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Indiamart se Amazon Business Kaise Kare

Indiamart se Amazon Business Kaise Kare

Introduction

क्या आपने कभी सोचा है कि लोग घर बैठे Amazon पर अपना खुद का बिज़नेस कैसे शुरू कर लेते है, वो प्रोडक्ट्स कहां से लाते हैं, कैसे इतने सस्ते में खरीदकर महंगे बेचते हैं अगर आपके मन में भी ऐसे सवाल हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं।

मैं पिछले कई सालों से ई कॉमर्स की दुनिया में काम कर रहा हूँ। शुरुआत मैंने भी वहीं से की थी जहाँ आज आप खड़े हैं। बिलकुल शुरुआती स्तर से जब मुझे Indiamart se Amazon business kaise kare यह भी ठीक से नहीं पता था। लेकिन धीरे धीरे सीखते समझते और मेहनत करते करते मैंने एक ऐसा तरीका अपनाया जिससे मैं आज Amazon पर एक अच्छा खासा प्रॉफिट कमा रहा हूँ। और अब उसी अनुभव को आसान भाषा में आपके साथ शेयर कर रहा हूँ ताकि आपको वो सब कुछ समझ में आ सके जो मुझे सीखने में सालों लगे।

इस लेख में हम बिल्कुल शुरुआत से लेकर आखिरी स्टेप तक जानेंगे कि Indiamart se Amazon business kaise kare यानी कैसे आप Indiamart से सस्ते में प्रोडक्ट खरीदकर उन्हें Amazon पर बेच सकते हैं और एक अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। मैं आपके साथ सिर्फ जानकारी नहीं बल्कि अपने खुद के अनुभव भी शेयर करूंगा वो बातें जो इंटरनेट पर नहीं मिलतीं।

तो अगर आप भी ईमानदारी से कुछ सीखना चाहते हैं और ऑनलाइन बिज़नेस में कदम रखना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ें। हो सकता है यही पहला कदम आपके जीवन का सबसे बड़ा मोड़ बन जाए।

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Indiamart kya Hota hai aur kaise kaam karta hai?

चलो एक मजेदार कहानी से समझते हैं। जैसे आपके स्कूल में एक बड़ा सा मेला लगता है जहाँ बहुत सारी दुकानें होती हैं और हर दुकान पर अलग अलग चीज़ें मिलती हैं वैसे ही इंडियामार्ट इंटरनेट पर एक बहुत बड़ा मेला है। पर ये कोई खिलौने या खाने पीने की चीज़ों का मेला नहीं है बल्कि यहाँ बड़ी बड़ी कंपनियाँ या वो लोग जो बहुत सारा सामान एक साथ बेचना चाहते हैं अपनी दुकान लगाते हैं।

सोचो अगर आपको 100 पेंसिलें या 50 फुटबॉल एक साथ खरीदनी हों तो आप एक छोटी दुकान पर नहीं जाओगे है ना। आप किसी ऐसी जगह जाओगे जहाँ बहुत सारा सामान मिलता हो और वो भी कम दाम पर। इंडियामार्ट बिल्कुल ऐसी ही जगह है। यहाँ आप फैक्ट्रियों से या बड़े सप्लायरों से सीधे बहुत सारा सामान खरीद सकते हो। ये लोग उन लोगों को सामान बेचते हैं जिन्हें आगे बहुत सारा सामान बेचना होता है। जैसे कि दुकानदार या ऑनलाइन बिज़नेस करने वाले।

अब आपके मन में आ रहा होगा कि इंडियामार्ट काम कैसे करता है ये बहुत आसान है:

खरीदार और बेचने वाले मिलते हैं: जो लोग सामान बेचना चाहते हैं (जैसे फैक्ट्रियां या बड़े डीलर) वे अपनी चीज़ों की लिस्ट इंडियामार्ट पर डालते हैं। और जो लोग सामान खरीदना चाहते हैं (जैसे आप जब इंडियामार्ट से अमेज़न बिज़नेस कैसे करें ये सोच रहे हों) वे वहाँ जाकर चीज़ें ढूंढते हैं।

पूछताछ होती है: आपको जो सामान चाहिए आप उसकी फोटो देखकर या उसके बारे में पढ़कर बेचने वाले से बात कर सकते हो। आप उनसे पूछ सकते हो कि सामान की कीमत क्या है कितनी मात्रा में मिलेगा और कब तक आ जाएगा। इसे ही ‘पूछताछ’ या ‘इन्क्वायरी’ कहते हैं।

डील पक्की होती है: जब आपको कोई सामान और उसकी कीमत पसंद आ जाती है तो आप बेचने वाले से सीधे बात करके अपनी डील पक्की कर लेते हो। इंडियामार्ट बस आपको एक दूसरे से मिलने में मदद करता है खरीदने बेचने का काम आप दोनों खुद करते हो।

मैंने खुद कई सालों से इस ऑनलाइन बिज़नेस की दुनिया को बहुत करीब से देखा है और समझा है कि कैसे ये बड़े बड़े प्लेटफॉर्म काम करते हैं। मैंने कई लोगों को इंडियामार्ट जैसी जगहों से सही सामान ढूंढकर अपने बिज़नेस में सफल होते देखा है। मेरा अनुभव कहता है कि अगर आप सही तरीके से समझ लो कि इंडियामार्ट से कैसे चीजें खरीदी जाती हैं तो आप Indiamart se amazon business kaise kare इस सवाल का जवाब आसानी से पा लोगे। यह बिल्कुल ऐसा है जैसे आप किसी बड़े बाज़ार में घूम रहे हो और आपको पता हो कि अच्छी चीज़ें कहाँ मिलेंगी।

What is Amazon Seller Central Account

जैसे आपने देखा होगा कि आपके स्कूल में एक ऑफिस होता है जहाँ से सारी पढ़ाई और स्कूल के बाकी कामों को संभाला जाता है वैसे ही Amazon Seller Central अमेज़न पर आपकी अपनी दुकान का ऑफिस है। ये एक ऐसी जगह है जहाँ से आप अपनी दुकान को चला सकते हो, सामान बेच सकते हो और देख सकते हो कि आपकी दुकान में क्या चल रहा है।

अगर आपको याद हो पिछले सेक्शन में हमने बात की थी कि Indiamart se amazon business kaise kare तो अमेज़न सेलर सेंट्रल वो जगह है जहाँ पर आप इंडियामार्ट से खरीदा हुआ सारा सामान बेच पाओगे। ये आपकी दुकान को ऑनलाइन खोलने जैसा है जहाँ दुनिया भर के लोग आकर आपका सामान खरीद सकते हैं। तो इस दुकान के ऑफिस में क्या-क्या होता है।

सामान लिस्ट करना: यहाँ आप अपने सामान की फोटो डाल सकते हो, उसके बारे में लिख सकते हो कि वो क्या है, कैसे इस्तेमाल होता है और उसकी कीमत क्या है।

ऑर्डर देखना: जब कोई आपका सामान खरीदता है तो आपको यहीं पर पता चलता है। आप देख सकते हो कि किसने क्या खरीदा और उसे कहाँ भेजना है।

पैसे देखना: आपका कितना सामान बिका, कितने पैसे आए, और अमेज़न को कितनी फीस देनी पड़ी। ये सब आप यहीं पर देख सकते हो।

ग्राहक से बात करना: अगर किसी ग्राहक को आपके सामान से जुड़ी कोई परेशानी है या कोई सवाल पूछना है तो आप यहीं से उनसे बात कर सकते हो।

