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How to Develop a Leadership Skills

How to Develop a Leadership Skills – आसान भाषा में लीडर बनने की पूरी गाइड

Introduction

क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोग इतने आत्मविश्वास से भरे होते हैं कि जहाँ भी जाते हैं लोग उनकी बातों को ध्यान से सुनते हैं क्या आप भी ऐसा बनना चाहते हैं अगर हाँ तो यह लेख आपके लिए है।

मैंने पिछले कुछ सालों में कई टीम्स के साथ काम किया है कभी लीडर बनकर तो कभी एक सीखने वाले के रूप में। इसी सफर में मैंने जाना कि लीडरशिप कोई जन्मजात हुनर नहीं होता बल्कि इसे सीखा और मजबूत किया जा सकता है। यही अनुभव मैं आज आपके साथ बाँटने वाला हूँ।

इस आर्टिकल में हम बेहद सिंपल भाषा में समझेंगे कि How to Develop a Leadership Skills यानी एक लीडर बनने की राह कैसे आसान की जा सकती है। इसके लिए न तो आपको किसी बड़ी डिग्री की ज़रूरत है, न ही ढेरों महंगे कोर्स करने की। असली ज़रूरत बस इतनी है कि आप खुद को थोड़ा गहराई से समझें और कुछ जरूरी आदतों को धीरे-धीरे अपनाना शुरू करें।

यह बातें मैं हवा में नहीं कह रहा हूँ। मैंने खुद इन बातों को अपनाया है और देखा है कि कैसे एक आम इंसान भी एक बेहतरीन लीडर बन सकता है। इसीलिए जब मैं कहता हूँ कि How to Develop a Leadership Skills तो वह सिर्फ जानकारी नहीं बल्कि मेरे खुद के अनुभव की बात होती है।

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तो चलिए इस सफर की शुरुआत करते हैं और जानने की कोशिश करते हैं कि आप कैसे बन सकते हैं एक ऐसा लीडर जिसे लोग सुनें, समझें और फॉलो करें। 

Leadership Kya Hota Hai

जब आप Leadership शब्द सुनते हैं तो शायद आपके दिमाग में कोई बड़ा बॉस, सूट-पहने हुए लोग या किसी कंपनी का CEO आ जाता होगा। लेकिन सच कहें तो लीडरशिप का मतलब इससे कहीं ज़्यादा आसान और दिलचस्प होता है।

Leadership का मतलब सिर्फ दूसरों को आदेश देना नहीं होता। असली लीडरशिप तब होती है जब आप किसी ग्रुप के साथ काम करते हुए उन्हें सही दिशा दिखाते हैं प्यार से समझदारी से और अपने व्यवहार से। एक लीडर वो होता है जो दूसरों को Inspire करता है उनके साथ खड़ा रहता है और मुश्किल वक्त में रास्ता दिखाता है।

आपने स्कूल में कभी देखा होगा कि कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जिनसे सब दोस्ती करना चाहते हैं जो खेल में टीम को संभालते हैं या किसी प्रोजेक्ट में सबकी बात सुनकर सही फैसला लेते हैं। वही लीडरशिप की असली शुरुआत होती है।

लीडरशिप का मतलब ये भी नहीं कि आपको सबसे ज़्यादा बोलने वाला या सबसे तेज़ इंसान बनना पड़ेगा। कभी कभी एक अच्छा लीडर वो होता है जो ध्यान से सुनता है सबकी राय को समझता है और फिर ऐसा कदम उठाता है जिससे सबको फायदा हो।

यानी लीडरशिप कोई खास लोगों के लिए नहीं है ये हर किसी में हो सकती है अगर हम उसे पहचानें और थोड़ा थोड़ा करके develop करें। यही वजह है कि यह आर्टिकल How to Develop a Leadership Skills पर लिखा गया है ताकि आप जान सकें कि लीडरशिप कोई जादू नहीं बल्कि एक सीखी जाने वाली कला है।

