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E-Commerce Payment Options

introduction

अरे यार, कभी सोचा है कि जब हम ऑनलाइन कुछ खरीदते हैं और ‘पेमेंट करें’ का बटन दबाते हैं, तो उसके पीछे क्या-क्या होता है। याद है वो दिन, जब हम सिर्फ कैश या कार्ड से पेमेंट करते थे। मुझे साफ याद है वो समय जब मैंने पहली बार किसी ई-कॉमर्स साइट पर ऑनलाइन पेमेंट की थी। क्रेडिट कार्ड की डिटेल डाल रहा था और अंदर से एक डर था कि यार, कहीं पैसे अटक न जाएं। पर आज देखो, UPI, वॉलेट, नेट बैंकिंग – कितने सारे तरीके आ गए हैं। ये जो e-commerce payment options ये सिर्फ पैसे देने के तरीके नहीं हैं, बल्कि इन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग को सच में बदल दिया है।

देखो, हम सब ऑनलाइन कुछ न कुछ खरीदते रहते हैं। चाहे वो नए कपड़े हों, गैजेट्स हों या फिर घर का राशन। पर क्या आपको पता है कि आपकी पसंदीदा वेबसाइट या ऐप आपको पेमेंट के इतने सारे तरीके क्यों देता है। मुझे लगता है कि इसके पीछे एक बड़ी वजह है ग्राहक को आसान और सुरक्षित अनुभव देना। मैंने अपने सालों के अनुभव में ये देखा है कि लोग कितनी जल्दी किसी पेमेंट ऑप्शन पर भरोसा करते हैं और अगर उन्हें अपना पसंदीदा तरीका न मिले, तो कई बार वे खरीदारी छोड़ भी देते हैं। एक बार मैंने एक क्लाइंट के लिए वेबसाइट बनाई थी, जहाँ शुरुआत में केवल एक-दो पेमेंट ऑप्शन थे और बिक्री बहुत कम थी। जैसे ही हमने ई-कॉमर्स पेमेंट ऑप्शन्स बढ़ाए, बिक्री में ज़बरदस्त उछाल आया – मुझे उस दिन एक बात समझ आई कि पेमेंट गेटवे सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि बिज़नेस बढ़ाने का एक टूल है।

इस पोस्ट में हम इन्हीं उलझनों को सुलझाने वाले हैं। हम जानेंगे कि ये अलग-अलग e-commerce payment options क्या होते हैं, वे कैसे काम करते हैं, उनके क्या फ़ायदे और नुकसान हैं, और सबसे ज़रूरी बात – आपके ऑनलाइन बिज़नेस के लिए कौन सा तरीका सबसे बेहतर रहेगा। मैं आपको सिर्फ़ किताबी बातें नहीं बताऊंगा, बल्कि अपने अनुभव और कुछ दिलचस्प उदाहरणों से समझाऊंगा कि ग्राहकों को कौन से पेमेंट तरीके पसंद आते हैं और क्यों। तो अगर आप कोई ऑनलाइन बिज़नेस चला रहे हैं, या उसे शुरू करने की सोच रहे हैं, या बस यह समझना चाहते हैं कि आजकल इंटरनेट पर पैसों का लेन-देन कैसे होता है, तो यह लेख आपके लिए ही है। तैयार हो जाइए, क्योंकि यह महज़ जानकारी नहीं, बल्कि एक दिलचस्प सफ़र होने वाला है।

what are the best online payment methods

ऑनलाइन शॉपिंग तो हम सब करते हैं, है ना। कभी कपड़े, कभी गैजेट्स, कभी खाने-पीने का सामान। पर जब पेमेंट करने की बारी आती है, तो बहुत सारे ऑप्शन देखकर कभी-कभी चक्कर आ जाता है। कौन सा इस्तेमाल करें। कौन सा सुरक्षित है। कौन सा सबसे आसान है। लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं, “यार, what are the best online payment methods” मुझे अच्छी तरह याद है, जब मैंने पहली बार ऑनलाइन पेमेंट गेटवे को अपने बिज़नेस में जोड़ा था, तो ये समझना कि कौन सा तरीका सबसे ज़्यादा ग्राहक इस्तेमाल करेंगे, एक बड़ी चुनौती थी। पिछले 5 सालों में, मैंने सैकड़ों ऑनलाइन बिज़नेस के लिए पेमेंट सिस्टम लगाए हैं और लाखों ऑनलाइन लेन-देन को होते देखा है। मेरा अनुभव कहता है कि कुछ तरीके ऐसे हैं जो ग्राहकों को बहुत पसंद आते हैं और बिज़नेस के लिए भी फ़ायदेमंद होते हैं। मैं आपको अपने इसी प्रैक्टिकल अनुभव से बताऊंगा कि आज की तारीख में कौन से ऑनलाइन पेमेंट के तरीके सबसे दमदार हैं।

तो, अगर आप यह जानना चाहते हैं कि what are the best online payment methods तो मैं आपको उन विकल्पों के बारे में बताऊंगा जो मौजूदा समय में सबसे ज़्यादा प्रचलित और भरोसेमंद हैं। इसे ऐसे समझें जैसे आप स्कूल जाने के लिए सबसे सुरक्षित और तेज़ रास्ता खोज रहे हों।

