Introduction
अगर आप एक ऑनलाइन स्टोर चलाते हैं या चलाने की सोच रहे हैं तो आपने SEO शब्द ज़रूर सुना होगा। लेकिन जब बात आती है Ecommerce SEO की तो चीज़ें थोड़ी अलग होती हैं। और अगर आप चाहते हैं कि लोग गूगल पर कुछ खोजें और सीधा आपके प्रोडक्ट्स तक पहुँचें तो इसके लिए एक सही दिशा में काम करना ज़रूरी होता है। ठीक उसी तरह जैसे दुकान खोलने से पहले उसकी सफ़ाई सजावट और प्रचार किया जाता है वैसे ही एक Ecommerce SEO Checklist होती है जो आपके ऑनलाइन स्टोर को गूगल में ऊपर लाने के लिए ज़रूरी है।
मैं पिछले कुछ सालों से Ecommerce Websites पर काम कर रहा हूँ खुद के स्टोर बनाए हैं क्लाइंट्स की वेबसाइट्स ऑप्टिमाइज़ की हैं और लाइव रिज़ल्ट्स देखे हैं। इन अनुभवों ने मुझे ये समझा दिया है कि सिर्फ SEO का नाम सुन लेना काफ़ी नहीं होता बल्कि सही SEO कैसे किया जाए ये समझना ज़रूरी होता है। खासकर जब बात ecommerce की हो।
यही सोचकर मैंने इस Ecommerce SEO Checklist को कुछ इस तरह से तैयार किया है कि आपको कहीं भी भारी-भरकम टेक्निकल बातें समझने में सिर न खपाना पड़े। हर स्टेप को मैंने इतनी साफ, आसान और ज़मीन से जुड़ी भाषा में समझाया है कि चाहे कोई 10 साल का बच्चा ही क्यों न हो, वो भी ये समझ सके कि कौन-सा स्टेप क्यों ज़रूरी है, कब करना है और उसका फायदा क्या होगा।
इस पूरे आर्टिकल में मैंने अपने सालों के अनुभव, समझ, और लोगों के साथ काम करने से मिला भरोसा बहुत ही सादगी से पिरोया है। मेरी कोशिश बस यही रही है कि जब आप इसे पढ़ें, तो आपको ऐसा लगे जैसे कोई पुराना दोस्त आपके साथ बैठा है और एक-एक स्टेप को आपके साथ मिलकर समझा रहा है।
तो अगर आप सच में चाहते हैं कि आपकी ऑनलाइन दुकान गूगल पर ऊपर दिखे, उस पर ढेर सारे लोग आएं और आखिरकार सेल्स में भी दमदार उछाल आए तो ये Ecommerce SEO Checklist आपके लिए किसी भरोसेमंद साथी से कम नहीं है। अब जब मंज़िल साफ है, तो चलिए देर ना करते हुए आपकी ई-कॉमर्स साइट की इस SEO वाली सफर की एक शानदार शुरुआत करते हैं!
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SEO Basics Checklist
सिर्फ एक डोमेन खरीद लेना और वेबसाइट खड़ी कर देना मतलब ये नहीं कि अब गूगल आपकी साइट को सिर पर बैठा लेगा। अगर सच में चाहते हैं कि आपकी साइट सर्च रिज़ल्ट में अच्छे से नज़र आए, तो शुरुआत भी उसी समझदारी से करनी होगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैंने आपके लिए एक आसान और समझने लायक Ecommerce SEO Checklist तैयार की है, जो आपको पहले-पहल के जरूरी स्टेप्स को सही तरीके से समझने में मदद करेगी।
Set up Google Search Console
Google Search Console एक फ्री टूल है जो वेबसाइट मालिकों को ये समझने में मदद करता है कि उनकी साइट गूगल में कैसे परफॉर्म कर रही है। इससे आप अपनी वेबसाइट का ऑर्गेनिक ट्रैफिक देख सकते हैं सर्च रिज़ल्ट्स को ट्रैक कर सकते हैं और उन तकनीकी दिक्कतों को पकड़ सकते हैं जो आपकी साइट की रैंकिंग को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
शुरुआत करने के लिए Google Search Console की वेलकम पेज पर जाएं और अपना अकाउंट बनाएं। फिर अपनी वेबसाइट को वेरीफाई करें ताकि गूगल को यकीन हो जाए कि आप ही उसके असली मालिक हैं। अगर आप Shopify का इस्तेमाल कर रहे हैं तो अपना डोमेन कैसे वेरीफाई करें इसके लिए गूगल आपको पूरी गाइड देता है।
यह स्टेप Ecommerce SEO Checklist में बेहद ज़रूरी है क्योंकि जब तक गूगल को आपकी साइट की जानकारी नहीं होगी तब तक वो उसे सर्च में ऊपर दिखाने में मदद नहीं कर पाएगा।
Set up Bing Webmaster tools
Bing Webmaster Tools माइक्रोसॉफ्ट का एक बिल्कुल फ्री टूल है जो आपकी वेबसाइट को Bing सर्च इंजन में लाने का रास्ता खोलता है। इसके ज़रिए आप अपने ऑनलाइन स्टोर को Bing के बॉट्स तक पहुंचा सकते हैं, ताकि वो आपकी साइट को अच्छे से पढ़ सकें, समझ सकें और उसे अपने सर्च रिज़ल्ट में शामिल कर सकें। आसान भाषा में कहें, तो ये टूल आपकी साइट को Bing पर भी लोगों की नज़रों तक पहुंचाने का एक जरूरी स्टेप है।
इसका इस्तेमाल करने के लिए Bing Webmaster Tools की साइनअप पेज पर जाएं और एक फ्री अकाउंट बनाएं। इसके बाद अपनी वेबसाइट को उसमें ऐड करें और वेरीफाई करें ताकि आपकी साइट Bing के सर्च रिज़ल्ट्स में भी दिख सके।
अगर आप सच में चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट सिर्फ Google पर ही नहीं, बल्कि Bing जैसे दूसरे सर्च इंजनों से भी ज़बरदस्त ट्रैफिक बटोरे, तो ये स्टेप आपकी Ecommerce SEO Checklist में पक्का होना चाहिए। दिखने में ये छोटा-सा काम लगता है, लेकिन असर सीधा आपकी वेबसाइट की रिच तक पहुँचता है और वो भी बड़ा वाला!
Submit a Sitemap
एक साइटमैप सर्च इंजनों को यह बताता है कि आपकी वेबसाइट पर कौन कौन से पेज हैं और वे कैसे एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। ये बिल्कुल ऐसे है जैसे आप किसी मेहमान को अपने घर का नक्शा दे दें ताकि वो हर कमरे तक आसानी से पहुँच सके।
अगर आप Shopify इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपके स्टोर का साइटमैप अपने आप बन जाता है। इसमें आपकी वेबसाइट के सारे पेज शामिल होते हैं। आप इसे इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं: www.yourstore.com/sitemap.xml
अगर आप WordPress का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप RankMath जैसे प्लगइन की मदद से अपना साइटमैप आसानी से बना सकते हैं।
अब अगला जरूरी कदम ये है कि आप अपने साइटमैप को Google और Bing दोनों सर्च इंजनों में सबमिट करें। इसके लिए आपने जो Google Search Console और Bing Webmaster Tools के अकाउंट बनाए थे वहीं से ये काम किया जाता है।
ये स्टेप आपकी Ecommerce SEO Checklist का एक ज़रूरी हिस्सा है, क्योंकि साइटमैप सर्च इंजनों को ये समझने में मदद करता है कि आपकी वेबसाइट अंदर से कितनी सही तरीके से व्यवस्थित है। जब चीज़ें साफ-सुथरी और अच्छे से ऑर्गनाइज़ होती हैं, तो इसका सीधा फायदा आपकी सर्च रैंकिंग पर भी पड़ता है।
Set up Google Analytics
Google Analytics एक ऐसा टूल है जो यह बताता है कि आपकी वेबसाइट पर आने वाले लोग क्या कर रहे हैं वो कहाँ से आए कितनी देर रुके कौन से पेज देखे और आखिर में साइट से कैसे निकले। ये जानकारी आपके लिए बहुत कीमती हो सकती है खासकर तब जब आप जानना चाहते हैं कि सर्च इंजन से आने वाले विज़िटर्स आपकी वेबसाइट पर कैसे बर्ताव कर रहे हैं।
शुरुआत करने के लिए आपको सबसे पहले एक Google Analytics अकाउंट बनाना होगा। फिर अपनी वेबसाइट को एक वेब प्रॉपर्टी के तौर पर उसमें जोड़ें। इसके बाद Shopify या WordPress जैसी CMS वेबसाइट में Google Tag ID को जोड़कर एक डेटा स्ट्रीम एक्टिव करें।
जब आप Ecommerce SEO Checklist को फॉलो कर रहे हों तो Google Analytics को इग्नोर करना एक बड़ी गलती हो सकती है। यह टूल न सिर्फ SEO के असर को समझने में मदद करता है बल्कि यह भी बताता है कि कौन से कीवर्ड और पेज आपके लिए असल में काम कर रहे हैं।
Check that Your Site is Indexed
आपकी वेबसाइट तभी सर्च रिज़ल्ट्स में दिखाई दे सकती है जब वह सर्च इंजन द्वारा इंडेक्स की गई हो। इंडेक्सिंग का मतलब है कि गूगल या अन्य सर्च इंजन ने आपकी वेबसाइट को पहचान लिया है और उसे अपने डेटाबेस में जोड़ लिया है।