The Importance of Leadership Skills

जब मैंने पहली बार लीडरशिप पर काम करना शुरू किया था तब मुझे भी यही लगता था कि लीडरशिप सिर्फ उन लोगों के लिए होती है जो किसी ऊँचे पद पर होते हैं। लेकिन धीरे धीरे जैसे जैसे मैंने अलग अलग टीमों के साथ काम किया कुछ जिम्मेदारियाँ निभाईं और लोगों के साथ घुलने मिलने का अनुभव लिया तब जाकर असली बात समझ में आई।

लीडरशिप स्किल्स हर इंसान के लिए ज़रूरी होती हैं चाहे वह स्कूल का छात्र हो कॉलेज का विद्यार्थी हो कोई कर्मचारी हो या फिर एक छोटा व्यापारी। जब आप लोगों से मिलते हैं उनके साथ काम करते हैं उनकी मदद करते हैं तभी असली लीडरशिप दिखती है।

असल बात तो ये है कि अगर कोई पूछे – The Importance of Leadership Skills क्या है, तो जवाब बड़ा सिंपल है: ये आपको जिंदगी में आगे बढ़ने में मदद करती हैं, वो भी दूसरों को नीचे दबाए बिना। जब आपके पास ये स्किल होती है, तो आप अपने लिए समझदारी से फैसले ले पाते हैं और साथ ही दूसरों को भी रास्ता दिखा सकते हैं।

How to Develop a Leadership Skills ये सवाल आज हर कोई पूछ रहा है और सही भी है क्योंकि आज के दौर में सिर्फ पढ़ाई या टेक्निकल स्किल्स काफी नहीं होतीं। जब तक आप लोगों के साथ बेहतर तरीके से बातचीत करना उन्हें समझना और गाइड करना नहीं सीखते तब तक आपकी बाकी सारी स्किल्स अधूरी रहती हैं।

मुझे आज भी याद है जब मेरी पहली टीम थी तो मुझे डर लगता था कि मैं सबको कैसे समझाऊँगा कैसे सबको साथ लेकर चलूँगा। लेकिन धीरे धीरे सीखा कि जब आप सच बोलते हैं सबकी बात सुनते हैं और खुद पहले कदम बढ़ाते हैं तभी लोग आप पर भरोसा करने लगते हैं। वहीं से लीडरशिप शुरू होती है।

लीडरशिप स्किल्स होने का मतलब यह भी है कि आप किसी भी मुश्किल में शांत रहकर सोच सकते हैं। जब सब घबराते हैं आप हल खोजने की कोशिश करते हैं। यह खूबी न सिर्फ आपके काम में काम आती है बल्कि आपके रिश्तों और ज़िंदगी के हर मोड़ पर भी मदद करती है।

और जब हम यह सोचते हैं कि How to Develop a Leadership Skills, तो ये भी समझना ज़रूरी है कि ये कोई ऐसा हुनर नहीं है जो एक रात में आ जाए। ये तो एक ऐसी आदत होती है जो धीरे-धीरे बनती हैं। रोज़ थोड़ा सीखकर, थोड़ा खुद को बदलकर। यही रोज़ की छोटी कोशिशें आपको उन लोगों से अलग बनाती हैं, जो बिना सोचे बस भीड़ के साथ आगे बढ़ रहे होते हैं।

Leadership vs Management

जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब मैं खुद भी कंफ्यूज था कि लीडरशिप और मैनेजमेंट में फर्क क्या होता है। दोनों ही जगह लोग टीम को संभालते हैं फैसले लेते हैं और काम करवाते हैं। लेकिन फिर भी ये दोनों बिल्कुल एक जैसे नहीं होते।

तो चलिए आसान भाषा में समझते हैं कि आखिर लीडर और मैनेजर में फर्क क्या है और क्यों ये समझना ज़रूरी है जब आप जानना चाहते हैं कि How to Develop a Leadership Skills.

