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How to start Indian Dropshipping Business

How to start Indian Dropshipping Business

Introduction

जरा कल्पना करो एक दिन तुम उठते हो चाय पीते हुए अपने मोबाइल में कुछ क्लिक करते हो और देखते हो कि रातभर में तुम्हारे खाते में पैसे आ चुके हैं। न दुकान, न स्टॉक, न डिलीवरी की झंझट। बस इंटरनेट की मदद से तुमने एक ऑर्डर बुक किया और प्रॉफिट कमा लिया। यही है ड्रॉपशिपिंग की जादुई दुनिया जहां तुम बिना सामान छुए भी ऑनलाइन कमाई कर सकते हो। और यही कहानी तुम्हारी भी हो सकती है बस एक सही शुरुआत चाहिए। 

इस गाइड में मैं तुम्हें बताने वाला हूँ कि भारत में ड्रॉपशिपिंग बिजनेस कैसे शुरू किया जाए वो भी इतनी सरल भाषा में कि कोई बच्चा भी समझ सके। चाहे तुम कॉलेज में पढ़ रहे हो, घर पर रहने वाले पेरेंट्स हो या एक साइड इनकम की तलाश में हो ये ब्लॉग तुम्हारे लिए ही बना है। यहाँ तुम सीखोगे कि कैसे सही प्रोडक्ट चुनना है किस तरह मुनाफा कमाना है और वो भी बिना किसी टेंशन के। क्योंकि असली सीख वहीं से आती है जहाँ अनुभव की चिंगारी होती है। 

मैं खुद पिछले कई सालों से ड्रॉपशिपिंग कर रहा हूँ और इसी फील्ड में एक्टिव हूँ। किताबों से नहीं बल्कि ज़मीन से जुड़े अनुभवों से सीखा है कि क्या काम करता है और क्या नहीं। शुरू में मैंने कई गलतियाँ कीं कुछ प्रोडक्ट्स नहीं चले कुछ ऑर्डर्स फेल हुए पर हर बार मैंने उससे कुछ नया सीखा। आज मैं उन्हीं सीखी हुई बातों को तुम्हारे साथ बाँटने जा रहा हूँ ताकि तुम मेरी गलती दोबारा ना दोहराओ। क्योंकि अगर तुम shortcuts ढूंढ रहे हो तो ये गाइड तुम्हारे लिए एक रोडमैप बनने वाली है। 

तुम्हें ये ब्लॉग क्यों पढ़ना चाहिए क्योंकि इंडिया में ड्रॉपशिपिंग का मार्केट अभी रफ़्तार पकड़ रहा है और यही सबसे अच्छा मौका है शुरुआत करने का। न किसी बड़ी इन्वेस्टमेंट की ज़रूरत न डिग्री की। सिर्फ एक इच्छा और थोड़ी सी समझदारी से तुम भी एक सफल ऑनलाइन बिजनेस बना सकते हो। इस गाइड में मैं कवर करुंगा प्रोडक्ट रिसर्च से लेकर मार्केटिंग तक वेबसाइट बनाने से लेकर बिना वेबसाइट के भी ग्राहक लाने तक की हर तकनीक। और अब जब तुम यहाँ तक पहुँच ही चुके हो तो अगला हिस्सा तुम्हारा दिमाग ही नहीं दिल भी जीत लेगा।

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What is Dropshipping?

सोचो तुम्हें एक दुकान खोलनी है लेकिन न तुम्हें कोई सामान खरीदकर स्टोर करना है न किराया देना है और न ही डिलीवरी बॉयज़ की टेंशन लेनी है। फिर भी तुम आराम से हर हफ्ते हज़ारों रुपये कमा सकते हो। यही है ड्रॉपशिपिंग का असली Game एक ऐसा बिजनेस मॉडल जहां तुम सेलर हो लेकिन प्रोडक्ट कभी भी तुम्हारे हाथ में नहीं आता। ग्राहक ऑर्डर करता है और सप्लायर सीधे उसके घर प्रोडक्ट भेज देता है। और दिलचस्प बात ये है कि पूरा कंट्रोल तुम्हारे ही हाथ में होता है। 

चलिए इसे और आसान भाषा में समझते हैं। मान लो तुम एक बहुत ही स्टाइलिश टी-शर्ट ऑनलाइन बेचना चाहते हो। तुम उसकी फोटो वेबसाइट या इंस्टा पर डालते हो और एक ग्राहक उसे 500 रुपये में खरीद लेता है। फिर तुम अपने सप्लायर को बोलते हो कि वो वही टी-शर्ट सीधे उस ग्राहक को भेज दे सप्लायर को तुम 300 रुपये देते हो। बाहर से देखने पर लगता है कि तुम्हें 200 रुपये का प्रॉफिट हुआ।

लेकिन असल कहानी तो अभी सामने आनी बाकी है क्योंकि मुनाफे का असली गणित कुछ और ही कहता है। 

अब सोचो तुम्हें बस ऑर्डर फॉरवर्ड करना है और बाकी सारा काम सप्लायर खुद ही देखता है प्रोडक्शन से लेकर पैकिंग और शिपिंग तक। न सामान छूने की ज़रूरत न किसी बड़े ऑफिस की। ये सिस्टम इतना स्मार्ट है कि आज हजारों लोग इसे घर बैठे कर रहे हैं। लेकिन एक छोटी सी गलती भी पूरे मुनाफे को घाटे में बदल सकती है और यही वजह है कि सही गाइडेंस बेहद ज़रूरी है।और जब गाइडेंस किसी  ऐसे से मिले जिसने सब कुछ खुद करके सीखा हो तो बात ही कुछ और होती है। 

मैंने खुद ड्रॉपशिपिंग से ही अपने बिजनेस की शुरुआत की थी। कई साल पहले जब मैंने पहली बार How to start Indian Dropshipping Business के बारे में सीखा तब मुझे सबसे बड़ी राहत यही लगी कि इसमें रिस्क बेहद कम था। न बड़ा इन्वेस्टमेंट न भारी भरकम टीम। धीरे-धीरे मैंने प्रोडक्ट रिसर्च करना सीखा, ऑर्डर्स संभाले, मार्केटिंग की और आज मुनाफा कमा रहा हूँ। और अब बारी तुम्हारी है क्योंकि ये गाइड तुम्हारे लिए एक shortcut नहीं बल्कि एक सही दिशा है। 

तो अब सवाल उठता है क्या तुम ड्रॉपशिपिंग के इस सफर के लिए तैयार हो क्योंकि जो मैंने सीखा है वही इस गाइड में तुम्हें मिलने वाला है आसान भाषा में step-by-step। ये तो बस शुरुआत है आगे ऐसे राज़ खोलने वाले हैं जो तुम्हें ना सिर्फ पैसे कमाना सिखाएंगे बल्कि एक कामयाब ऑनलाइन बिजनेस बनाने की सोच भी देंगे। और अब जब सफर शुरू हो ही गया है तो चलो अगली सीढ़ी की ओर बढ़ते हैं जहां असली गेम शुरू होता है।

How Does Indian Dropshipping Work?

अब जब तुम समझ चुके हो कि ड्रॉपशिपिंग क्या है चलो अब जानें कि How Does Indian Dropshipping Work? इंडिया का मार्केट थोड़ा खास है यहां लोगों की पसंद खरीदने का तरीका और प्रोडक्ट्स की डिमांड सब कुछ थोड़ा अलग और मजेदार होता है। यहां हर उम्र, हर शहर और हर जरूरत के हिसाब से प्रोडक्ट्स बिकते हैं बस तुम्हें जानना है कि क्या और कैसे बेचना है। और यहीं से शुरू होती है तुम्हारे ड्रॉपशिपिंग सफर की असली कहानी। 

सबसे पहले तुम्हें एक ऐसा प्रोडक्ट चुनना होता है जो लोगों को पसंद आए जैसे ट्रेंडी टी-शर्ट्स, स्मार्ट गैजेट्स या घर की सजावट का सामान। फिर बनानी होती है अपनी डिजिटल दुकान चाहे वो वेबसाइट हो इंस्टाग्राम पेज हो या बस एक सिंपल व्हाट्सएप ग्रुप। अब तुम उस प्रोडक्ट की फोटो, कीमत और थोड़ी सी आकर्षक लाइनें लिखते हो ताकि ग्राहक खिंचा चला आए। लेकिन खेल यहीं खत्म नहीं होता क्योंकि असली मज़ा तो ऑर्डर आने के बाद शुरू होता है।

मान लो तुमने एक फैंसी मोबाइल कवर चुना और उसे 400 रुपये में लिस्ट किया। कोई ग्राहक आता है और ऑर्डर करता है। अब तुम अपने सप्लायर को बताते हो जो वही कवर 200 रुपये में बना कर सीधे ग्राहक को भेज देता है। तुम्हारा काम सिर्फ ऑर्डर पास करना है न पैकिंग करनी है न डिलीवरी। बाकी सब कुछ सप्लायर देखता है और इसी में छिपा है स्मार्ट बिजनेस का असली राज़। पर क्या तुमने कभी सोचा कि ये 200 रुपये का मुनाफा वाकई पूरा तुम्हारा होता है या इसमें भी कुछ ट्विस्ट है?

How Does Indian Dropshipping Work?