मैंने अमेज़न सेलर सेंट्रल को बहुत करीब से समझा है। मुझे पता है कि शुरुआत में ये थोड़ा मुश्किल लग सकता है लेकिन एक बार जब आप इसे सीख जाते हो तो Indiamart se amazon business kaise kare का सपना सच करना बहुत आसान हो जाता है। ये एक बहुत ही पावरफुल टूल है जो आपको अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने में मदद करता है। 

दोनों के बीच का बिजनेस कनेक्शन क्या है।

अब जब हम यह समझ गए हैं कि इंडियामार्ट एक बहुत बड़ा मेला है जहाँ से थोक में सामान खरीदा जाता है और अमेज़न सेलर सेंट्रल आपकी अपनी ऑनलाइन दुकान का ऑफिस है तो इन दोनों के बीच का रिश्ता जानना बहुत ज़रूरी है। ये दोनों मिलकर आपके बिज़नेस को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं यही इनका बिज़नेस कनेक्शन है।

सोचो जैसे कोई किसान खेत में बहुत सारा अनाज उगाता है (जो कि इंडियामार्ट जैसा है) और फिर उस अनाज को बाज़ार में ले जाकर छोटी छोटी दुकानों पर बेचता है ताकि लोग उसे खरीद सकें (जो कि अमेज़न जैसा है)। ठीक इसी तरह आप इंडियामार्ट को एक बड़े खेत या फैक्ट्री की तरह देख सकते हैं जहाँ से आप बहुत सारा सामान कम दाम पर खरीद सकते हैं। फिर उस सामान को आप अपनी अमेज़न की दुकान पर लाते हैं और उसे सीधे ग्राहकों को बेचते हैं। यहाँ इनका कनेक्शन कुछ इस तरह काम करता है।

सामान खरीदने की जगह (IndiaMart): आप इंडियामार्ट पर जाते हो। यहाँ आपको हर तरह का सामान थोक में मिलता है यानी एक साथ ज़्यादा मात्रा में। जैसे अगर आपको खिलौने बेचने हैं तो आप वहाँ से 100 खिलौने एक साथ खरीद सकते हो और वो आपको एक खिलौने की दुकान से काफी सस्ते पड़ेंगे।

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सामान बेचने की जगह (Amazon): एक बार जब आपने इंडियामार्ट से सामान खरीद लिया तो अब आप उसे बेचने के लिए अमेज़न पर आते हो। यहाँ आप अपनी दुकान (जो अमेज़न सेलर सेंट्रल है) खोलते हो सामान की फोटो और जानकारी डालते हो और फिर लाखों ग्राहक जो अमेज़न पर खरीदारी करते हैं वे आपके सामान को देख पाते हैं और खरीद सकते हैं।

सीधे शब्दों में कहें तो इंडियामार्ट आपकी खरीदारी का अड्डा है जहाँ आपको सप्लायर मिलते हैं और अमेज़न आपकी बिक्री का अड्डा है जहाँ आपको ग्राहक मिलते हैं। मैं आपको अपने कई सालों के अनुभव से बता सकता हूँ कि यह तरीका उन लोगों के लिए बहुत आसान है जो अपना ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता कि सामान कहाँ से लाएं। यह एक ऐसा पुल है जो थोक बाज़ार (B2B – बिज़नेस से बिज़नेस) को सीधे ग्राहकों के बाज़ार (B2C – बिज़नेस से ग्राहक) से जोड़ता है।

यह समझना कि Indiamart se amazon business kaise kare सिर्फ सामान खरीदने और बेचने से कहीं ज़्यादा है। यह सही सप्लायर ढूंढने, अच्छी क्वालिटी का सामान चुनने और फिर उसे लाखों लोगों तक पहुंचाने की कला है। इस तरीके में आप खुद के मालिक होते हो और सारा मुनाफा आपका होता है।

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How to Create Amazon Seller Account in India | Amazon Seller Account कैसे बनाएं?

अभी तक हमने समझा कि इंडियामार्ट क्या है और अमेज़न सेलर सेंट्रल कैसे काम करता है। हमने यह भी जाना कि Indiamart se amazon business kaise kare और इन दोनों के बीच का गहरा कनेक्शन क्या है। अब इस पूरे खेल का एक बहुत ही ज़रूरी हिस्सा आता है। अपनी अमेज़न दुकान का दरवाज़ा खोलना यानी अमेज़न सेलर अकाउंट बनाना।

ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे अगर आपको स्कूल में दाखिला लेना हो तो आपको एक फॉर्म भरना पड़ता है। वैसे ही अमेज़न पर सामान बेचने के लिए आपको अपना सेलर अकाउंट बनाना होगा। इसमें कुछ जानकारी देनी होती है और कुछ बातें ध्यान रखनी होती हैं ताकि आपका अकाउंट सही से बन जाए और आप बिना किसी परेशानी के अपना सामान बेचना शुरू कर सकें।

यह प्रक्रिया थोड़ी लंबी हो सकती है जिसमें आपको कुछ कागज़ात भी तैयार रखने पड़ सकते हैं, जैसे आपकी पहचान का प्रमाण (पहचान पत्र या आधार कार्ड) आपके पते का प्रमाण (बिजली का बिल या बैंक स्टेटमेंट) और बैंक खाते की जानकारी जहाँ आपके पैसे आएँगे।

मुझे पता है कि कई बार ये सारी जानकारी जुटाना और फॉर्म भरना थोड़ा मुश्किल लग सकता है। लेकिन चिंता मत कीजिए यह उतना भी कठिन नहीं है जितना लगता है। मैंने अपने ऑनलाइन बिज़नेस के सफर में ऐसे कई अकाउंट्स बनाए हैं और मुझे पता है कि कहाँ कहाँ थोड़ी मुश्किल आ सकती है।

अब आपको अपना अमेज़न सेलर अकाउंट बनाने की ज़रूरत होगी। अमेज़न ने इस प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया है और वे खुद भी आपको बहुत मदद करते हैं। अगर आप इसे और आसानी से समझना चाहते हैं और एक एक कदम को देखना चाहते हैं कि कैसे जानकारी भरनी है तो आप नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं। यह वीडियो आपको अकाउंट बनाने की पूरी प्रक्रिया को समझने में मदद करेगा।

Documents Required For Amazon Seller Account India | Amazon Seller Account इंडिया के लिए ज़रूरी दस्तावेज़

जैसे स्कूल में एडमिशन लेने के लिए आपको कुछ कागज़ात देने पड़ते हैं वैसे ही अमेज़न सेलर अकाउंट बनाने के लिए भी कुछ ज़रूरी कागज़ात चाहिए होते हैं। ये कागज़ात अमेज़न को यह जानने में मदद करते हैं कि आप एक असली इंसान या कंपनी हैं और आप सही से बिज़नेस करना चाहते हैं। ये आपके बिज़नेस की पहचान होते हैं।

अगर आप Indiamart se amazon business kaise kare ये सीख रहे हैं तो इन कागज़ात को पहले से तैयार रखना बहुत ज़रूरी है। ऐसा करने से आपका अकाउंट जल्दी और आसानी से बन जाएगा। मैने कुछ ज़रूरी कागज़ात की लिस्ट दी है जिनकी आपको ज़रूरत पड़ेगी।

आपकी पहचान का प्रमाण: आपके अमेज़न सेलर अकाउंट के लिए, आपको अपनी पहचान दिखाने वाला कोई सरकारी दस्तावेज़ देना होगा। यह जानना बहुत ज़रूरी है कि आप कौन हैं और यह दिखाता है कि आप एक असली व्यक्ति या बिज़नेस हैं। इसके लिए आप आमतौर पर अपना पैन कार्ड (Permanent Account Number) या आधार कार्ड इस्तेमाल कर सकते हैं। यह ठीक वैसा ही है जैसे स्कूल में एडमिशन के लिए आपको अपना पहचान पत्र दिखाना होता है।

