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E Commerce Business Course in Hindi

E Commerce Business Course in Hindi – Part 3 पूरा कोर्स सीखे

Introduction

Hello दोस्तों कैसे है आप सब वैसे तो ठीक ही होंगे तो पिछले लेख में हमने जाना कि ई-कॉमर्स क्या है और कैसे काम करता है। अब हम एक कदम और आगे बढ़ेंगे। इस लेख में हम देखेंगे कि अगर आप भी अपना ई कॉमर्स बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।

मैंने कई लोगों को अपना ऑनलाइन व्यापार शुरू करते हुए देखा है। सही शुरुआत करने के लिए कुछ ज़रूरी सवाल हैं जिन पर हमें सोचना होगा। साथ ही आजकल कौन से ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें ऑनलाइन बिजनेस करना फायदेमंद हो सकता है। और हाँ अपने बिजनेस के लिए सही मॉडल चुनना भी बहुत ज़रूरी है।

यदि आप हिंदी में ई-कॉमर्स बिजनेस कोर्स के बारे में अधिक विस्तार से जानना चाहते हैं, तो यह लेख विशेष रूप से आपके लिए है।इसमें हम उन सभी ज़रूरी बातों पर चर्चा करेंगे जो आपको अपनी ऑनलाइन यात्रा शुरू करने में मदद करेंगी। तो चलिए मिलकर देखते हैं कि आपका ई कॉमर्स बिजनेस का सपना कैसे सच हो सकता है। आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।

High Demand Products with Low Competition in india

यदि आप अपना ऑनलाइन व्यापार शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो सकती है कि वर्तमान में ग्राहकों की सबसे अधिक खरीददारी किन उत्पादों में है। और किस चीज़ को बेचने वाले अभी कम हैं। मैंने कई नए ऑनलाइन बिजनेस को इसी तरीके से सफल होते देखा है। जब आप ऐसी चीज़ बेचते हैं जिसकी ज़रूरत तो बहुत लोगों को है लेकिन वह आसानी से ऑनलाइन नहीं मिलती तो ऐसे में आपके बिजनेस के चलने के चांस बहुत बढ़ जाते हैं।

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अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसी कौन सी चीजें हो सकती हैं। कुछ ऐसी चीजें हैं जिन पर मेरा ध्यान गया है। जैसे आजकल लोग अपनी सेहत और पर्यावरण को लेकर बहुत ज़्यादा जागरूक हो गए हैं। इसलिए ऐसे प्रोडक्ट्स जिनकी डिमांड ज़्यादा है। लेकिन कॉम्पटीशन कम है उनमें शामिल हो सकते हैं।

देसी और ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स: ऐसे खाने-पीने के सामान जो बिना केमिकल के उगाए जाते हैं और सीधे किसानों से मिलते हैं। इनकी मांग शहरों में बहुत बढ़ रही है लेकिन ऑनलाइन इन्हें बेचने वाले अभी उतने ज़्यादा नहीं हैं।

हाथ से बनी हुई और अनोखी चीजें: जैसे कि लोकल आर्टिस्ट के बनाए पेंटिंग हाथ से बने कपड़े या गहने। ये चीजें यूनिक होती हैं और बहुत से लोग इन्हें खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन इनका ऑनलाइन बाज़ार अभी उतना बड़ा नहीं है।

खास तरह के पेट प्रोडक्ट्स: आजकल लोग अपने पालतू जानवरों को परिवार के सदस्य की तरह मानते हैं और उनके लिए अच्छी और अलग तरह की चीजें खरीदना चाहते हैं। जैसे कि खास तरह के ऑर्गेनिक फूड या अनोखे खिलौने। इस कैटेगरी में भी ज़्यादा कॉम्पटीशन नहीं है।

यह सिर्फ एक छोटी सी झलक है। ऐसे और भी कई प्रोडक्ट्स हो सकते हैं जिनकी इंडिया में डिमांड ज़्यादा है लेकिन कॉम्पटीशन कम है।

अगर आप इस बारे में और गहराई से जानना चाहते हैं कि 2025 में कौन से नीश सबसे ज़्यादा फायदेमंद हो सकते हैं तो आपको यह वीडियो ज़रूर देखना चाहिए। इस वीडियो में और भी अच्छे से समझाया गया है कि आप कैसे ऐसे प्रोडक्ट्स ढूंढ सकते हैं।

अगले भाग में हम यह जानेंगे कि आप अपने ग्राहकों Target Audience के बारे में कैसे पता कर सकते हैं और यह भी देखेंगे कि आपके कॉम्पटीटर्स क्या कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: E Commerce Business Course in Hindi का पार्ट 4