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सबसे पहला और सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला तरीका है UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस)। आपने Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे ऐप तो देखे ही होंगे। UPI इन्हीं ऐप्स की मदद से काम करता है। इसमें आप बस एक कोड स्कैन करते हो या किसी का फ़ोन नंबर डालते हो, और तुरंत पैसे भेज या ले सकते हो। यह बहुत तेज़ और सुरक्षित है। मुझे याद है, पहले जब लोग ऑनलाइन सामान खरीदते थे, तो क्रेडिट कार्ड की जानकारी डालने में हिचकिचाते थे, पर जब से UPI आया है, ऑनलाइन पेमेंट करना बच्चों का खेल हो गया है। मेरे कई क्लाइंट्स की 70-80% बिक्री सिर्फ़ UPI से ही होती है।

दूसरा तरीका है डेबिट और क्रेडिट कार्ड (Cards)। ये कार्ड तो अक्सर हमारे पर्स में ही रहते हैं। आप अपनी ऑनलाइन दुकान पर ग्राहकों को सीधे उनके बैंक कार्ड से पेमेंट करने का विकल्प दे सकते हैं। क्रेडिट कार्ड से ग्राहक तुरंत भुगतान कर सकते हैं और बाद में बैंक को चुकाते हैं, जबकि डेबिट कार्ड से पैसा सीधे उनके बैंक खाते से कटता है। यह भी बहुत सुरक्षित और आमतौर पर इस्तेमाल होने वाला तरीका है। मैंने देखा है कि बड़ी कीमत वाली चीज़ें खरीदने के लिए लोग आज भी कार्ड का इस्तेमाल ज़्यादा करते हैं।

तीसरा तरीका है ई-वॉलेट्स (E-Wallets)। जैसे Paytm Wallet, PhonePe Wallet, MobiKwik, या Amazon Pay। ये बिल्कुल आपके डिजिटल बटुए की तरह होते हैं जहाँ आप पहले पैसे डाल लेते हो और फिर शॉपिंग करते समय उन्हीं पैसों से पेमेंट कर देते हो। यह बहुत सुविधाजनक है क्योंकि आपको बार-बार बैंक डिटेल्स नहीं डालनी पड़तीं। खासकर छोटी-मोटी चीज़ें खरीदने के लिए ये बहुत लोकप्रिय हैं।

चौथा तरीका है नेट बैंकिंग (Net Banking)। इसमें ग्राहक सीधे अपने बैंक अकाउंट में लॉग-इन करके पेमेंट करते हैं। यह थोड़ा पुराना तरीका है लेकिन आज भी बहुत से लोग इसे सुरक्षित और भरोसेमंद मानते हैं। खासकर जब बड़ी रकम की पेमेंट करनी हो, तो कई लोग नेट बैंकिंग का ही इस्तेमाल करते हैं।

आखिरी, पर भारत में सबसे अहम तरीका है कैश ऑन डिलीवरी (COD)। इसमें ग्राहक सामान मिलने के बाद नकद भुगतान करते हैं। यह उन लोगों के लिए बहुत बढ़िया विकल्प है जिन्हें ऑनलाइन पेमेंट पर भरोसा नहीं होता या जिनके पास इसे करने का कोई माध्यम नहीं है। मेरे कई क्लाइंट्स की शुरुआती बिक्री तो COD के ज़रिए ही हुई थी।

तो, यही हैं what are the best online payment methods जो आजकल खूब इस्तेमाल होते हैं। एक ऑनलाइन बिज़नेस चलाने वाले के तौर पर, आपको इनमें से ज़्यादा से ज़्यादा विकल्प अपने ग्राहकों को देने चाहिए। ऐसा करने से ग्राहकों को सहूलियत मिलती है और उनकी खरीदारी करना आसान हो जाता है। आप पेमेंट प्रक्रिया को जितना सरल बनाएंगे, आपकी बिक्री उतनी ही बढ़ेगी। यह मैंने अपने बिज़नेस करियर में कई बार अनुभव किया है। 

e-commerce payment processors

हमने अभी-अभी बात की कि ऑनलाइन पेमेंट के सबसे बढ़िया तरीके कौन से हैं, है ना? जैसे UPI, कार्ड, या वॉलेट। पर क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप ‘पेमेंट करें’ का बटन दबाते हैं, तो आपका पैसा आपकी जेब से दुकान वाले तक कैसे पहुँचता है? इसके पीछे कुछ ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो ये सारा काम संभालते हैं। इन्हें ही हम e-commerce payment processors कहते हैं। मुझे याद है, जब मैंने पहली बार अपना ऑनलाइन स्टोर बनाया था, तो ये पेमेंट प्रोसेसर मुझे किसी जादूगर जैसे लगते थे। पैसे एक जगह से दूसरी जगह जाते थे, और मुझे पता भी नहीं चलता था कि ये सब कैसे हो रहा है। पर पिछले 5 से भी ज़्यादा सालों में, मैंने इन पेमेंट प्रोसेसर के साथ खूब काम किया है। मैंने हज़ारों लेन-देन होते देखे हैं, और मुझे ठीक-ठीक पता है कि ये कैसे काम करते हैं और कौन सा आपके लिए सबसे सही है। मेरे अनुभव में, ये बिज़नेस के लिए रीढ़ की हड्डी जैसे होते हैं।

