how to start freelancing
Introduction कभी सोचा है कि रोज़ सुबह उठकर वही ऑफ़िस जाना, वही बॉस की बातें सुनना और वही 9 से 5 की ज़िंदगी जीना, क्या ये ही सब कुछ है। या फिर कभी सोचा है कि काश मैं अपने मन का काम कर पाता, अपनी मर्ज़ी से उठता, और जहाँ से चाहे वहाँ से काम […]