अपने सही ग्राहकों को पहचानें: Target Audience रिसर्च

मान लीजिए आप एक खिलौनों की दुकान खोलना चाहते हैं। तो आपके ग्राहक कौन होंगे। ज़ाहिर सी बात है बच्चे और उनके माता पिता ही होंगे। इसी तरह जब आप ऑनलाइन बिजनेस शुरू करते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि आपके प्रोडक्ट्स को कौन खरीदेगा। इन्हीं लोगों को आपकी टारगेट ऑडियंस कहते हैं।

यह जानना बहुत ज़रूरी है कि आपकी टारगेट ऑडियंस कौन है। उनकी उम्र क्या है, उन्हें क्या पसंद है वे ऑनलाइन क्या ढूंढते हैं अगर आपको यह सब पता होगा तो आप अपनी दुकान और अपने प्रोडक्ट्स को उनके हिसाब से दिखा सकते हैं। इससे ज़्यादा चांस होगा कि वो लोग आपसे ही खरीदेंगे।

मैंने कई ऐसे ऑनलाइन बिजनेस देखे हैं जो इसलिए सफल हुए क्योंकि उन्होंने अपनी टारगेट ऑडियंस को बहुत अच्छे से समझा। जब आप जानते हैं कि आपके ग्राहक क्या चाहते हैं तो आप उन्हें वही चीज़ें दिखाएंगे और बेचेंगे।

इसके बारे में भी और गहराई से जानने के लिए और यह समझने के लिए कि आप अपनी टारगेट ऑडियंस को कैसे पहचान सकते हैं, आप यह वीडियो देख सकते हैं।

अपने मुकाबले को समझें Competitor Research

जैसे किसी खेल में जीतने के लिए आपको यह पता होना चाहिए कि दूसरी टीम कैसे खेलती है। वैसे ही बिजनेस में सफल होने के लिए आपको यह जानना ज़रूरी है कि आपके कंपटीटर्स यानी आपके जैसे ही सामान बेचने वाले ऑनलाइन स्टोर्स क्या कर रहे हैं।

कंपटीटर रिसर्च का मतलब है यह पता लगाना कि आपके मुकाबले वाले कौन हैं वे क्या बेच रहे हैं उनकी कीमतें क्या हैं और वे अपने ग्राहकों को कैसे आकर्षित करते हैं आदि। जब आपको यह सब पता होता है तो आप उनसे बेहतर करने की कोशिश कर सकते हैं। आप देख सकते हैं कि वे क्या अच्छा कर रहे हैं और कहाँ वे पीछे हैं।

अगर आप कंपटीटर रिसर्च के बारे में और गहराई से जानना चाहते हैं और यह सीखना चाहते हैं कि इसे कैसे करते हैं तो आप यह वीडियो देख सकते हैं।

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अब जब हमने यह समझ लिया कि अपने ग्राहकों और अपने मुकाबले वालों को जानना क्यों ज़रूरी है तो अगले भाग में हम यह देखेंगे कि आप अपने प्रोडक्ट आइडिया को कैसे चेक कर सकते हैं कि वह चलेगा या नहीं।

यह भी पढ़ें: E Commerce Business Course in Hindi का पार्ट 1

अपने प्रोडक्ट आइडिया को कैसे जांचें? How to Validate a Product Idea 

मान लीजिए आपके दिमाग में एक कमाल का आइडिया आया कि आप ऑनलाइन क्या बेचेंगे। लेकिन क्या आपको लगता है कि लोग उसे सच में खरीदेंगे। इसी बात को जांचने के तरीके को ही प्रोडक्ट आइडिया को वैलिडेट करना कहते हैं। यह e commerce business course in hindi का एक बहुत ज़रूरी हिस्सा है।

मैंने कई लोगों को देखा है जो एक शानदार आइडिया के साथ बिजनेस शुरू करते हैं लेकिन बाद में पता चलता है कि लोग उसे खरीदना ही नहीं चाहते। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्होंने पहले यह नहीं जांचा कि उनके आइडिया में दम है भी या नहीं।

तो, आप अपने उत्पाद विचार की गुणवत्ता का आकलन कैसे कर सकते हैं? इसके लिए कुछ सरल विधियाँ मौजूद हैं।

लोगों से पूछें: अपने दोस्तों, परिवार, या सोशल मीडिया पर लोगों से पूछें कि क्या उन्हें आपका आइडिया पसंद आया और क्या वे उसे खरीदना चाहेंगे।

थोड़ा सा बेचकर देखें: आप एक छोटा सा बैच बनाकर ऑनलाइन बेचकर देख सकते हैं कि कितने लोग उसमें दिलचस्पी दिखाते हैं।