पता करने का सबसे आसान तरीका है गूगल पर जाकर टाइप करें site:yourdomain.com। अगर आपकी वेबसाइट के पेज दिखते हैं तो समझिए कि आपकी साइट इंडेक्स हो चुकी है। लेकिन अगर कुछ भी दिखाई नहीं देता तो आपकी साइट अभी तक इंडेक्स नहीं हुई है। ध्यान दें कि साइटमैप सबमिट करने के बाद गूगल को आपकी साइट को इंडेक्स करने में एक हफ्ते या उससे ज़्यादा भी लग सकता है। इसके अलावा जिन पेजों पर पासवर्ड लगा होता है उन्हें गूगल इंडेक्स नहीं करता।
अगर आप Shopify की फ्री ट्रायल पर स्टोर चला रहे हैं तो अच्छी बात यह है कि गूगल फिर भी उसे क्रॉल और इंडेक्स कर लेता है। लेकिन ट्रायल के बाद अगर आपने पेड प्लान नहीं लिया तो आपकी वेबसाइट deindex भी हो सकती है जिससे वो सर्च रिज़ल्ट्स से गायब हो जाएगी।
अगर आपकी साइट गूगल की नजरों में ही नहीं आएगी, तो जाहिर है ट्रैफिक भी कैसे आएगा? इसलिए इंडेक्सिंग की स्थिति को समझना और उस पर सही वक्त पर एक्शन लेना, आपकी Ecommerce SEO Checklist का एक बेहद ज़रूरी हिस्सा है। जब तक गूगल को ये न लगे कि आपकी साइट वाकई में मौजूद है और सही ढंग से बनी है, तब तक रैंकिंग का सोचना भी थोड़ा जल्दी हो जाएगा।
Consider SEO Tools
ऑनलाइन बिज़नेस के लिए SEO में आगे बने रहना आसान नहीं होता हर दिन गूगल का एल्गोरिदम बदल सकता है रैंकिंग ऊपर नीचे होती रहती है और आपके कॉम्पिटिटर्स भी नए नए कीवर्ड्स पर काम कर रहे होते हैं। लेकिन अगर आप अपने स्टोर की ग्रोथ चाहते हैं तो इन सब चीज़ों पर नज़र रखना ज़रूरी है।
अच्छी बात ये है कि आप पहले ही Google Search Console और Google Analytics सेटअप कर चुके हैं जो आपकी Ecommerce SEO Checklist का एक शानदार स्टार्ट माना जा सकता है। अब बात करते हैं कुछ और टूल्स की जो आपकी वेबसाइट को रैंक कराने में मदद कर सकते हैं।
Paid SEO टूल्स:
Moz एक ऐसा SEO टूल है जो आपकी जेब पर भारी नहीं पड़ता, लेकिन काम के मामले में बहुत कुछ कर जाता है। खासकर जब बात कीवर्ड रिसर्च की आती है, तो इसके फीचर्स काफी शानदार हैं। अगर आप कोई ऐसा ऑल-इन-वन टूल ढूंढ रहे हैं जो सस्ता भी हो और काम का भी, तो Moz को अपनी Ecommerce SEO Checklist में जरूर जगह दें।
Ahrefs एक प्रोफेशनल SEO टूल है जिसमें ऑडिट, बैकलिंक एनालिसिस, कीवर्ड ट्रैकिंग और बहुत कुछ शामिल है।
SEMrush कीवर्ड ट्रैकिंग और कॉम्पिटिटर एनालिसिस के लिए एक और पावरफुल टूल है।
KeySearch.co सस्ते में सिंपल कीवर्ड रिसर्च करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प।
Free SEO टूल्स:
Surfer Chrome Plugin फ्री में सर्च डेटा और कंटेंट के लिए गाइडलाइन देता है।
Keyword.io फ्री कीवर्ड सजेशन टूल है।
Screaming Frog एक टूल है जो वेबसाइट में क्रॉल एरर ढूंढने में मदद करता है।
MozBar जल्दी जल्दी SEO एनालिसिस करने के लिए एक Chrome एक्सटेंशन।
Google Ads Keyword Planner गूगल का फ्री टूल है, जो विज्ञापन और कीवर्ड रिसर्च के लिए इस्तेमाल होता है।
अगर आप Shopify यूज़र हैं तो खुश हो जाइए क्योंकि Shopify में पहले से ही कई SEO फीचर्स शामिल होते हैं जैसे कि canonical tags (duplicate content से बचाने के लिए), XML साइटमैप जनरेशन और Shopify थीम्स में टाइटल टैग्स का ऑटोमैटिक निर्माण।
इन टूल्स की मदद से आप न सिर्फ अपना डेटा समझ सकते हैं बल्कि अपने कॉम्पिटिटर्स से एक कदम आगे भी रह सकते हैं। सही टूल्स का चुनाव आपकी पूरी Ecommerce SEO Checklist को और मज़बूत बनाता है जिससे आप अपनी रैंकिंग को स्थायी रूप से बेहतर कर सकते हैं।
Keyword Research Checklist
कीवर्ड रिसर्च यह पता लगाने में मदद करता है कि आपके ग्राहक इंटरनेट पर क्या खोज रहे हैं। जब आपको सही शब्द मिल जाते हैं तो आप अपनी वेबसाइट पर उन्हीं कीवर्ड्स को इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि सही लोग आपके स्टोर तक पहुँचें। इस Ecommerce SEO Checklist में आप जानेंगे कि ऐसे असरदार कीवर्ड कैसे ढूंढे जाते हैं।
Conduct Keyword Research
आपके ग्राहक जब प्रोडक्ट या सर्विस खोजते हैं तो वे कौन से शब्द इस्तेमाल करते हैं यह जानने के लिए आप Moz, Ahrefs, या Semrush जैसे कीवर्ड रिसर्च टूल्स का सहारा ले सकते हैं। ये टूल्स आपके दिए गए Seed Keywords के आधार पर आपको कई संबंधित कीवर्ड सुझाते हैं।
जब आप कीवर्ड शॉर्टलिस्ट कर रहे हों तो इन तीन बातों का ध्यान ज़रूर रखें।
Search Volume यह दिखाता है कि हर महीने कितने लोग किसी कीवर्ड को सर्च कर रहे हैं। अगर आप किसी ऐसे कीवर्ड के लिए रैंक कर जाते हैं जिसका सर्च वॉल्यूम ज़्यादा है, तो आपकी वेबसाइट पर हर महीने हज़ारों लोग आ सकते हैं बशर्ते आपकी साइट SERP (Search Engine Result Page) में अच्छी पोजिशन पर हो।
Keyword Difficulty (KD) उस कीवर्ड पर रैंक करना कितना मुश्किल है ये स्कोर आमतौर पर 0 से 100 के बीच होता है जितना ज़्यादा स्कोर उतनी ज़्यादा कॉम्पिटिशन।
Commercial Fit क्या वो कीवर्ड आपकी बिक्री से मेल खाता है जैसे अगर आप केवल बैग्स बेचते हैं तो best bags टारगेट करना फायदेमंद नहीं होगा।
इन तीन बातों (सर्च वॉल्यूम, कीवर्ड डिफिकल्टी और कमर्शियल वायबिलिटी) को ध्यान में रखते हुए की गई कीवर्ड रिसर्च आपकी Ecommerce SEO Checklist को और भी दमदार बना देती है। इससे फायदा सिर्फ इतना नहीं होता कि आपकी साइट पर ज़्यादा लोग आते हैं—बल्कि सही लोग, मतलब वो ग्राहक जो वाकई में आपकी प्रोडक्ट्स में दिलचस्पी रखते हैं, वही आप तक पहुँचते हैं।
Analyze Competitor’s Keyword Rankings
आपके कॉम्पिटिटर्स SEO में पहले से मेहनत कर चुके हैं ऐसे में आप उनके अनुभव से बहुत कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने जो कीवर्ड रिसर्च पहले ही की है उसे समझकर आप अपना समय और मेहनत दोनों बचा सकते हैं।
इसके लिए किसी अच्छे SEO टूल जैसे Semrush या Moz में अपने कॉम्पिटिटर की वेबसाइट का URL डालें। टूल आपको बताएगा कि वो वेबसाइट किन कीवर्ड्स पर रैंक कर रही है और हर कीवर्ड पर उसका कौन-सा पेज किस पोजीशन पर है।
इस तरह की प्रतिस्पर्धी रिसर्च आपकी Ecommerce SEO Checklist का एक स्मार्ट हिस्सा बन जाती है क्योंकि इससे आपको उन्हीं कीवर्ड्स को टारगेट करने का मौका मिलता है जो पहले से रिज़ल्ट दे रहे हैं।
Map search intent for each keyword
अब जब आपके पास टारगेट करने लायक कीवर्ड्स की एक लिस्ट तैयार हो चुकी है तो अगला कदम है उन शब्दों को शॉर्टलिस्ट करना जिन्हें आपके ग्राहक सबसे ज़्यादा सर्च करते हैं। इसके साथ ही यह समझना भी जरूरी है कि हर कीवर्ड के पीछे सर्च करने वाले की असली मंशा Intent क्या है क्या वो कुछ खरीदना चाहता है जानकारी ढूंढ रहा है या सिर्फ तुलना कर रहा है?
अब वक्त है इन कीवर्ड्स को काम पर लगाने का! आपकी साइट का हर पेज चाहे वो प्रोडक्ट हो, कोई कैटेगरी, ब्लॉग पोस्ट या होमपेज अपनी-अपनी खास long-tail कीवर्ड से दमदार बन सकता है। जब आप इन कीवर्ड्स को सही जगह फिट करते हैं, तो आपकी पूरी वेबसाइट एक ऐसी बिल्डिंग की तरह बनती है जो सर्च इंजनों को सीधी राह दिखाती है साफ़, मज़बूत और रैंकिंग के लिए तैयार।
मान लीजिए आप एक अरोमाथेरेपी स्टोर चला रहे हैं, जिसमें ये चीज़ें बिकती हैं।
Lemon, Lime और Grapefruit essential oils
Lavender essential oil
Essential oil bottles (Glass, Roller, Spray)
तो आप citrus essential oils के लिए एक कलेक्शन पेज बना सकते हैं जिसमें lemon, lime और grapefruit शामिल हों। वहीं एक और कलेक्शन पेज essential oil bottles के लिए बना सकते हैं जिसमें glass, roller और spray bottles हों।
साथ ही आप long-tail कीवर्ड्स को टारगेट करते हुए ऐसे ब्लॉग आर्टिकल्स भी लिख सकते हैं जैसे Lavender essential oil ke upyog kya hain?