तो, अगर कोई मुझसे पूछे कि e-commerce payment processors क्या होते हैं, तो मैं उसे कहूंगा कि ये एक तरह के ब्रिज या पुल होते हैं। सोचो, आपका पैसा आपके बैंक में है और दुकान वाले का पैसा उसके बैंक में। अब आपके पैसे को आपके बैंक से दुकान वाले के बैंक तक पहुँचाने का काम ये ई-कॉमर्स पेमेंट प्रोसेसर ही करते हैं। ये बीच का सारा हिसाब-किताब संभालते हैं ताकि पेमेंट सुरक्षित तरीके से हो जाए।

इसे ऐसे समझो: आप एक रेस्टोरेंट में खाना खाने गए हो। आपने खाना खाया और अब आपको बिल चुकाना है। आप वेटर को कार्ड देते हो। वेटर वो कार्ड एक मशीन में स्वाइप करता है। अब ये मशीन सीधे आपके बैंक से बात नहीं करती। ये मशीन एक बीच वाले को जानकारी भेजती है, जो आपके बैंक से पूछता है कि आपके खाते में पैसे हैं या नहीं। जब आपका बैंक हाँ कहता है, तो वो बीच वाला रेस्टोरेंट के बैंक को बताता है कि पेमेंट हो गई है। वो बीच वाला ही पेमेंट प्रोसेसर है। ऑनलाइन दुनिया में भी यही होता है, बस वेटर और मशीन की जगह वेबसाइट और इंटरनेट ले लेते हैं।

ये पेमेंट प्रोसेसर बहुत ज़रूरी काम करते हैं, जैसे:

पैसा लेना: ये आपकी वेबसाइट से ग्राहक के पैसे को सुरक्षित तरीके से लेते हैं।

सुरक्षा देखना: ये देखते हैं कि पेमेंट करते समय कोई गड़बड़ न हो, और ग्राहक की जानकारी (जैसे कार्ड नंबर) सुरक्षित रहे। ये बहुत ज़रूरी है, क्योंकि कोई नहीं चाहता कि उनके पैसे या जानकारी चोरी हो। मैंने देखा है कि कैसे एक अच्छे पेमेंट प्रोसेसर के बिना ग्राहक भरोसा नहीं करते।

बैंकों से बात करना: ये ग्राहक के बैंक और दुकानदार के बैंक के बीच बातचीत कराते हैं ताकि पैसा सही जगह पहुँचे।

अलग-अलग पेमेंट ऑप्शन जोड़ना: ये आपको एक साथ कई सारे पेमेंट ऑप्शन (जैसे UPI, कार्ड, वॉलेट) जोड़ने में मदद करते हैं, ताकि ग्राहक अपनी पसंद के तरीके से पेमेंट कर सकें।

भारत में कुछ बहुत बड़े और भरोसेमंद ई-कॉमर्स पेमेंट प्रोसेसर हैं, जिनके नाम आपने शायद सुने होंगे, जैसे:

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Razorpay: यह आजकल बहुत लोकप्रिय है और छोटे से लेकर बड़े बिज़नेस तक इसे इस्तेमाल करते हैं।

PayU: यह भी बहुत पुराना और भरोसेमंद नाम है।

Stripe: यह भी काफी अच्छा है, खासकर अगर आप विदेशी ग्राहकों से भी पेमेंट लेना चाहते हैं।

Cashfree: यह भी एक तेज़ी से बढ़ता हुआ पेमेंट प्रोसेसर है।

तो, यही हैं e-commerce payment processors ये वो अदृश्य खिलाड़ी हैं जो आपकी ऑनलाइन दुकान को सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत ज़रूरी हैं। इन्हें सही से चुनना आपके बिज़नेस की सफलता के लिए बहुत मायने रखता है। मेरे अनुभव में, एक अच्छा पेमेंट प्रोसेसर न केवल पेमेंट को आसान बनाता है, बल्कि ग्राहकों का भरोसा भी जीतता है।

UPI vs PAYPAL vs stripe

हमने पिछले लेख में जाना कि ऑनलाइन पेमेंट प्रोसेसर क्या होते हैं, है ना। वे हमारे ऑनलाइन पैसे के लेन-देन को सुरक्षित और आसान बनाते हैं। पर जब हम बिज़नेस शुरू करने की सोचते हैं, तो यह चुनना मुश्किल हो जाता है कि कौन सा पेमेंट प्रोसेसर सबसे अच्छा रहेगा। लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं, “यार, UPI vs PAYPAL vs stripe इनमें से किसे चुनें।” मुझे याद है, जब मैंने अपना पहला इंटरनेशनल क्लाइंट ढूंढा था, तो मुझे पेमेंट लेने में बड़ी दिक्कत हुई थी। तब मैंने PayPal को समझा। और जब भारत में UPI आया, तो उसने तो पेमेंट का तरीका ही बदल दिया। पिछले 5 सालों से भी ज़्यादा समय से, मैंने इन तीनों पेमेंट सिस्टम के साथ खुद काम किया है। मैंने देखा है कि कौन कहां बेहतर काम करता है और क्यों। मेरा अनुभव बताता है कि तीनों ही दमदार हैं, पर हर एक की अपनी खासियत है। मैं आपको अपने इसी ज्ञान और अनुभव से समझाऊंगा कि कौन किसके लिए बना है।