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एक मैनेजर का काम होता है कि जो काम मिला है वो समय पर और ठीक तरीके से पूरा हो जाए। वो नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करवाता है। यानी मैनेजर ज़्यादा ध्यान इस बात पर देता है कि काम कैसे होगा और कब तक होगा।

दूसरी तरफ एक लीडर लोगों को प्रेरित करता है। वो सिर्फ काम करवाने में यकीन नहीं रखता बल्कि यह सोचता है कि लोग उस काम को क्यों करें और कैसे उन्हें उसका हिस्सा महसूस हो। एक लीडर भरोसा जीतता है जबकि मैनेजर ज़िम्मेदारी सौंपता है।

मैंने खुद अपनी टीमों में देखा है कि जब कोई सिर्फ मैनेजमेंट करता है तो लोग बस काम निपटाते हैं। लेकिन जब कोई लीडरशिप अपनाता है तो लोग खुद से आगे बढ़कर काम करते हैं बिना कहे बिना डर के।

ऐसा ज़रूरी नहीं है कि लीडर और मैनेजर हमेशा अलग-अलग व्यक्ति हों। एक ही इंसान में ये दोनों खूबियाँ हो सकती हैं। लेकिन जो लोग सच में जानना चाहते हैं कि How to Develop a Leadership Skills, उनके लिए ये समझना बहुत ज़रूरी है कि लीडरशिप सिर्फ काम बांटने या मैनेज करने तक सीमित नहीं होती ये उससे कहीं ज़्यादा गहराई से जुड़ी होती है।

लीडरशिप में आप दिल से जुड़ते हैं जबकि मैनेजमेंट में आप सिस्टम से जुड़े होते हैं। लीडर लोगों को रास्ता दिखाता है जबकि मैनेजर उन्हें उस रास्ते पर चलने में मदद करता है।

अगर आप सच में एक असरदार और याद रहने वाला लीडर बनना चाहते हैं तो आपको सिर्फ टास्क मैनेज करना नहीं आना चाहिए आपको इंसानों को समझना और उन्हें साथ लेकर चलना भी आना चाहिए।

What Makes an Effective Leader

एक असरदार लीडर वह होता है जो लोगों को सिर्फ निर्देश नहीं देता बल्कि उन्हें अपने लक्ष्य की तरफ प्रेरित भी करता है। ऐसे लीडर्स अपने साथियों का मनोबल बढ़ाते हैं और उन्हें भरोसा दिलाते हैं कि वे अपने काम में बेहतर कर सकते हैं।

हर लीडर का अपना तरीका होता है काम करने का लेकिन जो लीडर सबसे ज्यादा याद रखे जाते हैं उनमें कुछ खूबियाँ आम होती हैं। अगर आप खुद सोचें कि अब तक आपने जिन लीडर्स के साथ काम किया है उनमें से सबसे अच्छे कौन थे तो आप पाएँगे कि उनमें ये गुण ज़रूर रहे होंगे।

1. वो साफ साफ बताते थे कि उन्हें क्या चाहिए बिना घुमा फिराकर।

2. वो दूसरों के लिए नरम दिल रखते थे और ज़रूरत के वक्त मदद करते थे।

3. उनके फैसले हर बार एक जैसे और समझदारी भरे होते थे।

वो हमेशा दूसरों को हौसला देते थे और गलतियों से डरने नहीं देते थे।

4. वो अपने काम को अच्छे से प्लान करते थे और चीज़ें सही समय पर पूरी करते थे।

5. सबसे ज़रूरी बात उन पर भरोसा किया जा सकता था।

उनके पास एक साफ़ और मजबूत सोच होती थी कि वे अपनी टीम को कहाँ लेकर जाना चाहते हैं।

सफल लीडर्स न केवल हालातों से लड़ने का हौसला रखते हैं बल्कि कठिन फैसले लेने में भी पीछे नहीं हटते। जब गलती होती है तो वे दूसरों पर नहीं खुद पर सवाल उठाते हैं और ज़िम्मेदारी लेते हैं।