आपके पते का प्रमाण: इसके लिए आप बिजली का बिल, पानी का बिल, गैस का बिल या अपने बैंक का स्टेटमेंट दे सकते हैं। इन पर आपका नाम और पता लिखा होना चाहिए। ये बताते हैं कि आप कहाँ रहते हैं।

बैंक खाते की जानकारी: अमेज़न आपको जो भी पैसे देगा वो आपके बैंक अकाउंट में ही भेजेगा। इसलिए आपको अपने बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड की जानकारी देनी होगी। कभी कभी बैंक स्टेटमेंट या कैंसिल चेक भी मांगा जा सकता है।

GST नंबर (अगर ज़रूरत हो): अमेज़न पर सामान बेचने के लिए कभी-कभी GST (Goods and Services Tax) नंबर की ज़रूरत पड़ती है। यह एक खास पहचान संख्या है जिससे सरकार को यह पता चलता है कि आप सामान बेच रहे हैं और टैक्स के नियमों का पालन कर रहे हैं। अगर आप बहुत ज़्यादा सामान बेचने वाले हैं या आपका बिज़नेस बड़े स्तर पर है, तो आपको यह नंबर लेना होगा। छोटे बिज़नेस चलाने वालों के लिए हमेशा इसकी ज़रूरत नहीं होती, लेकिन जब आपका बिज़नेस बढ़ने लगे, तो यह एक अहम दस्तावेज़ बन जाता है। इसे ऐसे समझें जैसे बड़े खिलाड़ियों को खेलने के लिए एक खास लाइसेंस की ज़रूरत होती है।

मैंने अपने ऑनलाइन बिज़नेस के सफर में कई बार ऐसे अकाउंट बनाए हैं और मुझे पता है कि ये दस्तावेज़ कितने ज़रूरी होते हैं। एक बार जब आप ये सब तैयार कर लेते हैं तो अमेज़न सेलर अकाउंट बनाना बहुत आसान हो जाता है और फिर आप Indiamart se amazon business kaise kare की अपनी यात्रा में अगला बड़ा कदम उठा सकते हैं। ये सारे कागज़ात आपके बिज़नेस को एक ठोस बुनियाद देते हैं।

How to Find Suppliers On Indiamart | IndiaMART पर सप्लायर्स कैसे ढूँढें?

अब जब आपने अमेज़न पर अपनी दुकान खोलने की लगभग पूरी तैयारी कर ली है और यह समझ गए हैं कि Indiamart se amazon business kaise kare और इसके लिए किन कागज़ात की ज़रूरत होती है तो अगला सबसे ज़रूरी कदम है इंडियामार्ट पर सही सप्लायर्स को ढूँढना।

सोचिए आपने एक नई दुकान तो खोल ली पर उसमें बेचने के लिए सामान भी तो चाहिए है ना इंडियामार्ट वो जगह है जहाँ आपको वो सामान मिलेगा। लेकिन वहाँ लाखों सप्लायर्स होते हैं तो अपने लिए सही वाले को ढूँढना थोड़ा मुश्किल लग सकता है।

सही सप्लायर वो होता है जो आपको अच्छी क्वालिटी का सामान सही दाम पर दे सके और समय पर आपके पास पहुँचा सके। ये आपके पूरे बिज़नेस की नींव होती है। मेरा अनुभव कहता है कि इस हिस्से में थोड़ी मेहनत और समझदारी दिखानी बहुत ज़रूरी है।

अब आपको इंडियामार्ट पर अपने बिज़नेस के लिए सामान बेचने वाले (सप्लायर्स) को ढूँढना होगा। यह जानना कि कौन से सप्लायर भरोसेमंद हैं और कौन सा सामान आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा बहुत ज़रूरी है।

अगर आप इसे और आसानी से समझना चाहते हैं और एक एक कदम को देखना चाहते हैं कि इंडियामार्ट पर सप्लायर्स कैसे ढूँढे जाते हैं तो आप नीचे दिए गए वीडियो को जरूर देखे। यह वीडियो आपको सही सप्लायर्स को खोजने की पूरी प्रक्रिया को समझने में मदद करेगा।

How to Choose Best Products to Sell On Amazon | अमेज़न पर बेचने के लिए सबसे अच्छे उत्पाद कैसे चुनें?

अभी तक हमने इंडियामार्ट से सप्लायर ढूंढने तक का सफर तय कर लिया है और आप यह भी समझ चुके हैं कि Indiamart se amazon business kaise kare अब आपकी ऑनलाइन दुकान के लिए सबसे ज़रूरी सवाल आता है कि अमेज़न पर बेचने के लिए सबसे अच्छे उत्पाद कैसे चुनें।

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ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे अगर आप कोई दुकान खोल रहे हो तो सबसे पहले यही सोचते हो कि लोग क्या खरीदना पसंद करेंगे और कौन सी चीज़ बेचने से आपको सबसे ज़्यादा फ़ायदा होगा। सही प्रोडक्ट चुनना आपके बिज़नेस की सफलता की नींव है।

मैंने देखा है कि लोग अक्सर यहीं पर गलती करते हैं। वे ऐसा सामान चुन लेते हैं जिसकी बाज़ार में उतनी मांग नहीं होती या फिर उसमें बहुत ज़्यादा मुकाबले होते हैं। सही प्रोडक्ट चुनने का मतलब है कि आपको थोड़ा जासूसी करनी होगी। देखना होगा कि लोग क्या खोज रहे हैं, क्या खरीद रहे हैं और किस सामान की कमी है जिसे आप पूरा कर सकते हैं।

अब आपको अमेज़न पर बेचने के लिए ऐसे प्रोडक्ट चुनने होंगे जिनकी मांग (Demand) ज़्यादा हो, ताकि खूब सारे लोग उन्हें खरीदना चाहें। साथ ही, यह भी देखना होगा कि उन प्रोडक्ट में मुकाबला (Competition) कम हो, यानी उन्हें बेचने वाले ज़्यादा लोग न हों। और सबसे ज़रूरी बात, उन प्रोडक्ट में आपको अच्छा मुनाफा (Profit Margin) मिल सके। सही प्रोडक्ट चुनना आपके बिज़नेस को सफल बनाने का सबसे ज़रूरी कदम है।

अगर आप यह सीखना चाहते हैं कि अमेज़न पर सबसे अच्छे प्रोडक्ट कैसे ढूंढे जाते हैं तो आप नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं। यह वीडियो आपको प्रोडक्ट रिसर्च की पूरी प्रक्रिया को समझने में मदद करेगा।

Supplier se Kaise Baat Kare और नेगोशिएशन टिप्स

अब जब आपने अमेज़न पर बेचने के लिए अपना पसंदीदा प्रोडक्ट चुन लिया है तो अगला कदम है उस सामान को खरीदना। और इसे खरीदने के लिए आपको इंडियामार्ट पर अपने सप्लायर से बात करनी होगी। 

अगर आप Indiamart se amazon business kaise kare ये सीख रहे हैं तो सप्लायर से सही तरीके से बात करना और मोलBभाव करना (जिसे नेगोशिएशन कहते हैं) बहुत ज़रूरी है। यह आपके मुनाफ़े को बढ़ा सकता है और आपको अच्छी डील दिला सकता है। यहाँ कुछ आसान बातें हैं जो आपको सप्लायर से बात करते समय याद रखनी चाहिए।