बिलकुल इस तरह की स्मार्ट प्लानिंग आपकी Ecommerce SEO Checklist को न सिर्फ मज़बूत बनाती है, बल्कि सर्च इंजन के लिए आपकी वेबसाइट की बनावट और मकसद को समझना भी आसान कर देती है। नतीजा? बेहतर रैंकिंग और ज़्यादा ट्रैफिक, वो भी सही ऑडियंस से।
On-Page SEO checklist
On-page SEO का मतलब होता है आपकी वेबसाइट के हर एक पेज को इस तरह से ऑप्टिमाइज़ करना कि वो गूगल जैसे सर्च इंजनों में आसानी से दिख सके।
हर पेज को रैंक कराने में समय और मेहनत लगती है खासकर तब जब आप पहले से मौजूद बड़ी ब्रांड्स से मुकाबला कर रहे हों। लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है। एक सही दिशा में किया गया काम ही आपको धीरे धीरे बेहतर रिज़ल्ट देता है
Optimize heading tags
Heading (H1) टैग किसी भी वेबपेज की असली पहचान होती है। यह वो लाइन होती है जो न सिर्फ विज़िटर्स को बताती है कि पेज किस बारे में है, बल्कि सर्च इंजन भी इसी से पेज का टॉपिक समझते हैं। इसलिए, इसमें आपका मुख्य कीवर्ड जरूर शामिल होना चाहिए।
बेस्ट प्रैक्टिस यही कहती है कि हर पेज पर सिर्फ एक ही H1 टैग होना चाहिए। मान लीजिए, आप “Lemon Drop Bliss” नाम का प्रोडक्ट बेच रहे हैं, तो उस पेज का H1 टैग आप सिंपल और सर्च-फ्रेंडली रख सकते हैं जैसे: “Lemon Essential Oil”—जिससे वो लोग भी आपकी साइट पर आएं जो Google में यही टर्म सर्च कर रहे हैं।
ध्यान दें Shopify पर जो पेज टाइटल आप सेट करते हैं वही डिफ़ॉल्ट रूप से H1 टैग होता है। इसलिए Shopify यूज़र्स को इसका ध्यान रखते हुए टाइटल लिखना चाहिए।
यह छोटा सा स्टेप आपकी Ecommerce SEO Checklist में बड़ा असर डाल सकता है क्योंकि यही वह संकेत है जिससे सर्च इंजन आपके पेज की पहचान बनाते हैं।
Write compelling title tags
गूगल में दिख जाना तो पहली जीत है, लेकिन यूज़र को उस लिंक पर क्लिक करवाना असली बाज़ी मारने जैसा है। और इसमें सबसे बड़ा रोल निभाता है आपका Title Tag वही नीला लिंक जो सर्च रिज़ल्ट्स में सबसे ऊपर नजर आता है। अगर ये टाइटल एकदम साफ-सुथरा, मजेदार और कीवर्ड से भरपूर है, तो यूज़र बिना सोचे-समझे बाकी रिज़ल्ट्स को छोड़कर सीधे आपकी वेबसाइट पर आएगा।
Title Tag को ऑप्टिमाइज़ करते समय इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें।
इंसानों के लिए टाइटल लिखें न कि सिर्फ सर्च इंजन के लिए। टाइटल ऐसा हो जो साफ़ बताए कि पेज किस बारे में है उसमें ज़रूरी कीवर्ड शामिल हो और इतना दिलचस्प हो कि लोग उस पर क्लिक करने को मजबूर हो जाएं।
60 कैरेक्टर्स से कम रखें। एक रिसर्च के मुताबिक 40 से 60 कैरेक्टर वाले टाइटल टैग्स की क्लिक-थ्रू रेट सबसे ज़्यादा होती है।
मुख्य कीवर्ड की शुरुआत में जगह दें। इससे सर्च करने वालों को तुरंत लगेगा कि आपका पेज उनके सवाल का जवाब है और सर्च इंजन को भी यही संकेत मिलेगा कि आपकी साइट उस कीवर्ड से जुड़ी हुई है।
सिर्फ गूगल पर रैंक करना काफी नहीं होता, असली जादू तो तब होता है जब लोग उस लिंक पर क्लिक भी करें। और ये जादू सही टाइटल टैग से ही मुमकिन है। इसलिए टाइटल टैग सिर्फ रैंकिंग का नहीं, आपकी CTR (क्लिक-थ्रू रेट) का भी हीरो है और इसीलिए इसे Ecommerce SEO Checklist में मिस करना मतलब मौके को मिस करना!
Optimize your meta description
Meta Description वो छोटा सा टेक्स्ट होता है जो सर्च रिज़ल्ट्स में आपके टाइटल के नीचे दिखाई देता है। यह एक तरह से आपके पेज का ट्रेलर होता है जिसमें आप यूज़र को ये बताते हैं कि पेज पर क्या मिलेगा और साथ ही उन्हें क्लिक करने के लिए प्रेरित भी करते हैं।
गूगल ने मेटा डिस्क्रिप्शन की लंबाई को लेकर कोई सख्त नियम तो नहीं बनाया, लेकिन Moz की रिसर्च बताती है कि ज़्यादातर डिस्क्रिप्शन 155 से 160 कैरेक्टर के बाद कट जाते हैं। इसलिए समझदारी इसी में है कि जो भी ज़रूरी और दमदार बात है, वो शुरू में ही कह दी जाए ताकि यूज़र तक पूरी बात पहुंचे, अधूरी नहीं!
इसलिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपने मुख्य कीवर्ड और सबसे प्रभावशाली लाइन को मेटा डिस्क्रिप्शन की शुरुआत में ही रखें। और कोशिश करें कि पूरा डिस्क्रिप्शन 160 कैरेक्टर से ज्यादा न हो।
एक बढ़िया मेटा डिस्क्रिप्शन आपकी वेबसाइट को सिर्फ समझाने में ही नहीं बल्कि यूज़र को क्लिक करवाने में भी मदद करता है। इसलिए इसे गंभीरता से लें और अपनी Ecommerce SEO Checklist में इसे ज़रूर शामिल करें।
Include a keyword in your page URL
URL (Universal Resource Locator) सर्च इंजनों को यह बताता है कि आपके वेबपेज का कंटेंट किस बारे में है। इसलिए जब आप कोई नया पेज बनाते हैं तो कोशिश करें कि उस पेज के URL में आपका टारगेट कीवर्ड ज़रूर शामिल हो और साथ ही URL छोटा, साफ़ और समझने में आसान हो।
चूंकि URL को सर्च इंजन के साथ साथ विज़िटर भी पढ़ते हैं इसलिए कुछ बेसिक बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
URL ऐसा हो जिसे पढ़कर समझा जा सके।
जैसे: https://yourdomain.com/pink-socks इससे साफ़ पता चलता है कि पेज किस प्रोडक्ट के बारे में है।
दूसरी तरफ इस तरह का URL —
https://yourdomain.com/index.php?24551=p44=? न तो विज़िटर को समझ आएगा और न ही सर्च इंजन को।
अंडरस्कोर की जगह हमेशा हाइफन का इस्तेमाल करें।
सही: https://yourdomain.com/pink-socks
गलत: https://yourdomain.com/pink_socks
अपने टारगेट कीवर्ड को URL में ज़रूर शामिल करें
जैसे: https://yourdomain.com/mens-yellow-socks
यह URL सीधे उस कीवर्ड से जुड़ा है जिसे लोग सर्च कर सकते हैं। लेकिन इस तरह का लंबा और भरा हुआ URL
जैसे: https://yourdomain.com/polkdotsocks-yellow-white-for-men नज़र और समझ दोनों के लिए बोझिल हो जाता है।
आपका URL स्ट्रक्चर जितना सरल और साफ़ होगा उतना बेहतर होगा।
हालाँकि अगर आपकी वेबसाइट पहले से ही SEO ट्रैफिक ला रही है और URL स्ट्रक्चर पुराना है तो सिर्फ SEO फायदे के लिए उसे बदलना समझदारी नहीं है। इससे आपकी सर्च रैंकिंग गिर भी सकती है हाँ अगर आपको URL ज़रूरी बदलना ही है तो पुराने URL से नए URL पर रिडायरेक्ट लगाना न भूलें। Shopify जैसी CMS प्लेटफ़ॉर्म्स में ये काम अपने आप हो जाता है और जब रिडायरेक्ट सेट होता है तो वह आपको इसकी जानकारी भी देती है।
जब आपकी वेबसाइट के URL सीधे-सपाट और समझ आने वाले होते हैं, तो गूगल को भी रास्ता समझ आता है और आपके कस्टमर को भी। यही वजह है कि साफ-सुथरा URL स्ट्रक्चर आपकी पूरी साइट की SEO नींव को मजबूत करने में बड़ा रोल निभाता है।
Write descriptive alt text for images
अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट की तस्वीरें Google Images या अन्य सर्च इंजन में भी दिखें तो हर इमेज को अपलोड करने से पहले उसका नाम समझदारी से रखें। किसी फोटो का नाम “83798.jpg” जैसा रखने से सर्च इंजन कुछ नहीं समझ पाते। इसके बजाय उसे ऐसे नाम दें जो फोटो को सही तरीके से दर्शाए जैसे lemon-essential-oil-bottle.jpg।
हर इमेज के साथ एक छोटा सा alt text देना बिल्कुल वैसा ही है जैसे किसी फोटो के नीचे उसका कैप्शन लिख देना। इससे न सिर्फ गूगल को समझ आता है कि तस्वीर में क्या है, बल्कि जो लोग स्क्रीन रीडर का इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए भी ये एक ज़रूरी सहारा बन जाता है।
सही इमेज नाम और alt text मिलकर आपकी Ecommerce SEO Checklist को और मजबूत बनाते हैं जिससे आपकी साइट सर्च इंजन के साथ साथ सभी यूज़र्स के लिए और भी ज्यादा उपयोगी बन जाती है।
Add Schema markup
Schema Markup एक विशेष कोड होता है जो गूगल को यह समझने में मदद करता है कि आपकी वेबसाइट पर क्या क्या जानकारी मौजूद है। यह डेटा को एक निर्धारित संरचना में पेश करता है जिससे गूगल उस जानकारी को सीधे सर्च रिज़ल्ट्स में दिखा सकता है जैसे रेटिंग, कीमत, इन-स्टॉक स्टेटस आदि। इससे आपकी वेबसाइट पर क्लिक बढ़ने के पूरे चांस होते हैं।
उदाहरण के तौर पर Couplet Coffee ने Schema की मदद से अपनी वेबसाइट पर दिए गए 5-स्टार रिव्यू और ग्राहक समीक्षाएं सीधे सर्च रिज़ल्ट्स में दिखाईं। इससे यूज़र्स को भरोसा भी मिला और ट्रैफिक भी बढ़ा।
Shopify स्टोर्स के लिए अच्छी बात यह है कि Shopify खुद ही प्रोडक्ट पेजों के लिए Schema कोड जनरेट कर देता है। लेकिन अगर आप चाहें तो Judge.me जैसे ऐप्स की मदद से एक स्टेप आगे जा सकते हैं ये ऐप कस्टमर रिव्यू इकट्ठा करता है और उसका एवरेज रेटिंग दिखाता है ठीक उसी तरह जैसे Couplet Coffee के उदाहरण में दिखाया गया है।
अगर आपको Schema सेट करने में दिक्कत आ रही है तो आप किसी वेबसाइट डेवलपर से मदद ले सकते हैं या फिर Schema गाइड पढ़ सकते हैं।
इस तरह की तकनीकी ऑप्टिमाइज़ेशन आपकी Ecommerce SEO Checklist में वो एक्स्ट्रा बढ़त देती है जिससे आपका ऑनलाइन स्टोर सर्च रिज़ल्ट्स में बाकी सब से अलग और बेहतर नजर आता है।
Content checklist
जैसा कि Custom Neon के को-फाउंडर Jake Munday कहते हैं अगर आपकी वेबसाइट पर कंटेंट दिलचस्प, काम का या थोड़ा-सा मज़ेदार भी हो तो विज़िटर ज़्यादा देर तक रुकते हैं और यही चीज़ आपकी सर्च रैंकिंग को बेहतर बनाने में मदद करती है।
मतलब ये नहीं कि बस कंटेंट ठूंस दिया और काम हो गया उसे ठीक से SEO के लिहाज से तैयार करना भी उतना ही ज़रूरी है, वरना सारा मेहनत पानी में!