भारत में ड्रॉपशिपिंग इसलिए भी खास है क्योंकि यहां लोग Flipkart, Amazon और Instagram जैसी साइट्स से खरीदना पसंद करते हैं। और यही प्लेटफॉर्म्स तुम्हारे लिए रास्ते खोलते हैं। तुम इन्हें अपने स्टोर के लिए इस्तेमाल कर सकते हो अपने प्रोडक्ट की पहुंच हजारों लोगों तक आसानी से बना सकते हो। और अगर सही स्ट्रैटेजी अपनाई जाए तो ग्राहक खुद चलकर तुम्हारे स्टोर पर आएंगे।

जब मैंने अपना How to start Indian Dropshipping Business किया तो मैंने सबसे पहले दिल्ली और मुंबई के लोकल सप्लायर्स के साथ काम किया। शुरुआत में मैंने छोटे-छोटे ऑर्डर्स लिए ताकि मुझे प्रॉसेस और कस्टमर बिहेवियर समझ आ सके। मैंने सीखा कि इंडिया में फास्ट डिलीवरी और प्रोडक्ट की क्वालिटी सबसे ज्यादा मायने रखती है। इसलिए मेरी सलाह है पहले टेस्ट करो फिर धीरे-धीरे स्केल करो। क्योंकि हर बड़ा बिजनेस पहले एक छोटे स्टेप से ही शुरू होता है और अगला स्टेप तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है।

Can You Start Dropshipping Without Investment

कल्पना करें कि आपके पास न तो पैसा है, न वेबसाइट बनाने का कोई ज्ञान, और न ही विज्ञापन चलाने का बजट। फिर भी, आप अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। जी हां, यह पूरी तरह संभव है! कई लोग मानते हैं कि Shopify या Facebook Ads के बिना ड्रॉपशिपिंग असंभव है, लेकिन हकीकत इससे अलग है। इस हिस्से का एकमात्र उद्देश्य उन लोगों को शून्य से शुरुआत करने में सहायता करना है, जिनके पास शुरूआती निवेश नहीं है। और हां, अंत में मैं आपको एक ऐसी गुप्त रणनीति बताऊंगा, जो आपकी पहली बिक्री लाने में चमत्कार कर सकती है।

• Free Website बनाना।

बहुत से लोग वेबसाइट बनाने से डरते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि ये बहुत महंगा या मुश्किल काम है। लेकिन ऐसा नहीं है आप बिना एक भी रुपया खर्च किए एक खूबसूरत वेबसाइट बना सकते हैं और वो भी प्रोफेशनल लुक के साथ। इस गाइड में मैं आपको ऐसे आसान प्लेटफॉर्म्स बताऊंगा जिनसे आप खुद अपनी दुकान ऑनलाइन लॉन्च कर सकोगे।

• Free में Advertising करना।

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अब बात आती है मार्केटिंग की यानी अपने स्टोर पर ट्रैफिक लाने की। अगर आप सोच रहे हैं कि बिना पैसा लगाए कोई आपकी दुकान पर क्यों आएगा तो आपको ये जानकर हैरानी होगी कि Instagram, TikTok और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स पर लाखों लोग हर दिन ऐसे ही फ्री में बिजनेस चला रहे हैं। कैसे यही जानने के लिए ये सेक्शन पढ़ना बेहद ज़रूरी है।

• Free Sales लाना।

अब जब वेबसाइट भी बन गई और लोग भी आ गए तो अगला सवाल है पहली सेल कैसे आएगी और वो भी बिना एक भी रुपया खर्च किए यही वो सवाल है जिसका जवाब मैं आपको इस पूरे सेक्शन में step-by-step देने वाला हूँ। क्योंकि जब तुम जानोगे कि कैसे जीरो से फ्री सेल आती है तो तुम्हारा कॉन्फिडेंस दो गुना हो जाएगा। 

ना Shopify प्लान ना फेसबुक एड्स Everything For Free शुरुआत में सबसे बड़ी रुकावट होती है बजट। लेकिन इस गाइड के बाद आपके पास कोई बहाना नहीं बचेगा। अगर आपके पास कुछ इनिशियल इन्वेस्टमेंट है तो आप चाहें तो Shopify और Facebook Ads का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन अगर कुछ नहीं है तो भी ये गाइड आपकी असली ताकत बनेगी। क्योंकि जो शुरुआत करता है मुश्किलों के बिना वो सफर में मजा कम महसूस करता है. और यहां मजा भी मिलेगा और मुनाफा भी!

आपका पहला प्रोडक्ट आपके व्यवसाय में बेहद महत्वपूर्ण होगा। कोई भी बिजनेस तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक उसका प्रोडक्ट शानदार न हो। आपको एक ऐसा अनोखा और ट्रेंडिंग प्रोडक्ट चुनना होगा जो भारतीय यूजर्स का ध्यान खींच सके। इसके लिए आपको किसी महंगे टूल की जरूरत नहीं है, बस Instagram का सही तरीके से उपयोग करना आना चाहिए।

For Example अगर आपको Jewellery बेचनी है तो Instagram पर सर्च कीजिए Jewellery. आपको कई सारे ऐसे पेज मिल जाएंगे जो पहले से यही बेच रहे हैं। अब आपको उन सभी पेजों की पोस्ट और रील्स को ध्यान से देखना है कौन सी पोस्ट सबसे ज्यादा वायरल है जहां सबसे ज्यादा व्यूज और एंगेजमेंट होंगे वो प्रोडक्ट आपको क्लू देगा कि क्या बिक रहा है। और यही एक आसान तरीका है बिना पैसे लगाए मार्केट को समझने का.

Roposo Cloud और TikTok, Instagram के अलावा आप Roposo Cloud का भी इस्तेमाल कर सकते हो। इसका होमपेज ही आपके लिए ढेर सारे ट्रेंडिंग प्रोडक्ट्स सजाकर रखता है। साथ ही TikTok पर भी वही तरीका अपनाओ जो Instagram पर किया था सर्च करो देखो क्या वायरल है और उससे सीखो।

अब बारी आती है फ्री में वेबसाइट बनाने की आपने प्रोडक्ट तो ढूंढ लिया अब बात आती है स्टोर बनाने की और वो भी बिना वेबसाइट डेवेलपर को हायर किए बिना एक रुपया खर्च किए। मैं आपको 2 बेहद आसान तरीके बताने वाला हूँ।

1. Instagram Dm To Buy.

अगर आप वेबसाइट नहीं बनाना चाहते तो सिंपल तरीका है एक ब्रांडेड Instagram अकाउंट बनाइए। अपनी Bio में लिखिए DM To Buy। अब जब भी कोई आपके प्रोडक्ट को देखेगा और उसे पसंद आएगा वो आपको मैसेज करके ऑर्डर कर देगा। बस उसका पता और पेमेंट लो और ऑर्डर सप्लायर को फॉरवर्ड कर दो। और हां ध्यान रहे कि आपका सप्लायर COD सपोर्ट करता हो क्योंकि इंडिया में ज़्यादातर लोग पहले पे नहीं करते।

2. Free Website (Ecwid & BigCartel)

यदि आप अपनी वेबसाइट बनाना चाहते हैं, तो Ecwid एक शानदार मुफ्त मंच है। वहां आप अपने प्रोडक्ट की तस्वीरें, आकर्षक विवरण और कीमत जोड़कर एक शानदार वेबसाइट बना सकते हैं। BigCartel एक और बेहतरीन विकल्प है जहां आप पूरी तरह से मुफ्त ऑनलाइन स्टोर बना सकते हैं। लेकिन ध्यान दें भारत में ड्रॉपशिपिंग करते समय COD (कैश ऑन डिलीवरी) का विकल्प जरूर चालू रखें, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर PayPal को शामिल करना अनिवार्य है। मुफ्त वेबसाइट में कुछ सीमाएं हो सकती हैं, लेकिन शुरुआत के लिए यह एक मजबूत कदम है। अब बात करते हैं विज्ञापन की वो भी बिल्कुल मुफ्त में!

1. Instagram Reels

एक आकर्षक ब्रांडेड इंस्टाग्राम पेज बनाएं और हर दिन 2-3 रील्स पोस्ट करें। अगर आपका नीश फिटनेस है, तो प्रोडक्ट से जुड़ी पोस्ट के साथ-साथ मजेदार मीम्स या वायरल वीडियो भी शेयर करें। अगर कंटेंट की कमी हो रही है तो दूसरे पेज से वीडियो रीपोस्ट करें, लेकिन क्रेडिट देना न भूलें।

2. TikTok Organic

TikTok पर अपने प्रोडक्ट से जुड़ी वीडियो बनाओ और डेली पोस्ट करो। Bio में Link On Instagram लिख दो ताकि लोग वहीं से खरीद सकें। TikTok  पर 1k फॉलोअर्स होने के बाद ही लिंक डाल पाओगे तब तक धैर्य रखना पड़ेगा। 

3. YouTube Shorts

YouTube Shorts पर भी रोजाना पोस्ट करें। तीनों प्लेटफॉर्म्स का संयोजन उपयोग करना सबसे प्रभावी होगा। लेकिन ध्यान रखें, मुफ्त मार्केटिंग में समय और धैर्य ही आपका असली निवेश है।

अब बात करते हैं General Store की अगर आप फ्री में काम कर रहे हैं तो General Store बनाइए यानी हर तरह के प्रोडक्ट्स वाला पेज। इसके लिए चाहिए:

1. Logo

2. Highlights

3. Powerful Bio

यहाँ आप एक साथ कई प्रोडक्ट्स बेच सकते हो जैसे कि 5 ट्रेंडिंग प्रोडक्ट एक ही इंस्टा पेज पर। और अगर Niche Store है तो एक ही कैटेगरी को लेकर काम करना होगा हर चीज़ के अपने फायदे हैं।

अब आता है वो पार्ट जिसका सबको इंतजार था Secret Strategy:

1. Meesho Method:

Meesho से कोई अच्छा प्रोडक्ट उठाइए OLX पर पोस्ट करिए। जब ऑर्डर आए तो Meesho से COD में डिलीवर कराइए। ग्राहक से एड्रेस OLX चैट पर लीजिए और एक बार कॉल करके वेरिफाई कर लीजिए। Simple & Smart!