सवाल पूछने से न डरें: सबसे पहले आप सप्लायर से उनके सामान के बारे में सब कुछ पूछें। जैसे यह किस चीज़ से बना है, क्या यह अच्छी क्वालिटी का है, एक बार में कम से कम कितना सामान खरीदना होगा इसे मिनिमम ऑर्डर क्वांटिटी – MOQ कहते हैं। जितनी ज़्यादा जानकारी आपको मिलेगी उतनी अच्छी डील आप कर पाएंगे।

कीमत के बारे में बात करें (नेगोशिएशन): जैसे आप बाज़ार में सब्जी खरीदते समय थोड़ा मोल भाव करते हो वैसे ही यहाँ भी कर सकते हो। आप उनसे पूछ सकते हो अगर मैं ज़्यादा सामान लूं तो क्या थोड़ी कम कीमत लगेगी। हमेशा विनम्र रहें लेकिन अपनी बात रखने से न डरें। सप्लायर भी समझते हैं कि बिज़नेस में मोल भाव होता है।

भुगतान (Payment) और डिलीवरी की बात करें: पूछें कि आप पैसे कैसे दोगे (ऑनलाइन या कैश), और सामान आपके पास कैसे और कितने दिन में पहुंचेगा। 

यह पक्का कर लें कि आपको हर बात साफ साफ समझ आ गई है ताकि बाद में कोई दिक्कत न हो। मैंने अपने ऑनलाइन बिज़नेस के इतने सालों के अनुभव में सैकड़ों सप्लायरों से बात की है। मुझे पता है कि शुरुआत में यह थोड़ा डरावना लग सकता है लेकिन यह एक कला है जो समय के साथ बेहतर होती जाती है। मैंने देखा है कि जो लोग अच्छे से नेगोशिएट करते हैं वे Indiamart se amazon business kaise kare इस सफर में बहुत सफल हो पाते हैं।

How to Order Sample From IndiaMART | IndiaMART से सैंपल कैसे ऑर्डर करें?

जब हम Indiamart se amazon business kaise kare इस सफर पर होते हैं तो एक बहुत ज़रूरी कदम आता है सामान का सैंपल मंगवाना। जैसे आप कोई नया खिलौना खरीदने जाते हो और उसे हाथ में लेकर देखते हो कि वो कैसा है मजबूत है या नहीं या टूट तो नहीं जाएगा। ठीक वैसे ही जब आप थोक में सामान खरीदते हो तो उसे पहले खुद देखना बहुत ज़रूरी होता है।

सामान का सैंपल मंगवाना आपको यह पक्का करने में मदद करता है कि जो सामान आप ऑनलाइन देख रहे हो असल में वो कैसा है। यह आपके बिज़नेस के लिए बहुत ज़रूरी है ताकि आप अपने ग्राहकों को अच्छी क्वालिटी का सामान बेच सको तो इंडियामार्ट से सैंपल कैसे ऑर्डर करते हैं आइए जानते हैं।

1. जब आप किसी सप्लायर से बात कर रहे हों (जैसा हमने पिछले सेक्शन में सीखा) तो उनसे पूछें कि क्या वे सैंपल भेज सकते हैं। ज़्यादातर सप्लायर छोटे सैंपल भेजने को तैयार हो जाते हैं।

2. सैंपल की कीमत थोड़ी ज़्यादा हो सकती है क्योंकि ये सिर्फ एक या दो पीस होते हैं। साथ ही उनसे पूछें कि सैंपल आप तक पहुँचने में कितना समय लगेगा और इसका खर्चा कितना आएगा।

3. जब सैंपल आपके पास आ जाए तो उसे बहुत ध्यान से देखें। उसकी क्वालिटी कैसी है क्या उसमें कोई कमी है क्या वो दिखने में वैसा ही है जैसा फोटो में था।

4. अगर आपने कुछ अलग अलग सप्लायरों से सैंपल मंगवाए हैं तो उनकी आपस में तुलना करें। देखें कि कौन सा सबसे अच्छा है और आपके बिज़नेस के लिए सही रहेगा।

मैंने अपने इतने सालों के ऑनलाइन बिज़नेस के अनुभव में हमेशा यही सलाह दी है कि सैंपल ज़रूर मंगवाएं। कई बार जो चीज़ फोटो में बहुत अच्छी लगती है वो असल में वैसी नहीं होती। सैंपल मँगवाकर आप बड़ी गलती करने से बच जाते हो और यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने ग्राहकों को एक अच्छा प्रोडक्ट ही देंगे। यही एक तरीका है जिससे आप Indiamart se amazon business kaise kare इस प्रक्रिया में अपने ग्राहकों का भरोसा जीत सकते हैं।

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Product Packaging और Labeling

आपने Indiamart se amazon business kaise kare इस सफर में अब तक बहुत कुछ सीख लिया है सप्लायर ढूंढ लिए सामान का सैंपल भी देख लिया। अब बारी आती है आपके सामान को ग्राहकों तक पहुंचाने की। सोचो अगर आपको कोई गिफ्ट मिलता है और उसकी पैकिंग बहुत सुंदर होती है तो उसे देखकर ही खुशी होती है है ना ठीक वैसे ही जब आप अमेज़न पर कोई सामान बेचते हैं तो उसकी पैकेजिंग और लेबलिंग बहुत मायने रखती है। यह सिर्फ सामान को सुरक्षित रखने के लिए नहीं बल्कि ग्राहक को खुश करने और आपके बिज़नेस को प्रोफेशनल दिखाने के लिए भी ज़रूरी है।

प्रोडक्ट पैकेजिंग क्यों ज़रूरी है?

सामान की सुरक्षा: पैकेजिंग का सबसे पहला काम है आपके सामान को सुरक्षित रखना। अमेज़न के गोदाम से लेकर ग्राहक के घर तक आपका सामान कई जगह से होकर गुजरता है। अच्छी पैकेजिंग उसे टूटने खराब होने या गंदा होने से बचाती है।

पहचान बनाना: आपकी पैकेजिंग पर आपका ब्रांड या लोगो हो सकता है। यह ग्राहकों को याद रखने में मदद करता है कि यह सामान किसने भेजा है और अगली बार जब वे खरीदारी करेंगे तो आपके नाम को पहचानेंगे।

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ग्राहक का अनुभव: जब ग्राहक को एक अच्छी और साफ सुथरी पैकेजिंग मिलती है तो उसे लगता है कि आपने उसकी परवाह की है। यह खरीदारी के अनुभव को और भी अच्छा बना देता है।

प्रोडक्ट लेबलिंग क्यों ज़रूरी है?