अब आइए हम एक आसान और असरदार SEO कंटेंट चेकलिस्ट की मदद से जानें कि अपनी वेबसाइट का कंटेंट कैसे ऑप्टिमाइज़ करें ताकि आपकी पूरी Ecommerce SEO Checklist और भी ज़्यादा असरदार बन सके।
Create a content marketing strategy
एक पूरी तरह से सोच समझकर बनाई गई Content Marketing Strategy तैयार करना और उसे लागू करना कई बार महीनों का काम होता है। इसलिए ज़रूरी है कि आप शुरुआत में ही सही प्राथमिकता तय करें। सबसे बेहतर तरीका यह है कि आप पहले अपने प्रोडक्ट और कलेक्शन पेजों को ऑप्टिमाइज़ करें।
अगर आप तेजी से इस Ecommerce SEO Checklist को फॉलो कर रहे हैं तो नीचे दिए गए कुछ आसान एक्सरसाइज़ की मदद से आप कंटेंट ऑप्टिमाइज़ेशन की शुरुआत कर सकते हैं।
अपनी ऑडियंस कहां है यह समझें। अगर आपका टारगेट मार्केट गूगल पर सर्च कर रहा है तो बढ़िया लेकिन हो सकता है कि वे TikTok, Reddit, Instagram या YouTube जैसे प्लेटफॉर्म पर भी मौजूद हों। इसके लिए आप SparkToro जैसे टूल्स से पता कर सकते हैं कि आपकी ऑडियंस सबसे ज़्यादा कहां समय बिता रही है और फिर वहां उनके लिए कंटेंट तैयार करें।
कस्टमर के सवालों पर विचार करें। सोचिए कि आपके प्रोडक्ट या कैटेगरी को लेकर ग्राहक आमतौर पर कौन से सवाल पूछ सकते हैं।
अब ज़रा इन सवालों को कीवर्ड रिसर्च से लिंक करिए मतलब ये समझिए कि जो सवाल ग्राहक आपसे पूछते हैं, क्या लोग वही सवाल गूगल पर भी सर्च करते हैं? इसका पता लगाने के लिए Answer the Public, Google Autosuggest या Keywords Everywhere जैसे टूल्स आपकी बड़ी मदद कर सकते हैं।
ग्राहकों को आपके प्रोडक्ट का और अच्छा इस्तेमाल सिखाएं। यानी ऐसा कंटेंट तैयार करें जो प्रोडक्ट की वैल्यू को बढ़ाए। जैसे अगर आप ग्रॉसरी बेचते हैं तो रेसिपी शेयर करें। अगर आप फूल बेचते हैं तो ये बताएं कि फूलों को ज्यादा दिन तक फ्रेश कैसे रखें।
इस तरह की कंटेंट प्लानिंग आपकी वेबसाइट को सिर्फ SEO के नजरिए से नहीं बल्कि यूज़र एक्सपीरियंस के लिहाज से भी मज़बूत बनाती है और यही आपकी पूरी Ecommerce SEO Checklist को और भी असरदार बनाता है।
Format content for readability
पढ़ने वालों के लिए चीज़ों को आसान बनाएं। आपका कंटेंट जितना साफ़, छोटा और अच्छे से व्यवस्थित होगा उतना ही यूज़र उसे समझ पाएंगे और पसंद भी करेंगे।
हालाँकि गूगल लंबे कंटेंट को रैंक में ऊपर दिखाता है एक रिपोर्ट के अनुसार टॉप 10 रिज़ल्ट्स में औसतन 1,447 शब्द होते हैं लेकिन सिर्फ लंबाई काफी नहीं है। ज़रूरी है कि कंटेंट को अच्छे से फॉर्मेट भी किया जाए ताकि रीडर को दीवार जैसी भारी भरकम टेक्स्ट ना लगे। इसके लिए कुछ आसान तरीके अपनाएं।
पेज पर Table of Contents लगाएं जिसमें Jump Links हों ताकि पाठक सीधे उस हिस्से पर जा सकें जो उन्हें चाहिए और साथ ही Featured Snippet में आने का चांस भी बढ़े।
टेक्स्ट के बीच बीच में इन्फोग्राफिक्स, वीडियो या चार्ट्स जोड़ें।
जहाँ ज़रूरत हो वहाँ बुलेट पॉइंट्स का इस्तेमाल करें ताकि जानकारी साफ़ साफ़ दिखे।
आप हेमिंग्वे ऐप (Hemingway App) जैसे टूल का इस्तेमाल करके छोटे वाक्य और पैराग्राफ लिखने की आदत डाल सकते हैं। यह आपके लेखन को अधिक स्पष्ट और पढ़ने में आसान बनाने में मदद करेगा।
हर सेक्शन में Subheadings डालें ताकि रीडर स्कैन कर सकें।
अंत में एक FAQ सेक्शन जोड़ना भी उपयोगी होता है।
ध्यान रहे सिर्फ ज़्यादा शब्दों से रैंकिंग नहीं मिलती बल्कि वो कंटेंट जो वाकई यूज़र की मदद करता है, वही सबसे आगे जाता है। इसलिए यूज़र की ज़रूरत से ज़्यादा शब्द न जोड़ें। क्वालिटी हमेशा क्वांटिटी से ऊपर होती है।
यह सब आपकी Ecommerce SEO Checklist का अहम हिस्सा है जिससे न सिर्फ आपकी रैंकिंग बेहतर होती है बल्कि यूज़र्स आपकी साइट से जुड़े भी रहते हैं।
Fix duplicate content
Duplicate Content तब होता है जब एक जैसा या बहुत मिलता जुलता कंटेंट दो अलग अलग URLs पर मौजूद होता है। ऐसे में सर्च इंजन यह तय नहीं कर पाता कि किस पेज को रैंक करना चाहिए और आपकी रैंकिंग पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।
अपने ईकॉमर्स स्टोर को प्रबंधित करते समय, एक सामान्य गलती यह होती है कि आप उत्पाद विवरणों को सीधे निर्माताओं से कॉपी कर लेते हैं। हालाँकि यह आसान लग सकता है, लेकिन यह आपकी वेबसाइट पर नकली सामग्री बना देता है, जो खोज इंजन रैंकिंग को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है।
इससे बचने के लिए हर प्रोडक्ट का डिस्क्रिप्शन खुद लिखें। इससे न सिर्फ डुप्लिकेट कंटेंट से छुटकारा मिलेगा बल्कि आप अपने ब्रांड की आवाज़, टोन और सेलिंग पॉइंट्स को भी कंटेंट में शामिल कर पाएंगे। याद रखें आपकी वेबसाइट पर हर एक लाइन यूनिक और ओरिजिनल होनी चाहिए।
अगर कभी-कभी डुप्लीकेट कंटेंट से बचना मुश्किल हो जाता है, खासकर जब आपके पास डायनामिक पेज (जैसे फ़िल्टर का इस्तेमाल करके बनने वाले पेज) हों, तो कैनॉनिकल यूआरएल (Canonical URLs) का उपयोग करना सबसे अच्छा तरीका है। यह Google को स्पष्ट रूप से बताता है कि विभिन्न संस्करणों में से किस पेज को प्राथमिकता देनी है। इसके अतिरिक्त, ऐसे पेजों के लिए जहाँ आप सर्च इंजन इंडेक्सिंग नहीं चाहते, वहाँ noindex और nofollow टैग का इस्तेमाल करें। ये टैग सर्च इंजनों को बताते हैं कि वे उन पेजों को क्रॉल न करें और न ही उन्हें अपनी इंडेक्स में शामिल करें।
इस तरह की सावधानियाँ आपकी Ecommerce SEO Checklist का ज़रूरी हिस्सा हैं जो आपकी वेबसाइट की ऑर्गेनिक ग्रोथ को सुरक्षित और मजबूत बनाती हैं।
Create specialized collection pages
लैंडिंग पेज आपकी वेबसाइट का ऐसा हिस्सा होता है जो एक ही टॉपिक को गहराई से कवर करता है। ये पेज खासतौर पर इसलिए बनाए जाते हैं ताकि रीडर को वो जानकारी आसानी से मिल जाए जो वो ढूंढ रहा है। अगर आप इन पेजों को सही कीवर्ड्स और फॉर्मेट के साथ ऑप्टिमाइज़ करते हैं तो ये गूगल के सर्च रिज़ल्ट्स में बेहतर रैंक करने लगते हैं।
Heftyberry के फाउंडर Ilia Mundut का कहना है अक्सर किसी खास प्रोडक्ट के लिए नंबर-वन रैंकिंग हासिल करना मुश्किल होता है खासकर तब जब Amazon या Etsy जैसी साइटें पहले से वहां टॉप पर हों। इसका समाधान है ऐसे प्रोडक्ट कलेक्शन पेज बनाना जो कम डिफिकल्टी वाले कीवर्ड्स पर टारगेट किए गए हों।
Ilia इसका एक उदाहरण भी देते हैं जैसे कि बड़े प्लास्टिक बाथटब्स के लिए। आप इस टॉपिक के तहत कई ऐसे प्रोडक्ट्स को जोड़ सकते हैं जिनके लिए सीधे रैंक करना मुश्किल है वे कहते हैं। इस कलेक्शन पेज पर एक अच्छा डिस्क्रिप्शन भी जोड़ा जा सकता है जो इन्फॉर्मेशनल कीवर्ड्स के लिए रैंक करे।
आगे इलिया समझाते हैं कि इन कलेक्शन पेजेस के लिए बैकलिंक्स बनाना और इनसे आंतरिक रूप से जुड़े ब्लॉग पोस्ट्स तैयार करना महत्वपूर्ण है। यह रणनीति टॉपिकल अथॉरिटी स्थापित करती है। जब यह सब ठीक से व्यवस्थित हो जाता है, तो ये पेज आपके व्यवसाय के लिए लगातार ट्रैफ़िक और बिक्री लाने वाले शक्तिशाली स्रोत बन जाते हैं।
इस तरह के स्मार्ट तरीके आपकी Ecommerce SEO Checklist को एक मजबूत नींव देते हैं और आपकी वेबसाइट को भीड़ से अलग खड़ा करते हैं।
Technical SEO checklist