2. Flipping Method:

यदि आप प्रोडक्ट की कीमतों का आकलन करने में माहिर हैं, तो स्थानीय बाजार से सस्ते दामों पर सामान खरीदकर OLX पर अधिक कीमत में बेचें। यह रणनीति आपको अच्छा मुनाफा दिला सकती है। साथ ही, एक महत्वपूर्ण बात—गेमिंग सेटअप जैसी कम इस्तेमाल होने वाली चीजें भी OLX पर आसानी से बिक सकती हैं। मेरे विचार से, अगर आप व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आपको अपना गेमिंग सेटअप बेच देना चाहिए।

Best Dropshipping Niche In India

अब जब तुम जान चुके हो कि How to start Indian Dropshipping Business तो चलो बात करते हैं कि भारत में कौन से प्रोडक्ट्स बेचना सबसे अच्छा रहेगा। नीच (niche) का मतलब है एक खास तरह का प्रोडक्ट या मार्केट जिसे तुम अपना बिजनेस शुरू करने के लिए चुनते हो। सही नीच चुनना ऐसा है जैसे गेम में सही हथियार चुनना इससे जीत की राह आसान हो जाती है चलो भारत में कुछ सबसे हिट नीच देखते हैं।

1. फैशन और कपड़े

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भारत में लोग स्टाइलिश कपड़ों के दीवाने हैं। खासकर युवा लड़के-लड़कियां ट्रेंडी टी-शर्ट्स, कुर्तियां, और डिज़ाइनर साड़ियां बहुत पसंद करते हैं। तुम ऐसे कपड़े बेच सकते हो जो सस्ते हों लेकिन देखने में शानदार लगें। मिसाल के तौर पर प्रिंटेड टी-शर्ट्स या एथनिक वियर हमेशा डिमांड में रहते हैं।

2. मोबाइल एक्सेसरीज़

आजकल हर कोई स्मार्टफोन का उपयोग करता है, इसलिए मोबाइल कवर, ईयरबड्स और चार्जर जैसे सामानों की मांग हमेशा बनी रहती है। ये प्रोडक्ट्स हल्के, किफायती और आसानी से शिप करने योग्य होते हैं। मैंने अपने ड्रॉपशिपिंग व्यवसाय में मोबाइल कवर बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया, क्योंकि इनकी लागत कम होती है और लोग इन्हें बार-बार खरीदते हैं।

3. घर की सजावट

भारत में लोग अपने घर को खूबसूरत बनाने के लिए दीवाली, होली या शादी जैसे मौकों पर ढेर सारा सामान खरीदते हैं। वॉल डेकॉर, फैंसी लाइट्स या छोटे-छोटे गमले बहुत बिकते हैं। ये सामान हल्का होता है जिससे शिपिंग में आसानी रहती है।

4. हेल्थ और फिटनेस

आजकल लोग फिट रहने के लिए योगा मैट, रेज़िस्टेंस बैंड्स या प्रोटीन शेकर जैसी चीज़ें खरीद रहे हैं। खासकर कोविड के बाद से हेल्थ प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ गई है। ये नीच चुनना इसलिए अच्छा है क्योंकि लोग इसमें बार-बार खरीदारी करते हैं।

मैंने अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में कई नीच टेस्ट किए। मेरा अनुभव कहता है कि भारत में वो प्रोडक्ट्स सबसे अच्छे बिकते हैं जो सस्ते हों ट्रेंडी हों और ग्राहकों की ज़रूरत पूरी करें। मैंने शुरू में मोबाइल एक्सेसरीज़ से शुरुआत की और फिर फैशन में शिफ्ट किया जिससे मुझे अच्छा मुनाफा मिला। मेरी सलाह है ऐसा नीच चुनो जो तुम्हें भी पसंद हो ताकि तुम उसका मार्केटिंग मज़े से कर सको। और हाँ इंस्टाग्राम या फ्लिपकार्ट पर ये देखो कि लोग क्या खरीद रहे हैं इससे तुम्हें सही नीच चुनने में मदद मिलेगी।

तो क्या तुमने तय किया कि तुम कौन सा नीश चुनोगे? अगले हिस्से में हम चर्चा करेंगे कि सही प्रोडक्ट्स कैसे खोजें। तैयार हो जाओ, क्योंकि यह और भी रोमांचक होने वाला है!

Dropshipping Product Research

Dropshipping Product Research

How to Find Winning Products

ड्रॉपशिपिंग में प्रोडक्ट रिसर्च सबसे अहम भूमिका निभाता है। ये कोई खेल नहीं है कि आप किसी भी प्रोडक्ट को चुन लें उस पर ऐड चला दें और उम्मीद करें कि वही आपका विनिंग प्रोडक्ट बन जाएगा। असल में ड्रॉपशिपिंग शुरू करने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि ऐसे कौन-कौन से तरीके हैं जिनसे आप अपने लिए एक विनिंग प्रोडक्ट खोज सकते हैं। अब हम उन्हीं तरीकों की विस्तार से बात करेंगे।

बेसिक कॉन्सेप्ट तो हर किसी को मालूम होता है जैसे कि ड्रॉपशिपिंग क्या है और ये कैसे काम करता है। लेकिन आखिरकार आपके स्टोर का प्रॉफिटेबल होना या घाटे में जाना इस बात पर सबसे ज्यादा निर्भर करता है कि आपने कितनी गहराई से प्रोडक्ट रिसर्च की है।

प्रोडक्ट रिसर्च एक बहुत बड़ा रोल निभाता है ड्रॉपशिपिंग बिजनेस मॉडल में। और इसके लिए कई तरह के तरीके मौजूद हैं जिनकी मदद से आप मार्केट में ट्रेंडिंग और डिमांड में चल रहे प्रोडक्ट्स को पहचान सकते हैं। आइए एक-एक करके इन सभी मेथड्स को समझते हैं।

1. Facebook Ads Library

अगर आप Facebook और Meta प्लेटफॉर्म पर अपने स्टोर के लिए ऐड चलाते हैं तो आपको यह भी जानना जरूरी है कि Meta की खुद की एक Ads Library है। यह एक ऐसा टूल है जहां से आप सीधे प्रोडक्ट रिसर्च कर सकते हैं।

जब आप Ads Library में जाते हैं तो आपको कई सारे ऑप्शन मिलते हैं जैसे कि आप कंट्री चुन सकते हैं और सर्च बार में किसी भी प्रोडक्ट या कीवर्ड को डाल सकते हैं जैसे oxidised jewelry। इसके बाद आपको उन सभी ऐड्स की लिस्ट दिखेगी जो उस कीवर्ड पर फेसबुक या इंस्टाग्राम पर चल रहे हैं। 

अगर आप फिल्टर लगाना चाहें तो आप प्लेटफॉर्म (जैसे सिर्फ Instagram) ऐड की तारीखें (जैसे पिछले 6 महीने) और सिर्फ ऐक्टिव ऐड्स भी चुन सकते हैं। इससे आप बेहद सटीक और ट्रेंडिंग प्रोडक्ट्स को खोज सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, आप “50% ऑफ” या “COD” जैसे सामान्य कीवर्ड्स सर्च करके ड्रॉपशिपिंग से संबंधित विज्ञापनों को आसानी से ढूंढ सकते हैं। अगर कोई प्रोडक्ट बार-बार विभिन्न ब्रांड्स के विज्ञापनों में नजर आ रहा है, तो समझ लीजिए कि वह इस समय मार्केट में ट्रेंड कर रहा है और एक संभावित हिट प्रोडक्ट हो सकता है।

2. Sponsored Posts

अब बात करते हैं एक बेहद ऑर्गेनिक मेथड की Sponsored Posts की। जब आप Facebook या Instagram पर स्क्रॉल कर रहे होते हैं तो हर कुछ पोस्ट के बाद एक Sponsored ऐड आता है। अगर आप ड्रॉपशिपिंग से संबंधित कंटेंट देखते हैं तो आपके फीड में ड्रॉपशिपिंग के ऐड्स दिखने की संभावना बहुत ज्यादा होती है।

अगर आपको अभी ऐसे ऐड्स नहीं दिख रहे तो किसी एक ड्रॉपशिपिंग ऐड पर क्लिक करें उनकी वेबसाइट देखें और उनकी प्रोफाइल के साथ एंगेज करें। फिर Instagram को बंद करके दोबारा खोलें और स्क्रॉल करें अब आपको और भी ड्रॉपशिपिंग ऐड्स दिखने लगेंगे।