आखिरकार एक अच्छा लीडर वही होता है जिस पर उसकी टीम को पूरा भरोसा होता है कि वह जो भी करेगा वह टीम के भले के लिए ही होगा।

4 Key Leadership Skills 

सिर्फ ऊँचा पद पा लेना आपको एक अच्छा लीडर नहीं बनाता इसके लिए कुछ ख़ास स्किल्स का होना बहुत ज़रूरी है। Communication, Influence, Learning Agility और Self-Awareness ये चार बुनियादी योग्यताएं हर कामयाब लीडर में जरूर होती हैं। फर्क इससे नहीं पड़ता कि आप किस फील्ड में हैं, ये चारों गुण आपकी सोच को साफ बनाते हैं, लोगों को समझने में मदद करते हैं और टीम के साथ मिलकर बेहतर काम करने की ताक़त देते हैं। चलिए अब इन चारों स्किल्स को थोड़ा और गहराई से समझते हैं।

Communication

एक अच्छा लीडर वही होता है जो अपनी बात इतने साफ और सहज ढंग से कह सके कि टीम का हर इंसान उसे बिना किसी दिक्कत के समझ पाए। जब लीडर ये साफ कर देता है कि प्रोजेक्ट का असली मकसद क्या है, किससे क्या उम्मीद है और कौन क्या करने वाला है तो टीम भी पूरे दिल से काम में जुट जाती है। ऐसे लीडर सिर्फ बोलने में नहीं, सुनने में भी माहिर होते हैं। चाहे बात कहनी हो या लिखनी हो, वे हमेशा सोच-समझकर और साफ शब्दों में अपनी बात रखते हैं। यही Communication Skill लीडरशिप की असली बुनियाद बनती है और पूरी टीम में भरोसे का माहौल बनाए रखती है।

यह भी पढ़ें: Communication skills kya hai hindi

Influence

एक अच्छा लीडर सिर्फ आदेश नहीं देता बल्कि अपनी सोच और रिश्तों के ज़रिए दूसरों को प्रेरित करता है। वह समझता है कि उसके साथ काम करने वाले लोग किस बात से उत्साहित होते हैं और क्या चीज़ उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। जब लीडर यह जान लेता है तो वह अपने विचारों को इस तरह रखता है कि दूसरों को लगे हां इसमें मेरा भी फायदा है। इसी समझ और जुड़ाव की वजह से लीडर अपने साथियों को सिर्फ लक्ष्य तक नहीं ले जाता बल्कि लक्ष्य से आगे बढ़ने की ताक़त भी देता है।

Learning Agility

एक अच्छा लीडर वही होता है जो सीखना कभी बंद नहीं करता। चाहे वह कितनी भी ऊँची पोस्ट पर क्यों न हो वह हर नए मौके को सीखने का जरिया मानता है। ये सीख किसी कोर्स या डिग्री से आ सकती है लेकिन असली सीख अक्सर अपने ही अनुभवों से मिलती है कभी जीत से कभी गलती से। एक समझदार लीडर हर अनुभव पर सोचता है और खुद को बदलता है ताकि वह हर स्थिति में और बेहतर बन सके।

Self-Awareness

सशक्त लीडर अपने बारे में अच्छे से जानते हैं। उन्हें पता होता है कि उन्हें काम करने की असली वजह क्या है कौन सी चीज़ें उन्हें प्रेरित करती हैं और किस काम में वे बेहतर हैं या कहाँ उन्हें सुधार की ज़रूरत है। वे अपने जीवन और काम के अनुभवों पर समय समय पर सोचते हैं जिससे उन्हें अपने लक्ष्य और मकसद को और गहराई से समझने में मदद मिलती है। यही आत्म जागरूकता उन्हें आगे बढ़ने के नए मौके ढूँढने में और एक बेहतर लीडर बनने में मदद करती है।