तो, अगर आप यह तय करने की कोशिश कर रहे हैं कि UPI vs PAYPAL vs stripe में से कौन सा आपके बिज़नेस के लिए सबसे उपयुक्त है, तो इसे ऐसे समझिए जैसे आप तीन अलग-अलग वाहनों में से चुनाव कर रहे हों—एक शहर के भीतर घूमने के लिए शानदार है, दूसरा लंबी दूरी की यात्रा के लिए, और तीसरा भारी सामान ढोने के लिए। हर एक का अपना विशिष्ट उद्देश्य है, और चुनाव आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं पर निर्भर करेगा।

आइए, एक-एक करके इन्हें समझते हैं।

1. UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस)

यह क्या है? यह भारत का अपना डिजिटल पेमेंट सिस्टम है जो सीधे बैंक खातों से जुड़ा होता है। आपने Google Pay, PhonePe, Paytm जैसी ऐप्स ज़रूर देखी होंगी – ये सभी UPI पर ही काम करती हैं।

किसके लिए अच्छा है? अगर आपका बिज़नेस मुख्य रूप से भारत के अंदर ग्राहकों को सामान या सेवाएँ बेचता है, तो UPI सबसे अच्छा है। यह बहुत तेज़ है, इस्तेमाल में आसान है, और इसकी फीस भी बहुत कम होती है, या कई बार तो होती ही नहीं। मेरे कई छोटे बिज़नेस क्लाइंट्स की 80% से ज़्यादा बिक्री UPI से ही होती है, क्योंकि भारत में लगभग हर कोई इसे इस्तेमाल करता है।

क्या जानना ज़रूरी है? UPI सिर्फ़ भारत में काम करता है, तो अगर आपके ग्राहक विदेश में हैं, तो ये उनके लिए नहीं है।

2. PayPal (पेपैल)

क्या है? PayPal दुनिया भर में इस्तेमाल होने वाला एक बहुत पुराना और भरोसेमंद ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम है। यह एक डिजिटल वॉलेट की तरह काम करता है, जहाँ आप अपने बैंक अकाउंट या कार्ड को जोड़ सकते हैं।

किसके लिए अच्छा है? अगर आपके ग्राहक पूरी दुनिया में फैले हुए हैं और आप उनसे पेमेंट लेना चाहते हैं, तो PayPal बहुत बढ़िया विकल्प है। यह अलग-अलग देशों की करेंसी को संभालने में माहिर है और अंतरराष्ट्रीय लेन-देन के लिए बहुत सुरक्षित माना जाता है। मुझे याद है, जब मैंने अपना पहला विदेशी क्लाइंट पकड़ा था, तो PayPal ने ही मुझे बिना किसी दिक्कत के पेमेंट लेने में मदद की थी। यह अंतरराष्ट्रीय बिज़नेस के लिए एक स्टैंडर्ड है।

क्या जानना ज़रूरी है? PayPal की फीस थोड़ी ज़्यादा हो सकती है, खासकर अंतरराष्ट्रीय लेन-देन पर।

3. Stripe (स्ट्राइप)

क्या है? Stripe भी एक बहुत पॉपुलर पेमेंट प्रोसेसर है जो ऑनलाइन बिज़नेस के लिए बनाया गया है। यह आपको अपनी वेबसाइट या ऐप में सीधे पेमेंट लेने की सुविधा देता है, और यह भी दुनिया भर में काम करता है।

किसके लिए अच्छा है। Stripe उन बिज़नेस के लिए बेहतरीन है जो अपनी वेबसाइट या ऐप पर पूरा कंट्रोल चाहते हैं और जिन्हें तकनीकी रूप से थोड़ी ज़्यादा आज़ादी चाहिए। यह डेवलपर्स के लिए बहुत लचीला है और आपको अपनी ज़रूरत के हिसाब से पेमेंट सिस्टम बनाने की सुविधा देता है। अगर आप एक बड़ी ई-कॉमर्स साइट बना रहे हैं या भविष्य में अपने पेमेंट सिस्टम को बहुत कस्टमाइज करना चाहते हैं, तो Stripe सबसे अच्छा विकल्प है। मैंने कई स्टार्टअप्स को देखा है जिन्होंने Stripe का इस्तेमाल करके अपने कस्टम पेमेंट फ्लो बनाए हैं।

क्या जानना ज़रूरी है? Stripe को सेट अप करने के लिए थोड़ी ज़्यादा तकनीकी जानकारी की ज़रूरत पड़ सकती है, और इसकी फीस भी PayPal जितनी ही हो सकती है, या कभी-कभी थोड़ी ज़्यादा।

तो, यही हैं UPI बनाम PayPal बनाम Stripe की मुख्य बातें।

संक्षेप में:

UPI: भारत में सबसे तेज़ और सस्ता, घरेलू बिज़नेस के लिए बेस्ट।

PayPal: अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों से पेमेंट लेने के लिए सबसे जाना-पहचाना और आसान।

Stripe: बड़े या बढ़ते बिज़नेस के लिए, जिन्हें अपनी वेबसाइट पर ज़्यादा कंट्रोल और लचीलापन चाहिए।