ऐसा करते-करते आप ट्रेंडिंग प्रोडक्ट्स को पहचान सकते हैं और यह भी जान सकते हैं कि आपके असली कंपटीटर्स कौन हैं और वे किस प्रोडक्ट पर जोर दे रहे हैं। यही तरीका Facebook पर भी काम करता है।

अब बात करें विनिंग प्रोडक्ट की टेक्निकल डेफिनिशन की तो ऐसा प्रोडक्ट जिसे ऐड्स चलाकर सबसे ज्यादा सेल्स और रेस्पॉन्स मिल रहा हो वही विनिंग प्रोडक्ट कहलाता है। इसकी कुछ कॉमन क्वालिटीज होती हैं:

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Problem-solving होना चाहिए

Wow फैक्टर होना चाहिए

Market में कम saturation होना चाहिए

3. Best Tools for Product Research

अब आते हैं उन टूल्स पर जो आपकी प्रोडक्ट रिसर्च को आसान और दमदार बना सकते हैं। पहला नाम है Minea। ये एक एड स्पाई टूल है जिसकी मदद से आप अपने कंपटीटर्स के ऐड्स को ट्रैक कर सकते हैं उनके ऐड क्रिएटिव्स, वेबसाइट और प्रोडक्ट पेज सब कुछ देख सकते हैं।

Minea पर लॉगिन करने के बाद आपके सामने ऐसा इंटरफेस आएगा जहाँ आप Facebook, Pinterest और TikTok जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ऐड्स स्पाई कर सकते हैं। आप सर्च फिल्टर का इस्तेमाल करके ट्रेंडिंग प्रोडक्ट्स को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। अगर Facebook पर कुछ नहीं मिल रहा तो TikTok सेक्शन में जाकर इंटरनेशनल मार्केट में क्या ट्रेंड कर रहा है वो भी देख सकते हैं।

Minea ने अब इंडियन ऑडियंस के लिए सस्ती प्राइसिंग लॉन्च की है जिससे यह टूल और भी एक्सेसिबल बन गया है। इससे ना सिर्फ आप विनिंग प्रोडक्ट्स पहचान सकते हैं बल्कि उन्हें वैलिडेट भी कर सकते हैं।

4. Roposo Clout

अब बात करते हैं एक इंडियन प्लेयर की Roposo Clout। भारत में ड्रॉपशिपिंग करने वालों के लिए यह प्लेटफॉर्म सोने पे सुहागा है। यहाँ आपको ‘What’s New’ और ‘What’s Trending’ जैसे सेक्शन मिलते हैं जिनकी मदद से आप देख सकते हैं कि कौन-से प्रोडक्ट्स मार्केट में तेज़ी से बिक रहे हैं।

इसके अलावा Roposo Clout ने अब प्रोफिट मार्जिन और RTO कैलकुलेटर भी लॉन्च कर दिया है जिससे आप प्रोडक्ट्स की कमाई और रिस्क का अंदाज़ा पहले से लगा सकते हैं। आप चाहें तो अपने स्टोर में एक से ज्यादा प्रोडक्ट्स ऐड कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं कि कौन-सा प्रोडक्ट सबसे जल्दी आउट ऑफ स्टॉक हो रहा है वो आपके लिए एक संभावित विनिंग प्रोडक्ट हो सकता है।

तो अब आपको चार मजबूत तरीके मिल गए हैं जिससे आप प्रोडक्ट रिसर्च कर सकते हैं और अपने ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में एक सही दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। और हाँ अगर आप इस सफर को और गहराई से समझना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट पर और भी आर्टिकल्स पढ़ सकते हैं और जल्दी ही एक फ्री कोर्स भी आने वाला है!

Finding Reliable Suppliers

अगर तुम How to start Indian Dropshipping Business सीख रहे हो तो सबसे बड़ा सवाल है भरोसेमंद सप्लायर्स को कैसे ढूंढा जाए सप्लायर्स वो लोग हैं जो तुम्हारे प्रोडक्ट्स बनाते और ग्राहकों तक पहुंचाते हैं। अगर सप्लायर अच्छा नहीं होगा तो तुम्हारा बिजनेस मुश्किल में पड़ सकता है। लेकिन चिंता मत करो मैं तुम्हें इतने आसान तरीके बताऊंगा कि 8-10 साल का बच्चा भी समझ जाए। चलो शुरू करते हैं.

1. Check the reliability of the supplier

सप्लायर चुनने से पहले ये देखो कि वो समय पर सामान भेजता है या नहीं। तुम उनके पुराने ग्राहकों की रिव्यूज पढ़ सकते हो। अगर लोग कह रहे हैं कि सामान देर से आया या खराब था तो उस सप्लायर से दूर रहो। मैंने अपने बिजनेस में शुरू में कुछ गलत सप्लायर्स चुने लेकिन फिर मैंने रिव्यूज और रेटिंग्स देखना शुरू किया जिससे मुझे अच्छे सप्लायर्स मिले।

2. Test with small orders

पहले बड़े ऑर्डर देने की गलती मत करना। शुरू में एक-दो प्रोडक्ट्स ऑर्डर करके देखो कि सप्लायर कितनी जल्दी और अच्छी क्वालिटी में सामान भेजता है। मेरे अनुभव में ये तरीका सबसे अच्छा है क्योंकि इससे तुम्हारा पैसा और समय दोनों बचता है।

3. Talk to the supplier

सप्लायर से फोन या व्हाट्सएप पर बात करो। पूछो कि वो कितने दिन में डिलीवरी करते हैं क्या उनकी कीमतें फिक्स हैं और क्या वो रिटर्न लेते हैं। अगर सप्लायर जल्दी और साफ-साफ जवाब देता है तो वो भरोसेमंद हो सकता है। मैंने अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में कई सप्लायर्स से बात की और जो सबसे तेज़ जवाब देते थे वो सबसे अच्छे निकले।

4. Use online directories

भारत में कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स हैं जैसे IndiaMART, WholesaleBox, और Baapstore जहां तुम ढेर सारे सप्लायर्स ढूंढ सकते हो। इन वेबसाइट्स पर तुम प्रोडक्ट्स की तुलना कर सकते हो और सस्ते दामों में अच्छा सामान चुन सकते हो।

मैंने अपने ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में कई सप्लायर्स के साथ काम किया है। शुरू में मैंने एक गलती की थी बिना चेक किए एक सप्लायर से ढेर सारा सामान ऑर्डर कर लिया और वो देर से डिलीवर हुआ। इससे मैंने सीखा कि पहले छोटे ऑर्डर टेस्ट करना और रिव्यूज पढ़ना कितना ज़रूरी है। मेरा सुझाव है कि तुम हमेशा 2-3 सप्लायर्स के साथ काम करो ताकि अगर एक फेल हो तो दूसरा बैकअप रहे।

Indian vs International Suppliers

अब सवाल ये है क्या तुम्हें भारतीय सप्लायर्स चुनने चाहिए या इंटरनेशनल दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं। चलो इसे आसान शब्दों में समझते हैं।

Indian Suppliers

Advantages:

तेज़ डिलीवरी: भारत में डिलीवरी 3-7 दिन में हो जाती है क्योंकि सामान यहीं से आता है।

सस्ती शिपिंग: भारत में शिपिंग का खर्च कम होता है जिससे तुम्हारा मुनाफा बढ़ता है।

आसान कम्युनिकेशन: ज्यादातर भारतीय सप्लायर्स हिंदी या इंग्लिश में बात करते हैं तो बात करना आसान होता है।

Disadvantages

प्रोडक्ट्स की वैरायटी थोड़ी कम हो सकती है।

कुछ सप्लायर्स के पास क्वालिटी कंट्रोल उतना अच्छा नहीं होता।

International Suppliers

advantages:

ढेर सारी वैरायटी: AliExpress जैसे प्लेटफॉर्म्स पर तुम्हें लाखों प्रोडक्ट्स मिलते हैं जैसे अनोखे गैजेट्स या ट्रेंडी कपड़े।

सस्ते दाम: इंटरनेशनल सप्लायर्स, खासकर चीन के बहुत सस्ते दामों में सामान देते हैं।

Disadvantages:

लंबी डिलीवरी: सामान आने में 15-45 दिन लग सकते हैं जिससे ग्राहक नाराज़ हो सकते हैं।

कस्टम ड्यूटी: भारत में सामान आने पर अतिरिक्त टैक्स लग सकता है जो कीमत बढ़ा देता है।

मैंने अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में दोनों तरह के सप्लायर्स के साथ काम किया। भारतीय सप्लायर्स जैसे Baapstore और WholesaleBox से मुझे तेज़ डिलीवरी और आसान कम्युनिकेशन का फायदा मिला। लेकिन जब मैंने कुछ यूनिक प्रोडक्ट्स बेचे जैसे फैंसी लाइट्स तो AliExpress से सस्ते दाम मिले। शुरू में भारतीय सप्लायर्स के साथ काम करो क्योंकि ग्राहक तेज़ डिलीवरी पसंद करते हैं। बाद में जब तुम्हारा बिजनेस बढ़े तो इंटरनेशनल सप्लायर्स ट्राई कर सकते हो।

Platforms to Source Products

अब बात करते हैं कि तुम अपने प्रोडक्ट्स कहाँ से लाओगे। भारत में और बाहर कई ऐसे प्लेटफॉर्म्स हैं जो ड्रॉपशिपिंग के लिए बेस्ट हैं। मैं तुम्हें कुछ टॉप प्लेटफॉर्म्स के बारे में बताता हूँ जो मैंने खुद टेस्ट किए हैं।