तकनीकी एसईओ (SEO) भले ही सीधा-सादा न लगे, लेकिन आपकी वेबसाइट को Google जैसे सर्च इंजनों में रैंक कराने के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह वह मूलभूत पहलू है जो आपके कंटेंट के पीछे की तकनीकी नींव को सुदृढ़ करता है।
अगर आपकी वेबसाइट तकनीकी रूप से मजबूत नहीं है तो चाहे कंटेंट कितना भी अच्छा हो गूगल उसे ढंग से समझ नहीं पाएगा और न ही आपके विज़िटर्स को अच्छा एक्सपीरियंस मिलेगा।
इसीलिए हम आपको एक आसान और असरदार Technical SEO Checklist दे रहे हैं जो आपकी पूरी Ecommerce SEO Checklist का एक अहम हिस्सा है। इसे फॉलो करके आप सर्च इंजन के क्रॉलर्स को आपकी साइट तक आसानी से पहुंचने देंगे और साथ ही अपने रीडर्स को बेहतर एक्सपीरियंस भी दे सकेंगे।
Create an internal link strategy
अपनी ही वेबसाइट के एक पेज से दूसरे पेज को जोड़ना, जिसे आंतरिक लिंकिंग (Internal Linking) कहते हैं, एसईओ (SEO) की सबसे आवश्यक और प्रभावी तकनीकों में से एक है। जब आप एक ही विषय से जुड़े पेजों को आपस में लिंक करते हैं, तो इससे सर्च इंजन को आपकी साइट के विषय को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है। यह अभ्यास टॉपिकल अथॉरिटी स्थापित करता है, आपके कंटेंट को सही ढंग से वर्गीकृत करता है, और अंततः आपकी वेबसाइट के पेजों को बेहतर रैंक प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।
अगर आप इस Ecommerce SEO Checklist को अपने ऑनलाइन स्टोर के लिए फॉलो कर रहे हैं तो यह ज़रूरी है कि हर प्रोडक्ट पेज पर संबंधित प्रोडक्ट्स के लिंक दिखें। इससे न सिर्फ यूज़र आपकी वेबसाइट पर ज़्यादा समय बिताएंगे बल्कि गूगल भी यह समझ पाएगा कि आपकी साइट कितनी गहराई से कंटेंट कवर करती है।
अगर आप ब्लॉग ऑप्टिमाइज़ कर रहे हैं तो वहां भी इंटरनल लिंकिंग बेहद फायदेमंद होती है। उदाहरण के लिए जब आप किसी विषय पर गहराई से जानकारी देने वाले दूसरे ब्लॉग्स से लिंक करते हैं तो यह यूज़र को बेहतर अनुभव देता है और आपकी साइट की गहराई भी दिखाता है।
इसके साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट का हर पेज आपके होमपेज से या ज़्यादा से ज़्यादा कुछ ही क्लिक में पहुँचा जा सके। यदि आपकी साइट पर कोई ऐसा पेज है जिसे न तो यूज़र ढूंढ पा रहा है और न ही गूगल, तो उसे अनाथ पेज (orphan page) कहा जाता है। ऐसे पेज आपकी साइट की रैंकिंग को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
इसलिए Internal Linking आपकी Ecommerce SEO Checklist का एक ऐसा हिस्सा है जिसे नज़रअंदाज़ करना किसी भी हालत में ठीक नहीं है।
Optimize anchor text
एंकर टेक्स्ट (Anchor Text) वह टेक्स्ट है जिस पर यूज़र क्लिक करते हैं, और यह किसी लिंक के ऊपर दिखाई देता है। सर्च इंजन इसी छोटे से टेक्स्ट का उपयोग यह समझने के लिए करते हैं कि जिस पेज से लिंक किया गया है वह किस विषय से संबंधित है और किन सर्च कीवर्ड्स (Search Keywords) पर उसे प्रदर्शित किया जाना चाहिए।
अगर आप अपनी वेबसाइट को सही तरीके से ऑप्टिमाइज़ करना चाहते हैं तो Anchor Text की स्ट्रैटेजी में विविधता रखना बहुत ज़रूरी है। सिर्फ एक ही टाइप का एंकर टेक्स्ट बार बार इस्तेमाल करना SEO के लिहाज़ से अच्छा नहीं माना जाता।
उदाहरण के लिए अगर आप एक ब्लॉग पोस्ट को ऑप्टिमाइज़ कर रहे हैं जो ब्लॉगिंग टूल्स के बारे में है तो उस पेज को लिंक करने के लिए नीचे दिए गए अलग अलग तरह के एंकर टेक्स्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Exact Match: “ब्लॉगिंग टूल्स”
Partial Match: “छोटे बिज़नेस के लिए ब्लॉगिंग टूल्स”
Related Terms: “ब्लॉगर्स के लिए ज़रूरी टूल्स”
Branded Terms: “Shopify ब्लॉगिंग टूल्स”
Page Title Based: “2025 के लिए बेस्ट ब्लॉगिंग टूल्स”
इस तरह की विविधता सर्च इंजन को यह समझने में मदद करती है कि लिंक किया गया पेज किस प्रकार के यूज़र्स और कीवर्ड्स से जुड़ा हुआ है। यह तकनीक आपकी साइट की टॉपिकल रेलेवेंस को बढ़ाती है और अंततः आपकी रैंकिंग पर सकारात्मक असर डालती है।
इसलिए, अगर आप इस ईकॉमर्स एसईओ चेकलिस्ट (Ecommerce SEO Checklist) को प्रभावी तरीके से अपनाना चाहते हैं, तो एंकर टेक्स्ट (Anchor Text) को भी गंभीरता से लें। दरअसल, ये छोटे-छोटे तत्व मिलकर ही आपकी एसईओ सफलता की नींव रखते हैं।
Build a global navigation menu
किसी भी वेबसाइट की नेविगेशन (Navigation) वह ज़रूरी हिस्सा होती है जो विज़िटर्स को यह बताती है कि साइट पर कौन कौन से पेज सबसे अहम हैं और उन्हें उन पेजों तक आसानी से कैसे पहुँचना है। जैसे ब्लॉग, प्रोडक्ट पेज, या खास लैंडिंग पेज।
सिर्फ यूज़र्स के लिए ही नहीं बल्कि सर्च इंजन के लिए भी नेविगेशन बहुत मायने रखती है। जब गूगल का क्रॉलर आपकी साइट को स्कैन करता है तो वही लिंक सबसे पहले स्कैन होते हैं जो आपकी ग्लोबल नेविगेशन में होते हैं। इसलिए नेविगेशन में उन्हीं पेजों को जगह दें जो वाकई में जरूरी हैं।
आइए नेविगेशन के कुछ सामान्य प्रकारों पर नज़र डालते हैं।
सिंगल-बार नेविगेशन: इसमें सभी लिंक एक ही पट्टी में रहते हैं और लिमिटेड होते हैं।
डबल-बार नेविगेशन: इसमें दो लेयर में लिंक दिए जाते हैं ऊपर मेन लिंक और नीचे सब-लिंक।
ड्रॉपडाउन नेविगेशन: जब यूज़र किसी मेन लिंक पर माउस ले जाता है तो नीचे एक लिस्ट खुल जाती है जिसमें और पेजों के लिंक होते हैं।
अच्छी SEO प्रैक्टिस यह कहती है कि आप नेविगेशन में अपनी सबसे महत्वपूर्ण कलेक्शन पेजेज को ज़रूर लिंक करें। अगर आपकी साइट पर कोई खास प्रोडक्ट बहुत ज़्यादा बिकता है तो उसका लिंक भी सीधे नेविगेशन में देना अच्छा आइडिया है।
उदाहरण के लिए Stanley ब्रांड ने अपनी साइट पर Shop नाम का एक सामान्य ड्रॉपडाउन दिया है लेकिन उसके सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्ट Quenchers के लिए अलग से एक टैब रखा गया है ताकि यूज़र उसे तुरंत देख सकें और खरीद सकें।
ये सभी तत्व मिलकर आपकी वेबसाइट को न केवल यूज़र-फ्रेंडली बनाते हैं, बल्कि एसईओ (SEO) के लिहाज़ से भी मज़बूत बनाते हैं। इसलिए, जब आप अपनी ईकॉमर्स एसईओ चेकलिस्ट (Ecommerce SEO Checklist) पर काम कर रहे हों, तो नेविगेशन स्ट्रक्चर को बिलकुल भी नज़रअंदाज़ न करें।
Check if your store is mobile-friendly
अगर आपकी वेबसाइट के पेज धीरे खुलते हैं या आपकी साइट मोबाइल पर सही से नहीं दिखती तो गूगल शायद ही उसे अपनी सर्च रिज़ल्ट्स में ऊपर दिखाए। गूगल अब उसी वेबसाइट को तरजीह देता है जो तेज़ लोड होती है और मोबाइल-फ्रेंडली हो।
इसलिए आपकी वेबसाइट का हर एक पेज चाहे वह मोबाइल पर देखा जाए या डेस्कटॉप पर पूरी तरह से रीडेबल (पढ़ने लायक) और यूज़र-फ्रेंडली होना चाहिए।
Shopify थीम स्टोर पर मौजूद हर थीम पहले से ही मोबाइल फ्रेंडली होती है। लेकिन फिर भी सिर्फ थीम पर भरोसा करना काफी नहीं है। आपको खुद भी अपनी वेबसाइट को अलग अलग डिवाइसेज़ और ब्राउज़र्स में खोलकर चेक करना चाहिए।
आप चाहें तो अपने दोस्तों या परिवार के लोगों से भी कह सकते हैं कि वे अपनी मोबाइल डिवाइसेज़ पर आपकी साइट को खोलें और फिर स्क्रीनशॉट लें या आपको बताएं कि उन्हें साइट को चलाने में कोई दिक्कत हुई या नहीं।