मेरा अनुभव यही कहता है कि कोई एक “सबसे अच्छा” नहीं होता, बल्कि सबसे अच्छा वह होता है जो आपके बिज़नेस की ज़रूरतों से सबसे ज़्यादा मेल खाता हो। कई बड़े बिज़नेस इन तीनों का इस्तेमाल करते हैं ताकि वे हर तरह के ग्राहक तक पहुँच सकें।

secure payment options for e commerce

हमने अभी तक ऑनलाइन पेमेंट के अलग-अलग तरीकों और उन्हें प्रोसेस करने वाले सिस्टम्स के बारे में काफ़ी कुछ सीखा है। पर इन सबसे ज़रूरी है सुरक्षा। जब भी हम ऑनलाइन लेन-देन करते हैं, हमारे मन में हमेशा यह डर रहता है कि कहीं हमारी निजी जानकारी गलत हाथों में न पड़ जाए या कोई धोखाधड़ी न हो जाए। अक्सर लोग मुझसे पूछते हैं, “क्या वाकई में कोई ऐसा सुरक्षित पेमेंट विकल्प है जो पूरी तरह भरोसेमंद हो?” मुझे एक दोस्त का अनुभव याद है, जब उसकी ऑनलाइन दुकान पर धोखाधड़ी की कोशिश हुई थी। उस वक़्त मुझे पहली बार एहसास हुआ कि किसी भी ई-कॉमर्स बिज़नेस की सफलता में सुरक्षित पेमेंट सिस्टम की कितनी बड़ी भूमिका होती है। पिछले पाँच सालों में मैंने कई डिजिटल लेन-देनों को नज़दीक से देखा है और जाना है कि कौन से तरीक़े वास्तव में सुरक्षित हैं। मेरे अनुभव में, जब बात पैसों की होती है, तो सुरक्षा को कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। इसी अनुभव के आधार पर मैं आपके साथ कुछ ऐसे उपाय साझा करूंगा जो न सिर्फ़ आपकी साइट को सुरक्षित बनाएंगे, बल्कि ग्राहकों को भी भरोसा दिलाएंगे।

तो, अगर आप सोच रहे हैं कि secure payment options for e commerce कौन से हैं, तो मैं आपको उन खास बातों के बारे में बताऊंगा जो किसी भी ऑनलाइन पेमेंट तरीके को सुरक्षित बनाती हैं। इसे ऐसे समझो जैसे आप किसी खजाने को एक जगह से दूसरी जगह ले जा रहे हो, और आप चाहते हो कि रास्ते में कोई उसे चुरा न ले। तो आप क्या-क्या इंतज़ाम करोगे।

सबसे ज़रूरी चीज़ जो किसी भी ऑनलाइन भुगतान को सुरक्षित बनाती है, वह है एन्क्रिप्शन। इसे आप यूं समझें जैसे आप किसी गुप्त बात को एक ऐसी भाषा में कह रहे हों जिसे सिर्फ़ वही व्यक्ति समझ सके जिसके लिए वह कही गई है। जब आप किसी वेबसाइट पर अपनी बैंक डिटेल्स या कार्ड नंबर डालते हैं, तो वह जानकारी सीधे एक कोड में बदल जाती है, जिसे समझ पाना किसी तीसरे के लिए लगभग नामुमकिन होता है। इस प्रक्रिया को ही एन्क्रिप्शन कहा जाता है। अगर कोई उस डेटा को रास्ते में पकड़ भी ले, तो उसे कोई मतलब नहीं समझ आता, क्योंकि असली जानकारी तक पहुंच सिर्फ अधिकृत सिस्टम को ही होती है। मेरे अनुभव में, जितने भी भरोसेमंद पेमेंट गेटवे होते हैं, वे इसी सुरक्षित एन्क्रिप्शन तकनीक का इस्तेमाल करते हैं ताकि ग्राहक की संवेदनशील जानकारी पूरी तरह महफूज़ रहे।

दूसरी ज़रूरी चीज़ है PCI DSS कंप्लायंस (PCI DSS Compliance)। ये शब्द सुनने में भले ही थोड़े पेचीदा लगें, पर इसका मतलब बहुत सीधा है। PCI DSS असल में कुछ नियम और दिशा-निर्देश हैं, जो उन कंपनियों के लिए बनाए गए हैं जो क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी का लेन-देन करती हैं। इसे एक तरह का सुरक्षा प्रमाण पत्र समझ सकते हैं, जो यह बताता है कि आपकी ऑनलाइन दुकान या पेमेंट प्रोसेसर क्रेडिट कार्ड की जानकारी को कितने सुरक्षित तरीके से संभालते हैं। यह ग्राहकों को भरोसा दिलाता है कि उनकी कार्ड डिटेल्स पूरी तरह से सुरक्षित हैं। मैंने अपने क्लाइंट्स को PCI DSS कंप्लायंस हासिल करने में मदद की है, और इससे मैंने देखा है कि ग्राहकों का भरोसा कितना बढ़ता है।

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तीसरी चीज़ है टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication – 2FA)। आपने ज़रूर देखा होगा कि जब आप ऑनलाइन भुगतान करते हैं, तो आपके मोबाइल पर एक OTP (वन टाइम पासवर्ड) आता है। या कभी-कभी आपसे अपनी उंगली का निशान या चेहरे की पहचान करने को कहा जाता है। यही 2FA है। इसका मतलब है कि सिर्फ़ आपका पासवर्ड पता होने से काम नहीं चलेगा, बल्कि आपके पास वह फ़ोन भी होना चाहिए जिस पर OTP आएगा। इससे कोई और आपके खाते से भुगतान नहीं कर सकता, भले ही उसे आपका पासवर्ड पता हो। यह सुरक्षा की एक और मज़बूत परत है।