1. IndiaMART

ये भारत का सबसे बड़ा B2B मार्केटप्लेस है। यहाँ तुम कपड़े, जूलरी, गैजेट्स और फर्नीचर जैसे ढेर सारे प्रोडक्ट्स ढूंढ सकते हो।

Advantages: बहुत सारे भारतीय सप्लायर्स एक जगह मिलते हैं और कीमतें कॉम्पिटिटिव होती हैं।

Disadvantages: कुछ सप्लायर्स के साथ स्कैम का खतरा हो सकता है तो रिव्यूज चेक करना ज़रूरी है।

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2. Baapstore

ये खास तौर पर भारतीय ड्रॉपशिपर्स के लिए बनाया गया है। यहाँ 70,000 से ज़्यादा प्रोडक्ट्स हैं जैसे कपड़े, मोबाइल एक्सेसरीज़ और घर का सामान।

Advantages: फ्री डिलीवरी और शिपमेंट ट्रैकिंग की सुविधा। ये Shopify और WooCommerce से भी इंटीग्रेट होता है।

Disadvantages: वेबसाइट थोड़ी जटिल हो सकती है।

3. WholesaleBox

ये खासकर कपड़ों और फैशन प्रोडक्ट्स के लिए अच्छा है। यहाँ तुम सस्ते दामों में ट्रेंडी कपड़े पा सकते हो।

Advantages: 20-25% सस्ते दाम और कोई मिनिमम ऑर्डर की ज़रूरत नहीं।

Disadvantages: प्रोडक्ट्स की वैरायटी थोड़ी कम है।

4. AliExpress

ये इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म है जहाँ तुम लाखों प्रोडक्ट्स पा सकते हो।

Advantages: सस्ते दाम और ढेर सारी वैरायटी।

Disadvantages: डिलीवरी में समय लगता है और कस्टम ड्यूटी का झंझट हो सकता है।

5. Printrove

अगर तुम कस्टमाइज़्ड प्रोडक्ट्स जैसे टी-शर्ट्स, मग या फोन कवर बेचना चाहते हो तो Printrove बेस्ट है।

Advantages: तुम अपने डिज़ाइन अपलोड कर सकते हो और वो प्रोडक्ट्स बनाकर ग्राहक को भेजते हैं।

Disadvantages: प्रोडक्ट्स की रेंज थोड़ी छोटी है।

मैंने अपने ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में IndiaMART और Baapstore से शुरुआत की थी क्योंकि ये भारतीय मार्केट के लिए बेस्ट हैं। बाद में जब मैंने कुछ यूनिक गैजेट्स बेचे तो AliExpress मेरे लिए गेम-चेंजर रहा। मेरा सुझाव है कि तुम 2-3 प्लेटफॉर्म्स ट्राई करो और देखो कि कौन सा तुम्हारे बिजनेस के लिए सबसे अच्छा काम करता है। हमेशा छोटे ऑर्डर से शुरू करो और सप्लायर की विश्वसनीयता चेक करो।

तो अब तुम तैयार हो अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के लिए सही सप्लायर्स और प्लेटफॉर्म्स चुनने के लिए अगले हिस्से में हम बात करेंगे कि ड्रॉपशिपिंग वेबसाइट कैसे बनाएं। चलो मज़ा जारी रखते हैं!

Building a Dropshipping Website

How to start Indian Dropshipping Business में अगला कदम है अपनी ऑनलाइन दुकान बनाना। वेबसाइट तुम्हारा डिजिटल स्टोर है जहाँ ग्राहक सामान खरीदने आएंगे। डरने की बात नहीं ये आसान है! तुम Shopify या WooCommerce जैसे प्लेटफॉर्म्स यूज़ कर सकते हो। बस प्रोडक्ट्स की फोटो डालो, कीमत सेट करो और बेचना शुरू करो। मेरे अनुभव में एक साधारण वेबसाइट ही अच्छा मुनाफा दे सकती है.

Do You Really Need a Website?

तुम How to start Indian Dropshipping Business सीख रहे हो तो शायद तुम्हारे मन में एक बड़ा सवाल घूम रहा होगा क्या वेबसाइट बनाना ज़रूरी है? सोचो अगर तुम्हारे पास कोई वेबसाइट न हो फिर भी तुम लोगों को अपने प्रोडक्ट दिखा सको बेच सको और पैसे भी कमा सको क्या मुमकिन है? जवाब है हां!

मैंने खुद शुरुआत में बिना वेबसाइट के ही काम शुरू किया था। मैंने सिर्फ इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर अपने प्रोडक्ट्स की फोटो डालनी शुरू की कुछ कैप्शन लिखे और कुछ दोस्तों को भेजा। धीरे-धीरे लोगों ने मुझसे पूछना शुरू किया ऑर्डर आने लगे और मैंने सीखा कि एक साधारण सोशल मीडिया प्रोफाइल भी दुकान बन सकती है।

लेकिन जब मैंने Shopify पर अपनी पहली वेबसाइट बनाई तो नतीजे चौंकाने वाले थे। मेरी ब्रांडिंग प्रोफेशनल लगने लगी ग्राहक मुझ पर ज़्यादा भरोसा करने लगे और सेल्स भी बढ़ गईं। वेबसाइट होने से लोग सोचते हैं कि यह कोई सीरियस बिजनेस है और वही बात मुनाफा दोगुना कर देती है।

अब ज़रा रुक कर सोचो क्या तुम्हें शुरुआत में ही वेबसाइट पर पैसा खर्च करना चाहिए बिल्कुल नहीं। पहले थोड़ा ट्रैफिक और रिस्पॉन्स देखो फिर वेबसाइट की तरफ बढ़ो। यही तरीका मैंने अपनाया था और यकीन मानो इससे मैं बहुत गलतियाँ करने से बच गया।

तो अगली बार जब कोई कहे कि ड्रॉपशिपिंग शुरू करनी है तो वेबसाइट बनवाओ तुम मुस्कराकर कहना वो आएगी लेकिन पहले ग्राहक लाएंगे।

How to Build a Dropshipping Website (Step-by-Step)

अब जब तुम ड्रॉपशिपिंग की शुरुआत करने की सोच ही चुके हो तो वेबसाइट बनाना अगला बड़ा कदम है। सोचो तुम्हारे पास एक ऐसी ऑनलाइन दुकान हो जहाँ कोई भी आकर प्रोडक्ट देख सके पसंद कर सके और एक क्लिक में खरीद भी सके कितना प्रोफेशनल लगेगा ना?

असल में वेबसाइट ही तुम्हारी वो दुकान होती है जो 24 घंटे खुली रहती है। और अच्छी बात ये है कि तुम्हें कोडिंग नहीं सीखनी पड़ती! Shopify जैसे आसान प्लेटफॉर्म पर तुम बस कुछ क्लिक में अपनी वेबसाइट बना सकते हो। एक बढ़िया-सी थीम चुनो अपने प्रोडक्ट की फोटो और दाम डालो और पेमेंट का तरीका सेट कर दो बस हो गई दुकान तैयार!

जब मैंने अपने ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में Shopify की मदद से वेबसाइट बनाई थी तो मेरे मुनाफे में सीधा फर्क पड़ा। ग्राहक ज़्यादा भरोसा करने लगे और सेल्स भी बढ़ीं। वेबसाइट बनवाकर मैं प्रोफेशनल भी लगा और लोगों को भरोसा भी दिला सका।

लेकिन ध्यान देना शुरुआत में ज़रूरी नहीं कि वेबसाइट ही बनानी पड़े। पहले थोड़ा ऑर्डर का ट्रायल करो और जब लगे कि अब सही टाइम है तब वेबसाइट बनाओ ताकि हर कदम समझदारी से उठे। पूरी Step-by-Step गाइड के लिए यहाँ क्लिक करो अगला पार्ट तुम्हें सिखाएगा कि वेबसाइट के बाद अब ग्राहक कहाँ से लाने हैं!