ये छोटी छोटी बातें आपकी पूरी Ecommerce SEO Checklist का बहुत अहम हिस्सा होती हैं। क्योंकि आखिरकार अगर यूज़र को आपकी साइट एक्सेस करने में ही परेशानी होगी तो ना वो रुकेंगे ना पढ़ेंगे और ना ही खरीदेंगे।
Ensure your store is fast
हर सर्च इंजन का एक ही मकसद होता है अपने यूज़र्स को उनके सवालों के लिए सबसे बेहतर और तेज़ नतीजे देना। यही वजह है कि आपकी वेबसाइट की स्पीड गूगल जैसे सर्च इंजनों के लिए एक अहम रैंकिंग फैक्टर बन गई है वो भी डेस्कटॉप और मोबाइल दोनों के लिए।
अगर आपकी साइट बहुत धीरे खुलती है तो यूज़र निराश हो जाते हैं। और गूगल कभी नहीं चाहेगा कि वह अपने यूज़र्स को ऐसी साइट्स पर भेजे जो उन्हें परेशान करें। इसलिए धीमी वेबसाइट्स को सर्च रिज़ल्ट्स में ऊपर रैंक मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
अब सवाल आता है आप कैसे जानें कि आपकी साइट की स्पीड सही है या नहीं।
अपनी वेबसाइट की परफॉर्मेंस सुधारने के लिए आप Google PageSpeed Insights जैसे टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह टूल आपकी वेबसाइट को स्कैन करके बताता है कि कहाँ-कहाँ सुधार किया जा सकता है, जैसे इमेज को ऑप्टिमाइज़ करना, अनावश्यक स्क्रिप्ट्स हटाना, या कैशिंग (caching) को ठीक करना।
इस तरह की चीज़ें सिर्फ तकनीकी सुधार नहीं होतीं बल्कि ये आपकी पूरी Ecommerce SEO Checklist का अहम हिस्सा हैं जो आपकी साइट को तेज़, भरोसेमंद और रैंकिंग के लायक बनाती हैं।
Fix broken links
सर्च इंजन वेबसाइट्स को बॉट्स की मदद से इंडेक्स करते हैं जिन्हें आमतौर पर क्रॉलर कहा जाता है। ये क्रॉलर आपकी वेबसाइट के हर पेज को स्कैन करते हैं और उसे सर्च इंजन में शामिल करते हैं। लेकिन जब ये बॉट किसी पेज तक नहीं पहुंच पाते तो उसे Crawling Error कहा जाता है।
यदि आपको गूगल सर्च कंसोल (Google Search Console) से कोई चेतावनी मिलती है, तो उसे बिलकुल भी अनदेखा न करें। इस प्रकार की समस्याएं आपकी वेबसाइट की रैंकिंग को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकती हैं और उपयोगकर्ताओं को नकारात्मक अनुभव प्रदान कर सकती हैं।
Google Search Console का इस्तेमाल करके आप पता लगा सकते हैं कि कौन से पेज या लिंक ब्रोकन हैं या जिन पर बॉट्स नहीं पहुँच पा रहे हैं। जब कोई पेज निष्क्रिय हो जाए। जैसे किसी पुराने प्रोडक्ट को हटा देना या कोई पुराना ब्लॉग पोस्ट अब प्रासंगिक न रह जाए तो उस पेज को वेबसाइट के किसी दूसरे प्रासंगिक पेज पर रिडायरेक्ट कर दें।
इससे दो फायदे होते हैं।
• विज़िटर किसी डेड लिंक पर नहीं फंसते।
• आपकी वेबसाइट की SEO हेल्थ बनी रहती है।
इस तरह की सावधानियाँ आपकी Ecommerce SEO Checklist का ज़रूरी हिस्सा होती हैं। क्योंकि टेक्निकल SEO में छोटी सी लापरवाही भी आपकी पूरी मेहनत पर पानी फेर सकती है।
Improve your Core Web Vitals
Google Core Web Vitals (CWV) यह बताने का एक तरीका है कि आपकी वेबसाइट पर विज़िटर्स को कैसा अनुभव (User Experience) मिल रहा है। ये तीन तकनीकी संकेतकों के ज़रिए मापा जाता है और यह आपकी वेबसाइट की SEO परफॉर्मेंस को सीधे प्रभावित करता है।
यहाँ तीन मुख्य Web Vitals होते हैं।
Largest Contentful Paint (LCP) यह दर्शाता है कि आपकी वेबसाइट का सबसे प्रमुख हिस्सा कितनी जल्दी दिखाई देता है। यूज़र्स को बेहतरीन अनुभव देने के लिए, आपके LCP का समय 2.5 सेकंड या उससे भी कम होना ज़रूरी है।
Interaction to Next Paint (INP) जो 2024 से फर्स्ट इनपुट डिले (FID) की जगह ले चुका है, आपकी वेबसाइट की प्रतिक्रियाशीलता को मापता है। यह मेट्रिक दिखाता है कि जब कोई यूज़र आपकी साइट पर क्लिक करता है या कोई और एक्शन लेता है, तो आपकी वेबसाइट कितनी जल्दी प्रतिक्रिया देती है। एक बेहतरीन यूज़र अनुभव के लिए, आपका INP स्कोर 200 मिलीसेकंड या उससे भी कम होना चाहिए।
Cumulative Layout Shift (CLS) यह आपकी साइट की विज़ुअल स्थिरता को मापता है। यानी कि पेज खुलने के दौरान कंटेंट कितना हिलता डुलता है। CLS स्कोर 0.1 से कम होना चाहिए। अब सवाल आता है कि इसे बेहतर कैसे बनाएं।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट का CWV स्कोर शानदार हो तो सबसे आसान तरीका है कि आप एक अच्छा और तेज़ ecommerce platform चुनें जो content delivery को अच्छे से मैनेज करता हो।
Shopify इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। Shopify पर बनी ऑनलाइन स्टोर्स की लोडिंग स्पीड दुनिया की सबसे तेज़ मानी जाती है जो बाकी प्लेटफ़ॉर्म्स से औसतन 1.8 गुना तेज़ होती हैं।
इसलिए जब आप अपनी वेबसाइट के SEO को बेहतर बनाने की योजना बना रहे हों तो Core Web Vitals को जरूर अपनी Ecommerce SEO Checklist में शामिल करें। यह न सिर्फ आपकी साइट को फास्ट बनाएगा बल्कि यूज़र्स को बेहतर अनुभव देगा और आपकी रैंकिंग को भी ऊपर ले जाएगा।
Off-Page SEO checklist
जब कोई दूसरी वेबसाइट आपकी वेबसाइट को लिंक करती है तो गूगल इसे एक पॉजिटिव सिग्नल मानता है जैसे वह वेबसाइट गूगल से कह रही हो हां यह साइट भरोसेमंद है। इसी प्रक्रिया को कहते हैं Backlinking और इसी से बनता है आपकी साइट का Domain Authority (DA)।
Domain Authority एक तरह से यह बताता है कि आपकी वेबसाइट कितनी मजबूत है खासकर जब आप किसी खास कीवर्ड के लिए रैंक करने की कोशिश कर रहे हों।
सर्च इंजन जैसे कि Google यह नहीं देखते कि आपकी साइट को कितने लिंक मिले हैं बल्कि वो यह देखते हैं कि
• लिंक देने वाली साइट खुद कितनी भरोसेमंद है।
• उसका कंटेंट आपकी साइट से कितना संबंधित है।
• और वो लिंक किस पेज पर ले जाता है।
इसलिए केवल लिंक की संख्या नहीं बल्कि क्वालिटी और रिलेवंसी भी मायने रखती है।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट सर्च रिज़ल्ट्स में बेहतर रैंक करे तो हाई-क्वालिटी बैकलिंक्स बनाना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए हम आपको एक आसान और असरदार Link Building Checklist की सलाह देंगे जो आपकी पूरी Ecommerce SEO Checklist को और भी ताकतवर बना देगी।
Analyze a competitor’s backlink profile
आप Moz के Link Explorer और Ahrefs के Site Explorer जैसे टूल्स का उपयोग करके अपने प्रतियोगियों के बाहरी लिंक (off-page links) की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद, आपको यह समझना होगा कि उन्होंने वे लिंक क्यों प्राप्त किए; यानी, उस पेज में ऐसी क्या खास बात थी जो उसे लिंक पाने योग्य बनाती थी।
अपने लिए ऐसे पैटर्न खोजें जिन्हें आप भी अपनी साइट पर लागू कर सकें। अगर आपके प्रतियोगी ज्यादा पत्रकारिता वाले लिंक पा रहे हैं तो इसका कारण जानें। किस तरह का कंटेंट उन्हें प्रतिष्ठित स्रोतों से लिंक दिला रहा है जब आप संभावित बैकलिंक देने वालों की जरूरतें समझ लेंगे तो आप उनका ध्यान आकर्षित करने वाला कंटेंट बना पाएंगे और अच्छे क्वालिटी के बैकलिंक हासिल कर सकेंगे।
Write guest posts
बैकलिंक बनाने का सबसे अच्छा तरीका है पार्टनरशिप पर ध्यान देना और यह समझना कि आप किसके साथ मूल्य साझा कर सकते हैं।
अगर आप स्किनकेयर प्रोडक्ट्स बेचते हैं तो किसी ब्यूटी ब्लॉगर से संपर्क करना शुरुआत हो सकती है जिससे दोनों को फायदा हो।
