइटेड होने की गलती मत कीजिए क्योंकि ये खेल प्रॉफिट का है और सिर्फ प्रॉफिट का। अगर आपकी जेब में पैसा नहीं आ रहा तो लाखों की सेल्स का क्या मतलब रह जाता है इसलिए हमेशा अपने प्रॉफिट मार्जिन की सुरक्षा कीजिए। यह वही हिस्सा है जो आपको लगातार गेम में टिके रहने की ताकत देता है।
मैंने खुद eBay पर हजारों प्रोडक्ट्स बेचे हैं। वहां मेरा एक कॉम्पिटीटर था जो हमेशा मेरी कीमत से नीचे बेचने की कोशिश करता था। लेकिन मैंने उसके साथ प्राइस वॉर में नहीं फँसने का फैसला किया। मैं बस इंतज़ार करता जब तक वो आउट ऑफ स्टॉक न हो जाए और उसके बाद मैं अपने प्रोडक्ट्स को नॉर्मल प्राइस पर बेचता। और सबसे मजेदार बात यह थी कि वह बंदा सिर्फ 5% प्रॉफिट मार्जिन पर काम कर रहा था। एक बार जब मैंने उसे एक ट्रेड शो में देखा तो वह यह सोचकर हँस रहा था कि उसने मुझे पीछे छोड़ दिया है। जबकि मैं अंदर ही अंदर मुस्कुरा रहा था क्योंकि मैं अब भी 30% प्रॉफिट मार्जिन पर लगातार बैंक में पैसे जमा कर रहा था।
यह सोच सिर्फ प्रिंट ऑन डिमांड तक सीमित नहीं है यह हर बिजनेस के लिए लागू होती है। आपको नंबर 1 बनने की ज़रूरत नहीं है। आपको केवल यह जानना है कि प्रॉफिट कहां है और कैसे उसे बनाए रखा जाए। अगर आपकी लागतों पर पकड़ है और आपका मार्जिन मजबूत है तो आप उस सेलर से भी ज्यादा पैसा कमा सकते हैं जो रैंकिंग में आपसे ऊपर है।
अगर आप Etsy के रास्ते पर हैं तो यह बात और भी ज्यादा मायने रखती है। क्योंकि वहां कुछ फीस भी लगती है। हर बार जब कोई प्रोडक्ट बिकता है तो Etsy 6.5% ट्रांजैक्शन फीस लेता है और यह फीस प्रोडक्ट प्राइस और शिपिंग दोनों पर लगती है। इसके अलावा 3% की पेमेंट प्रोसेसिंग फीस भी जुड़ती है जो बिल के पूरे अमाउंट पर लगती है।
चलो अब एक छोटा लेकिन काम का राज़ बताता हूं जो ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आपका प्रोडक्ट किसी ने Etsy Ads के ज़रिए देखा और फिर खरीदा, तो Etsy आपसे करीब 15% एक्स्ट्रा फीस ले सकता है। ये तब होता है जब कस्टमर Etsy के बाहर से किसी ऐड के ज़रिए आता है। हालांकि, आप चाहें तो इस फीचर से बाहर भी हो सकते हैं। लेकिन मेरी मानो तो अगर आप पहले से ही इसे ध्यान में रखकर अपनी प्राइस सेट करें, तो यह कोई बहुत बड़ा सिरदर्द नहीं बनता।
और सबसे आखिर में अपने टाइम को मत भूलिए। यह फ्री नहीं होता। अगर आप अपने हर घंटे की वैल्यू निकालें यानी जितना आप महीनों में प्रॉफिट कमा रहे हैं उसे अपने लगाए हुए कुल घंटे से डिवाइड करें तो हो सकता है आपको समझ आए कि आप मिनिमम वेज से भी कम कमा रहे हैं। हां शुरुआत में मेहनत ज्यादा करनी पड़ती है और कमाई कम होती है। यह बात मैं भी मानता हूं और यह बिल्कुल ठीक है। लेकिन हर कुछ महीनों में अपने आंकड़ों को चेक कीजिए।
अपने मंथली प्रॉफिट को अपने डाले हुए घंटे से डिवाइड करिए। अगर यह आंकड़ा समय के साथ ऊपर जा रहा है तो समझिए आप सही दिशा में हैं। लेकिन अगर आप सिर्फ सेल्स गिन रहे हैं और जेब खाली है तो वक्त है अपने रास्ते को दोबारा देखने का।
अगर आप चाहें तो अगले हिस्से में मैं आपको यह भी समझा सकता हूं कि आपका Etsy स्टोर सफल हो इसके लिए और क्या क्या ज़रूरी बातें हैं वो चीज़ें जो शायद ही कोई बताता हो लेकिन जो एक ब्रांड को टिकाऊ बनाती हैं।
क्या आप वास्तव में प्रिंट ऑन डिमांड से पैसा कमा सकते हैं?