How to Create Meta Ads

Facebook, Instagram और Meta Ads ने मेरी जिंदगी बदल दी है और इसी एक प्लेटफ़ॉर्म ने करोड़ों लोगों को करोड़पति बनाया है। अब इस लेख में हम आपको ये सिखाएंगे कि Meta Ads को रन कैसे करना है। जो बेसिक फंडे आप यहां सीखेंगे उन्हें आप किसी भी बिज़नेस में अप्लाई कर सकते हैं। और इस पूरे प्रोसेस को फॉलो करके आप Facebook और Instagram दोनों प्लेटफॉर्म्स पर एक ही डैशबोर्ड से ऐड चला सकते हो। तो चलिए इस सेक्शन के कंटेंट की शुरुआत करते हैं।

अब इससे पहले कि हम इस आर्टिकल में आगे बढ़ें एक और चीज़ अगर आपके मन में ये सवाल आ रहा है कि Ads तो ठीक है लेकिन इसे यूज़ करके पैसे कैसे कमाए जाएं तो उससे जुड़ा मैं जल्दी ही एक नया पोस्ट लाने वाला हूं। उसमें मैं बताऊंगा कि इस साल ऑनलाइन पैसे कमाने का सबसे बेहतरीन तरीका क्या है। तो उस पोस्ट को मिस मत करना।

अब वापस आते हैं और बात करते हैं कि Facebook Ads क्या है और Instagram Ads क्या है। Meta एक कंपनी है जिसके अंडर Instagram, Facebook और WhatsApp जैसे प्लेटफॉर्म आते हैं। अब आपको Facebook और Instagram पर कई जगह Ads दिखाई देते होंगे। ये सारे Meta Ads होते हैं। मैं आपको इसके कुछ उदाहरण नीचे फोटो के रूप में दिखा दूंगा ताकि आपको समझ आ जाए कि मैं यहां किस तरह के Ads की बात कर रहा हूं।

How to start Indian Dropshipping Business

अगर आप Facebook की Ad Library पर जाएंगे तो ये एक फ्री टूल है। आप Google पर जाकर “Facebook Ad Library” सर्च करो और वेबसाइट ओपन हो जाएगी। Facebook Ad Library के बारे में हम पहले ही बात कर चुके हैं अब आगे बढ़ते हैं।

अब आप जो Ads बनाने वाले हैं वो ओवरऑल इसी तरह दिखने वाले हैं। तो सबसे पहले आपको इस बात को समझना होगा। अब सवाल आता है कि इसमें Pay कितना करना होगा? इसकी सबसे बड़ी खूबी यही है कि इसमें बजट आप खुद डिसाइड करते हो। जब आप Facebook और Instagram Ads चलाते हो तो आपको कैंपेन के लेवल पर अपना डेली बजट देना होता है कि आप प्रतिदिन कितना खर्च करना चाहते हो। आप 100 रुपए, 150 रुपए या 200 रुपए से भी शुरुआत कर सकते हो। मैं मानता हूं कि इतने कम अमाउंट से भी शुरुआत संभव है लेकिन इतना होना चाहिए।

ऐसा नहीं है कि Ads चलाने के लिए आपको बहुत ज्यादा पैसे चाहिए। और यही चीज़ करोड़पति बना रही है कई लोगों को क्योंकि आप छोटे अमाउंट से शुरू करके जो पैसा कमाओगे उसे दोबारा इंवेस्ट करके और ज्यादा कमा सकते हो। ओवरऑल इसका पूरा फंडामेंटल ऐसे ही काम करता है।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now

तो अभी तक हमने ये तो समझ लिया कि Meta Ads होते क्या हैं और वेबसाइट कैसे बनानी है। अब बात करते हैं कि Meta Ads चलाए कैसे जाएं तो इसका जो पूरा ढांचा है जो बेसिक स्ट्रक्चर है वो क्या होता है। Meta Ads के अंदर 3 लेवल होते हैं।

How to Run Facebook Ads

How to Run Facebook Ads and Instagram Ads

सबसे पहले आता है Campaign लेवल। यहां पर आप ये डिसाइड करते हो कि आपका इरादा क्या है यानी इस कैंपेन को चलाने का मकसद क्या है। इसका मतलब है कि आप किस उद्देश्य के लिए Ads चला रहे हो जैसे ब्रांड अवेयरनेस, ट्रैफिक या सेल्स। यह सारी चीज़ें Campaign लेवल पर सेट की जाती हैं।

इसके बाद आता है Ad Set लेवल। इस लेवल पर आप यह तय करते हो कि किस ऑडियंस को आप Ads दिखाना चाहते हो। उदाहरण के लिए अगर आप ऐसी टी-शर्ट बेच रहे हो जो पेट ओनर्स के लिए है तो आप उन लोगों को Ads दिखा सकते हो जो पेट केटेगरी के ब्रांड्स को फॉलो करते हैं क्योंकि संभावना है कि उनके पास पालतू जानवर हैं।

अब तीसरा लेवल है Ad लेवल। यहां आप यह सेट करते हो कि कैसा Ad दिखाना है यानी आपकी क्रिएटिविटी कैसी होगी इमेज, वीडियो, टेक्स्ट क्या होगा। पूरा स्ट्रक्चर इस तरह से काम करता है कि आप तय करते हो किसको दिखाना है, क्या दिखाना है और कितना पैसा लगाना है।

अब हम अपने Ad Account पर आ चुके हैं। जब आप Business Manager के अंदर Ad Account बनाते हैं तो कुछ इस तरह का इंटरफेस दिखाई देता है। सबसे पहले हमें एक Campaign Create करना होता है इसके लिए “Create” बटन पर क्लिक करते हैं।

How to Run Facebook Ads

अब आपके सामने कई ऑप्शन आएंगे जैसे Awareness, Traffic और Engagement। जब आपका Ad Account नया होता है और Pixel बिलकुल नया होता है तब इन ऑप्शन्स का इस्तेमाल किया जाता है ताकि Pixel को ट्रेन किया जा सके और वो डेटा कलेक्ट करना शुरू करे।

How to Run Instagram Ads

Pixel, Ad Account का दिमाग होता है। यह आपकी वेबसाइट से कनेक्ट होता है और यूज़र के बिहेवियर को ट्रैक करता है। जब Pixel में कोई डेटा नहीं होता है तब इन तीन ऑप्शन्स का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे-जैसे आपका Pixel डेटा कलेक्ट करता है आप Sales Campaign को सिलेक्ट कर सकते हैं।

Sales Campaign सिलेक्ट करने के बाद “Continue” पर क्लिक करते हैं। इसके बाद दो ऑप्शन आते हैं पहला है “Advantage+ Shopping Campaign” और दूसरा Manual Campaign। Advantage+ Shopping Campaign में आपको कुछ नहीं करना होत सिर्फ बजट देना होता है और बाकी सब फेसबुक खुद करता है।

How to Run Facebook Ads

Advantage+ Campaign तब यूज़ करना चाहिए जब आपके Pixel में अच्छा डेटा हो और Facebook को पता हो कि आपकी टार्गेटेड ऑडियंस कौन है। लेकिन जब आप टेस्टिंग कर रहे होते हो या नया अकाउंट होता है तब हमेशा Manual Campaign से ही शुरुआत करनी चाहिए।

Continue पर क्लिक करते ही स्क्रीन पर Campaign, Adset और Ad तीनों लेवल दिखाई देने लगते हैं। सबसे पहले Campaign लेवल पर जाकर Campaign को नाम देना होता है जैसे कोई भी पहचानने लायक नाम और साथ में डेट भी डाल सकते हो।

अब थोड़ा नीचे स्क्रॉल करने पर एक ऑप्शन आता है Advantage+ Catalogue Ads का। इसे बंद कर देना होता है क्योंकि हम अभी कैटलॉग बेस्ड एड नहीं चला रहे हैं। बाकी कुछ नहीं छेड़ना है फिर हम Adset लेवल पर जाते हैं।

How to Run Facebook Ads

Adset लेवल पर Targeting और बाकी सेटिंग्स की जाती हैं। पहले Conversion Location में “Website” सिलेक्ट करना होता है क्योंकि हम चाहते हैं कि यूज़र हमारी वेबसाइट पर जाए।

How to Run Facebook Ads

Performance Goal में हमें “Maximise Number of Conversions” सिलेक्ट करना है क्योंकि हमारा उद्देश्य Conversion यानी खरीदारी करवाना है। फिर Pixel सिलेक्ट करना होता है जो हमारे वेबसाइट से कनेक्ट होता है और डेटा ट्रैक करता है।

Conversion Event में हमें “Purchase” सिलेक्ट करना होता है क्योंकि हम चाहते हैं कि यूज़र हमारी वेबसाइट से कोई चीज़ खरीदे। बाकी किसी भी चीज़ को फिलहाल नहीं छेड़ना है।

अब हम Ad लेवल पर जाते हैं। यहां सबसे पहले “Ad Preview” ऑन कर लेना चाहिए ताकि पता चल सके कि हमारा Ad दिखेगा कैसा। उसके बाद Facebook Page सिलेक्ट करना ज़रूरी होता है जिससे Ad चलेगा।

How to Run Facebook Ads

Ad Setup में जाकर “Create Ad” सिलेक्ट करना होता है और “Manual Upload” को टिक कर देना होता है। फिर नीचे जाकर Format सेक्शन में “Single Image or Video” सिलेक्ट करते हैं।

How to Run Facebook Ads

Ad Creative सेक्शन में जाकर “Setup Creative” पर क्लिक करना होता है फिर “Image” पर क्लिक करते हैं। अब एक पॉपअप खुलेगा जिसमें सबसे पहले आपको अपने Product का लिंक डालना होता है।

How to Run Facebook Ads

Product का लिंक डालने के बाद Media सेक्शन में जाकर जो भी Product प्रमोट करना है वो इमेज या वीडियो सिलेक्ट करना है। फिर “Continue” पर क्लिक करना होता है।

How to Run Facebook Ads

अब Primary Text डालना होता है जो Product से संबंधित जानकारी होती है। इसके बाद Headline डालनी होती है जैसे “Free Shipping” या कोई भी ऑफर।

How to Run Facebook Ads

Call to Action में “Shop Now” ही रखना सबसे बेहतर होता है क्योंकि ये सबसे ज्यादा क्लिक मिलने वाला CTA होता है। और आखिर में Destination में दोबारा Product का लिंक डालना होता है। इस तरह आपका Ad लगभग तैयार हो जाता है।

How to Run Facebook Ads

अब Ad को एक नाम देना होता है जैसे “Ad 1” या कुछ भी जो आपको पहचानने में मदद करे। इसके बाद हमें वापस Adset लेवल पर जाना होता है क्योंकि बजट सेट करना अभी बाकी होता है।