इसके अतिरिक्त, ऐसी वेबसाइट्स की तलाश करें जो बाहरी कंट्रीब्यूटर्स ढूंढ रही हों और कंटेंट के बदले आपकी वेबसाइट को बैकलिंक दें। गेस्ट पोस्टिंग के लिए आप इन सर्च टर्म्स का इस्तेमाल कर सकते हैं:
[आपका निच] + “write for us”
[आपका निच] + “contribute”
[आपका निच] + “guest post”
Secure press mentions
पत्रकार हमेशा नई खबरों की तलाश में रहते हैं। उनके साथ अच्छे रिश्ते बनाने से आप प्रतिष्ठित साइट्स पर प्रेस कवरेज पा सकते हैं जो आपकी वेबसाइट के लिए मजबूत बैकलिंक बनाता है। प्रेस कवरेज पाने के कुछ आसान तरीके हैं।
• अवॉर्ड या प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना
• प्रेस रिलीज़ जारी करना
• किसी सामाजिक मुद्दे को बढ़ावा देना
• अपने प्रोडक्ट्स के सैंपल्स पत्रकारों को भेजना
• Qwoted या Help a B2B Writer जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करना आपके लिए फायदेमंद होगा। ये उपकरण आपको संभावित प्रकाशकों के साथ संबंध बनाने में सहायता कर सकते हैं।
• पत्रकारों की रिक्वेस्ट का जवाब देना
Reclaim brand mentions
अगर आपकी वेबसाइट या प्रोडक्ट्स की चर्चा हो रही है लेकिन लिंक नहीं मिल रहा तो ब्रांड मॉनिटरिंग टूल का इस्तेमाल करें। इससे आप ऐसे अनलिंक्ड मेंशन को ढूंढ सकते हैं और लेखक या प्रकाशन से शालीनता से लिंक जोड़ने की विनती कर सकते हैं।
Ahrefs का Content Explorer इस काम के लिए एक बेहतरीन टूल है। आप इसमें अलर्ट सेट कर सकते हैं, ताकि जैसे ही आपकी ब्रांड का कहीं ज़िक्र हो, आपको तुरंत पता चल जाए। फिर आप उन साइटों से लिंक जोड़ने के लिए संपर्क कर सकते हैं।
Local SEO checklist
अगर आपकी कोई फिजिकल दुकान या ब्रिक-एंड-मोर्टर बिज़नेस है तो लोकल SEO आपके लिए बहुत जरूरी है। इससे आपके आस-पास के ग्राहक आसानी से आपके स्टोर के लोकेशन को ढूंढ पाते हैं।
Set up a Google Business profile
Google Business लोकल बिज़नेस के लिए एक बेहतरीन और निःशुल्क SEO टूल है। यह आपके ग्राहकों को Google Search और Maps पर आपकी दुकान को आसानी से ढूंढने में सहायता करता है।
शुरू करने के लिए Google Business की साइनअप पेज पर जाएं और अपनी बिज़नेस का नाम, कैटेगरी, लोकेशन और संपर्क जानकारी भरें। फिर अपने Google Business पेज को अच्छे से ऑप्टिमाइज़ करें ताकि ग्राहक आसानी से आपको खोज सकें और संपर्क कर सकें।
List your store on major directories and platforms
वेब डायरेक्टरी आपकी वेबसाइट की सर्च में मदद कर सकती हैं लेकिन सही डायरेक्टरी चुनना बहुत जरूरी है।
आपकी रैंकिंग पर सबसे ज्यादा असर डालने वाली टॉप 10 डायरेक्टरी हैं।
Apple Maps
Google My Business
LinkedIn Company Directory
Bing
Yelp
Better Business Bureau
Foursquare
Yellow Pages
Angi (पहले इसे Angie’s List कहते थे)
Fill out your Contact Us page thoroughly
अगर आपकी फिजिकल दुकान है तो आपकी Contact Us पेज बहुत ज़रूरी होती है। यह पेज लोकल कस्टमर्स का भरोसा जीतने और उन्हें आकर्षित करने में मदद करता है।
इस पेज पर अपने बिज़नेस का नाम पता और फोन नंबर जरूर दें। यह लोकल SEO के लिए खास मायने रखता है क्योंकि Google उन साइट्स को पसंद करता है जिनमें जानकारी सही और अपडेटेड होती है।
ध्यान रखें कि जैसे जैसे आपके संपर्क या समय में बदलाव हो तुरंत इसे अपडेट करें। ऐसा न हो कि कोई ग्राहक आपकी बंद दुकान पर चला जाए क्योंकि आपके खोलने का टाइम सही नहीं दिया गया।
Consider city-specific landing pages
अगर आपकी कई शहरों में फिजिकल लोकेशन हैं तो हर इलाके के लिए अलग थलग एक यूनिक लैंडिंग पेज बनाना अच्छा रहेगा। इससे आपको हर मार्केट एरिया में रैंक करने में आसानी होगी बिना हर जगह के लिए अलग वेबसाइट बनाए।
अपने लोकल SEO चेकलिस्ट के तहत हर लैंडिंग पेज के लिए उस खास जगह की भाषा और जानकारी तैयार करें। हां यह तरीका थोड़ा समय और संसाधन मांगता है, खासकर जब आपकी लोकेशन्स ज्यादा हों। लेकिन खाली और बेकार पेज बनाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे Google आपकी साइट को सजा दे सकता है।
Allbirds जैसी ecommerce वेबसाइट इस लोकल SEO रणनीति का इस्तेमाल करती है। अगर आप ब्रिटेन से उनकी कॉन्टैक्ट जानकारी खोजेंगे तो आपको लंदन स्टोर के लिए खास बनाए गए लैंडिंग पेज पर ले जाया जाएगा।
Ecommerce SEO checklist
अगर आप एक ऑनलाइन स्टोर शुरू करना चाहते हैं तो SEO आपके लिए सबसे टिकाऊ तरीकों में से एक है जिससे आप अपने संभावित ग्राहकों को अपनी वेबसाइट पर ला सकते हैं। यहाँ एक चेकलिस्ट दी गई है जिसे फॉलो करके आप अपने ईकॉमर्स स्टोर को बेहतर बना सकते हैं।
Optimize product descriptions
सर्च इंजन का मकसद होता है कि यूज़र्स को सबसे सही मददगार और भरोसेमंद जानकारी मिले। आपकी प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन आपके उत्पादों की खासियत बताने का सबसे अच्छा तरीका है।
हर प्रोडक्ट पेज और उसके वेरिएंट के लिए अलग और यूनिक SEO कॉपी लिखें। बुलेट पॉइंट्स, हाईलाइटेड टेक्स्ट और हेडिंग टैग्स का इस्तेमाल करें ताकि प्रोडक्ट की जानकारी आसानी से पढ़ी और समझी जा सके। इससे यूज़र एक्सपीरियंस बेहतर होता है जो कई सर्च इंजन एल्गोरिदम में रैंकिंग फैक्टर भी है।
प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन में आप लॉन्ग-टेल कीवर्ड वेरिएशंस भी शामिल कर सकते हैं जिससे Google आपके पेज को बेहतर समझ सके। उदाहरण के लिए अगर आप महिलाओं के लेपर्ड प्रिंट जींस बेच रहे हैं तो ऐसे कीवर्ड यूज़ करें।
कॉटन लेपर्ड प्रिंट जींस
महिलाओं के लिए लेपर्ड प्रिंट जींस
महिला लेपर्ड डेनिम जींस
Collect customer reviews
अगर सर्च इंजन को आपकी विशेषज्ञता विश्वसनीयता या भरोसे पर शक होगा तो वे आपकी साइट को SERPs में दिखाना कम ही पसंद करेंगे।
इसलिए ग्राहक समीक्षा (customer reviews) इकट्ठा करने की कोशिश करें और उन्हें अपने प्रोडक्ट पेज पर दिखाएं। इससे Google और संभावित खरीदारों को पता चलता है कि आपके प्रोडक्ट असली हैं और लोग उन्हें पसंद करते हैं। साथ ही अगर आपने स्कीमा मार्कअप भी लगाया है तो ये रिव्यू रेटिंग्स सीधे SERP में दिख सकती हैं जो आपकी लिस्टिंग पर क्लिक बढ़ाने में मदद करती हैं।
Shopify के ऐप्स जैसे Yotpo और Judge.me इस प्रक्रिया को ऑटोमेट कर सकते हैं। ये ऑर्डर के बाद ग्राहकों को रिव्यू देने के लिए ऑटोमेटेड ईमेल भी भेजते हैं।
Add high-quality product visuals
अपनी प्रोडक्ट लिस्टिंग में हाई-क्वालिटी तस्वीरें, वीडियो और GIFs अपलोड करके गूगल इमेजेज़ (Google Images) के परिणामों का अधिकतम लाभ उठाएँ। यह आपके उत्पादों को और अधिक आकर्षक बनाएगा।
आपके ईकॉमर्स एसईओ (SEO) चेकलिस्ट में यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है: उच्च-गुणवत्ता वाली उत्पाद छवियाँ आपकी वेबसाइट पर आने वाले ऑर्गेनिक विज़िटर्स को प्रभावी ढंग से खरीदारी करने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं।
ध्यान रखें कि इमेज ऑप्टिमाइजेशन की बेहतरीन प्रैक्टिसेज़ अपनाएं इमेज का साइज कम करें फाइल नाम सही रखें और तेज़ लोडिंग के लिए कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (CDN) का इस्तेमाल करें।