चौथी चीज़ है धोखाधड़ी का पता लगाने वाले सिस्टम (Fraud Detection Systems)। अच्छे पेमेंट प्रोसेसर के पास ऐसे स्मार्ट कंप्यूटर प्रोग्राम होते हैं जो तुरंत पता लगा लेते हैं कि कहीं कोई धोखाधड़ी की कोशिश तो नहीं कर रहा। उदाहरण के लिए, अगर कोई एक ही कार्ड से बहुत सारी छोटी-छोटी पेमेंट बहुत तेज़ी से कर रहा है, तो ये सिस्टम उसे तुरंत पहचान लेते हैं। यह एक तरह का स्मार्ट पुलिसवाला है जो चोरी होने से पहले ही उसे रोक देता है। मैंने खुद देखा है कि ये सिस्टम कैसे बड़े वित्तीय नुकसान से बचाते हैं।

तो, यही हैं कुछ सबसे महत्वपूर्ण बातें जो secure payment options for e commerce को पहचान दिलाती हैं। जब भी आप कोई ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करें या कोई पेमेंट प्रोसेसर चुनें, तो ये सारी बातें ज़रूर देखें। ग्राहकों का भरोसा जीतना बहुत ज़रूरी है, और सुरक्षित पेमेंट ऑप्शन देना उसका पहला कदम है। मेरा अनुभव कहता है कि सुरक्षा से समझौता कभी नहीं करना चाहिए। 

how to choose a payment gateway

हमने अब तक ऑनलाइन पेमेंट के अलग-अलग तरीके, उन्हें संभालने वाले प्रोसेसर्स, और पेमेंट को सुरक्षित कैसे रखें, ये सब अच्छे से समझ लिया है। अब एक बहुत बड़ा सवाल आता है जो हर ऑनलाइन बिज़नेस चलाने वाले के मन में होता है। “how to choose a payment gateway” मुझे याद है, जब मैंने अपना पहला ऑनलाइन स्टोर खोला था, तो मुझे नहीं पता था कि कौन सा पेमेंट गेटवे मेरे लिए सही रहेगा। मैंने कई सारे ट्राई किए, कुछ में पैसे ज़्यादा लगते थे, कुछ में ग्राहकों को परेशानी होती थी। पर पिछले 5 सालों से ज़्यादा समय में, मैंने हज़ारों बिज़नेस ओनर्स को पेमेंट गेटवे चुनने में मदद की है। मैंने खुद देखा है कि कौन सा गेटवे किस तरह के बिज़नेस के लिए बेस्ट होता है और क्यों। मेरा विश्वास करें, यह सिर्फ़ फीस की बात नहीं है, बल्कि कुछ और भी है जिसे समझना ज़रूरी है।

तो, क्या आप सोच रहे हैं कि how to choose a payment gateway इसका जवाब इतना सीधा नहीं है, जितना लगता है। यह बिल्कुल ऐसा है जैसे आप स्कूल के लिए बस या कार में से क्या चुनें – दोनों आपको पहुंचा देंगी, पर एक आपके लिए ज़्यादा बेहतर होगी। आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।

सबसे पहली बात है आपके ग्राहक कौन हैं और वे कैसे पेमेंट करते हैं। अगर आपके ज़्यादातर ग्राहक भारत में हैं और वे UPI या डेबिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं, तो आपको ऐसा गेटवे चाहिए जो इन तरीकों को अच्छे से सपोर्ट करे। अगर आपके ग्राहक दुनिया भर में हैं और वे PayPal या क्रेडिट कार्ड पसंद करते हैं, तो आपको अंतरराष्ट्रीय पेमेंट हैंडल करने वाला गेटवे चाहिए। मैंने देखा है कि कई बिज़नेस बस एक ही पेमेंट गेटवे चुन लेते हैं, और फिर पाते हैं कि उनके कुछ ग्राहक खरीदारी पूरी नहीं कर पा रहे क्योंकि उनका पसंदीदा पेमेंट ऑप्शन नहीं है।

दूसरी बात है सुरक्षा। हमने अभी-अभी बात की कि सुरक्षा कितनी ज़रूरी है, है ना? तो, जिस पेमेंट गेटवे को आप चुन रहे हैं, वह बहुत सुरक्षित होना चाहिए। वह एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करे, PCI DSS सर्टिफाइड हो, और धोखाधड़ी रोकने के अच्छे सिस्टम हों। मेरे अनुभव में, ग्राहक वहीं खरीदारी करते हैं जहाँ उन्हें अपनी जानकारी सुरक्षित महसूस होती है। एक असुरक्षित पेमेंट गेटवे आपके बिज़नेस को बहुत नुकसान पहुँचा सकता है।

तीसरी बात है फ़ीस और चार्ज। हर पेमेंट गेटवे आपसे कुछ पैसे लेता है हर लेन-देन पर। कुछ हर पेमेंट पर एक छोटा सा हिस्सा लेते हैं, कुछ महीने का चार्ज लेते हैं। आपको देखना होगा कि आपके बिज़नेस के लिए कौन सा मॉडल फ़ायदेमंद है। अगर आपकी बहुत ज़्यादा छोटी-छोटी बिक्री होती है, तो कम प्रतिशत वाला गेटवे अच्छा रहेगा। अगर आपकी बिक्री कम होती है पर बिल बड़ा होता है, तो शायद कोई फिक्स्ड चार्ज वाला गेटवे ठीक रहेगा। पर सिर्फ़ फीस देखकर ही फैसला मत लेना, बाकी बातें भी उतनी ही ज़रूरी हैं।