लेबलिंग का मतलब है आपके प्रोडक्ट पर जानकारी का स्टिकर लगाना। यह स्टिकर आपके सामान के बारे में सब कुछ बताता है।

ज़रूरी जानकारी: लेबल पर प्रोडक्ट का नाम उसे बनाने वाली कंपनी का नाम किस चीज़ से बना है उसका इस्तेमाल कैसे करना है और उसकी एक्सपायरी डेट (अगर कोई है) जैसी ज़रूरी बातें लिखी होती हैं।

कानूनी ज़रूरतें: कई बार सरकार भी कुछ खास चीज़ों पर कुछ जानकारी देना ज़रूरी करती है। लेबलिंग से आप उन नियमों का पालन कर सकते हैं।

अमेज़न की ज़रूरतें: अमेज़न को आपके हर प्रोडक्ट के लिए एक खास कोड (जैसे FNSKU या ASIN) और कुछ अतिरिक्त जानकारी की आवश्यकता होती है। यह उन्हें आपके सामान को पहचानने और सही जगह भेजने में मदद करता है।  यह इसलिए ताकि वे आपके सामान को आसानी से पहचान सकें और उसे सही जगह भेज सकें। इसे ऐसे समझो जैसे आपकी स्कूल कॉपी पर आपका नाम और रोल नंबर लिखा होता है ताकि उसे पहचाना जा सके।

मैंने अपने ऑनलाइन बिज़नेस के दौरान सैकड़ों प्रोडक्ट्स की पैकेजिंग और लेबलिंग पर काम किया है। मैं आपको बता सकता हूँ कि थोड़ी सी ज़्यादा मेहनत यहाँ पर आपके बिज़नेस को बहुत आगे ले जा सकती है। जब आप Indiamart se amazon business kaise kare ये सीख रहे हैं तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि अच्छी पैकेजिंग और सही लेबलिंग से ग्राहक आपके प्रोडक्ट को फिर से खरीदना चाहेंगे।

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How to List Your Product On Amazon India | Amazon India पर अपने प्रोडक्ट को कैसे लिस्ट करें?

आपने अपने प्रोडक्ट के लिए सप्लायर खोज लिया है, नमूना मंगवा कर उसकी गुणवत्ता भी जांच ली है, और अब आपको पैकेजिंग व लेबलिंग की अहमियत भी समझ आ गई है। इन सब पड़ावों को पार करने के बाद, अगला सबसे रोमांचक और ज़रूरी कदम है अपने सामान को Amazon India पर लाखों ग्राहकों के सामने लाना। इस पूरी प्रक्रिया को ही प्रोडक्ट लिस्टिंग कहते हैं।

अपनी दुकान में सामान करीने से सजाने जैसा ही है, ताकि ग्राहक उसे देखें और खरीदने का मन बनाएं। अगर आप सीख रहे हैं कि Indiamart से Amazon पर बिज़नेस कैसे करें, तो अपने प्रोडक्ट को अमेज़न पर ठीक से लिस्ट करना बेहद अहम है। अगर आपकी लिस्टिंग बढ़िया होगी, तो ज़्यादा से ज़्यादा लोग आपका सामान देखेंगे और उसे खरीदने के लिए आकर्षित होंगे। एक अच्छी प्रोडक्ट लिस्टिंग में ये चीज़ें शामिल होती हैं:

शानदार तस्वीरें: अपने प्रोडक्ट की साफ और अच्छी क्वालिटी वाली तस्वीरें डालें। तस्वीरें ही पहली चीज़ होती हैं जो ग्राहक देखते हैं।

अच्छा नाम (टाइटल): प्रोडक्ट का एक ऐसा नाम रखें जिसमें वो सारी बातें हों जो ग्राहक ढूंढ रहा है। जैसे Red Color Cotton T-Shirt for Men – Size M।

सही जानकारी (डिस्क्रिप्शन): प्रोडक्ट के बारे में सब कुछ बताएं यह किस चीज़ से बना है इसका इस्तेमाल कैसे होता है इसके क्या फायदे हैं आदि। ग्राहक को कोई भी सवाल पूछने की ज़रूरत न पड़े।

सही कैटेगरी: अपने प्रोडक्ट को अमेज़न पर सही कैटेगरी में लिस्ट करें जैसे अगर आप खिलौने बेच रहे हैं तो उसे खिलौनों वाली कैटेगरी में ही डालें।

कीमत: अपने प्रोडक्ट की सही कीमत तय करें ताकि आपको फायदा भी हो और ग्राहक को भी ठीक लगे।

शुरुआत में यह थोड़ा मुश्किल लग सकता है क्योंकि इसमें कई छोटे छोटे स्टेप्स होते हैं। लेकिन चिंता न करें यह उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है।

Title, Description, Keywords और Images को Optimize कैसे करें?

आपने अपने प्रोडक्ट को अमेज़न पर लिस्ट करना सीख लिया है लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। जैसे किसी दुकान को सिर्फ खोल देने से ग्राहक नहीं आते बल्कि उसे सजाना संवारना भी पड़ता है वैसे ही अमेज़न पर अपने प्रोडक्ट की लिस्टिंग को ऑप्टिमाइज़ करना बहुत ज़रूरी है।

ऑप्टिमाइज़ करने का मतलब है उसे इतना अच्छा बनाना कि ज़्यादा से ज़्यादा लोग उसे देखें और खरीदें। यह आपके Indiamart se amazon business kaise kare इस सफर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पड़ाव है।

सोचो जब आप गूगल पर कुछ ढूंढते हो तो आप वही चीज़ देखते हो जो सबसे ऊपर आती है है ना अमेज़न पर भी ऐसा ही होता है। आपकी लिस्टिंग जितनी अच्छी तरह से ऑप्टिमाइज़ होगी उतनी ही ज़्यादा संभावना है कि वह ग्राहकों की खोज में ऊपर दिखाई दे। मैने कुछ ज़रूरी बातें बताई गई हैं कि आप अपनी लिस्टिंग को कैसे और बेहतर बना सकते हैं।

1. Title (नाम) को बेहतर बनाएं

आपका प्रोडक्ट टाइटल उस नाम की तरह है जो आपके प्रोडक्ट की पहचान है। इसे ऐसा बनाएं कि लोग इसे देखते ही समझ जाएं कि यह क्या है और उनके किस काम आ सकता है।

कीवर्ड का इस्तेमाल करें: लोग जिस नाम से आपके प्रोडक्ट को खोज सकते हैं उन शब्दों को टाइटल में डालें। जैसे अगर आप Cotton T-Shirt बेच रहे हैं तो पुरुषों के लिए कॉटन टी-शर्ट जैसा टाइटल अच्छा रहेगा।

साफ और पूरा हो: इसमें प्रोडक्ट का ब्रांड, रंग, साइज़ और कोई खास बात हो तो वह भी लिखें।

2. Description (विवरण) को आकर्षित बनाएं

डिस्क्रिप्शन आपके प्रोडक्ट की कहानी है। यह ग्राहकों को बताता है कि आपका प्रोडक्ट उनके लिए क्यों खास है और उन्हें इसे क्यों खरीदना चाहिए।

फायदे बताएं: सिर्फ यह न बताएं कि प्रोडक्ट क्या है बल्कि यह भी बताएं कि इससे ग्राहक को क्या फायदा होगा। 

छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें: प्रोडक्ट की क्वालिटी उसे कैसे इस्तेमाल करें और उसकी खासियतें बताएं।

कहानी जैसा लिखें: इसे पढ़ते ही ग्राहक को लगे कि यह प्रोडक्ट उसके लिए ही बना है।

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3. Keywords (कीवर्ड) का सही इस्तेमाल करें

कीवर्ड वे शब्द होते हैं जिन्हें लोग अमेज़न पर कुछ ढूंढते समय लिखते हैं। सही कीवर्ड का इस्तेमाल करने से आपका प्रोडक्ट उन लोगों तक पहुँचता है जो उसे सच में खरीदना चाहते हैं।

अलग-अलग कीवर्ड ढूंढें: सोचें कि लोग आपके प्रोडक्ट को किन किन तरीकों से खोज सकते हैं।

सही जगह पर डालें: अपने टाइटल, डिस्क्रिप्शन और बुलेट पॉइंट्स (छोटी-छोटी बातें) में कीवर्ड का इस्तेमाल करें। लेकिन बहुत ज़्यादा कीवर्ड न भरें नहीं तो यह अजीब लगेगा।