शुरुआत में आपको कुल 500 रुपये का बजट देना होता है। अगर आप 3 से 5 Adset बनाते हो तो टोटल बजट 1500 से 2500 रुपये तक रहेगा।

How to Run facebook ads

इसके बाद थोड़ा स्क्रॉल करने पर आपको Advantage+ Audience का सेक्शन मिलेगा। इसमें “Switch to Original Audience” पर क्लिक करना होता है और फिर जो पॉपअप आएगा उसमें “Use Original Audience” सिलेक्ट करना है। अब आपके सामने Age, Gender, Location और Advantage Detailed Targeting जैसे ऑप्शन आ जाएंगे।

How to Run facebook ads

आप इन सभी सेटिंग्स को अपने Product के हिसाब से कस्टमाइज़ कर सकते हो। अब मैं आपको Advantage Detailed Targeting के बारे में बताता हूं। इसमें नीचे एक सर्च बॉक्स होता है। जैसे मेरी टी-शर्ट डॉग से संबंधित है तो मैं “Dog” सर्च कर देता हूं।

इसके अलावा एक और ज़रूरी ऑप्शन है “Define Further” का। इस पर क्लिक करके “Engaged Shoppers” सिलेक्ट करना चाहिए क्योंकि ये वो लोग होते हैं जिन्होंने हाल में Facebook पर कुछ खरीदा है।

how to start an indian dropshipping business

अब आप सोच रहे होंगे कि 3 से 5 Adset बनाने हैं तो सब एक जैसे होंगे। नहीं फर्क सिर्फ Targeting का होगा। हर Adset में आप अलग-अलग टार्गेटिंग रखोगे ताकि आपको ये जानने में आसानी हो कि किस Targeting से ज्यादा अच्छा Response मिल रहा है।

मान लो मैंने एक Ad बनाया है उसकी 3 कॉपी कर लीं। अब मेरे पास 3 Ads तैयार हैं। मैं इन तीनों Ads में अलग-अलग Targeting रखूंगा। फिर जो भी Ad अच्छा Perform करेगा उसे चलने दूंगा और बाकी को बंद कर दूंगा।

अब आपका Ad पूरी तरह तैयार है। बस “Publish” बटन पर क्लिक करना होता है और Facebook आपके Ad को कुछ घंटों तक रिव्यू करता है। अगर सब सही रहा तो Ad लाइव हो जाएगा।

Understanding Ad Campaign Structure 

अब आपको Ad का Analysis करना होता है। मैं पर्सनली 3 दिन का प्रोसेस फॉलो करता हूं किसी भी Ad को जज करने के लिए। हमारा मुख्य उद्देश्य Purchase लाना है लेकिन ये पहले दिन से नहीं आएगा क्योंकि Facebook को ऑडियंस पहचानने में टाइम लगता है।

अगर पहले दिन 500 रुपये खर्च करने के बाद हमारा Cost per Unique Link Click ₹15 या उससे कम है तो हम इस Adset को दूसरे दिन भी रन करते हैं।

मान लीजिए आपने 3 Ads बनाए एक का Cost per Link Click ₹15, दूसरे का ₹10 और तीसरे का ₹32 है और तीसरे से कोई Sale भी नहीं आ रही है तो हम तीसरे Ad को बंद कर देंगे।

तो दोस्तों यही था Meta Ads चलाने का तरीका और उसकी पूरी स्ट्रेटेजी। अब बस आपको Ads का Analysis करना है और अच्छे Perform करने वाले Ads को Scale करना है।

अब आपको सिर्फ ये समझना है कि एक Winning Product ढूंढना है और उसके लिए Meta Ads बनानी है। अगर आप आगे Dropshipping के और भी Hacks और Methods सीखना चाहते हो तो मेरे Telegram चैनल और YouTube चैनल को ज़रूर फॉलो करना क्योंकि मैं अब YouTube भी शुरू करने वाला हूं।

Understanding Different Audiences

अगर तुम How to start Indian Dropshipping Business सीख रहे हो तो ये जानना बहुत ज़रूरी है कि तुम्हारे ग्राहक कौन हैं। हर प्लेटफॉर्म जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अलग-अलग तरह के लोग आते हैं। अगर तुम उनकी पसंद समझ लोगे तो तुम्हारे प्रोडक्ट्स को बेचना आसान हो जाएगा। चलो देखते हैं कि इन प्लेटफॉर्म्स की ऑडियंस कैसी है!

YouTube Audiences

YouTube पर लोग ट्यूटोरियल, प्रोडक्ट रिव्यू या मनोरंजक व्लॉग जैसे वीडियो देखने आते हैं। भारत में YouTube यूजर्स ज्यादातर 18-35 साल के युवा हैं, जो नए गैजेट्स, फैशन या लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स के बारे में जानकारी चाहते हैं। ये लोग लंबे वीडियो पसंद करते हैं, जिनमें प्रोडक्ट की विस्तृत जानकारी हो।

मैंने अपने ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में यूट्यूब पर प्रोडक्ट रिव्यूज़ डाले जैसे मोबाइल कवर का इस्तेमाल कैसे करें। इससे मेरे स्टोर पर 30% ज़्यादा ट्रैफिक आया। यूट्यूब पर 2-5 मिनट के वीडियोज़ बनाओ, जिसमें तुम अपने प्रोडक्ट्स की खासियत दिखाओ।

Instagram Audiences

इंस्टाग्राम पर ज्यादातर 18-30 साल के लोग हैं जो ट्रेंडी और स्टाइलिश चीज़ें पसंद करते हैं। ये लोग रील्स, स्टोरीज़ और फोटोज़ देखकर प्रोडक्ट्स खरीदने का फैसला करते हैं। भारत में इंस्टाग्राम यूज़र्स को फैशन, ब्यूटी और फिटनेस प्रोडक्ट्स बहुत पसंद हैं।

मैंने इंस्टाग्राम रील्स पर अपने फैंसी लाइट्स की छोटी-छोटी वीडियोज़ डालीं और 2 हफ्तों में 50 ऑर्डर मिले! इंस्टाग्राम पर रंगीन फोटोज़ और 15-30 सेकंड की रील्स डालो जो प्रोडक्ट को मज़ेदार तरीके से दिखाएं।

Facebook Audience

फेसबुक पर थोड़ी बड़ी उम्र की ऑडियंस है जैसे 25-45 साल के लोग। ये लोग घरेलू सामान, किचन प्रोडक्ट्स या बजट में अच्छी चीज़ें खरीदना पसंद करते हैं। फेसबुक मार्केटप्लेस और ग्रुप्स में लोग सस्ते और उपयोगी प्रोडक्ट्स ढूंढते हैं।

मैंने फेसबुक पर किचन गैजेट्स के लिए एक ग्रुप में पोस्ट किया और वहाँ से मेरे स्टोर को 20% ज़्यादा सेल्स मिलीं। फेसबुक पर डिस्काउंट ऑफर और प्रोडक्ट की पूरी जानकारी वाली पोस्ट डालो। ग्रुप्स में शामिल होकर लोगों से सीधे बात करो।

मैंने अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में इन तीनों प्लेटफॉर्म्स पर काम किया। मेरे अनुभव से मैंने सीखा कि हर प्लेटफॉर्म की ऑडियंस को समझकर उनके हिसाब से कंटेंट बनाना ज़रूरी है। यूट्यूब पर डिटेल्ड वीडियोज़, इंस्टाग्राम पर ट्रेंडी रील्स, और फेसबुक पर डिस्काउंट ऑफर सबसे अच्छे काम करते हैं। मेरा सुझाव है कि तुम हर प्लेटफॉर्म पर थोड़ा-थोड़ा टेस्ट करो और देखो कि तुम्हारे प्रोडक्ट्स के लिए कौन सा सबसे अच्छा काम करता है।

Managing Deliveries and Operations

How to start Indian Dropshipping Business में अब बारी आती है डिलीवरी और ऑपरेशंस को समझने की। ये हिस्सा तुम्हारे बिजनेस का इंजन है अगर ये सही चला तो तुम्हारा बिजनेस तेज़ी से दौड़ेगा! ऑर्डर लेने से लेकर सामान ग्राहक तक पहुँचाने तक सब कुछ स्मूथ करना ज़रूरी है। चलो शुरू करते हैं!