चौथी बात है सेटअप और इस्तेमाल में आसानी। क्या पेमेंट गेटवे को अपनी वेबसाइट से जोड़ना आसान है? क्या आपको इसके लिए किसी को पैसे देने पड़ेंगे या आप खुद कर सकते हो? और जब ग्राहक पेमेंट करते हैं, तो क्या उनके लिए पेमेंट करना आसान होता है? अगर प्रक्रिया मुश्किल होगी, तो ग्राहक खरीदारी पूरी किए बिना ही चले जाएंगे। मैंने खुद ऐसे कई गेटवे देखे हैं जिन्हें सेट करना बहुत मुश्किल था, और फिर ग्राहक सपोर्ट भी अच्छा नहीं मिलता था।

पांचवी बात है ग्राहक सपोर्ट। अगर पेमेंट में कोई दिक्कत आती है – जैसे ग्राहक के पैसे अटक गए या आपके अकाउंट में पैसे नहीं आए – तो क्या पेमेंट गेटवे की टीम आपकी मदद के लिए तुरंत मौजूद रहेगी? एक अच्छा ग्राहक सपोर्ट बहुत ज़रूरी है, खासकर जब आप ऑनलाइन बिज़नेस चला रहे हों।

तो, ये थीं कुछ सबसे ज़रूरी बातें जो आपको यह समझने में मदद करेंगी कि पेमेंट गेटवे कैसे चुनें। हमेशा याद रखें, कोई भी गेटवे सभी के लिए ‘सबसे अच्छा’ नहीं होता। सबसे बेहतर वही है जो आपके बिज़नेस की खास ज़रूरतों को पूरा करे, आपके ग्राहकों को पसंद आए, और आपको सुरक्षित व आसानी से पैसे लेने में मदद करे। इसे अपने ऑनलाइन बिज़नेस की नींव समझें, जिसे मज़बूत बनाना बेहद ज़रूरी है।

digital wallet vs credit card

हमने अब तक ऑनलाइन पेमेंट के कई तरीकों और उन्हें सुरक्षित रखने के बारे में बात की है। पर आजकल एक और सवाल खूब पूछा जाता है। digital wallet vs credit card इनमें से कौन सा बेहतर है? मुझे याद है, जब मैंने पहली बार एक दुकान पर अपने फ़ोन से पेमेंट की थी, तो मुझे लगा कि ये तो जादू है! वहीं, क्रेडिट कार्ड तो सालों से हमारी जेब में हैं। पिछले 4 -5 सालों में मैंने ऑनलाइन और ऑफलाइन पेमेंट के तरीकों को बहुत करीब से देखा है। मैंने खुद अनुभव किया है कि कैसे दोनों के अपने फ़ायदे और अपनी जगह हैं। मेरा ज्ञान और अनुभव कहता है कि दोनों ही काम के हैं, पर आपको अपनी ज़रूरत के हिसाब से चुनना होगा। मैं आपको अपने इसी प्रैक्टिकल अनुभव से बताऊंगा कि कब कौन सा ज़्यादा काम आता है।

तो, अगर आप यह तय करने की कोशिश कर रहे हैं कि digital wallet vs credit card में से कौन सा आपके लिए बेहतर है, तो इसे ऐसे समझिए जैसे आप स्कूल जाने के लिए साइकिल या बस में से चुन रहे हों। साइकिल आपको थोड़ी ज़्यादा आज़ादी देती है, जबकि बस शायद थोड़ी ज़्यादा सुविधाजनक हो। दोनों ही आपको आपकी मंज़िल तक पहुँचा देंगी, पर उनके इस्तेमाल का तरीका और उनसे मिलने वाले फ़ायदे अलग-अलग हैं।

आइए, एक-एक करके इन्हें समझते हैं:

1. डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet)

यह क्या है? डिजिटल वॉलेट एक तरह का ‘डिजिटल बटुआ’ होता है जो आपके फ़ोन में होता है। आप इसमें अपने बैंक अकाउंट या क्रेडिट कार्ड से पैसे डाल सकते हैं (जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm जैसी ऐप्स में)। जब आप ऑनलाइन या किसी दुकान पर पेमेंट करते हैं, तो आप सीधे इस वॉलेट से भुगतान कर देते हैं।

कैसे काम करता है? आप बस QR कोड स्कैन करते हो या फ़ोन नंबर डालते हो, और पेमेंट हो जाती है। आपको अपनी कार्ड डिटेल हर बार डालने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

फ़ायदे:

आसान और तेज़: पेमेंट करना बहुत आसान और तेज़ होता है। एक क्लिक या स्कैन से काम हो जाता है।

सुरक्षित: आपकी असली कार्ड डिटेल हर बार दुकानदार को नहीं दिखती, जिससे चोरी का खतरा कम होता है। मैंने देखा है कि लोग डिजिटल वॉलेट को ज़्यादा सुरक्षित मानते हैं क्योंकि उन्हें अपनी पर्सनल डिटेल्स बार-बार नहीं डालनी पड़ती।

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ऑफर और कैशबैक: अक्सर डिजिटल वॉलेट कंपनियाँ पेमेंट करने पर कैशबैक या ऑफर देती हैं, जिससे पैसे बचते हैं।

छोटे लेन-देन के लिए बढ़िया: छोटी-मोटी चीज़ें खरीदने के लिए ये बहुत सुविधाजनक हैं।