9 Leadership Development Steps 

Leadership कोई एक दिन में आने वाली चीज़ नहीं होती ये धीरे धीरे सीखी और अपनाई जाती है। अगर आप सोच रहे हैं कि खुद को एक मजबूत लीडर कैसे बनाएं तो इसके लिए कुछ आसान और असरदार कदम होते हैं। ये 9 स्टेप्स आपको खुद को पहचानने बेहतर करने और आगे बढ़ने का रास्ता दिखाते हैं। चलिए अब एक एक करके इन ज़रूरी लीडरशिप स्टेप्स को समझते हैं।

Identifying Strengths and Weaknesses

किसी भी लीडरशिप सफर की शुरुआत वहीं से होती है जहाँ आप खुद को समझना शुरू करते हैं। जब आप जानते हैं कि आपकी ताकत क्या है और किन बातों में आप कमजोर हैं तो आगे का रास्ता साफ़ हो जाता है। मैंने खुद जब पहली बार अपनी कमज़ोरियों पर ध्यान दिया तब ही मुझे समझ आया कि मुझे किस दिशा में मेहनत करनी है। ये जानना कोई कमी नहीं बल्कि समझदारी की निशानी है। क्योंकि अगर आप खुद को नहीं समझते तो दूसरों का सही नेतृत्व करना बहुत मुश्किल होता है।

Target Key Skills

जब आपको अपने अंदर की कमज़ोरियाँ और ताकतें दिखने लगती हैं तब अगला कदम होता है ज़रूरी स्किल्स पर फोकस करना। हर लीडर के पास कुछ खास स्किल होते हैं जैसे कि संवाद करना, टीम को मोटिवेट करना या सही फैसले लेना। लेकिन जरूरी यह है कि आप यह तय करें कि अभी आपको किन स्किल्स पर काम करना है। मैंने अपने अनुभव से सीखा है कि जब आप एक स्किल पर पूरा ध्यान देते हैं तो उसमें धीरे धीरे निखार आने लगता है और वह आपकी पहचान बन जाती है।

Take Leadership Roles

लीडर बनना सीखने का सबसे अच्छा तरीका है लीडर की भूमिका निभाना। शुरुआत में डर लग सकता है कि कहीं कुछ गलत न हो जाए लेकिन जब आप छोटे छोटे मौकों को पकड़कर लीड करने लगते हैं तो आत्मविश्वास अपने आप बढ़ने लगता है। मैंने भी शुरुआत छोटे प्रोजेक्ट्स से की थी जहाँ टीम का तालमेल बनाना और सबकी बातें सुनना सीखना पड़ा। यहीं से असली लीडरशिप की प्रैक्टिस शुरू होती है और धीरे धीरे आप खुद को पहले से बेहतर पाते हैं।

Promote Teamwork

एक अच्छा लीडर कभी अकेले आगे नहीं बढ़ता वह अपनी टीम के साथ मिलकर आगे बढ़ता है। जब आप टीमवर्क को बढ़ावा देते हैं तो हर सदस्य खुद को ज़रूरी महसूस करता है। मैंने सीखा है कि जब आप लोगों की बात सुनते हैं उन्हें एक दूसरे से जोड़ते हैं और मिलकर काम करने का माहौल बनाते हैं तो नतीजे भी बेहतर आते हैं। टीम में भरोसे और सहयोग की भावना लीडरशिप का असली चेहरा होती है।

Problem Solving & Decisions

हर लीडर को कभी न कभी मुश्किल फैसले लेने पड़ते हैं। लेकिन फर्क तब आता है जब आप घबराते नहीं बल्कि सोच समझकर रास्ता निकालते हैं। समस्या चाहे बड़ी हो या छोटी लीडर वही होता है जो सबकी बात सुनकर समझदारी से फैसला करे। मेरे अनुभव में फैसले वही अच्छे होते हैं जो बिना जल्दबाज़ी के लिए जाते हैं और जिनमें टीम का भला सोचा गया हो। लीडर की यही सोच उसे दूसरों से अलग बनाती है।