Handling Orders and Shipments

जब कोई ग्राहक तुम्हारे स्टोर से सामान खरीदता है तो तुम्हें ऑर्डर को जल्दी और सही तरीके से प्रोसेस करना होता है। ड्रॉपशिपिंग में तुम सामान अपने पास नहीं रखते तो तुम्हारा काम है ऑर्डर की डिटेल्स सप्लायर को भेजना।

जब ऑर्डर मिले, तो सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि ग्राहक ने सही पता और पेमेंट विवरण दिया है। इसके बाद, सप्लायर को ऑर्डर की डिटेल्स जैसे प्रोडक्ट, मात्रा और ग्राहक का पता भेज दें। मैं अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग व्यवसाय में Baapstore जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करता हूँ, जो ऑर्डर को स्वचालित रूप से सप्लायर तक पहुंचा देता है।

सप्लायर सामान भेजने के बाद तुम्हें ट्रैकिंग नंबर देगा। इसे ग्राहक को ईमेल या व्हाट्सएप पर भेजो, ताकि वो जान सके कि उसका ऑर्डर कहाँ है। मेरे अनुभव में ग्राहकों को ट्रैकिंग डिटेल्स देने से उनका भरोसा बढ़ता है।

हमेशा सप्लायर से कन्फर्म करो कि ऑर्डर समय पर भेजा गया है। अगर देरी हो रही हो तो ग्राहक को तुरंत बताओ।

Managing RTOs (Return to Origin)

RTO यानी “रिटर्न टू ओरिजिन” तब होता है जब ग्राहक का ऑर्डर सप्लायर के पास वापस चला जाता है। ऐसा गलत पते, ग्राहक के ऑर्डर रिजेक्ट करने या डिलीवरी फेल होने की वजह से हो सकता है। भारत में RTO ड्रॉपशिपिंग की बड़ी समस्या है लेकिन इसे मैनेज करना आसान है।

RTO से बचने के तरीके:

सही पता सुनिश्चित करो: ऑर्डर लेते समय ग्राहक से पिनकोड और पूरा पता दोबारा चेक करो। मैं अपने बिजनेस में व्हाट्सएप पर ग्राहकों से कन्फर्म करता हूँ।

कैश ऑन डिलीवरी (COD) सावधानी से यूज़ करो: भारत में COD बहुत पॉपुलर है लेकिन इससे RTO का खतरा बढ़ता है। मेरे अनुभव में COD ऑर्डर के लिए ग्राहक से पहले कॉल पर बात करना RTO को 50% तक कम करता है।

क्लियर रिटर्न पॉलिसी: अपनी वेबसाइट या सोशल मीडिया पर रिटर्न पॉलिसी साफ-साफ बताओ। इससे ग्राहक को पता चलता है कि रिटर्न कैसे काम करता है।

RTO होने पर क्या करो: अगर ऑर्डर वापस जाता है तो सप्लायर से बात करके देखो कि प्रोडक्ट दोबारा बेचा जा सकता है या नहीं। कुछ सप्लायर्स RTO का पैसा रिफंड करते हैं लेकिन पहले उनकी पॉलिसी चेक कर लो।

मैंने अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में शुरू में RTO की वजह से काफी नुकसान उठाया। एक बार 20% ऑर्डर वापस आए क्योंकि मैंने पते ठीक से चेक नहीं किए थे। फिर मैंने एक सिस्टम बनाया हर COD ऑर्डर के लिए ग्राहक से कॉल पर कन्फर्मेशन लेना। इससे मेरा RTO 5% से कम हो गया। मेरा सुझाव है कि तुम ऑर्डर मैनेज करने के लिए टूल्स जैसे Shopify या Baapstore यूज़ करो जो ऑटोमैटिकली ट्रैकिंग और अपडेट्स देते हैं। साथ ही हमेशा 2-3 भरोसेमंद सप्लायर्स के साथ काम करो ताकि डिलीवरी में दिक्कत न आए।

Calculating and Maximizing Profit 

अगर तुम How to start Indian Dropshipping Business सीख रहे हो तो अब बात करते हैं सबसे मज़ेदार हिस्से की मुनाफा! ड्रॉपशिपिंग में पैसा कमाना आसान हो सकता है बशर्ते तुम अपनी गणना सही करो। चलो देखते हैं कि कितना मुनाफा कमा सकते हो और इसे कैसे बढ़ाया जाए!

How Much Profit is Possible?

भारत में ड्रॉपशिपिंग से मुनाफा इस बात पर निर्भर करता है कि तुम कौन से प्रोडक्ट्स बेच रहे हो उनकी कीमत क्या है और तुम्हारा मार्केटिंग कितना अच्छा है। औसतन ड्रॉपशिपिंग में प्रोडक्ट की कीमत का 20-50% मुनाफा हो सकता है। उदाहरण के लिए अगर तुम 500 रुपये का मोबाइल कवर बेचते हो जो सप्लायर से 200 रुपये में मिलता है तो तुम्हारा मुनाफा 300 रुपये हो सकता है।

मैंने अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग व्यवसाय की शुरुआत में मोबाइल एक्सेसरीज़ बेचकर प्रत्येक ऑर्डर पर 100-200 रुपये का लाभ कमाया। एक महीने में 50 ऑर्डर से मैं 10,000-15,000 रुपये कमा लेता था। यदि तुम सही प्रोडक्ट्स का चयन करो और मार्केटिंग पर फोकस करो, तो महीने में 50,000 रुपये तक कमाना संभव है। लेकिन यह तभी होगा जब तुम उपयुक्त नीश और विश्वसनीय सप्लायर्स का चयन करो।

शुरू में छोटे मुनाफे से खुश रहो और धीरे-धीरे स्केल करो। ज्यादा डिमांड वाले प्रोडक्ट्स, जैसे ट्रेंडी कपड़े या गैजेट्स, ज्यादा मुनाफा दे सकते हैं।

Calculating Actual Profit After Costs 

मुनाफा गणना करने के लिए तुम्हें सारी लागतों को समझना होगा। ड्रॉपशिपिंग में मुनाफा सिर्फ प्रोडक्ट की कीमत और बिक्री की कीमत का अंतर नहीं है। कई और खर्चे भी होते हैं। चलो इसे आसान तरीके से समझते हैं:

प्रोडक्ट की लागत: सप्लायर को जो कीमत देते हो। जैसे 200 रुपये का मोबाइल कवर।

शिपिंग खर्च: सप्लायर से ग्राहक तक सामान भेजने का खर्च। भारत में ये 50-100 रुपये हो सकता है।

मार्केटिंग खर्च: फेसबुक या इंस्टाग्राम विज्ञापनों का खर्च। मान लो तुम 50 रुपये प्रति ऑर्डर विज्ञापन पर खर्च करते हो।

प्लेटफॉर्म फीस: अगर तुम Shopify या Baapstore यूज़ करते हो, तो उनकी फीस जैसे 2-5% प्रति ऑर्डर भी जोड़ो।

RTO खर्च: अगर ऑर्डर वापस आता है तो शिपिंग का डबल खर्च लग सकता है।

उदाहरण:

तुम 500 रुपये में मोबाइल कवर बेचते हो।

लागत: प्रोडक्ट (200 रुपये) + शिपिंग (50 रुपये) + विज्ञापन (50 रुपये) + प्लेटफॉर्म फीस (20 रुपये) = 320 रुपये।

मुनाफा: 500 – 320 = 180 रुपये प्रति ऑर्डर।

मैंने अपने बिजनेस में शुरू में लागतों को कम करके देखा जिससे मुनाफा कम दिखा। फिर मैंने हर खर्चे को लिखना शुरू किया और सस्ते सप्लायर्स ढूंढे। इससे मेरा मुनाफा 30% बढ़ गया। मेरी सलाह है कि हर ऑर्डर का हिसाब रखने के लिए एक साधारण स्प्रेडशीट बनाओ।

मुनाफा बढ़ाने के टिप्स

सस्ते सप्लायर्स ढूंढो: IndiaMART या WholesaleBox पर सस्ते दामों वाले सप्लायर्स से बात करो।

विज्ञापनों को ऑप्टिमाइज़ करो: फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सही ऑडियंस को टारगेट करो ताकि विज्ञापन का खर्च कम हो।

बंडल ऑफर दो: एक साथ कई प्रोडक्ट्स बेचने से मुनाफा बढ़ता है। जैसे मोबाइल कवर के साथ स्क्रीन गार्ड का ऑफर।

RTO कम करो: ग्राहकों से ऑर्डर कन्फर्म करके RTO के नुकसान से बचो।

शुरुआत में 10-20% मुनाफे पर ध्यान दो और जैसे-जैसे व्यवसाय बढ़ता जाए, बड़े ऑर्डर और बेहतर सप्लायर्स के साथ लाभ बढ़ाओ। मेरे अनुभव से, सही रणनीति और धैर्य के साथ तुम अपने भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस को अत्यधिक लाभकारी बना सकते हो

Conclusion

तो देखा, भारतीय ड्रॉपशिपिंग बिजनेस शुरू करने का यह सफर कितना रोमांचक और सरल हो सकता है! हमने शुरू से लेकर अंत तक हर चीज को कवर किया—प्रोडक्ट्स खोजने से लेकर मुनाफा कमाने तक। मुझे यह सब बताते हुए उतना ही आनंद आया, जितना मैंने अपने व्यवसाय की शुरुआत में महसूस किया था। गलतियां हुईं, हंसी-मजाक हुआ, लेकिन हर कदम पर कुछ नया सीखने को मिला। मेरा विश्वास है कि तुम भी अपने ड्रॉपशिपिंग बिजनेस को शानदार बना सकते हो, बस थोड़े धैर्य और मेहनत की जरूरत है। हर ऑर्डर और हर ग्राहक तुम्हें कुछ नया सिखाएगा, और यही इस व्यवसाय का असली जादू है!

तो अब देर किस बात की उठो अपने फेवरेट प्रोडक्ट्स चुनो और अपनी ऑनलाइन दुकान शुरू कर दो! चाहे छोटा कदम हो बस आज से शुरू करो। और हाँ अगर रास्ते में कोई उलझन हो तो मुझे याद करना मैंने भी यही सब ट्रायल और एरर से सीखा है। चलो अपने सपनों को हकीकत बनाओ और ड्रॉपशिपिंग की दुनिया में धूम मचाओ!

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