4. Images (तस्वीरों) को शानदार बनाएं

तस्वीरें ही आपके प्रोडक्ट को ग्राहकों के सामने लाती हैं। अच्छी तस्वीरें ग्राहकों को आकर्षित करती हैं और उन्हें खरीदने के लिए प्रेरित करती हैं।

कई तस्वीरें डालें: प्रोडक्ट को अलग अलग एंगल से दिखाएं।

साफ और अच्छी क्वालिटी की हों: तस्वीरें धुंधली या अंधेरी नहीं होनी चाहिए।

प्रोडक्ट को इस्तेमाल करते हुए दिखाएं: लोग देखना चाहते हैं कि प्रोडक्ट असली ज़िंदगी में कैसा दिखता है।

मैंने अपने ऑनलाइन व्यापार के अनुभव में बार-बार देखा है कि एक बेहतरीन तरीके से तैयार की गई लिस्टिंग बिक्री को कितनी तेज़ी से बढ़ा सकती है। जब आप Indiamart se amazon business kaise kare इस पर काम कर रहे हों तो इन बातों पर ध्यान देना आपके बिज़नेस को कई गुना आगे बढ़ा सकता है। यह सिर्फ लिस्टिंग बनाना नहीं बल्कि उसे ग्राहक की आंखों से देखना है।

Category और Pricing सेट करना 

आपने अपने प्रोडक्ट के लिए शानदार लिस्टिंग तैयार कर ली है उसे अच्छे से ऑप्टिमाइज़ भी कर लिया है। अब दो और बहुत ज़रूरी बातें आती हैं जो आपके Indiamart se amazon business kaise kare के सफर में बहुत मायने रखती हैं। अपने प्रोडक्ट की सही कैटेगरी चुनना और उसकी सही कीमत तय करना।

अगर आप किसी दुकान में जाते हो और आपको आटे के पैकेट खिलौनों वाले सेक्शन में मिलें तो आप थोड़ा हैरान हो जाओगे है ना वैसे ही अमेज़न पर भी सही कैटेगरी चुनना बहुत ज़रूरी है ताकि ग्राहक आपके प्रोडक्ट को आसानी से ढूंढ सकें।

1. प्रोडक्ट की सही कैटेगरी कैसे चुनें।

कैटेगरी एक तरह का शेल्फ या अलमारी होती है जहाँ अमेज़न आपके प्रोडक्ट को रखता है। अगर आपका प्रोडक्ट सही जगह पर रखा होगा तो ग्राहक उसे आसानी से ढूंढ पाएंगे।

अमेज़न पर खोजें: सबसे पहले अमेज़न पर अपने जैसे दूसरे प्रोडक्ट्स को खोजें। देखें कि वे कौन सी कैटेगरी में लिस्ट किए गए हैं। यह सबसे आसान तरीका है सही कैटेगरी ढूंढने का।

अमेज़न सेलर सेंट्रल की मदद: जब आप अपने प्रोडक्ट को लिस्ट कर रहे होंगे तो अमेज़न सेलर सेंट्रल आपको कैटेगरी चुनने में मदद करेगा। यह आपको सुझाव भी देगा कि कौन सी कैटेगरी आपके प्रोडक्ट के लिए सबसे अच्छी रहेगी।

सही कैटेगरी चुनने से आपके प्रोडक्ट को सही ग्राहक मिलते हैं जो उसे खरीदने में दिलचस्पी रखते हैं।

2. प्रोडक्ट की सही प्राइसिंग (कीमत) कैसे तय करें?

आपके प्रोडक्ट की कीमत तय करना एक कला है। कीमत ऐसी होनी चाहिए कि आपको मुनाफ़ा भी हो और ग्राहक को भी लगे कि यह सही दाम है।

अपनी लागत जानें: सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आपको प्रोडक्ट खरीदने, उस पर पैकेजिंग करने, और उसे अमेज़न तक पहुंचाने में कुल कितना खर्चा आया है। 

इसमें अमेज़न की फीस भी शामिल करें।

मुकाबले को देखें: अमेज़न पर अपने जैसे दूसरे प्रोडक्ट्स की कीमतें देखें। उनकी कीमत कितनी है क्या वे ज़्यादा बिक रहे है आपको अपनी कीमत ऐसी रखनी होगी जो मुकाबले से थोड़ी बेहतर हो या उसके बराबर हो।

मुनाफ़ा जोड़ें: अपनी लागत और मुकाबले की कीमत को ध्यान में रखते हुए उसमें अपना मुनाफ़ा जोड़ें। आप कितना कमाना चाहते हैं।

ऑफर और छूट: कभी कभी आप शुरुआत में थोड़ी कम कीमत रख सकते हैं या कुछ ऑफर दे सकते हैं ताकि लोग आपके प्रोडक्ट को खरीदें और आपको अच्छी रेटिंग मिलें।

मैंने अपने अनुभव में देखा है कि कई नए सेलर्स या तो बहुत कम कीमत रखते हैं जिससे उन्हें नुकसान होता है या बहुत ज़्यादा कीमत रखते हैं जिससे उनका सामान बिकता ही नहीं। सही कीमत तय करना आपके Indiamart se amazon business kaise kare इस सफर में बहुत ज़रूरी है। यह सिर्फ पैसे कमाने के बारे में नहीं है बल्कि ग्राहक को वैल्यू देने और बाज़ार में अपनी जगह बनाने के बारे में भी है।

सही कैटेगरी और सही कीमत ये दोनों मिलकर आपके प्रोडक्ट को अमेज़न पर सफल बनाने में बहुत मदद करते हैं। अब जब ये सब तैयार है तो अगला कदम है अपने ऑर्डर्स को मैनेज करना और यह सुनिश्चित करना कि ग्राहक को उसका सामान समय पर मिले।

Order Fulfill करने के लिए Shipping सेटअप करे 

आपने Indiamart se amazon business kaise kare इस यात्रा में बहुत कुछ सीख लिया है। प्रोडक्ट ढूंढना, सप्लायर से बात करना और लिस्टिंग तैयार करना इत्यादि। अब सबसे ज़रूरी कदमों में से एक आता है ऑर्डर पूरे करना और शिपिंग सेटअप करना। इसका मतलब है कि जब कोई ग्राहक आपका सामान खरीदेगा तो उसे उसके घर तक कैसे पहुंचाएंगे। अमेज़न पर सामान भेजने के मुख्य रूप से दो तरीके हैं।

ये भी पढ़े: Order Fulfill सेट अप करना

1. FBA (Fulfillment by Amazon)

यह तरीका ऐसा है जैसे अमेज़न खुद ही आपका सारा सामान अपने गोदाम में रखता है और जब कोई ऑर्डर आता है तो वही उसे पैक करके ग्राहक तक भेजता है।

कैसे काम करता है:

आप अपना सारा सामान पैक करके अमेज़न के बड़े बड़े गोदामों (जिन्हें फुलफिलमेंट सेंटर कहते हैं) में भेज देते हैं।

जब कोई ग्राहक ऑर्डर करता है तो अमेज़न खुद ही आपके प्रोडक्ट को उठाता है पैक करता है और ग्राहक के घर तक भेजता है।

ग्राहक सेवा और रिटर्न (सामान वापस लेना) का काम भी अमेज़न ही संभालता है।

फायदे:

आपका बहुत सारा काम आसान हो जाता है क्योंकि पैकिंग और शिपिंग की चिंता अमेज़न करता है।

आपके प्रोडक्ट को ‘प्राइम’ टैग मिल सकता है जिससे ग्राहक तेज़ी से डिलीवरी की वजह से ज़्यादा खरीदारी करते हैं।