नुकसान:

इंटरनेट चाहिए: बिना इंटरनेट के डिजिटल वॉलेट काम नहीं करेगा।

हर जगह नहीं चलता: हो सकता है कुछ छोटी दुकानों या वेबसाइटों पर डिजिटल वॉलेट से पेमेंट का ऑप्शन न हो।

2. क्रेडिट कार्ड (Credit Card)

यह क्या है? क्रेडिट कार्ड एक प्लास्टिक का कार्ड होता है जो आपको बैंक से मिलता है। इससे आप पैसे अभी खर्च कर सकते हो और बाद में बैंक को चुकाते हो। यह एक तरह का लोन होता है जो आपको मिलता है।

कैसे काम करता है? आप अपनी ऑनलाइन दुकान पर क्रेडिट कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट और CVV डालकर पेमेंट करते हो।

फ़ायदे:

बड़े खर्चों के लिए बढ़िया: अगर आपको कोई बड़ी चीज़ खरीदनी है और अभी आपके पास पूरे पैसे नहीं हैं, तो क्रेडिट कार्ड काम आता है।

हर जगह चलता है: ऑनलाइन और ऑफलाइन, लगभग हर जगह क्रेडिट कार्ड से पेमेंट हो जाती है।

इनाम और पॉइंट्स: क्रेडिट कार्ड अक्सर रिवॉर्ड पॉइंट, एयरमाइल्स या कैशबैक देते हैं, जिनका इस्तेमाल आप बाद में कर सकते हो। मैंने कई बार क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट से हवाई यात्राएं की हैं, जो मेरे लिए एक बड़ा फ़ायदा रहा है।

क्रेडिट हिस्ट्री बनती है: अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सही तरीके से करते हो और समय पर बिल भरते हो, तो आपकी अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री बनती है, जिससे भविष्य में लोन लेना आसान होता है।

नुकसान:

ब्याज लग सकता है: अगर आप समय पर बिल नहीं भरते, तो आपको बहुत ज़्यादा ब्याज देना पड़ सकता है।

सुरक्षा की चिंता: हर बार अपनी कार्ड डिटेल डालने में कुछ लोगों को सुरक्षा की चिंता होती है।

ओवरस्पेंडिंग का खतरा: बिना सोचे-समझे खर्च करने पर आप ज़्यादा पैसे खर्च कर सकते हो, जितने आपकी जेब में नहीं हैं।

तो, डिजिटल वॉलेट बनाम क्रेडिट कार्ड में से कौन सा बेहतर है? मेरा मानना है कि दोनों ही अपनी-अपनी जगह काम के हैं।

अगर आप रोज़मर्रा की छोटी-मोटी पेमेंट करते हैं, तुरंत और आसानी से पेमेंट करना चाहते हैं, और ऑफर्स का फ़ायदा उठाना चाहते हैं, तो डिजिटल वॉलेट बेहतर है।

अगर आपको बड़े खर्चे करने हैं, इंटरनेशनल पेमेंट करनी है, या आप रिवॉर्ड पॉइंट्स का फ़ायदा उठाना चाहते हैं और आप अपने खर्च को मैनेज कर सकते हैं, तो क्रेडिट कार्ड बेहतर है।

कई लोग इन दोनों का एक साथ इस्तेमाल करते हैं। मैं खुद भी यही करता हूं – छोटे खर्चों के लिए डिजिटल वॉलेट और बड़े या ज़रूरी खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड। यह सबसे अच्छा तरीका है दोनों के फ़ायदे उठाने का। 

conclusion

तो देखा दोस्तों, हमने डिजिटल वॉलेट बनाम क्रेडिट कार्ड की पूरी कहानी समझ ली। हमने देखा कि एक तरफ डिजिटल वॉलेट है जो तेज़ी, आसानी और ऑफर्स के साथ आता है, तो दूसरी तरफ क्रेडिट कार्ड है जो बड़े खर्चों, अंतरराष्ट्रीय लेन-देन और रिवॉर्ड पॉइंट्स के लिए दमदार है।

मुझे अपने इतने सालों के अनुभव से एक बात बहुत अच्छे से समझ आई है। कोई एक ‘विजेता’ नहीं है। असल में, सबसे स्मार्ट तरीका यही है कि आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से दोनों का इस्तेमाल करें। छोटे-मोटे खर्चों के लिए फ़ोन से पेमेंट करना जितना सुविधाजनक है, उतना ही बड़े सामान या यात्रा के लिए क्रेडिट कार्ड पर भरोसा करना समझदारी है।

यह ठीक वैसा ही है जैसे आप अपने टूलबॉक्स में सिर्फ़ एक ही औज़ार नहीं रखते, बल्कि अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग औज़ार रखते हैं। डिजिटल दुनिया में पैसों का लेन-देन भी ऐसा ही है – जितने ज़्यादा अच्छे और सुरक्षित विकल्प आपके पास होंगे, आप उतने ही बेफिक्र होकर खरीदारी कर पाएंगे या अपने बिज़नेस को चला पाएंगे।

उम्मीद है कि इस जानकारी से आपको यह तय करने में मदद मिली होगी कि आपके लिए कौन सा पेमेंट तरीका बेहतर है। क्या अब आप अपनी ऑनलाइन खरीदारी या बिज़नेस के लिए इन तरीकों का सही इस्तेमाल करने को तैयार हैं।

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