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Feedback & Reflection

एक सच्चा लीडर वही होता है जो खुद से भी सवाल करता है। जब आप दूसरों से फीडबैक लेते हैं और उस पर सोचते हैं तो आप रोज़ कुछ नया सीखते हैं। मैंने यह आदत बनाई है कि हर काम के बाद खुद से पूछता हूँ क्या मैंने सही किया, क्या कुछ और बेहतर हो सकता था और जब कोई और कुछ कहता है तो उसे खुले मन से सुनना सीख लिया है। यही फीडबैक और आत्म-मंथन आगे बढ़ने की सबसे मजबूत सीढ़ी है।

Active Listening Practice

सुनना आसान लगता है लेकिन ध्यान से और समझकर सुनना हर किसी के बस की बात नहीं होती। एक अच्छा लीडर वही होता है जो सामने वाले की बात को सिर्फ सुने नही बल्कि महसूस भी करे। मैंने जब एक्टिव लिसनिंग की आदत डाली तो लोगों को मुझ पर ज्यादा भरोसा होने लगा। वे खुलकर बोलने लगे क्योंकि उन्हें लगा कि कोई सच में सुन रहा है। यह स्किल लीडरशिप में बहुत गहरा असर डालती है इससे टीम का आपसी भरोसा और तालमेल मजबूत होता है।

Set & Track Goals

अगर आपको नहीं पता कि आपको कहाँ पहुँचना है तो आप सही रास्ता कैसे पकड़ेंगे एक असरदार लीडर हमेशा साफ़ लक्ष्य तय करता है खुद के लिए भी और टीम के लिए भी। और सिर्फ लक्ष्य तय करना काफी नहीं होता उन्हें समय समय पर देखना और ट्रैक करना भी जरूरी होता है। मैंने जब अपने छोटे छोटे टार्गेट्स को लिखना और चेक करना शुरू किया तो देखा कि काम में न सिर्फ गति आई बल्कि मैं खुद भी ज्यादा फोकस्ड हो गया। यही तरीका टीम को भी Organized बनाता है।

Consistent Practice

कोई भी स्किल एक दिन में नहीं आती और लीडरशिप तो बिल्कुल भी नहीं। आपको रोज़ थोड़ा थोड़ा अभ्यास करना होता है फिर चाहे वो सुनना हो समझना हो बोलना हो या फैसले लेना। मैंने अपनी लीडरशिप की यात्रा में यह जाना कि सबसे बड़ा बदलाव तभी आता है जब आप लगातार सीखते और करते रहते हैं। हो सकता है शुरुआत में गलती हो लेकिन अगर आप रुके नहीं तो एक दिन वही आपकी ताकत बन जाती है।

Mentorship in Leadership 

हर लीडर को एक ऐसे साथी की ज़रूरत होती है जो उसे सही वक्त पर सही दिशा दिखा सके। यही काम एक अच्छा मेंटर या कोच करता है। लीडरशिप की यात्रा में कई बार रास्ता साफ़ नहीं होता लेकिन जब कोई अनुभवी व्यक्ति साथ होता है तो चीजें आसान लगने लगती हैं। अब हम जानेंगे कि सही मेंटर कैसे चुनें नेटवर्क कैसे बनाएं और दूसरों से सीखकर खुद को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।

Get a Mentor or Coach

एक अच्छा लीडर बनना है तो अकेले चलने की ज़िद छोड़नी पड़ती है। मुझे खुद अपने शुरुआती दिनों में जब एक अनुभवी गाइड मिला तो रास्ते साफ होने लगे। एक मेंटर या कोच वो होता है जो आपकी गलतियों से नहीं अपने अनुभवों से आपको सीखने का मौका देता है। वो आपको वही बातें सिखा सकता है जिन्हें उसने खुद जिया हो। इसीलिए अगर आप सच में बेहतर बनना चाहते हैं तो किसी ऐसे व्यक्ति से जुड़िए जो आपको ईमानदारी से दिशा दिखा सके।