देखें कि पहले से क्या बिक रहा है: ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर देखें कि आपके जैसा प्रोडक्ट पहले से कितने लोग बेच रहे हैं और उनके बारे में लोगों की क्या राय है।

यह सब करने से आपको यह अंदाज़ा लग जाएगा कि आपके प्रोडक्ट आइडिया में कितना दम है। अगर आप ई कॉमर्स बिजनेस में सफल होना चाहते हैं तो यह कदम उठाना बहुत ज़रूरी है। इससे आप बाद में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं।

ई-कॉमर्स प्रोडक्ट्स कहाँ से लाएँ? Ecommerce Products kaha se laye

जब आपने यह सोच लिया कि आपको ऑनलाइन क्या बेचना है तो अगला सवाल यह आता है कि वह सामान आपको मिलेगा कहाँ से ई कॉमर्स बिजनेस में यह जानना बहुत ज़रूरी है। मैंने कई नए बिजनेस को सही सप्लायर न मिलने की वजह से मुश्किलों का सामना करते देखा है।

आपके पास कई तरीके हैं जिनसे आप अपने ई-कॉमर्स के लिए प्रोडक्ट्स पा सकते हैं।

थोक विक्रेता (Wholesalers): ये लोग बड़ी मात्रा में सामान खरीदते हैं और फिर छोटे व्यापारियों को बेचते हैं। आप इनसे बल्क में सामान खरीदकर अपनी ऑनलाइन दुकान पर बेच सकते हैं। जैसे Indiamart जैसी वेबसाइटें थोक विक्रेताओं को ढूंढने में मदद कर सकती हैं।

निर्माता (Manufacturers): अगर आप चाहें तो सीधे उन कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं जो सामान बनाती हैं। इससे आपको और भी अच्छी कीमत मिल सकती है खासकर अगर आप ज़्यादा मात्रा में ऑर्डर करते हैं।

ड्रॉपशिपिंग (Dropshipping): यह एक ऐसा तरीका है जिसमें आपको सामान का स्टॉक अपने पास रखने की ज़रूरत नहीं होती। जब कोई ग्राहक आपसे ऑर्डर करता है तो आप उस ऑर्डर को सीधे सप्लायर को भेज देते हैं और वही सप्लायर ग्राहक को सामान भेजता है। इसमें आपका काम सिर्फ मार्केटिंग और ऑर्डर लेना होता है।

खुद बनाना: अगर आप कुछ ऐसा बेच रहे हैं जो आप खुद बनाते हैं जैसे कि हाथ से बनी चीजें तो आपको कहीं और से लाने की ज़रूरत नहीं है।

यह सिर्फ कुछ शुरुआती विचार हैं। आपके बिजनेस के लिए सबसे अच्छा तरीका कौन सा होगा। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप क्या बेचना चाहते हैं और आपके पास कितने पैसे और जगह है।

इस बारे में और ज़्यादा जानने के लिए और यह समझने के लिए कि आप अपने ई-कॉमर्स बिजनेस के लिए सही सप्लायर कैसे ढूंढ सकते हैं आप यह वीडियो देख सकते हैं।

Conslusion 

तो मेरे प्यारे दोस्तों इस भाग में हमने मिलकर यह पता लगाया कि अगर ऑनलाइन दुकान खोलनी है तो सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि कौन से प्रोडक्ट्स आजकल डिमांड में हैं लेकिन उन्हें बेचने वाले कम हैं। हमने यह भी जाना कि अपने सही ग्राहकों (टारगेट ऑडियंस) को कैसे पहचानें और अपने मुकाबले वालों (कंपटीटर्स) पर नज़र रखना क्यों ज़रूरी है। और हाँ यह भी देखा कि अपने प्रोडक्ट के आइडिया को टेस्ट कैसे करें ताकि पता चले कि वह चलेगा या नहीं और आखिर में यह भी बात की कि बेचने के लिए सामान कहाँ से लाएँ।

सच कहूँ तो यह सब थोड़ा बाहरी लग सकता है लेकिन जब आप इसे छोटे छोटे टुकड़ों में समझते हैं तो यह उतना भी मुश्किल नहीं है। मेरा मानना है कि सही जानकारी और थोड़ी सी मेहनत से कोई भी अपना ऑनलाइन बिजनेस शुरू कर सकता है। तो अब जब आपको यह पता चल गया है कि बाज़ार को कैसे समझना है। तो क्यों न अगले कदम की ओर बढ़ा जाए। अगर आपको यह जानकारी helpful लगी है तो इसे दूसरों के साथ भी शेयर करें जो अपनी ऑनलाइन दुकान खोलने का सपना देख रहे हैं।

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