अब सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि क्या वाकई प्रिंट ऑन डिमांड से पैसा बनाया जा सकता है या फिर यह मार्केट सच में बहुत ज़्यादा सैचुरेटेड हो चुकी है। सच कहूं मुझे भी हाल ही में एक नेगेटिव कमेंट मिला था मेरे प्रिंट ऑन डिमांड वाले आर्टिकल पर। उसमें लिखा था Hey, ईमानदारी से बताओ कि मार्केट कितना सैचुरेटेड है और लोगों को फॉल्स इल्यूज़न मत दो। साइड हस्ल का ज़माना खत्म हो गया है। Quick Buck नाम की कोई चीज़ ही नहीं होती।
सबसे पहले मैं कहना चाहूंगा कि उस कमेंट को देखकर मुझे खुशी हुई। मुझे हमेशा अलग अलग ओपिनियन सुनना पसंद है। और अगर कभी आप अपनी सक्सेस स्टोरी मेरे साथ शेयर करेंगे तो मैं उसे भी उतनी ही दिलचस्पी से सुनूंगा। क्योंकि सच्चाई यह है कि हर किसी का नजरिया उस रास्ते से आता है जो उसने खुद तय किया होता है। और मैं जानता हूं उस कमेंट के पीछे भी कुछ स्ट्रगल छुपा हुआ होगा।
अब बात करते हैं उस हिस्से की जिससे मैं पूरी तरह सहमत हूं Quick Buck नाम की कोई चीज नहीं होती। ये बात सच है बहुत बड़ा सच। जब मैंने अपनी जर्नी शुरू की थी तब मेरे पास कोई डिग्री नहीं थी कोई जॉब नहीं थी कोई बैकअप नहीं था। सिर्फ एक लैपटॉप था और हिम्मत। मुझे यहां तक पहुंचने के लिए वाकई खून पसीना बहाना पड़ा है। किसी ने मुझे पहले ही बता दिया होता कि रास्ता इतना कठिन होगा तो शायद मैं डर के मारे शुरू ही न करता। लेकिन मैं खुश हूं कि मैंने कोशिश की और हर दिन खुद को थोड़ा बेहतर बनाने की कोशिश करता रहा।
मैं मानता हूं कि हो सकता है मैंने अपने आर्टिकल में उस कठिनाई को ठीक से नहीं बताया जो इस जर्नी में आती है। शायद उस पॉइंट को और साफ़ शब्दों में समझाना चाहिए था और मैं यह वादा करता हूं कि आगे के कंटेंट में मैं इसे और अच्छे से दिखाऊंगा ताकि कोई यह न सोचे कि ये सफर सिर्फ ग्लैमर और फैंसी ग्राफिक्स का है।
जहां तक मार्केट के सैचुरेटेड होने की बात है तो यह सिर्फ एक एक्सक्यूज है और कुछ नहीं। हां यह सही है कि कोई भी फील्ड आज आसान नहीं है। लेकिन हर मार्केट में घुसना मुश्किल होता है हर जगह आपको या तो सबसे बेहतर बनना होता है या फिर कुछ अलग करना होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मार्केट खत्म हो चुकी है। सच यह है कि जो लोग कहते हैं कि मार्केट खत्म हो चुकी है हो सकता है उन्होंने खुद अभी तक मेहनत नहीं की।
शुरुआत में दिक्कतें आएंगी इसमें कोई शक नहीं है। कुछ हफ्तों या महीनों तक शायद एक भी सेल न हो। आपको लगेगा कि ये सब काम नहीं कर रहा और शायद आप छोड़ने की सोचें। लेकिन यही वो मोड़ होता है जहां 90% लोग हार मान लेते हैं और 10% लोग टिके रहते हैं और आगे चलकर बड़ा नाम बनते हैं।