Advanced SEO checklist
SEO एक तेज़ी से बदलने वाला क्षेत्र है। अपनी वेबसाइट को SERPs में प्रतियोगियों से आगे रखने के लिए ये कुछ जरूरी काम हैं जिन्हें आप नियमित रूप से कर सकते हैं।
Optimize for zero-click searches
अब Google सिर्फ एक डायरेक्टरी नहीं है जो यूज़र्स को उनकी queries से जुड़ी वेबसाइट्स से जोड़ता है। रिसर्च बताती है कि आधे से ज्यादा Google सर्च zero-click होती हैं मतलब यूज़र अपनी क्वेरी टाइप करता है और उसे सीधे SERP के फीचर्स से जवाब मिल जाता है जैसे
Featured snippets
AI Overviews
People Also Ask सेक्शन
पहली नज़र मे यह बात वेबसाइट मालिकों के लिए चिंता का विषय लग सकती है। लेकिन सच्चाई यह है कि Google को जानकारी कहीं न कहीं से तो लेनी ही होती है, और जब वह ऐसा करता है, तो वह पब्लिशर्स को क्रेडिट भी देता है। इसका एक उदाहरण “what is dropshipping” के AI ओवरव्यू में देखा जा सकता है।
इन zero-click रिजल्ट्स में दिखने के लिए बेस्ट प्रैक्टिसेज़ वही हैं जो सामान्य SEO के लिए होती हैं। मददगार कंटेंट शेयर करें, कंटेंट की फॉर्मैटिंग पर ध्यान दें, और Google को सीधे सवालों के जवाब खोजने में मदद करने के लिए स्कीमा मार्कअप का इस्तेमाल करें।
Configure SEO reporting dashboards
यह जानने का सबसे अच्छा तरीका कि आपकी SEO रणनीति काम कर रही है या नहीं कुछ खास मापदंडों (KPIs) को मॉनिटर करना है जैसे कि
ऑर्गेनिक ट्रैफिक
सर्च विजिबिलिटी
कीवर्ड रैंकिंग्स
इन नंबरों को समझने और नए अवसरों को पहचानने के लिए इन्हें एक SEO रिपोर्टिंग डैशबोर्ड पर दिखाएं।
Use AI to scale content creation
कंटेंट SEO की कई रणनीतियों की बुनियाद होता है। अगर आपकी वेबसाइट का कंटेंट अच्छा नहीं है तो आपकी साइट अपने टारगेट दर्शकों के सर्च टर्म्स में अच्छे रैंक पर आना मुश्किल होगा।
आजकल कंटेंट बनाने का दबाव इतना बढ़ गया है कि कई वेबसाइट मालिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स जैसे Shopify Magic, Jasper, या ChatGPT का सहारा ले रहे हैं।
पहले Google ने AI-जनरेटेड कंटेंट को discouraged किया था लेकिन अब उसने अपनी नीति बदल दी है। उसकी नई गाइडलाइन कहती है कि AI या ऑटोमेशन का सही इस्तेमाल हमारे नियमों के खिलाफ नहीं है बस कंटेंट प्रासंगिक, उपयोगी और मददगार होना चाहिए।
SEO के लिए AI टूल्स का इस्तेमाल आप इस तरह कर सकते हैं।
प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन का पहला ड्राफ्ट
ब्लॉग पोस्ट की शुरुआत
पेज टाइटल्स या हेडिंग्स
कंटेंट के आउटलाइन
लेकिन इसमें एक सावधानी भी है। Noah Kain, Noah Kain Consulting के मालिक कहते हैं SEO एक्सपर्ट्स ChatGPT और दूसरे AI टूल्स का इस्तेमाल अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए करेंगे लेकिन मैं लोगों को सलाह दूंगा कि वे बहुत ज्यादा कंटेंट बनाने के लिए इन टूल्स पर निर्भर न हों। जो ब्रांड्स मेहनत करके यूनिक और मूल्यवान कंटेंट बनाएंगे वे उन्हीं ब्रांड्स से अलग दिखेंगे जो आलसी होकर सिर्फ AI टूल्स पर भरोसा करते हैं।
Bonus SEO tips
अगर आप अपनी एसईओ (SEO) रणनीति से और भी शानदार परिणाम हासिल करना चाहते हैं, तो यहाँ आपके लिए तीन अतिरिक्त एसईओ सुझाव दिए गए हैं।
Invite influential creators to produce content
ऑर्गेनिक सर्च रिजल्ट्स को और भी भरोसेमंद बनाने के लिए Google ने अपने एल्गोरिदम में एक अपडेट की घोषणा की है। यह अपडेट E-E-A-T नाम से जाना जाता है जिसका मतलब है। अनुभव (Experience), विशेषज्ञता (Expertise), अधिकारिता (Authoritativeness), और भरोसेमंदता (Trustworthiness)। यह रैंकिंग फैक्टर यह जांचता है कि कंटेंट क्रिएटर कितने विश्वसनीय हैं।
आप अपने कंटेंट को ज्यादा विश्वसनीय बना सकते हैं अगर आप थर्ड-पार्टी एक्सपर्ट्स को योगदान देने के लिए आमंत्रित करें जैसे कि
जिनके पास प्रोफेशनली मान्यता प्राप्त योग्यताएं हों (जैसे टूथपेस्ट से जुड़ी वेबसाइट के लिए डेंटिस्ट्स)
किसी इंडस्ट्री में अच्छा सोशल मीडिया फॉलोअर्स बेस हो
जिन्होंने किसी संबंधित पब्लिकेशन में बाइलाइन लेख लिखे हों
Diversify content formats
सर्च इंजन उन वेबसाइटों को बेहतर रैंक देते हैं जो जानकारी को इस तरह पेश करती हैं कि यूज़र्स उसे आसानी से समझ सकें। इसका मतलब यह नहीं है कि हमेशा सिर्फ टेक्स्ट का इस्तेमाल किया जाए।
Google अब अपने मुख्य सर्च रिजल्ट्स पेज में अलग-अलग फॉर्मैट के कंटेंट को भी दिखाता है जैसे Google Images से ली गई तस्वीरें या YouTube से जुड़े वीडियो। इसलिए जरूरी है कि आप अपने कंटेंट को सिर्फ पढ़ने लायक ही नहीं देखने और सुनने लायक भी बनाएं।
Improve the user experience
जब भी आप अपनी वेबसाइट बना रहे हों या उसमें सुधार कर रहे हों तो हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि यूज़र एक्सपीरियंस और सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) का आपस में गहरा रिश्ता है। जैसे जैसे सर्च टेक्नोलॉजी बेहतर होती जा रही है वैसे वैसे यह दोनों चीजें एक साथ आगे बढ़ रही हैं।
इसका सीधा मतलब यह है कि अगर आप सर्च इंजन को खुश करना चाहते हैं तो सबसे आसान तरीका है उन लोगों को खुश करना जो उसका इस्तेमाल करते हैं।
Use this SEO checklist to optimize your website
भले ही सर्च तकनीक लगातार बदलती जा रही है लेकिन एक चीज़ हमेशा एक जैसी रहती है हम सर्च क्यों करते है इसका जवाब सीधा है हम वो चीज़ें खोजते हैं जो हमें चाहिए होती हैं या जिन्हें हमने पहले कहीं देखा होता है।
एसईओ (SEO) की सबसे टिकाऊ और प्रभावशाली रणनीति यही है कि आप उपयोगकर्ताओं को वही प्रदान करें जिसकी उन्हें वास्तव में तलाश है। विशेष रूप से Google जैसे सर्च इंजन उन वेबसाइटों को अधिक महत्व देते हैं जो इस आवश्यकता को पूरी तरह से पूरा करती हैं। इस पूरी ईकॉमर्स एसईओ चेकलिस्ट (Ecommerce SEO Checklist) में बताई गई सभी बातें जैसे तेज़ी से खुलने वाली वेबसाइट, दिलचस्प और मददगार कंटेंट, साफ़-सुथरे पेज, और इमेज डिस्क्रिप्शन ये सभी चीज़ें सर्च करने वाले लोगों के अनुभव को बेहतर बनाती हैं।
Conslusion
ईमानदारी से कहूँ तो, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) शब्द पहले मुझे भी थोड़ा डराता था। मुझे लगता था कि यह कोई बहुत ही जटिल तकनीकी विषय होगा। पर, जैसे-जैसे मैंने इसे समझना शुरू किया और अपनी वेबसाइट पर इसका प्रयोग किया, मुझे एहसास हुआ कि यह तो अपनी भौतिक दुकान को सजाने जैसा ही है, बस यह एक ऑनलाइन स्टोर है।
असली कमाल तब होता है जब आप Google को खुश करने और अपने कस्टमर को समझने दोनों को एक साथ साधते हैं। इस ईकॉमर्स एसईओ चेकलिस्ट (Ecommerce SEO Checklist) ने मुझे यही सिखाया है कि एक तेज़ वेबसाइट, दिलचस्प कंटेंट, और लोगों के काम आने वाली जानकारी ही असल में गेम चेंजर हैं।
तो दोस्त अब बारी तुम्हारी है अपने ऑनलाइन स्टोर को वो तवज्जो दो जो ये डिज़र्व करता है। थोड़ा थोड़ा करके शुरुआत करो मज़ा भी आएगा और रिज़ल्ट भी दिखेगा। और हाँ अगर कभी मन करे तो कॉमेंट में बताना ज़रूर कि सबसे पहले कौन सी टिप अपनाई।