Expand Your Network

सीखने की कोई उम्र नहीं होती लेकिन सीखने के लिए लोगों से जुड़ना ज़रूरी होता है। मैंने महसूस किया है कि जब आप अलग अलग क्षेत्रों के लोगों से बात करते हैं तो हर कोई आपको कुछ नया सिखा जाता है। नेटवर्क बनाना मतलब सिर्फ जान पहचान बढ़ाना नहीं बल्कि ऐसे लोगों के साथ जुड़ना है जो आपको सोचने का नया नजरिया दें। एक अच्छा नेटवर्क आपकी लीडरशिप सोच को और गहराई देता है।

Study Successful Leaders

जो लोग आज सफल लीडर माने जाते हैं वो कल किसी मोड़ पर हमारे जैसे ही थे सीख रहे थे, गिर रहे थे और फिर उठ रहे थे। जब हम ऐसे लीडर्स की कहानियाँ पढ़ते या सुनते हैं तो हमें बहुत कुछ नया समझ आता है। मैंने भी कई बार जब उलझा हुआ महसूस किया तो किसी लीडर की कहानी ने रास्ता दिखाया। आप उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीख सकते हैं बिना वो गलती खुद किए। इसलिए सफल लीडर्स को पढ़िए देखिए और सोचिए मैं इनमें से क्या सीख सकता हूँ।

Read Books and Research

किताबें और रिसर्च किसी मेंटर की तरह ही होती हैं फर्क बस इतना है कि वो हमेशा आपके पास होती हैं। लीडरशिप पर लिखी गई अच्छी किताबें आपको वो चीज़ें सिखाती हैं जो शायद आपको असल ज़िंदगी में कोई न सिखा पाए। मैंने खुद कई बार एक किताब से वो समझ पाया जो महीनों की कोशिश से नहीं समझा था। रिसर्च पढ़ने से आपको ये भी पता चलता है कि आज के समय में क्या काम करता है और क्या नहीं। इसलिए सीखना है तो पढ़ना ज़रूरी है।

Conslusion

तो यार अगर अब तक पढ़ते पढ़ते तुम्हें ये लग रहा है कि लीडरशिप कोई रॉकेट साइंस है तो बिल्कुल भी नहीं है। असल में लीडरशिप तो वही चीज़ है जो हम रोज़ थोड़ा थोड़ा करके सीखते हैं। जब हम किसी की बात ध्यान से सुनते हैं जब टीम में मिलकर काम करते हैं या जब खुद से सवाल करते हैं कि मैं और बेहतर कैसे बन सकता हूँ।

मैंने भी यही महसूस किया है कि अच्छा लीडर बनने के लिए परफेक्ट होना ज़रूरी नहीं लेकिन ईमानदार और लगातार सीखने वाला होना बहुत ज़रूरी है। चाहे वो अपनी कमजोरियों को समझना हो या किसी मेंटर से सलाह लेना हो हर छोटा कदम मायने रखता है। और हाँ ये मत सोचो कि सबकुछ आज ही बदल जाएगा। थोड़ा थोड़ा करो रोज़ करो बस यही सीक्रेट है।

अगर तुम्हें ये आर्टिकल अच्छा लगा हो या कुछ नया सोचने को मिला हो तो नीचे एक छोटा सा कमेंट छोड़ देना या इसे अपने उस दोस्त के साथ शेयर कर देना जो लीडरशिप की राह पर चलना चाहता है। चलो फिर सीखते रहो बढ़ते रहो।

1 thought on “How to Develop a Leadership Skills – आसान भाषा में लीडर बनने की पूरी गाइड”

  1. Badhiya cheez likh di bhai bahut saare doubts clear hue hai ye article read krke thank you so much 🙂

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