यह आपके बिज़नेस को बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि आपको लॉजिस्टिक्स (सामान पहुंचाने का काम) की चिंता नहीं होती।

2. FBM (Fulfillment by Merchant)

इस तरीके में आप खुद ही अपने सामान को पैक करके ग्राहक तक भेजते हैं। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे आप अपनी दुकान से खुद ग्राहक को सामान पहुंचाते हो।

कैसे काम करता है:

जब कोई ऑर्डर आता है तो आप खुद अपने घर या गोदाम से प्रोडक्ट को पैक करते हैं।

आप किसी कोरियर सर्विस (जैसे इंडिया पोस्ट, ब्लू डार्ट, फेडेक्स आदि) की मदद से उसे ग्राहक तक भेजते हैं।

ग्राहक सेवा और रिटर्न का काम भी आपको खुद ही संभालना होता है।

फायदे:

आपका अपने सामान पर ज़्यादा कंट्रोल रहता है।

कुछ मामलों में FBA से सस्ता हो सकता है खासकर अगर आपके पास कम ऑर्डर आते हैं।

मैंने अपने ऑनलाइन बिज़नेस के अनुभव में दोनों ही तरीकों का इस्तेमाल किया है। मैं आपको बता सकता हूँ कि FBA शुरुआत में थोड़ा महंगा लग सकता है लेकिन अगर आपके ऑर्डर ज़्यादा आते हैं तो यह बहुत फायदेमंद होता है। वहीं अगर आप अभी शुरुआत कर रहे हैं और ऑर्डर कम हैं तो FBM एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

आपको अपनी सहूलियत और अपने बिज़नेस की ज़रूरतों के हिसाब से इनमें से कोई एक तरीका चुनना होगा। अमेज़न सेलर सेंट्रल में आपको इन दोनों शिपिंग तरीकों को सेट करने का विकल्प मिलेगा।

अब जब आपने शिपिंग सेटअप करना समझ लिया है तो अगला कदम होगा अपने ग्राहकों को खुश करना और अपने बिज़नेस को और बढ़ाना। यह सिर्फ सामान बेचने के बारे में नहीं बल्कि ग्राहकों को एक अच्छा अनुभव देने के बारे में भी है।

Profit का Calculation और tracking

जब आप सीख रहे हैं कि Indiamart से Amazon पर बिज़नेस कैसे करें, तो सबसे ज़रूरी बात यह समझना है कि आपको कितना फ़ायदा हो रहा है। बिज़नेस में पैसे कमाना ही तो मुख्य लक्ष्य होता है है ना अपने मुनाफ़े को समझना और उस पर नज़र रखना (जिसे प्रॉफिट कैलकुलेशन और ट्रैकिंग कहते हैं) बहुत ज़रूरी है। ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे आप कोई खेल खेलते हो और हर बार अपना स्कोर देखते हो ताकि पता चले कि आप कितना अच्छा खेल रहे हो।

Costing और Pricing का Analysis

किसी भी प्रोडक्ट से आपको कितना फ़ायदा होगा ये जानने के लिए सबसे पहले आपको ये समझना होगा कि उस प्रोडक्ट पर आपका कुल खर्चा कितना आया है (इसे कॉस्टिंग कहते हैं)। फिर आपको ये देखना होगा कि आप उसे कितने में बेच रहे हैं (इसे प्राइसिंग कहते हैं)।

मेरे अनुभव में बहुत से नए बिज़नेस करने वाले यहीं पर थोड़ी गलती कर देते हैं। वे सिर्फ सामान खरीदने की कीमत देखते हैं और बाकी खर्चे भूल जाते हैं। लेकिन सच ये है कि आपके प्रोडक्ट पर कई तरह के खर्चे होते हैं

सामान खरीदने का खर्चा: ये वो पैसा है जो आपने इंडियामार्ट से सामान खरीदने में लगाया है।

शिपिंग और लाने-ले जाने का खर्चा: सामान को इंडियामार्ट से अपने पास लाने का और फिर अमेज़न के गोदाम तक या सीधे ग्राहक तक भेजने का खर्चा।

पैकेजिंग का खर्चा: आपके प्रोडक्ट को पैक करने में जो डब्बे, टेप, या रैपर लगे, उनका खर्चा।

अमेज़न की फीस: अमेज़न आपके हर प्रोडक्ट को बेचने के लिए कुछ पैसे लेता है। इसमें कमीशन (रेफरल फीस) अगर आप FBA इस्तेमाल कर रहे हैं तो स्टोरेज और भेजने का खर्चा (फुलफिलमेंट फीस) और कभी-कभी और भी छोटे-मोटे खर्चे शामिल होते हैं।

दूसरे खर्चे: अगर आपने अपने प्रोडक्ट का प्रचार करने के लिए विज्ञापन चलाए हैं तो उसका खर्चा भी इसमें जोड़ना होगा।

जब आप इन सभी खर्चों को एक साथ जोड़ लेते हैं तो आपको अपने एक प्रोडक्ट की कुल लागत (Total Cost) पता चल जाती है।

अब बात आती है Pricing (बेचने की कीमत) की। आपने अपना प्रोडक्ट कितने रुपये में बेचा। आपका प्रॉफिट निकालने का सबसे आसान तरीका है।

प्रॉफिट = (प्रोडक्ट की बेचने की कीमत) – (प्रोडक्ट पर आया कुल खर्चा)

अगर ये जवाब प्लस में आता है तो आपको फ़ायदा हुआ है। अगर माइनस में आता है तो इसका मतलब है कि आपको नुकसान हुआ है। इंडियामार्ट से अमेज़न पर एक सफल बिज़नेस के लिए यह हिसाब-किताब समझना बहुत ज़रूरी है।

Monthly Revenue और Profit Monitor करना।

जैसे आप हर महीने अपने स्कूल की रिपोर्ट कार्ड देखते हो ताकि पता चले कि आपने कैसा परफॉर्म किया वैसे ही आपको हर महीने अपने बिज़नेस की रिपोर्ट कार्ड भी देखनी होगी। इसे ही मंथली रेवेन्यू और प्रॉफिट मॉनिटर करना कहते हैं।

रेवेन्यू (Revenue): ये वो सारा पैसा है जो आपने एक महीने में सामान बेचकर कमाया है। इसमें से अभी खर्चे घटाए नहीं गए हैं।

प्रॉफिट (Profit): ये वो पैसा है जो सारे खर्चे घटाने के बाद आपके पास बचता है। यही आपकी असली कमाई है।

आप अमेज़न सेलर सेंट्रल में जाकर अपनी सेल्स रिपोर्ट और पेमेंट रिपोर्ट देख सकते हैं। ये रिपोर्ट आपको बताएंगी कि एक महीने में आपने कितने प्रोडक्ट बेचे है कितना पैसा आया और अमेज़न ने कितनी फीस काटी है। मेरी सलाह है कि आप हर हफ़्ते या महीने में एक बार ज़रूर अपनी रिपोर्ट देखें।

देखें कि कौन से प्रोडक्ट से ज़्यादा फ़ायदा हो रहा है और कौन से से कम। और अपने खर्चों पर भी नज़र रखें कि कहीं कोई खर्चा ज़्यादा तो नहीं हो रहा है।

इससे आपको पता चलेगा कि आपका बिज़नेस कैसा चल रहा है और आप कहां सुधार कर सकते हैं ताकि आपको ज़्यादा मुनाफ़ा हो।