अगर आपने अभी तक कम से कम 1000 प्रोडक्ट लिस्ट नहीं किए हैं अगर आपने अपने डिजाइनों पर घंटों काम नहीं किया है अगर आपने लगातार सीखा नहीं है तो फिर यह कहना सही नहीं होगा कि मार्केट सैचुरेटेड है। क्योंकि शायद आपने खुद अभी तक इतना इन्वेस्ट ही नहीं किया जितना रिजल्ट मांग रहे हैं।
और जहां तक साइड हस्ल का दौर खत्म होने की बात है तो यह ऐसा ही है जैसे कोई कह दे कि बिज़नेस करना अब मुमकिन नहीं है। सच्चाई यह है कि साइड हस्ल अब पहले से भी ज़्यादा जरूरी है। जब पूरी दुनिया अनिश्चितता से गुजर रही हो नौकरियों का कोई भरोसा न हो तब यही छोटे छोटे ऑनलाइन साइड हस्ल आपको फाइनेंशियल फ्रीडम की ओर ले जा सकते हैं।
बस एक चीज़ हमेशा याद रखना यह एक प्रोसेस है। यह रातोंरात नहीं होता। लेकिन अगर आप एक ही दिशा में लगातार चलते रहें तो आप ना सिर्फ सेल्स करेंगे बल्कि खुद के लिए एक पूरा ब्रांड बना पाएंगे। मेहनत वही है फर्क बस इतना है कि कुछ लोग बीच रास्ते में लौट जाते हैं और कुछ लोग मंज़िल तक पहुंचते हैं।
अगर आप चाहें तो मैं अगले हिस्से में आपको यह भी बता सकता हूं कि उस प्रोसेस को कैसे इस तरह से सेट किया जाए कि रिजल्ट आना तय हो जाए बिना इगो के, बिना डर के, बस एक दम ठोस एक्शन के साथ।
Conslusion
तो यार अगर यहां तक पहुंच ही गए हो तो एक बात तो पक्की है तुममें पेशेंस है और शायद दिल से कुछ नया करने की चाह भी। देखो Print On Demand कोई जादू की छड़ी नहीं है जिससे रातों रात Bugatti आ जाएगी लेकिन हां अगर सही माइंडसेट, प्रॉपर स्ट्रैटेजी और थोड़ी सी दीवानगी हो तो ये तुम्हारे लिए एक सॉलिड इनकम सोर्स बन सकता है। हमने इस पूरे आर्टिकल में देखा कि कैसे ये बिजनेस जीरो डॉलर से शुरू किया जा सकता है किस तरह से प्रोडक्ट बनते हैं कहां बेचना है और कैसे मार्केटिंग करनी है और सबसे बड़ी बात ये कि हमने फैंसी दावों से दूर रहकर रियल बातें की हैं।
मेरी तरफ से बस इतना कहना है जल्दी मत करो। आराम से सीखो, बनाओ और टेस्ट करते रहो। शुरू में चीज़ें उलझी हुई लग सकती हैं, लेकिन यकीन मानो यही उलझनें आगे चलकर तुम्हारी एक्सपर्टीज़ बन जाएंगी। बस लगे रहो ठहराव मत आने दो। और हां अगर ये आर्टिकल थोड़ा भी मददगार लगा हो तो एक छोटा सा स्टेप लो हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ जाओ। वहीं मिलते हैं, बात करते हैं और इस पूरे सफर को साथ में आसान और मजेदार बनाते हैं।
I am interested
But how to create account