Best Accounting Tools for Amazon Sellers 

शुरुआत में आप शायद एक कॉपी और पेन से अपना हिसाब किताब रख सकते हैं लेकिन जब आपका बिज़नेस बढ़ेगा तो इसे मैनेज करना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में कुछ खास सॉफ्टवेयर (जिन्हें अकाउंटिंग टूल्स कहते हैं) आपकी मदद कर सकते हैं।

ये टूल्स बिल्कुल एक स्मार्ट डायरी की तरह होते हैं जो आपके सारे पैसों का हिसाब किताब अपने आप रखते हैं। ये आपके खर्चे, आपकी बिक्री, और आपके मुनाफ़े को ट्रैक करते हैं कुछ आम और अच्छे अकाउंटिंग टूल्स जो अमेज़न सेलर्स इस्तेमाल करते हैं।

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Zoho Books

TallyPrime

QuickBooks

Excel Spreadsheets

इन टूल्स का इस्तेमाल करके आप अपने बिज़नेस का पूरा हिसाब-किताब साफ़-साफ़ रख सकते हैं। यह आपको सही फ़ैसले लेने में मदद करेगा कि आपको इंडियामार्ट से अमेज़न पर बिज़नेस कैसे करें इस सफ़र में आगे कैसे बढ़ना है। मुझे अपने ऑनलाइन बिज़नेस के सफर में इन टूल्स ने बहुत मदद की है और मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि इनसे आपका समय बचेगा और गलतियां कम होंगी।

Beginners की Common गलतियां।

जब आप Indiamart se amazon business kaise kare का सफर शुरू करते हैं तो यह एक नई क्लास में जाने जैसा है। जैसे नई क्लास में कुछ गलतियाँ होना आम बात है वैसे ही ऑनलाइन बिज़नेस में भी शुरुआत में कुछ गलतियाँ हो सकती हैं। मैंने अपने कई सालों के अनुभव में अनगिनत लोगों को ये गलतियाँ करते और खुद भी की है। अच्छी बात यह है कि अगर हम इन गलतियों के बारे में पहले से जान लें तो उनसे बचा जा सकता है और हम तेज़ी से सफल हो सकते हैं। यहाँ कुछ ऐसी आम गलतियाँ मैने लिखी हैं जो नए बिज़नेस करने वाले अक्सर करते हैं और जिन्हें आपको नहीं दोहराना चाहिए।

प्रोडक्ट रिसर्च ठीक से न करना: यह सबसे बड़ी गलती है। कई बार लोग बिना सोचे समझे कोई भी प्रोडक्ट बेचना शुरू कर देते हैं। वे यह नहीं देखते कि लोग क्या खरीदना चाहते हैं उस प्रोडक्ट की कितनी मांग है या उसमें कितना कंपटीशन है। अगर आप ऐसा सामान बेचेंगे जिसकी कोई ज़रूरत नहीं तो वह बिकेगा नहीं। मैंने देखा है कि जो लोग इस स्टेप पर जल्दबाजी करते हैं उन्हें बाद में बहुत नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए सही प्रोडक्ट चुनना बहुत ज़रूरी है।

सप्लायर को सही से न चुनना और सैंपल न मंगवाना: कुछ लोग जल्दी में किसी भी सप्लायर से सामान खरीद लेते हैं या बिना सैंपल देखे ही बड़ा ऑर्डर दे देते हैं। बाद में पता चलता है कि सामान की क्वालिटी अच्छी नहीं है या सप्लायर भरोसेमंद नहीं है। यह आपके बिज़नेस के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। हमेशा सैंपल मंगवाएं और सप्लायर के बारे में पूरी जानकारी लें।

कॉस्टिंग और प्राइसिंग का गलत हिसाब: जैसा कि हमने पहले बात की अपने प्रोडक्ट पर आने वाले हर छोटे बड़े खर्चे को गिनना बहुत ज़रूरी है। अगर आप सारे खर्चे नहीं गिनेंगे और कीमत बहुत कम रख देंगे तो आपको पता भी नहीं चलेगा और आप नुकसान में चले जाएंगे। वहीं अगर कीमत बहुत ज़्यादा रख दी तो कोई खरीदेगा ही नहीं। सही कीमत तय करना बहुत ज़रूरी है।

अमेज़न की पॉलिसीज़ न पढ़ना: अमेज़न के अपने कुछ नियम और कानून हैं। अगर आप उन्हें बिना पढ़े अपना बिज़नेस करेंगे तो हो सकता है आपका अकाउंट ही बंद हो जाए। इसलिए अमेज़न की सारी पॉलिसीज़ (खासकर सेलर पॉलिसी) को समझना बहुत ज़रूरी है।

ग्राहक सेवा पर ध्यान न देना: कुछ लोग सोचते हैं कि एक बार सामान बिक गया तो काम खत्म। लेकिन अगर ग्राहक को कोई परेशानी हुई और आपने उसकी मदद नहीं की तो वह आपको खराब रेटिंग देगा। खराब रेटिंग से आपका सामान बिकना कम हो जाएगा। हमेशा अपने ग्राहकों को खुश रखने की कोशिश करें क्योंकि वे ही आपके बिज़नेस की जान हैं।

धैर्य न रखना: ऑनलाइन बिज़नेस में खासकर जब आप Indiamart se amazon business kaise kare इस तरीके से शुरू कर रहे हों तो सफलता मिलने में थोड़ा समय लग सकता है। कुछ लोग जल्दी हार मान लेते हैं अगर उन्हें तुरंत फ़ायदा नहीं दिखता। लेकिन बिज़नेस में धैर्य और लगातार कोशिश करना बहुत ज़रूरी है।

मैं एक एक्सपर्ट के तौर पे यह बता सकता हूँ कि इन गलतियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है पूरी जानकारी रखना और हर कदम पर सोच समझकर आगे बढ़ना। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका अमेज़न बिज़नेस बहुत सफल हो सकता है। 

Conslusion

तो दोस्तों, देखा आपने कि इंडियामार्ट से अमेज़न पर बिज़नेस कैसे करें का यह सफर कितना रोमांचक और ज्ञानवर्धक है! मुझे पूरी उम्मीद है कि इस बातचीत से आपको बहुत कुछ नया सीखने को मिला होगा। हमने इंडियामार्ट से सामान ढूंढने से लेकर, अपनी खुद की ऑनलाइन दुकान अमेज़न सेलर सेंट्रल खोलने तक की हर ज़रूरी बात पर गौर किया। हमने यह भी समझा कि सप्लायर्स से कैसे बात करनी है और अपनी लिस्टिंग को कैसे बेहतर बनाना है, ताकि लोग आपके प्रोडक्ट को देखते ही पसंद कर लें। और हाँ, हमने उन आम गलतियों पर भी नज़र डाली जिनसे शुरुआत में बचना बेहद ज़रूरी है। 

ऑनलाइन बिज़नेस कोई रातों रात अमीर बनने की स्कीम नहीं है लेकिन ये उन सपनों को पूरा करने का एक शानदार मौका ज़रूर है जहाँ आप अपने मालिक खुद होते हैं। यकीन मानिए जब आपका पहला ऑर्डर आता है और ग्राहक खुश होकर आपको अच्छी रेटिंग देता है तो उस खुशी का कोई मोल नहीं होता। ये एक ऐसा अनुभव है जो आपको बार बार मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। तो अब देर किस बात की अगर आपके मन में भी अपनी ऑनलाइन दुकान खोलने का सपना है तो बस एक छोटा सा कदम उठाइए। शुरुआत कीजिए और देखिए ये डिजिटल दुनिया आपके लिए कितने नए रास्ते खोल सकती है।

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